“चाँद-तारे”
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“चाँद-तारे”
चाँद – तारे सब हँसते हैं,
नील – गगन में बसते हैं।
मिलना है मुझे अम्मा मेरी,
आँगन में क्यूँ नहीं उतरते हैं।
“चाँद-तारे”
चाँद – तारे सब हँसते हैं,
नील – गगन में बसते हैं।
मिलना है मुझे अम्मा मेरी,
आँगन में क्यूँ नहीं उतरते हैं।