*कभी होती अमावस्या ,कभी पूनम कहाती है 【मुक्तक】*
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कभी होती अमावस्या ,कभी पूनम कहाती है 【मुक्तक】
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कभी होती अमावस्या ,कभी पूनम कहाती है
कभी जाड़ा कभी गर्मी ,कभी बरसात आती है
बदलती हैं परिस्थितियाँ, नए नित दौर हैं आते
ठहर जाना मरण होगा, हृदय-धड़कन बताती है
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर(उ.प्र.)
9997615451