Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Apr 2017 · 1 min read

आशा

आशा

आशा, संकल्प, श्रद्धा, ज्ञान का कर वरण
तिमिर ने ओढा शुभ्र वितान
आ रहा अब अलौकिक,दिव्य विहान
संवेदना का किरीट,स्वर्णरश्मि का दिव्य ज्ञान
प्रशस्त है नव दिशा, नूतन आयाम
प्रमाद, द्वेष नानृत की भर्त्सना करूँ
मृदुल भावनाओं, आकांक्षाओं, संवेदनाओं की
सर्जना करूँ
निर्झर,निर्मल,मृदुल कल्पनाओं के परों पर लक्ष्य को साकार करूँ
तमस, नैराश्य से निस्सरित जीवन का श्वास भरूँ
तारक-खंचित, रजत रचित प्रारब्ध की कल्पना करूँ
जर्जर,क्षीण,क्षुधातुर प्राणीआशा की ज्योति से कर्म रत हो
संकल्पवान प्राणी दृढनिश्चय में आबद्ध हो
आशा की साधना करूँ,पुरुषार्थ की वन्दना करूँ
संस्कार,सभ्यता,श्रद्धा की मंगलकामना करूँ
सर्वहिताय आरोग्य-निरोग की प्रार्थना करूँ
आशा, उत्स जीवन मरुभूमि की साहस संयम का अलख प्रज्ज्वलित कर सकारात्मक लक्ष्य की कामना करूँ
अपरिसीम संवेदनाओं संभावनाओं के कपाट खोल दूँ
इन्द्रियों के वातायन को अंतस की असीमता से जोड़ दूँ
आशा को शक्ति का उपहार अनमोल दूँ
जीवन को सृजन की भक्ति बोल दूँ

सुनील पुष्करणा

Language: Hindi
Tag: कविता
1 Like · 256 Views
You may also like:
*अगर संबंध अच्छे हैं, तो यह नुक्सान रहता है 【हिंदी गजल/गीतिक
*अगर संबंध अच्छे हैं, तो यह नुक्सान रहता है 【हिंदी...
Ravi Prakash
मर जाऊँ क्या?
मर जाऊँ क्या?
Abhishek Pandey Abhi
💐अज्ञात के प्रति-61💐
💐अज्ञात के प्रति-61💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दिल का दर्द आँख तक आते-आते नीर हो गया ।
दिल का दर्द आँख तक आते-आते नीर हो गया ।
Arvind trivedi
हमसे ना पूंछो तमन्ना ए कल्ब।
हमसे ना पूंछो तमन्ना ए कल्ब।
Taj Mohammad
★सफर ★
★सफर ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
51-   प्रलय में भी…
51- प्रलय में भी…
Rambali Mishra
दुनिया एक मेला है
दुनिया एक मेला है
VINOD KUMAR CHAUHAN
हम उसी समाज में रहते हैं...जहाँ  लोग घंटों  घंटों राम, कृष्ण
हम उसी समाज में रहते हैं...जहाँ लोग घंटों घंटों राम,...
ruby kumari
करपात्री जी का श्राप...
करपात्री जी का श्राप...
मनोज कर्ण
वेदनापूर्ण लय है
वेदनापूर्ण लय है
Varun Singh Gautam
Wo mitti ki aashaye,
Wo mitti ki aashaye,
Sakshi Tripathi
दुआ पर लिखे अशआर
दुआ पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
*खुशियों का दीपोत्सव आया* 
*खुशियों का दीपोत्सव आया* 
Deepak Kumar Tyagi
#लघुकथा / क़ामयाब पहल
#लघुकथा / क़ामयाब पहल
*Author प्रणय प्रभात*
कभी जब देखोगी तुम
कभी जब देखोगी तुम
gurudeenverma198
प्रयत्न लाघव और हिंदी भाषा
प्रयत्न लाघव और हिंदी भाषा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
पंचैती
पंचैती
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
व्यंग्य- प्रदूषण वाली दीवाली
व्यंग्य- प्रदूषण वाली दीवाली
जयति जैन 'नूतन'
वो जो तू सुन नहीं पाया, वो जो मैं कह नहीं पाई,
वो जो तू सुन नहीं पाया, वो जो मैं कह...
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
हिंदी दोहा बिषय:- बेतवा (दोहाकार-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी')
हिंदी दोहा बिषय:- बेतवा (दोहाकार-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी')
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
किस हक से जिंदा हुई
किस हक से जिंदा हुई
कवि दीपक बवेजा
“ पागल -प्रेमी ”
“ पागल -प्रेमी ”
DrLakshman Jha Parimal
महाराणा
महाराणा
दशरथ रांकावत 'शक्ति'
कुर्सी खाली कर
कुर्सी खाली कर
Shekhar Chandra Mitra
अय मुसाफिर
अय मुसाफिर
Satish Srijan
छू लेगा बुलंदी को तेरा वजूद अगर तुझमे जिंदा है
छू लेगा बुलंदी को तेरा वजूद अगर तुझमे जिंदा है
'अशांत' शेखर
बजट
बजट
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
लल्लेश्वरी कश्मीरी संत कवयित्री - एक परिचय
लल्लेश्वरी कश्मीरी संत कवयित्री - एक परिचय
Shyam Sundar Subramanian
Almost everyone regard this world as a battlefield and this
Almost everyone regard this world as a battlefield and this
Nav Lekhika
Loading...