आधुनिक नारी
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वो बहुत खूबसूरत है
और मजबूत भी,
एकदम चंचल है
और शोख भी।
वो माँ भी है
और एक बेटी भी,
संसद में जाती है
और पकाती रोटी भी।
वो हर रोल में दमदार है
क्योंकि उसका अस्तित्व
उसके अपने साथ है
वो स्वाभिमान से जीती है
और रखती खुद्दारी है
क्योंकि वो आधुनिक नारी है।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
भारत भूषण अवार्ड प्राप्त।