आंखों में
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/093712f1a65bbad79f167c8dc4b1c1c3_941d0e391758edc16c142eada6f81e78_600.jpg)
नाम हम ने लिखा था आंखों में
तेरा ही इक चेहरा था आंखों में।
बात दिल की हम कभी कह न पाये
अधूरा सा सपना था , आंखों में
परेशां हम है तुमसे बात करने को
जलता सा आसमां था,आंखों में
इश्क की बातें तुम अब न करो।
अंधेरा ही अंधेरा था , आंखों में
हाथ तुमने जो थामा ,मेरा दिलबर
हुआ फिर सवेरा आंखों में।
सुरिंदर कौर