अध्यात्म के बिना ज्ञान ::: जितेंद्रकमलआनंद ( पोस्ट८९)
घनाक्षरी छंद
————-अध्यात्म के बिना ज्ञान , विज्ञान बिना ज्ञान के, दोनों ही अधूरे हैं, घातक सृष्टिके लिए| ।
ये आधुनिक विज्ञान और ज्ञान राजयोग ,
परस्पर विरोधी नहीं , हैं पुष्टि के लिए ।
पर्यावरण हो शुद्ध , दूर हो प्रदूषण भी ,
धरा भी तरसती है , रस वृष्टि के लिए ।
बहुत कह कर न , कहॉ है बहुत कुछ ,
पर्याप्त है बस इतना संतुष्टि के लिए ।।
—– जितेन्द्रकमल आनंद