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12 Oct 2022 · 1 min read

अंधेरा मिटाना होगा

क्यों अंधेरे से डरते हो
इससे डरना नहीं है हमने
लड़कर इससे एक दिन
इसे तो भगाना है हमने

एक दीया ही तो जलाना है
अंधेरा खुद ब खुद भाग जायेगा
लेकिन ये सब होगा तभी
जब तू नींद से जाग जायेगा

अंधेरे में भी कोई बुराई नहीं
अगर वो आकर चला जाता है
जब देखा हो अंधेरा हमने
तभी तो रोशनी का मज़ा आता है

हो अगर अंधेरा सामने तो
हमें कुछ भी नज़र नहीं है आता
ढूंढकर है दीया जब कोई जलाता
देखकर रोशनी अंधेरा है भाग जाता

ये ज़रूरी नहीं हर बार कि
दीया पास ही हो हमारे
कभी कभी दीया बनाने में
बहुत प्रयास लगते है हमारे

यही तो जीवन है हमारा
केवल संघर्ष से ही तम मिटता है
परिवार रहे हमेशा रोशनी में
जीवन इसी उधेड़बुन में कटता है

मिलकर लड़ने से आसान होती है
अंधेरे के खिलाफ हमारी लड़ाई
असमर्थ है जो उनकी मदद करके
अवश्य जीत जायेंगे हम ये लड़ाई।

Language: Hindi
15 Likes · 3 Comments · 800 Views

Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'

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