Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Mar 2017 · 1 min read

“मन”…….. काजल सोनी

मन की बातें मन ही जाने,
कोई और समझ न पाये ।
कभी तन्हा,
कभी गुमसुम बैठे ,
कभी तितली बन उड़ जाये।

देख परिंदों की हलचल,
बच्चों के संग बच्चा बनकर,
खुशियों की ये मस्ती में नाचे,
कभी शोर इसे न भाये ।

लगे कभी महीनों न नहाऊं,
कभी छत से टपकती बारिश में,
तर तर भीग जाये ।

कभी रुसवा ,
कभी पागल रहता ,
मोहब्बत कभी ये बरसाये ।

खाने को कभी जी न लागे,
संग यारों के कभी बैठकर,
जुठा भी छीन छपट कर खाये ।

कभी गम की आग में जलता ,
देख तरसता,
और मचलता,
कभी खुद ही समहल ये जाये ।

मन की बातें मन ही जाने ,
कोई और समझ न पाये । ।

” काजल सोनी “

Language: Hindi
1 Like · 1068 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बैठ गए
बैठ गए
विजय कुमार नामदेव
ये पीढ कैसी ;
ये पीढ कैसी ;
Dr.Pratibha Prakash
याद आयेगा हमें .....ग़ज़ल
याद आयेगा हमें .....ग़ज़ल
sushil sarna
जब सांझ ढल चुकी है तो क्यूं ना रात हो
जब सांझ ढल चुकी है तो क्यूं ना रात हो
Ravi Ghayal
मैं अचानक चुप हो जाती हूँ
मैं अचानक चुप हो जाती हूँ
ruby kumari
भगतसिंह का क़र्ज़
भगतसिंह का क़र्ज़
Shekhar Chandra Mitra
2388.पूर्णिका
2388.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सावन मंजूषा
सावन मंजूषा
Arti Bhadauria
आह जो लब से निकलती....
आह जो लब से निकलती....
अश्क चिरैयाकोटी
#प्रेरक_प्रसंग-
#प्रेरक_प्रसंग-
*Author प्रणय प्रभात*
सोचता हूँ रोज लिखूँ कुछ नया,
सोचता हूँ रोज लिखूँ कुछ नया,
Dr. Man Mohan Krishna
बेटा तेरे बिना माँ
बेटा तेरे बिना माँ
Basant Bhagawan Roy
*बुरा न मानो होली है(हास्य व्यंग्य)*
*बुरा न मानो होली है(हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
International Self Care Day
International Self Care Day
Tushar Jagawat
"पानी-पूरी"
Dr. Kishan tandon kranti
💐प्रेम कौतुक-558💐
💐प्रेम कौतुक-558💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बहकी बहकी बातें करना
बहकी बहकी बातें करना
Surinder blackpen
ढूँढ़   रहे   शमशान  यहाँ,   मृतदेह    पड़ा    भरपूर  मुरारी
ढूँढ़ रहे शमशान यहाँ, मृतदेह पड़ा भरपूर मुरारी
संजीव शुक्ल 'सचिन'
कैसी
कैसी
manjula chauhan
टेंशन है, कुछ समझ नहीं आ रहा,क्या करूं,एक ब्रेक लो,प्रॉब्लम
टेंशन है, कुछ समझ नहीं आ रहा,क्या करूं,एक ब्रेक लो,प्रॉब्लम
dks.lhp
जब तक जरूरत अधूरी रहती है....,
जब तक जरूरत अधूरी रहती है....,
कवि दीपक बवेजा
गोधरा
गोधरा
Prakash Chandra
Dr. Arun Kumar shastri
Dr. Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
यादों में ज़िंदगी को
यादों में ज़िंदगी को
Dr fauzia Naseem shad
रखकर कदम तुम्हारी दहलीज़ पर मेरी तकदीर बदल गई,
रखकर कदम तुम्हारी दहलीज़ पर मेरी तकदीर बदल गई,
डी. के. निवातिया
तलाश
तलाश
Vandna Thakur
कहानी -
कहानी - "सच्चा भक्त"
Dr Tabassum Jahan
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
खुद पर विश्वास करें
खुद पर विश्वास करें
Dinesh Gupta
प्यार का इम्तेहान
प्यार का इम्तेहान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...