Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jul 2016 · 1 min read

बिन माँ कुछ कल्पना नहीं

इस सृष्टि में भगवान है
माँ के रूप में विघमान है
बिन माँ कुछ कल्पना नहीं
माँ है तो सारा जहान है

जो हर लेती हर दुःख को
माँ अलैकिक शक्ति रूप है
हर पहर करू आरती श्रद्धा से
माँ भगवान की स्वरुप है

हँसके गलतियाँ करती है माँफ
माँ करुणा-दया का सागर है
जहाँ जीवन की शुरुवात होती है
माँ वो पहली ऐसी डगर है

उजाला देने वाली माँ चंद्रसूर्य है
माँ की महिमा जग में अपार है
माँ हमें चरणों में रखना सदा
माँ तू ही ज़िन्दगी की आधार है

तुम्हारी प्रेरणा में हर जीत है,
माँ तू ही भविष्य तू ही अतीत है
माँ तुम्हें पाके “दुष्यंत” पुलकित है
माँ सारा जीवन तुमपे समर्पित है

Language: Hindi
2 Comments · 375 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मेरे दिल ने देखो ये क्या कमाल कर दिया
मेरे दिल ने देखो ये क्या कमाल कर दिया
shabina. Naaz
पूर्णिमा का चाँद
पूर्णिमा का चाँद
Neeraj Agarwal
कुत्ते / MUSAFIR BAITHA
कुत्ते / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
2816. *पूर्णिका*
2816. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सोच
सोच
Dinesh Kumar Gangwar
धीरे-धीरे सब ठीक नहीं सब ख़त्म हो जाएगा
धीरे-धीरे सब ठीक नहीं सब ख़त्म हो जाएगा
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दिल का खेल
दिल का खेल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कसौटी
कसौटी
Sanjay ' शून्य'
दीपावली त्यौहार
दीपावली त्यौहार
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
अब तो आ जाओ सनम
अब तो आ जाओ सनम
Ram Krishan Rastogi
दस्तरखान बिछा दो यादों का जानां
दस्तरखान बिछा दो यादों का जानां
Shweta Soni
"जी लो जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
कर गमलो से शोभित जिसका
कर गमलो से शोभित जिसका
प्रेमदास वसु सुरेखा
हवन
हवन
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
उम्मीद
उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
नशा और युवा
नशा और युवा
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
संस्कृति
संस्कृति
Abhijeet
लफ्जों के तीर बड़े तीखे होते हैं जनाब
लफ्जों के तीर बड़े तीखे होते हैं जनाब
Shubham Pandey (S P)
बेटियां
बेटियां
Nanki Patre
*कागज की नाव (बाल कविता)*
*कागज की नाव (बाल कविता)*
Ravi Prakash
Kohre ki bunde chhat chuki hai,
Kohre ki bunde chhat chuki hai,
Sakshi Tripathi
थोड़ी कोशिश,थोड़ी जरूरत
थोड़ी कोशिश,थोड़ी जरूरत
Vaishaligoel
राज़-ए-इश्क़ कहाँ छुपाया जाता है
राज़-ए-इश्क़ कहाँ छुपाया जाता है
शेखर सिंह
आखिरी ख्वाहिश
आखिरी ख्वाहिश
Surinder blackpen
अनिल
अनिल "आदर्श "
Anil "Aadarsh"
ठहराव सुकून है, कभी कभी, थोड़ा ठहर जाना तुम।
ठहराव सुकून है, कभी कभी, थोड़ा ठहर जाना तुम।
Monika Verma
जिसके मन तृष्णा रहे, उपजे दुख सन्ताप।
जिसके मन तृष्णा रहे, उपजे दुख सन्ताप।
अभिनव अदम्य
कामयाबी का जाम।
कामयाबी का जाम।
Rj Anand Prajapati
यादों को कहाँ छोड़ सकते हैं,समय चलता रहता है,यादें मन में रह
यादों को कहाँ छोड़ सकते हैं,समय चलता रहता है,यादें मन में रह
Meera Thakur
■ नंगे नवाब, किले में घर।।😊
■ नंगे नवाब, किले में घर।।😊
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...