Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2017 · 1 min read

तुम बिन सूना है मधुवन

तुम बिन सूना वृंदावन है
तुम बिन सूना है मधुवन
तुम बिन सूना बृजगाँव है
तुम बिन सूना नंदन वन ।

तुम बिन सूने ताल तलैया
तुम बिन सूने घट पनघट
तुम बिन सूना अँक मैया का
तुम बिन सूना नंद भवन ।

तुम बिन सूने गोपी नयना
तुम बिन सूने सभी चमन
तुम बिन सूना गोकुल आँचल
तुम बिन सूना है कण कण ।

तुम बिन सूने बाल वृंद हैं
तुम बिन सूने हैं गोधन ,
तुम बिन सूने रास रंग हैं
तुम बिन सूना है जीवन ।

डॉ रीता

Language: Hindi
Tag: गीत
687 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rita Singh
View all
You may also like:
सेर
सेर
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
*कमबख़्त इश्क़*
*कमबख़्त इश्क़*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*पुरस्कार तो हम भी पाते (हिंदी गजल)*
*पुरस्कार तो हम भी पाते (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
यात्राएं करो और किसी को मत बताओ
यात्राएं करो और किसी को मत बताओ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
क्यों पढ़ा नहीं भूगोल?
क्यों पढ़ा नहीं भूगोल?
AJAY AMITABH SUMAN
विकास
विकास
Dr. Pradeep Kumar Sharma
फटा जूता
फटा जूता
Akib Javed
*मन का मीत छले*
*मन का मीत छले*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*
*"जहां भी देखूं नजर आते हो तुम"*
Shashi kala vyas
चातक तो कहता रहा, बस अम्बर से आस।
चातक तो कहता रहा, बस अम्बर से आस।
Suryakant Dwivedi
कोई गीता समझता है कोई कुरान पढ़ता है ।
कोई गीता समझता है कोई कुरान पढ़ता है ।
Dr. Man Mohan Krishna
स्वार्थ सिद्धि उन्मुक्त
स्वार्थ सिद्धि उन्मुक्त
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कर्मगति
कर्मगति
Shyam Sundar Subramanian
आज भी अधूरा है
आज भी अधूरा है
Pratibha Pandey
जीवन गति
जीवन गति
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
सब गुण संपन्य छी मुदा बहिर बनि अपने तालें नचैत छी  !
सब गुण संपन्य छी मुदा बहिर बनि अपने तालें नचैत छी !
DrLakshman Jha Parimal
बुढ्ढे का सावन
बुढ्ढे का सावन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
आकाश महेशपुरी
मिलना हम मिलने आएंगे होली में।
मिलना हम मिलने आएंगे होली में।
सत्य कुमार प्रेमी
आदमी क्या है - रेत पर लिखे कुछ शब्द ,
आदमी क्या है - रेत पर लिखे कुछ शब्द ,
Anil Mishra Prahari
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
Mahender Singh
"बाल-मन"
Dr. Kishan tandon kranti
मतदान
मतदान
Anil chobisa
दोस्ती तेरी मेरी
दोस्ती तेरी मेरी
Surya Barman
■ पर्व का संदेश ..
■ पर्व का संदेश ..
*Author प्रणय प्रभात*
तिरंगा
तिरंगा
लक्ष्मी सिंह
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
Subhash Singhai
Preparation is
Preparation is
Dhriti Mishra
ठहर ठहर ठहर जरा, अभी उड़ान बाकी हैं
ठहर ठहर ठहर जरा, अभी उड़ान बाकी हैं
Er.Navaneet R Shandily
तज द्वेष
तज द्वेष
Neelam Sharma
Loading...