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16 Jun 2017 · 1 min read

आदाब अर्ज़ है

दरिया ए अश्क़ काफी हैं बहने के लिए –
दास्तां ए इश्क काफी हैं कहने के लिए ।
यूं भी हर बात किसी से कही नहीं जाती –
दफ़न कर देते हैं सीने में
सहने के लिए ।।

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 311 Views
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