रोटी के जुगाड़ से बचे हुए समय का शिक्षार्थी
मौलिकता मेरा मूलमंत्र, मन में जो घटता है उसमें से थोड़ा बहुत कलमबद्ध कर लेता हूँ । सिर्फ स्वरचित सामग्री ही पोस्ट करता हूँ ।
शिक्षा : परास्नातक (भौतिक शास्त्र), बी.एड., एल.एल.बी.
काव्य संग्रह: अनहद अन्तस्, झील शांत है, तीन (साझा-संग्रह), पर्यावरण प्रहरी (साझा-संग्रह), इंद्रधनुषी (साझा-संग्रह)
नाटक: मधुशाला की ओपनिंग का लेखन एवं निर्देशन (कानपुर के लाजपत भवन में वर्ष 1995 में मंचन)
सम्पादन: आह्वान (विभागीय पत्रिका)
अन्य साहित्यिक गतिविधियाँ: केन्द्रीय उत्पाद शुल्क विभाग/ केन्द्रीय जी०एस०टी० की विभिन्न जोन की पत्रिकाओं जैसे ब्रह्मावर्त (कानपुर), मयराष्ट्र भारती (मेरठ), आह्वान (मेरठ), हिंडन (गाजियाबाद) एवं विशिष्ट आयोजन की स्मारिकाओं में कविताएँ एवं स्केच तथा पेन्टिंग, न०रा०का०स० की गाज़ियाबाद की पत्रिका हिन्डन प्रवाह में कविता, स्केच एवं पेन्टिंग तथा अमर-उजाला के काव्य ऑनलाइन पत्रिका में कवितायों का प्रकाशन, हँस पत्रिका, साहित्यापेडिया एवं शब्द जैसे ऑनलाइन पोर्टल पर कवितायों का समय-समय पर प्रकाशन, गाज़ियाबाद और मेरठ में काव्य-गोष्ठियों में प्रतिभागिता
पुरुष्कार: साहित्यपेडिया की कहानी-लेखन प्रतियोगिता में द्वितीय पुरुष्कार, साहित्यपेडिया की पोएट्री राइटिंग चैलेन्ज के लिए सर्टिफिकेट ऑफ़ अचीवमेंट, शब्द द्वारा कई बार बेस्ट आर्टिकल
अन्य अभिरुचियाँ: नाट्य-लेखन, निर्देशन एवं अभिनय, स्केचिंग, पेन्टिंग, फोटोग्राफी
सम्प्रति: भारत सरकार में निरीक्षक पद पर कार्यरत
स्थान: कानपुर, मेरठ, रामपुर, मुरादाबाद, नोएडा, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)
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