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31 May 2024 · 1 min read

UPSC और तुम

तुम UPSC की सिलेबस से लगते हो
कितना भी समझने की कोशिश करती हूं
फिर भी, कुछ अनजान से रहते हो।

तुम इतिहास में दर्ज तारीख़ से लगते हो
हमेशा याद किया करती हूं
फिर भी, कुछ मुश्किल से लगते हो।

तुम ज्योग्राफी के मानचित्र से लगते हो
लाख कोशिश करती हूं, फिर भी
तुम मुझसे नहीं सम्भलते हो।

तुम भारत के प्रशासकीय तंत्र से लगते हो
बारीकी से समझो तो सुलझे, वर्ना
छोटी बातों में भी उलझाते रहते हो।

तुम धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र से जान पड़ते हो
विविधताओं को खुद में समेटे रखते हो
फिर भी दिखने में बेहद आकर्षक लगते हो।

तुम मुझे UPSC exam के admit card से लगते हो
कभी खुशियों की चाबी सा एहसास दिलाते हो
तो कभी कभी हार जाने का डर भी लगाते हो।

सच में यार, यूं ही नहीं कहते हैं
कि UPSC का इम्तेहान आसान नहीं
और जनाब! आपको समझना भी तो
सब के वश की बात नहीं।।
-©® Shikha

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