Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Aug 2024 · 1 min read

To realize the value of one year: Ask a student who has fail

To realize the value of one year: Ask a student who has failed a final exam.

To realize the value of one month: Ask a mother who has given birth to a premature baby.

To realize the value of one week: Ask an editor of a weekly newspaper.

To realize the value of one hour: Ask the lovers who are waiting to meet.
To realize the value of one minute: Ask a person who has missed the train, bus, or plane.

To realize the value of one second: Ask a person who has survived an accident.

To realize the value of one millisecond: Ask the person who has won a silver medal in the Olympics

90 Views

You may also like these posts

सापटी
सापटी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मैं
मैं
Ajay Mishra
"चलता पुर्जा आदमी"
Dr. Kishan tandon kranti
रिसर्च
रिसर्च
Rambali Mishra
जीवन का सार।
जीवन का सार।
Rj Anand Prajapati
तुझ से मोहब्बत से जरा पहले
तुझ से मोहब्बत से जरा पहले
इशरत हिदायत ख़ान
जिन्दगी
जिन्दगी
लक्ष्मी सिंह
"भटकाव के बाद हासिल ठहराव सुक़ून देता ही है।"
*प्रणय*
हर बार सफलता नहीं मिलती, कभी हार भी होती है
हर बार सफलता नहीं मिलती, कभी हार भी होती है
पूर्वार्थ
बारिश की बूंदों ने।
बारिश की बूंदों ने।
Taj Mohammad
आखिर तेरे इस हाल का, असल कौन जिम्मेदार है…
आखिर तेरे इस हाल का, असल कौन जिम्मेदार है…
Anand Kumar
कोई दुनिया में कहीं भी मेरा, नहीं लगता
कोई दुनिया में कहीं भी मेरा, नहीं लगता
Shweta Soni
बाल कविता: भालू की सगाई
बाल कविता: भालू की सगाई
Rajesh Kumar Arjun
प्रोटोकॉल
प्रोटोकॉल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
सबको   सम्मान दो ,प्यार  का पैगाम दो ,पारदर्शिता भूलना नहीं
सबको सम्मान दो ,प्यार का पैगाम दो ,पारदर्शिता भूलना नहीं
DrLakshman Jha Parimal
मनका / वर्णिका छंद
मनका / वर्णिका छंद
sushil sarna
पुस्तक समीक्षा - गीत सागर
पुस्तक समीक्षा - गीत सागर
Sudhir srivastava
4491.*पूर्णिका*
4491.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम्हे देख कर ही ऐसा महसूस होता है
तुम्हे देख कर ही ऐसा महसूस होता है
Ranjeet kumar patre
फेसबुक
फेसबुक
Neelam Sharma
कागज़ ए जिंदगी
कागज़ ए जिंदगी
Neeraj Agarwal
कभी
कभी
PRATIK JANGID
गीत- किसी का मर्ज़ समझेगा...
गीत- किसी का मर्ज़ समझेगा...
आर.एस. 'प्रीतम'
--शेखर सिंह
--शेखर सिंह
शेखर सिंह
सही लोगों को
सही लोगों को
Ragini Kumari
शिक्षा ही जीवन है
शिक्षा ही जीवन है
SHAMA PARVEEN
*खादिम*
*खादिम*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नई किरण रोशनी की ….
नई किरण रोशनी की ….
meenu yadav
सबसे सुंदर जग में अपना, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)
सबसे सुंदर जग में अपना, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)
Ravi Prakash
Loading...