Posts Tag: Poem 1k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Vandna Thakur 12 Feb 2024 · 1 min read बड़ी मुश्किल है ये ज़िंदगी यही तो गम है , जिसको संजोए रहता हूँ जिनसे उम्मीद है , नाउम्मीद उन्हीं से रहता हूँ कहनेको खुशियाँ हैं , दामन में बेशुमार मेरे एक भी नहीं मिलती... Poetry Writing Challenge-2 · Motivational Poems · Poem 1 89 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 9 Feb 2024 · 1 min read हिन्दी दोहा बिषय-जगत *हिन्दी दोहा विषय - जगत* चले जगत को देखने , #राना लेकर मित्र | नजर हमारी साफ थी , लगे सभी तब इत्र || जहाँ जगत भी आपसे , चाहे... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Poem · जगत · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 85 Share Vandna Thakur 9 Feb 2024 · 1 min read साधना साधना उड़ना है जीवन में तो ध्यान साधना पर लगाना पड़ता, जीवन में हर रिश्ते का ध्यान साधना पड़ता है, असफलता को सफल बनाने के लिए ध्यान साधना पड़ता है,... Poetry Writing Challenge-2 · Motivational Poems · Poem 1 130 Share Sangeeta Beniwal 8 Feb 2024 · 1 min read खामोशी खामोशी हर खामोशी का अपना किरदार अपनी ……. एक वजह …. अपनी पहचान हर खामोशी की अपनी दास्तान ….. कुछ ……. कही कुछ अनकही खामोशी की पीठ में इक तुफान... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · किरदार · खामोशी · पहचान 4 116 Share Priya Maithil 8 Feb 2024 · 1 min read "नन्हे" ने इक पौधा लाया, "नन्हे" ने इक पौधा लाया, आंगन में था उसे लगाया। यह मेरे स्वप्नों की सीढ़ी, संग - संग मेरे रोज चढ़ेगा। हां, ये पौधा यहीं लगेगा!! पौधा बढ़ा,फूल थे फूले,... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 1 66 Share Priya Maithil 8 Feb 2024 · 1 min read सब जाग रहे प्रतिपल क्षण क्षण सब जाग रहे प्रतिपल क्षण क्षण केवल मै ही हूं सोई सी... जाने किस भय किस शंका में.. बेसुध हारी सी खोई सी.. जीवन सुलझाने की जिद थी.. ऐसी सुलझी... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 1 41 Share Priya Maithil 8 Feb 2024 · 1 min read हृदय बड़ा उद्विग्न है.. हृदय बड़ा उद्विग्न है.. सना हुआ है विघ्न में.. बड़ी विकट पड़ी घड़ी.. हूं तक रही खडी खड़ी.. है आज मौन खुद "धरा".. है किस जगह मेरी #धरा ये किस... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 1 67 Share Priya Maithil 8 Feb 2024 · 1 min read जिस अंधकार से विचलित तुम जिस अंधकार से विचलित तुम उस अंधकार से आगे हूं... जो मोहित कर बांधे मन को उस हर बहार से आगे हूं... जो विषय तुम्हारी चर्चा के मै उनसे आगे... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · कविता 1 86 Share Ritu Asooja 8 Feb 2024 · 1 min read बहाव संग ठहराव जीवन में आगे बढने के लिए बहाव संग ठहराव भी जरुरी है देने की चाह से कर्म प्रारम्भ करिये मिलने की प्रक्रिया स्वतः सिद्ध होती जायेगी डर के आगे जीत... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 52 Share Sangeeta Beniwal 8 Feb 2024 · 1 min read कदीमी याद कदीमी याद कोई कदीमी याद ………… पलभर में चिपका देती धीर-गंभीर आनन पर स्माईली स्टीकर। रुला दे हंसते-हंसते, हंसा दे रोते-रोते। कोई कदीमी याद ………. छा जाए मन पर निराशा... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · कोट्स · पुरानी यादें · याद 2 737 Share Ritu Asooja 7 Feb 2024 · 1 min read मैं एक महाकाव्य बनना चाहूंगी *मैं एक किस्सा नहीं, एक महाकाव्य बनना चाहूँगी बातें बड़ी ही सही,परन्तु सागर की स्याही, कलम मैं खुद बनना चाहूँगी * *आयी हूँ दुनियां में तो कुछ करके जाऊंगी सुंदर... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 104 Share Dr. Vaishali Verma 7 Feb 2024 · 1 min read नव बहूँ छोड़ बाबुल का अँगना नव घर में प्रवेश पाती हर नयें रिश्ते प्रेम भाव से अपनाती चूड़ी- पायल की खन-२ से घर आँगन चहकाती लाज़ शर्म छोड़ अपना हर कर्तव्य... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 41 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read दिल से जाना जब …… दिल से …. कोई जाता है तो वो …… असल में जाता नहीं जाता है तो ….. उसके प्रति …. भरोसा और विश्वास अपनत्व और प्यार जब …..... Poem · Quotation · कविता · कोट्स · दिल से जाना 1 914 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read धुन धुन वक्त की धुन सुनती है अक्सर देर से...... जब चिड़िया चुग लेती है खेत **** वक्त की धुन थिरकती है थिरकाती है नेता जनता सबको वक्त पर नचाती है।... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · धुन · वक्त 1 108 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read प्रेम में डूबे रहो प्रेम में डूबे रहो प्रेम में डूबे रहो ............ न जानो कि जीवन सफ़र में क्यों मिले हैं। रक्त संबंध हो भी ......। न भी हो......। ईश्वर है ..... अद्भुत... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · प्रेम में डूबे रहो 2 100 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read दर्द की धुन दर्द की धुन दर्द की धुन भी जन्मती है ......। महीन ..सी ...उम्मीद...। पत्ता... पानी... मधुमक्खी ............ दर्द की धुन भी किए देती है....तरंगित प्रायः.... सुप्त...से नाउम्मीदी.. के... तंतु ..को।... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · दर्द की धुन 2 91 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read हर लम्हे में हर लम्हे में हर लम्हे में आस है विश्वास है जीवन ज्योत भी जीते जी की मौत भी मधुर प्यार भी कटु तकरार भी हर लम्हे में उम्मीद की आहट... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · हर लम्हे में 2 83 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read मन की गांठ मन की गांठ मन की गांठ नहीं होती .......... पल्लू बंधी गांठ-सी पल्लू की गांठ बांध देती है मन को संकल्पी खुंटे पर ..। .............. मन की गांठ नहीं होती.................. Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · मन की गांठ 2 72 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read समझौता समझौता इकरार में इनकार में गुमान में सम्मान में ख्वाहिशों के जर्जरित मकान में समझौता निभाने में जताने में खुद को बनाने में। किसी के लिए मर मिट जाने में... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · उम्र · तजुर्बा · समझौता 1 1 49 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read तुम तुम जरा सी गुफ्तगू और तुम्हें .... राजदार कर लिया। एक क्षण की स्मृति और उस स्मृति में तुम। चंद शब्दों की कविता और तहरीर तुम । तुम्हारे.... कई रुपाकार... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · जरा सा · तुम 2 69 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी जिंदगी जिंदगी एक दरवाजा संस्कारों ...की दहलीज मन.... के कपाट कोई..... क्योंकर खोले हर किसी के लिए —--*------ जिंदगी एक चिट्ठी बांचने से अधिक… जांचते हैं इसकी भौगोलिकता, भौतिक सुन्दरता,... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · जिंदगी 1 72 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read वेला वेला शाम….। जैसे कोई नदी खुश नसीबी सी जैसे….। बावरी चाहत का झोंका भीगा भीगा सा डूबता तिरता..सा… सुबह तक रहे न रहे। रात ……। जैसे कोई खूमारी सुकूनी कोठारी... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · वक्त और रिश्ते · समय 1 70 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read चाय चाय मै : चाय की तलब है । तुम : क्यों मैं : तुम संग बालकनी में बैठ चाय की चुस्कियों संग हंस बतियाने की। तुम : तुम्हारी सेहत के... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · चाय पर शायरी · चाय प्रेम 1 48 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read (हमसफरी की तफरी) (हमसफरी की तफरी) हमसफर वही हम भी वही रिश्ते भी वही रास्ते भी वही आज भी वही अर्धनारीश्वर से हम। घी-खिचड़ी, माखन -मलाई से आज भी वही स्निग्धा रिश्ते ।... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · एहसास · हमसफ़र 2 85 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read पल पल कोई अटका पल शायद आज लिख दे अपनी जुबानी कोई आपबीती अपनी कहानी --------*----- कोई हर्षित पल शायद आज पिरो दे बिन बात में हंसाई हंसते-हंसते में रुलाई नृतन... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · पल · हर्ष दुख 2 74 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read सुनो तुम सुनों तुम….! जब सब बिखरने लगे ...........उससे पहले तुम ! ......आ जाना बिखराव ने हद लांघ ली तो........। तुम भी बिखर जाओगे। जब सब अपने .......। अलविदा कहें तुम्हारे अस्तित्व... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · उम्मीद · तलाश · सुनो तुम 1 53 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read सुन मेरे बच्चे सुन मेरे बच्चे…….! सुनो तुम!........ अब तुम जाओ हमें छोड़कर विस्तारी दायरे तलाशने को आयाम के छौर टटोलने को अपना पहचान पत्र खुद तराशने को सुनो तुम !........... उड़ान ऐसी... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · आज के बच्चे · सुनो 1 74 Share Ritu Asooja 7 Feb 2024 · 1 min read मौन की भाषा *बहुत बोलता रहा अभी तक किसी ने कुछ नहीं सुना या यूं कहिए सुनना ही नहीं चाहा अब मैंने मौन धारण कर लिया है* जब से मैंने मौन धारण किया... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · कविता 75 Share Sangeeta Beniwal 6 Feb 2024 · 1 min read बिटिया ! बिटिया ! तुम........ प्रसून सी प्रफुल्लित मुकुलित हो पाखियों सी किलोलित सुखकर हो अक़ीदा पैंजनियों सी रुनझुनी सरगम हो यानि कि ........ तुम आज भी महफूज हो -------)(---------- बिटिया !... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · बिटिया · बेटी दिवस 1 113 Share Sangeeta Beniwal 6 Feb 2024 · 1 min read पल पल कोई मनमोहक पल ख़िज़ाँ में भी प्रफुल्लित गुलजार चमन खिला देता है फिज़ा हो जाता है। -+- कोई नि:सगी पल किये देता है चहलपहल खैर-भैर गहमागहमी में भी नितांत... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poem · पल 1 119 Share Sangeeta Beniwal 6 Feb 2024 · 1 min read सीख का बीज हर मुसीबत के अंदर एक बीज होता है सीख का बीज। हर आलस्य के अंदर एक बल होता है पीछे कि ओर खींच लेने का। हर हंसी का अपना अंदाज... Poetry Writing Challenge-2 · Article · Poem · बीज · सीख 1 72 Share Sangeeta Beniwal 6 Feb 2024 · 1 min read पुस्तक पुस्तक ही तो हैं मैं,तुम हम-सब। कोई न कोई पन्ना मेरा तुम्हारा या हम सबका संवेदनाओं में भीगा अस्पष्ट से धुंधलाते आखर कहां पढ़ पाये एक दूसरे को हम पुस्तक... Article · Poem · बुक 1 139 Share Poonam Matia 6 Feb 2024 · 1 min read *सावन में अब की बार कर लो रे मनुहार थोड़ी, कर लो रे मनुहार सावन में अब की बार सइयां दिलवइयो उपहार लहंगा-चोली भरे पड़ें हैं कड़े-पाटले घने धरे हैं चाहूँ थारा प्यार दे दो... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · गीत 2 5 4 1k Share Ashwani Kumar Jaiswal 6 Feb 2024 · 1 min read मैं तुम और हम इकलौता लाडला सभी का दुलारा आंख का तारा न जाने कब तरुणाई से यौवन की दहलीज पे पहुंच गया तुम से टकरा गया शत प्रतिशत बेमेल दिल आ गया भावुकता... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 44 Share Vandna Thakur 6 Feb 2024 · 1 min read एक ऐसा दोस्त ज़िंदगी में एक ऐसा दोस्त ज़रुर होना चाहिए, जिससे आप जब चाहें कॉल कर सकें, मैसेज कर सकें, सलाह-मशवरा ले सकें, सुख-दुःख बाँट सकें, डांट सकें, लड़ सकें, कंधे पर... Poetry Writing Challenge-2 · Motivational Poems · Poem 2 2 107 Share Manju Singh 5 Feb 2024 · 2 min read बचपन -- फिर से ??? ये हर दिन की मेहनत ये टेंशन ये ज़हमत मुझे क्यों बड़ा कर दिया मेरे राम नही है संभलते ये जीवन के काम। प्रभु सुन ले मेरी करुण ये पुकार... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · कविता · बचपन/ पढ़ाई / खेल 1 66 Share SATPAL CHAUHAN 4 Feb 2024 · 1 min read दुख निवारण ब्रह्म सरोवर और हम 1 प्रभात कालीन ब्रह्म सरोवर, अजब छटा निराली थी, ठण्डक मन्दक शीतल पवन, चारो और हरियाली थी। संत सज्जन करे मनन,करे स्नान हो आत्म संतुष्टि, देख दृश्य करे कवि कविताई... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 2 97 Share Vandna Thakur 4 Feb 2024 · 1 min read खुद की एक पहचान बनाओ खुद की एक पहचान बनाओ कब तक जिओगे औरों के सहारे आखिर कब तक तुम नाचोगे औरों के इशारे , सबकुछ हासिल कर अपने बलबूते पर। उठ कर तुम्हें आगे... Poetry Writing Challenge-2 · Inspirational · Motivational Poems · Poem 1 69 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 3 Feb 2024 · 1 min read बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-150 से चुने हुए श्रेष्ठ 11 दोहे *150 बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-150* *दोहा प्रदत्त शब्द-भुन्नाने /भुन्नानें (क्रोधित)🌹 *संयोजक- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'* आयोजक जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़ प्राप्त प्रविष्ठियां :- *1* भन्नानें नइँयाँ कभउँ,जीवन भर दव प्यार।... Bundeli · Bundeli Doha · Poem · दोहा · बुंदेली · राजीव नामदेव राना लिधौरी 1 73 Share Vandna Thakur 3 Feb 2024 · 1 min read चाँद 🌚🌙चाँद🌚🌙 *आधा निकले या पूरा* चाँद होता है चाँदनी बिन अधूरा लगता है खूब खूबसूरत चाहे निकले आधाचाहे निकले पूरा। जैसे चाँद के बिन रात का होना है अधूरा वैसे... Poetry Writing Challenge-2 · Inspirational · Poem 102 Share rekha mohan 2 Feb 2024 · 1 min read विधा:"चन्द्रकान्ता वर्णवृत्त" मापनी:212-212-2 22-112-122 विधा:"चन्द्रकान्ता वर्णवृत्त" मापनी:212-212-2 22-112-122 ♂♀♂♀♂♀♂♀♂♀♂♀♂ साथ हमने बनाया-----जानो तुम भी बनाना। राज़ ज़ावाज़ सोचो --- कैसे मिलके दिखाना।। जागिनी हो तिहारी --- भूलो जब हो निशाना । मौन सोते मिलेगा... Poem 93 Share Manju Singh 2 Feb 2024 · 1 min read आईने में ... आज उम्र के इस पड़ाव पर देखती हूँ जब भी आईना न जाने क्यों एक बूढ़ी स्त्री नज़र आती है कभी मुस्कुराती व कभी धीरज सा बँधाती है। कभी मुख... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · कविता 1 78 Share Neeraj Agarwal 1 Feb 2024 · 1 min read सच सच और सही तो नियम है। हम तुम रब के बनाए चित्र हैं। मानव तो हम सच कहां हैं। बस जिंदगी गुज़र बसर करते हैं। धन शोहरत के साथ हम... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 77 Share Ashwani Kumar Jaiswal 1 Feb 2024 · 1 min read यौवन बाटिका का बसंत विचारों का अंधड़ भूलों का पर्वत ठोकरों का समूह ये है यौवन भोगी और विलासी इसी आयु मे बनते लोलुपी व्यभिचारी पतन खड्ड में गिरते ये है... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 87 Share Vivek saswat Shukla 1 Feb 2024 · 1 min read मजदूर नयनों से अश्रु बहते हैं, दिल में तूफान मचलता है,, हाथ बड़े मजबूत हमारे, लेकिन दिल बहुत पिघलता है। हम महलों के सुल्तान नहीं, झोपड़ी के अपने राजा हैं,, गौर... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · मजदूर · विवेक शाश्वत · हिंदी साहित्य परंपरा · हिंदी है हम 60 Share डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि' 1 Feb 2024 · 1 min read अश्रु से भरी आंँखें अश्रु से भरी आंँखें ख़ामोशी से देखतीं, अश्रु से भरीं आंँखें । न जानें कितनी अनकही बातों को- -बयां करतीं ये आंँखें। ख़ामोशी से सब कुछ सह जातीं, होठों पर... Poem 162 Share Ahtesham Ahmad 31 Jan 2024 · 1 min read 25. Dream A dream is nothing but a hallucination. A reverie and a figment of imagination. Asleep or awake, it opiates the eyes. A bizzare train of thoughts does arise. A host... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 94 Share Ahtesham Ahmad 31 Jan 2024 · 1 min read 24. O Woman ! When Adam was on earth all alone, As Eve you came from his rib bone. When a parent needed a cute doll, As a daughter you cared them all. When... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 70 Share Ahtesham Ahmad 31 Jan 2024 · 1 min read 23. The Longing Eyes The eyes long to see the lost sight But the lids embrace the eyes tight. The tiny drops peep out from within But dare not come out and be seen.... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 91 Share Ahtesham Ahmad 31 Jan 2024 · 1 min read 22. We, a Republic ! Scores of lives went into martyrdom. That is how we earned our freedom. They quit their bed, joys and family. To ensure we live our lives blissfully. A shower of... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 122 Share Previous Page 4 Next