Posts Tag: सम सामयिक 148 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 *प्रणय* 12 Mar 2023 · 1 min read ■ लघुकथा #लघुकथा ■ निगरानी.... 【प्रणय प्रभात】 "अच्छा चलो, एक बात बताओ! तुम यहाँ मेरे साथ मज़े कर रहे हो। यही सब तुम्हारी घरेलू बीवी भी पीछे से कर रही हो तो...?"... Hindi · कटाक्ष · दुनियादारी · निगरानी · लघुकथा · सम सामयिक 1 244 Share *प्रणय* 10 Mar 2023 · 1 min read ■ सीधी बात, नो बकवास... #कड़वा_सच ■ नकलची प्रेरक नहीं... झूठी वाह-वाही और थोथी लोकप्रियता के लिए किसी के फार्मूले, तेवर या स्टाइल की नक़ल कर आप "बंदर मामा" तो कहला सकते हैं, ज्ञानी बाबा... Hindi · कटाक्ष · प्रेरक · प्रेरणा · सम सामयिक · सीधी बात 1 507 Share *प्रणय* 9 Mar 2023 · 1 min read ■ हाल-बेहाल... ■ एक कुंडली..... 【प्रणय प्रभात】 "रोज़-रोज़ संत्रास हैं, रोज़-रोज़ अपमान। शिव के प्रिय-जन कर रहे, बेनागा विष-पान। बेनागा विष-पान बने विष-पायी सारे, सब के सब मदमस्त हुए अभ्यस्त बिचारे। कहे... Hindi · अजब-ग़ज़ब मध्यप्रदेश · कटाक्ष · कुंडली · राजनीति · सम सामयिक 1 300 Share *प्रणय* 8 Mar 2023 · 1 min read 😊#लघु_व्यंग्य 😊#लघु_व्यंग्य ■ फिर क्या हुआ अरबों-खरबों का.....? ★ इस बार ठोक देना एक सवाल 【प्रणय प्रभात】 जब कभी कोई भी छोटा, बड़ा या मंझोला स्वयंभू दानवीर आप से कहे (जो... Hindi · खरी खरी · चुनावी साल · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 166 Share *प्रणय* 6 Mar 2023 · 1 min read ■ विनम्र आग्रह... #आज_की_बात... ■ यह भी एक अपराध है। अगर आपके अबोध बच्चे नवजात पिल्ले को चाव-चाव में उठा कर घर ले आएं, तो उन्हें उनकी मां के पास सकुशल वापस पहुंचाएं।... Hindi · अनुरोध · चिंता और चिंतन · नेक सलाह · सम सामयिक 2 627 Share *प्रणय* 4 Mar 2023 · 1 min read ■ लघुकथा / रेल की खिड़की #लघुकथा ■ रेल की खिड़की 【प्रणय प्रभात】 ट्रेन अपने गंतव्य हज़रत निज़ामुद्दीन के लिए ट्रेक पर दौड़ रही थी। स्लीपर श्रेणी की एक बोगी में आगरा से सवार दो परिवार... Hindi · लघुकथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 263 Share *प्रणय* 3 Mar 2023 · 2 min read #लघुकथा / क़ामयाब पहल #लघुकथा ■ एक बड़ा सा पार्सल 【प्रणय प्रभात】 डोर-बेल बजते ही रीना ने दरवाज़ा खोला। सामने कूरियर एजेंट खड़ा था। हाथ में बड़ा सा एक पार्सल लिए। मायूस सी रहने... Hindi · जीवन · लघुकथा · सम सामयिक · सम्वेदना · सरोकार 1 192 Share *प्रणय* 2 Mar 2023 · 1 min read ■ आज की लघुकथा #लघुकथा ■ पिछली वाली गली 【प्रणय प्रभात】 फरवरी का गुलाबी सा मौसम। शाम के चार बजे के आसपास का समय। कमल रोज़ की तरह घर के दरवाज़े पर डटा था।... Hindi · लघुकथा · विडम्बना · सम सामयिक 1 323 Share *प्रणय* 1 Mar 2023 · 1 min read ■ नई महाभारत.. #सामयिक_रचना ◆सिंहासन सब देख रहा है◆ 【प्रणय प्रभात】 चक्षुहीन धृतराष्ट्र मौन है ना जाने अब भीष्म कौन है? धर्मराज पाँसों में उलझे पांचाली के केश न सुलझे। अर्जुन गहन सोच... Hindi · राजनीति · विडम्बना · व्यंग्य कविता · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 3 443 Share *प्रणय* 1 Mar 2023 · 1 min read ■ आज की राय ■ समायोजन एक कला... नियोजन की तरह समायोजन भी एक कला है, जो जीवन को शांत, सहज व बाधारहित बनाने का माध्यम बनती है। आज इस कला की अहमियत सभी... Hindi · आज का विचार · आज की बात · जीवन · नेक सलाह · सम सामयिक 1 186 Share *प्रणय* 1 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का प्रहार ■ अनाधिकृत चेष्टा.... "कुत्तापन" बेचारे कुत्तों का विशेषाधिकार था। जिस पर अब इंसान अवैध अतिक्रमण करता जा रहा है। बड़ा अन्याय है क़सम से, कुत्तत्व के साथ। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · कटाक्ष · राजनीति · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 307 Share *प्रणय* 28 Feb 2023 · 10 min read ■ लीक से हट कर..... #मार्मिक_आलेख ■ आज "आंखों" देखा भी "झूठ" 【प्रणय प्रभात】 कहा जाता है कि कानों से सुना झूठ हो सकता है, मगर आंखों देखा नहीं। जबकि सौलह आना सच्चाई इस मान्यता... Hindi · आलेख · जीवन · दुनियां · राजनीति · सम सामयिक 1 284 Share *प्रणय* 27 Feb 2023 · 1 min read ■ दास्तानें-हस्तिनापुर #लघुकथा- ■ नई चाल....!! 【प्रणय प्रभात】 धृतराष्ट्र के माथे पर तमाम बल पड़े हुए थे। चेहरा ज़र्द और पसीने से तर था। बेचैनी के आलम में उसने सवाल का गोला... Hindi · राजनीति · लघुकथा · लघुव्यंग्य · सम सामयिक 1 313 Share *प्रणय* 25 Feb 2023 · 2 min read #प्रेरक_प्रसंग- #प्रेरक_प्रसंग- ■ "भय" भी अच्छा है।। 【प्रणय प्रभात】 मानवीय जीवन तमाम सारे भावों का समुच्चय है। इनमें अच्छे व बुरे दोनों तरह के भाव सम्मिलित हैं। इन्हीं में एक है... Hindi · जीवन · प्रेरक कथा · प्रेरक प्रसंग · प्रेरणा · सम सामयिक 1 176 Share *प्रणय* 21 Feb 2023 · 5 min read 😊ख़ुद के हवाले से.... 😊ख़ुद के हवाले से.... ■आंकलन अपना, आह्वान अभिभावकों का (अपनी नस्लों की भलाई के लिए पढ़ें) 【प्रणय प्रभात】 बेशक़, मैं अपने विद्यार्थी जीवन ने एक दोयम दर्जे का छात्र रहा... Hindi · अनुभव · आलेख · नेक सलाह · सम सामयिक 119 Share *प्रणय* 18 Feb 2023 · 1 min read ■ आह्वान करें... #कविता:– ■ शिव समाधिस्थ आह्वान करें…!! 【प्रणय प्रभात】 था हर्ष कभी अब महा-शोक। चंदन-वन है अब नाग-लोक। जितनी शाखें उतने भुजंग। सब दम साधे सब आज दंग। विष-दंतों के तीखे... Hindi · आस्था · कविता · धर्म · शिवागीत · सम सामयिक 1 209 Share *प्रणय* 16 Feb 2023 · 1 min read ■ दूसरा पहलू... ■ दूसरा पहलू... हर साल एक दिन संस्कृति की रक्षा के नाम पर चौधराहट दिखाने वाले महा-पराक्रमी थोड़ा सा ध्यान अपने घर पर भी दे लें। संस्कृति स्वतः सुरक्षित हो... Hindi · कटाक्ष · चिंता और चिंतन · नेक सलाह · लघुव्यंग्य · सम सामयिक 1 268 Share *प्रणय* 14 Feb 2023 · 3 min read ■ जवाब दें ठेकेदार...!! ■ वृद्धाश्रम में मातृ-पितृ पूजा : आस्था या आडम्बर...? ★ धर्म-संस्कृति पर मख़ौल का एक प्रहार 【प्रणय प्रभात】 पाखण्ड के तमाम रूप हैं। यह बेनागा किसी न किसी रूप में... Hindi · आडम्बर · आलेख · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक 1 400 Share *प्रणय* 14 Feb 2023 · 1 min read ■ जय लूट-तंत्र... ■ चुनावी चंदे की वसूली... मध्यम व निम्न-मध्यम वर्ग वाले आम नागरिकों के लिए यह साल खुली लूट की छूट के नाम है। पूरे साल चुनावी चंदे की भरपाई के... Hindi · चुनावी साल · राजनीति · लूट की छूट · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 198 Share *प्रणय* 14 Feb 2023 · 1 min read ■ ठीक नहीं आसार ■ अनिष्ट के आसार.... मुश्किल से ख़त्म हुए हिंसा व उन्माद का पुनर्जन्म पांच नदियों वाले प्रदेश में फिर हो गया है। सत्ता सियासी चौसर में व्यस्त है। विपक्ष अपनी-अपनी... Hindi · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 251 Share *प्रणय* 14 Feb 2023 · 1 min read ■ चिंतनीय स्थिति... ■ असलियत दयनीयता की... राजनेता कितनी ही डींगमारी कर लें। आम आदमी ख़ुद सुधरने को राज़ी नहीं। खोपड़ी पर लोभ इतना हावी हो चुका है कि वह एक ग्राहक से... Hindi · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 154 Share *प्रणय* 12 Feb 2023 · 1 min read ■ निष्कर्ष..... #चिंतन- ■ सच या तो ये, या फिर ये... जायज़ का डरना सिर्फ़ दो सच उजागर करता है। पहला यह कि जायज़ असलियत में जायज़ नहीं, सिर्फ़ दिखावे का है।... Hindi · आज का विचार · चिंतन · जायज़ नाजायज · सम सामयिक 1 190 Share *प्रणय* 12 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की भविष्यवाणी... #आज_की_भविष्यवाणी... ■ लिख कर रख लो...!! "रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध-बंदी के बाद मंहगाई ऐसे गिरेगी, जैसे नोट-बंदी के बाद सारा काला धन सफ़ेद हो कर हमारे बैंक खातों में आ... Hindi · कटाक्ष · राजनीति · सम सामयिक · हास परिहास · हिंदुस्तान 1 212 Share *प्रणय* 11 Feb 2023 · 1 min read ■ नहले पे दहला... #लघु_व्यंग्य- ■ अगला 'सर" तो बंदा "पैर" ★ छोटा आकार, बड़ा प्रहार 【प्रणय प्रभात】 श्रीमती जी के मोबाइल की रिंग बजी। वो उस समय संध्या-वंदन में थीं। मजबूरन कॉल मुझे... Hindi · जीवन दर्शन · लघुकथा · लघुव्यंग्य · सम सामयिक 1 285 Share *प्रणय* 11 Feb 2023 · 1 min read ■ चिंताजनक ■ सबसे बड़ी भूख... आज की दुनिया में रोटी और सत्ता (बर्चस्व) स बड़ी एक भूख और भी है। जो लगातार कहर ढा रही है और बढ़ती ही जा रही... Hindi · आज की बात · चिंता और चिंतन · दुनियां · सम सामयिक 1 401 Share *प्रणय* 10 Feb 2023 · 1 min read ■ अचूक नुस्खा... #हंड्रेड_परसेंट_गारंटी ■ बेरोज़गारी का अंत "तुरंत" 【प्रणय प्रभात】 देश की सबसे बड़ी समस्या "बेरोज़गारी" का अंत तुरंत हो सकता है। वो भी एक झटके में हंड्रेड परसेंट। अचूक नुस्खा मैं... Hindi · खरी-खोटी · राजनीति · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 159 Share *प्रणय* 9 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की सीख... #आज_की_सौगात ■ सियासत_का_सबक़... 【प्रणय प्रभात】 सियासी लोग शर्मदार हों या बेशर्म। अक़्लमंद हों या फिर अक़्ल"बंद।" देश की जनता को अपने बोल-वचन और कर्मों से कोई न कोई सबक़ आए... Hindi · कटाक्ष · राजनीति · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 504 Share *प्रणय* 6 Feb 2023 · 6 min read ■ प्रसंगवश 【मनचाहे भावार्थ】 #प्रसंगवश... ■ कठिन नहीं मनचाहे भावार्थ निकालना ★ सहज संभव है शब्दों से खिलवाड़ ★ तभी तो किया जा रहा है अर्थ का अनर्थ 【प्रणय प्रभात】 आज किसी भी बात... Hindi · आलेख · चिंता और चिंतन · धर्म · राजनीति · सम सामयिक 1 280 Share *प्रणय* 6 Feb 2023 · 1 min read ■ एक नज़र हालात पर ■ विडम्बना.... जिन्हें विचारशील माना जाता रहा है, वो सब अब सियासी मर्तबान में शर्म-हया और नैतिकल का अचार डालने में जुटे हैं। देश की किसी को फ़िक़्र नहीं। विडम्बना... Hindi · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 403 Share *प्रणय* 5 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की बात / हालात के साथ ■ बेबस दिल की भड़ास... 【प्रणय प्रभात】 "भंवरे जाएं भाड़ में, बने घूमते बॉस। तेल लगाएं तितलियां, माली का क्या लॉस?" आज का यह दोहा संस्कृति और मौजूदा स्वरूप के... Hindi · चिंता और चिंतन · भड़ास · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 264 Share *प्रणय* 5 Feb 2023 · 3 min read ■ व्यंग्य / आया वेलेंटाइन डे ■ गुलाब से जुलाव तक : पागलपन का पखवाड़ा ★ चोरी-चोरी चुपके-चुपके हुई तैयारियां ★ बेताब : इधर "बाज़ीगत" उधर "सिमरनें" 【प्रणय प्रभात】 तरुण प्रौढ़ों और अधेड़ युवाओं सहित नौसिखियों... Hindi · अपसंस्कृति · वेलेंटाइन डे · व्यंग्य · सम सामयिक 1 2 267 Share *प्रणय* 4 Feb 2023 · 1 min read ■ प्रसंगवश...एक प्रसंग #प्रसंगवश... ■ एक और प्रसंग 【प्रणय प्रभात】 आपको रामायण के "अरण्य-कांड" का "जयंत प्रसंग" तो याद होगा। श्री राम प्रभु को भगवती सीता का श्रृंगार करते देख जयंत को भ्रम... Hindi · धर्म · नए प्रसंग · राजनीति · सम सामयिक 1 251 Share *प्रणय* 4 Feb 2023 · 1 min read ■ तेवरी ? #ग़ज़ल #तेवरी / देसी ग़ज़ल ■ बौने कितने बड़े हो गए।। 【प्रणय प्रभात】 ★ सर पे चढ़ के खड़े हो गए। बौने कितने बड़े हो गए।। ★ पानी रुका न आँसू... Hindi · Gazal ग़ज़ल · देसी ग़ज़ल · सम सामयिक 1 215 Share *प्रणय* 4 Feb 2023 · 1 min read ■ हिप-हिप हुर्रे... #लघु4व्यंग्य ■ हिप-हिप हुर्रे... ★ हो जाओ तैयार जवानों!! अपसंस्कृति के अंतरराष्ट्रीय महापर्व "वेलेंटाइन डे" के लिए काउंट-डाउन शुरू हो गया है। दूध के दांत वालों से लेकर नक़ली बत्तीसी... Hindi · लघुव्यंग्य · वेलेंटाइन डे · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 222 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ सीधी-सपाट... ■ अक़्ल के अंधे, वक़्त चिकित्सक बौद्धिक और वैचारिक अंधता का कोई उपचार किसी के पास नहीं। ठीक वैसे ही, जैसे वहम का उपचार हक़ीम लुक़मान के पास नहीं था।... Hindi · कटाक्ष · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 337 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का ज्ञान... ■ एक अद्भुत प्रजाति... औरों के काम, नाम, दाम सबसे जलने-भुनने वालों की आबादी तेज़ी से बढ़ रही है। ख़ुद से कुछ होता नहीं और दूसरों का किया सुहाता नहीं।... Hindi · अनुभव · कटाक्ष · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 403 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का कटाक्ष ■ कौन कहता है...? कौन कहता है कि मुल्क़ में लोगों के पास वक़्त नहीं है? भरपूर वक़्त है साहब, सबके पास। ख़ास कर उनके पास, जिनके साथ ख़ुद वक़्त... Hindi · कटाक्ष · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 355 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ कटाक्ष.... ■ आज की बात.... "का वर्षा जब कृषी सुखाने" वाली बात लगता है सरकार को आज़ादी के 75 साल बाद भी समझ नहीं आई है। आज का बेड़ा ग़र्क़ कर... Hindi · कटाक्ष · छलावा · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 600 Share *प्रणय* 2 Feb 2023 · 4 min read ■ व्यंग्य / मूर्धन्य बनाम मूढ़धन्य...? ■ शर्म जिनको कभी नहीं आती! ★ पता न ज़ेर का न जबर का 【प्रणय प्रभात】 आपने अक़्सर ऐसे तमाम नाम पढ़े होंगे, जिनके नीचे बड़े-बड़े विशेषण लिखे होते हैं।... Hindi · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदी साहित्य परंपरा 1 423 Share *प्रणय* 2 Feb 2023 · 4 min read ■ आलेख / सामयिक चिंतन #बड़ा_सवाल ■ सियासत का "सॉफ्ट टार्गेट" सनातन ही क्यों.....? ★ बेशर्म खेल के पीछे की वजह बस "ध्रुवीकरण" ★ सियासत, मीडिया व बाहरी शक्तियों का त्रिकोण 【प्रणय प्रभात】 किसी की... Hindi · आलेख · चिंता और चिंतन · धर्म · राजनीति · सम सामयिक 1 219 Share *प्रणय* 1 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का दोहा #दोहा ■ आंकड़ों का जाल समझ मे अभी नहीं आगे आएगा आंकड़ों का खेल। फिलहाल करते रहो चोंच-चकल्लस मनमर्जी से। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · दोहा · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 321 Share *प्रणय* 1 Feb 2023 · 1 min read ■ काव्यमय उलाहना.... #मृतपूजकों_को_समर्पित ■ ये कहता. अगर बोल पाता तो....! 【प्रणय प्रभात】 "बंद करो यह रोना-गाना, घड़ियाली आँसू टपकाना। बेमतलब का शोर मचाना, जबरन का माहौल बनाना। बंद करो फौरन लफ़्फ़ाज़ी, बंद... Hindi · कविता · व्यंग्य कविता · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 217 Share *प्रणय* 1 Feb 2023 · 5 min read ■ खोज-बीन / तंत्र-जगत (परत दर परत एक खुलासा) ■ सारा खेल "कर्ण-पिशाचिनी" का ★ चमत्कार या पाखण्ड नहीं ★ एक प्राचीन साधना है यह ★ जो बताती है कान में राज़ 【प्रणय प्रभात】 किसी इंसान की पहचान सहित... Hindi · आलेख · खुलासा · परत दर परत · रहस्य · सम सामयिक 1 297 Share *प्रणय* 31 Jan 2023 · 4 min read ■ चुनावी साल के अहम सवाल। पूछे तरुणाई!! #सिस्टम_वीक : #पर्चे_लीक ■ षड्यंत्र का मक़सद "टाइम-पास" या फिर "वसूली"...? ★ समूचा तंत्र मौन : जवाब देगा कौन...? ★ अब सवाल उठाए युवा शक्ति 【प्रणय प्रभात】 मध्यप्रदेश के व्यापम... Hindi · चुनावी साल · राजनीति · सम सामयिक · सवाल · हिन्दुस्तान 2 181 Share *प्रणय* 30 Jan 2023 · 1 min read ■ समय की पुकार... #साल_चुनावी_है...! ■ अब की बार : आर या पार... 【प्रणय प्रभात】 "सत्ता भीड़ की चेरी है और सियासत की सौगात चुनावी आंधी की कैरी (आम का बचपन) है।" फिर 5... Hindi · नेक सलाह · राजनीति · लघुव्यंग्य · सम सामयिक 1 230 Share *प्रणय* 30 Jan 2023 · 1 min read ■ मुक्तक / सियासी भाड़ #कटाक्ष... ■ सियासत का भाड़... 【प्रणय प्रभात】 "अपना ऐब छुपा हर पट्ठा बता रहा हर दिन दूजे का। खरबूजे ने बदल दिया है रंग दूसरे खरबूजे का।। आधे चने भुन... Hindi · कटाक्ष · मुक्तक · राजनीति · सम सामयिक 1 226 Share *प्रणय* 28 Jan 2023 · 1 min read ■ आज का चिंतन... ■ निरर्थक प्रयास व्यर्थ... 【प्रणय प्रभात】 चक्षुहीन को दर्पण, बधिर को ज्ञान, मूक को पकवान और मूढ़ को रत्न देना मूर्खता है। इसी प्रकार प्रतिक्रिया-शून्य व संवेदनाहीनों के समक्ष क्रिया... Hindi · कटाक्ष · चिंतन · विचार · सम सामयिक 1 186 Share *प्रणय* 28 Jan 2023 · 4 min read ■ धर्म चिंतन...【समरसता】 #आभास_की_आकृति ■ निराकार का प्रतिबिम्ब है साकार...! 【प्रणय प्रभात】 धर्म धारणा गढ़ने या मढ़ने का नहीं धारण करने का विषय है। वो भी सम्पूर्ण आस्था, मनोयोग व एकाग्रता जैसे भावों... Hindi · आलेख · चिंता और चिंतन · धर्म · सम सामयिक · समरसता 1 381 Share Previous Page 3