Posts Tag: सम सामयिक 134 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *Author प्रणय प्रभात* 6 Mar 2023 · 1 min read ■ विनम्र आग्रह... #आज_की_बात... ■ यह भी एक अपराध है। अगर आपके अबोध बच्चे नवजात पिल्ले को चाव-चाव में उठा कर घर ले आएं, तो उन्हें उनकी मां के पास सकुशल वापस पहुंचाएं।... Hindi · अनुरोध · चिंता और चिंतन · नेक सलाह · सम सामयिक 2 520 Share *Author प्रणय प्रभात* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ कटाक्ष.... ■ आज की बात.... "का वर्षा जब कृषी सुखाने" वाली बात लगता है सरकार को आज़ादी के 75 साल बाद भी समझ नहीं आई है। आज का बेड़ा ग़र्क़ कर... Hindi · कटाक्ष · छलावा · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 479 Share *Author प्रणय प्रभात* 27 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का दोहा... ■ मन्तव्य अब बारह महीने गूंजने वाला राग बन चुका है राग-दरबारी। जो चुनावी काल मे और उबाल पर आ जाता है। वैसे भी वैशाख का महीना पास है। ऐसे... Hindi · कटाक्ष · दोहा · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 460 Share *Author प्रणय प्रभात* 4 May 2023 · 3 min read #व्यंग्य_काव्य #व्यंग्य_काव्य ■ जूतों का आत्म-कथ्य... 【प्रणय प्रभात】 हम भदरंगे हम कटे-फटे टूटे से हम अपनी किस्मत पर रूठे-रूठे से। हम वो जिनके हैं दाग़ बदन पर भारी, हम वो जिनकी... Hindi · व्यंग्य कविता · सम सामयिक · साहित्य · हिंदुस्तान 1 439 Share *Author प्रणय प्रभात* 23 May 2023 · 1 min read #दोहा #दोहा ■ मौजूदा हालात... बागड़ खेत को चरने लगे। रक्षक ख़ुद भक्षक बन जाए। भंडारी लुटेरा निकल पड़े। तो समझ जाइएगा कि हो गया उद्धार। बाक़ी बात दोहा बताएगा।। ◆प्रणय... Hindi · दोहा · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 462 Share *Author प्रणय प्रभात* 15 Mar 2023 · 1 min read ■ आज की सोच... ■ ऐसी सब्ज़ी...कैसी सब्ज़ी...? ऐसी सब्ज़ी के बारे में सोच कर देखिए, जिसमें पानी हो, तेल हो, मसाले भी हों। बस सब्ज़ी के नाम पर घास का तिनका तक न... Hindi · आज की सोच · कटाक्ष · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 450 Share *Author प्रणय प्रभात* 28 Apr 2023 · 2 min read #लघुकथा / आख़िरकार... #लघुकथा ■ सूखे खेत छा गए बदरा... 【प्रणय प्रभात】 मिस्टर एबी का बेटा 32 साल का हो चुका था। उसके लिए तलाश थी एक सर्वगुण-सम्पन्न सुंदरी की। तलाश बीते छह... Hindi · नैतिक हायकू सामाजिक · लघुकथा · लघुव्यंग्य · सम सामयिक 1 422 Share *Author प्रणय प्रभात* 9 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की सीख... #आज_की_सौगात ■ सियासत_का_सबक़... 【प्रणय प्रभात】 सियासी लोग शर्मदार हों या बेशर्म। अक़्लमंद हों या फिर अक़्ल"बंद।" देश की जनता को अपने बोल-वचन और कर्मों से कोई न कोई सबक़ आए... Hindi · कटाक्ष · राजनीति · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 422 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Apr 2023 · 1 min read ■ कविता- #कविता- ■ पैग़ाम : कायर राजनीति के नाम 【प्रणय प्रभात】 "कायरता का रंग मिला दो चन्दन जैसी माटी में। शोलों को दावानल कर दो हर जंगल हर घाटी में।। उग्रवाद... Hindi · आक्रोश · कविता · राजनीति · सम सामयिक 1 428 Share *Author प्रणय प्रभात* 1 Mar 2023 · 1 min read ■ नई महाभारत.. #सामयिक_रचना ◆सिंहासन सब देख रहा है◆ 【प्रणय प्रभात】 चक्षुहीन धृतराष्ट्र मौन है ना जाने अब भीष्म कौन है? धर्मराज पाँसों में उलझे पांचाली के केश न सुलझे। अर्जुन गहन सोच... Hindi · राजनीति · विडम्बना · व्यंग्य कविता · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 3 376 Share *Author प्रणय प्रभात* 10 Mar 2023 · 1 min read ■ सीधी बात, नो बकवास... #कड़वा_सच ■ नकलची प्रेरक नहीं... झूठी वाह-वाही और थोथी लोकप्रियता के लिए किसी के फार्मूले, तेवर या स्टाइल की नक़ल कर आप "बंदर मामा" तो कहला सकते हैं, ज्ञानी बाबा... Hindi · कटाक्ष · प्रेरक · प्रेरणा · सम सामयिक · सीधी बात 1 405 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ कहानी घर घर की.... ■ सीधी-सपाट... निस्संदेह "मंथरा" अविवाहित थी। इसके बाद भी वो अपने पीछे एक पूरा वंश छोड़ कर गई है। जो उसी के पद्चिह्नों पर चल रहा है त्रेता युग से... Hindi · कटाक्ष · खरी खरी · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · सीधी बात 1 374 Share *Author प्रणय प्रभात* 13 Apr 2023 · 1 min read ■ विश्व-स्तरीय कुंडली #कुंडली ■ आशिक़ों-माशूक़ माशूक़ा यूक्रेन सी ठेंगा रही दिखाय। आशिक़ रशिया सा तना गोले रहा गिराय। गोले रहा गिराय देखती दुनिया सारी। यूएसए से बाप ने ना हिम्मत है हारी।... Hindi · कुंडली · दुनियां · सम सामयिक 1 336 Share *Author प्रणय प्रभात* 2 Feb 2023 · 4 min read ■ व्यंग्य / मूर्धन्य बनाम मूढ़धन्य...? ■ शर्म जिनको कभी नहीं आती! ★ पता न ज़ेर का न जबर का 【प्रणय प्रभात】 आपने अक़्सर ऐसे तमाम नाम पढ़े होंगे, जिनके नीचे बड़े-बड़े विशेषण लिखे होते हैं।... Hindi · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदी साहित्य परंपरा 1 352 Share *Author प्रणय प्रभात* 10 Apr 2023 · 1 min read #हिंदी_ग़ज़ल #हिंदी_ग़ज़ल ■ इक मंथरा चाहिए..... 【प्रणय प्रभात】 साथ देवी नहीं अप्सरा चाहिए। पाप का घट हमेशा भरा चाहिए।। राज रानी बने ना कोई जानकी। हर मोहल्ले को इक मंथरा चाहिए।।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · सम सामयिक · हिंदी ग़ज़ल · हिंदुस्तान 1 363 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ मौजूदा दौर... ■ यक़ीन मानिए... आज के दौर में बस दो तरह के लोग ही हँस सकते हैं। या तो पागल और दीवाने, या फिर वो जिन्हें ऊपर वाले ने अलग मिट्टी... Hindi · राजनीति · शेर · सम सामयिक · हालात · हिंदुस्तान 1 365 Share *Author प्रणय प्रभात* 3 May 2023 · 3 min read ■ संदेश देतीं बांस की टोकरियाँ ■ संदेश देतीं बांस की टोकरियाँ ★ मांगलिक दौर में जारी है पारम्परिक खरीद ★ "वोकल फ़ॉर लोकल" प्राचीन अवधारणा 【प्रणय प्रभात】 परम्पराओं और संस्कृतियों पर आधुनिकता व अप-संस्कृति की... Hindi · आलेख · धर्म संस्कृति · परंपराएं व मान्यताएँ · सम सामयिक 1 2 364 Share *Author प्रणय प्रभात* 14 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ आज के लोग सिर्फ़ मौसम ही नहीं, कैलेंडर की तरह हैं। फ़र्क़ बस इतना है कि कुछ तारीखों की तरह रोज़ बदलते हैं। कुछ महीनों की तरह महीने में... Hindi · एहसास · कटाक्ष · दुनियां · शेर · सम सामयिक 1 336 Share *Author प्रणय प्रभात* 13 Apr 2023 · 2 min read ■ दरकार एक नई आचार संहिता की... ■ दरकार एक नई आचार संहिता की... 【प्रणय प्रभात】 मौजूदा दौर में देश की सरकार को शांतिकाल से अलग युद्ध व आपदा काल के हिसाब से आचार संहिता बनानी चाहिए।... Hindi · आलेख · देश · सम सामयिक · समयोचित सलाह · हिंदुस्तान 1 303 Share *Author प्रणय प्रभात* 3 Apr 2023 · 1 min read #कटाक्ष #कटाक्ष ■ कृपया ध्यान दें... "पाप का घड़ा" अब मिट्टी का नहीं, स्टेनलेस स्टील का हो गया है। फूटेगा नहीं, फोड़ना पड़ेगा दम लगा कर।। ■प्रणय प्रभात■ Hindi · कटाक्ष · खरी खरी · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 327 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Mar 2023 · 1 min read #लघुकथा / #सम्मान #लघुकथा ■ ऑनलाइन सम्मान 【प्रणय प्रभात】 स्वयम्भू कविराज मांगीलाल कुबेर के व्हाट्सअप पर एक संदेश आया। संदेश दिल्ली की किसी विशुद्ध व्यावसायिक जेबी और फ़र्ज़ी साहित्यिक संस्था का था। संदेश... Hindi · खरी खरी · लघुकथा · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 380 Share *Author प्रणय प्रभात* 14 Feb 2023 · 3 min read ■ जवाब दें ठेकेदार...!! ■ वृद्धाश्रम में मातृ-पितृ पूजा : आस्था या आडम्बर...? ★ धर्म-संस्कृति पर मख़ौल का एक प्रहार 【प्रणय प्रभात】 पाखण्ड के तमाम रूप हैं। यह बेनागा किसी न किसी रूप में... Hindi · आडम्बर · आलेख · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक 1 342 Share *Author प्रणय प्रभात* 11 Feb 2023 · 1 min read ■ चिंताजनक ■ सबसे बड़ी भूख... आज की दुनिया में रोटी और सत्ता (बर्चस्व) स बड़ी एक भूख और भी है। जो लगातार कहर ढा रही है और बढ़ती ही जा रही... Hindi · आज की बात · चिंता और चिंतन · दुनियां · सम सामयिक 1 316 Share *Author प्रणय प्रभात* 16 Mar 2023 · 3 min read ■ जीवन दर्शन... #प्रेरक_प्रसंग ■ समझो! अभी भी समय है......! 【प्रणय प्रभात】 एक बार जीवन मे ठहराव आए तो हम उपासना करें। बाधाएं समाप्त हों तो धर्म-कर्म में सक्रिय हों। तमाम कामों से... Hindi · जीवन दर्शन · धर्म संस्कृति · प्रेरक कथा · प्रेरणा · सम सामयिक 293 Share *Author प्रणय प्रभात* 3 Apr 2023 · 1 min read ■ लघुकथा #लघुकथा ■ बस दो शब्द.....!! 【प्रणय प्रभात】 बिना किसी मीटर और मापदंड के अनाप-शनाप लिखने और जुगाड़ से छपवाने वाले एक स्वयम्भू साहित्यकार ने एक तस्वीर फेसबुक पर पोस्ट करते... Hindi · लघुकथा · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 2 272 Share *Author प्रणय प्रभात* 14 May 2023 · 4 min read ■ सामयिक संदर्भों में... #प्रसंगवश ★एक और अश्वमेघ... ■ सतयुग की कहानी : कलियुग की कहानी 【प्रणय प्रभात】 इतिहास ख़ुद को दोहराए, न दोहराए, प्रेरक और समालोचक ज़रूर होता है। जो अतीत के आईने... Hindi · आलेख · धर्म संस्कृति · प्रसंगवश · राजनीति · सम सामयिक 1 330 Share *Author प्रणय प्रभात* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का ज्ञान... ■ एक अद्भुत प्रजाति... औरों के काम, नाम, दाम सबसे जलने-भुनने वालों की आबादी तेज़ी से बढ़ रही है। ख़ुद से कुछ होता नहीं और दूसरों का किया सुहाता नहीं।... Hindi · अनुभव · कटाक्ष · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 323 Share *Author प्रणय प्रभात* 8 May 2023 · 1 min read #लघुकथा / #न्यूज़ #लघुकथा ■ मार डाला... 【प्रणय प्रभात】 देश-दुनिया का हाल जानना उसकी आदत में था। लॉकडाउन के दौरान उसका इकलौता साथी था टीव्ही। काम था दिन भर खबरिया चैनल देखना। कोविड... Hindi · मीडिया · लघुकथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 263 Share *Author प्रणय प्रभात* 1 Apr 2023 · 1 min read ■ लघुकथा / सौदेबाज़ी #लघुकथा ■ सोचिए ! फ़र्क़ क्या...? 【प्रणय प्रभात】 "इसे साल भर मेहनत से पाल-पोस के मेमने से बकरा बनाया है जनाब! माल खिलाया है माल। ऐसे ही नहीं चढ़ी है... Hindi · कटाक्ष · दुनियां दारी · लघु कथा · लघुव्यंग्य · सम सामयिक 1 280 Share *Author प्रणय प्रभात* 28 Jan 2023 · 4 min read ■ धर्म चिंतन...【समरसता】 #आभास_की_आकृति ■ निराकार का प्रतिबिम्ब है साकार...! 【प्रणय प्रभात】 धर्म धारणा गढ़ने या मढ़ने का नहीं धारण करने का विषय है। वो भी सम्पूर्ण आस्था, मनोयोग व एकाग्रता जैसे भावों... Hindi · आलेख · चिंता और चिंतन · धर्म · सम सामयिक · समरसता 1 306 Share *Author प्रणय प्रभात* 18 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का लॉजिक ■ आज का लॉजिक अंधे कुए में पड़े-पड़े बाहरी दुनिया के लिए क़ायदे-क़ानून बनाने वालों के ख़िलाफ़। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · कटाक्ष · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 261 Share *Author प्रणय प्रभात* 2 Apr 2023 · 4 min read ■ प्रसंगवश :- #प्रसंगवश :- ■ प्रत्यूषा से आकांक्षा तक 【प्रणय प्रभात】 महज 24 और 25 वर्ष की कमसिन उम्र....सही समय पर मिले अवसर के बलबूते अर्जित लोकप्रियता....प्रतिभा और सौंदर्य के संगम के... Hindi · आलेख · चिंता और चिंतन · जीवन दर्शन · प्रसंगवश · सम सामयिक 1 241 Share *Author प्रणय प्रभात* 14 Mar 2023 · 1 min read ■ सियासी नाटक ■ चुनावी साल... झूठी हमदर्दी का धमाल। सियासी चाल और सियासी बगुला भगतों का कमाल। बस उसी की है यह एक मिसाल। जो इन दिनों रोज़ सामने आ रही है।... Hindi · कटाक्ष · चुनावी साल · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 277 Share *Author प्रणय प्रभात* 4 Mar 2023 · 1 min read ■ लघुकथा / रेल की खिड़की #लघुकथा ■ रेल की खिड़की 【प्रणय प्रभात】 ट्रेन अपने गंतव्य हज़रत निज़ामुद्दीन के लिए ट्रेक पर दौड़ रही थी। स्लीपर श्रेणी की एक बोगी में आगरा से सवार दो परिवार... Hindi · लघुकथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 214 Share *Author प्रणय प्रभात* 1 Feb 2023 · 5 min read ■ खोज-बीन / तंत्र-जगत (परत दर परत एक खुलासा) ■ सारा खेल "कर्ण-पिशाचिनी" का ★ चमत्कार या पाखण्ड नहीं ★ एक प्राचीन साधना है यह ★ जो बताती है कान में राज़ 【प्रणय प्रभात】 किसी इंसान की पहचान सहित... Hindi · आलेख · खुलासा · परत दर परत · रहस्य · सम सामयिक 1 226 Share *Author प्रणय प्रभात* 1 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का दोहा #दोहा ■ आंकड़ों का जाल समझ मे अभी नहीं आगे आएगा आंकड़ों का खेल। फिलहाल करते रहो चोंच-चकल्लस मनमर्जी से। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · दोहा · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 257 Share *Author प्रणय प्रभात* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ सीधी-सपाट... ■ अक़्ल के अंधे, वक़्त चिकित्सक बौद्धिक और वैचारिक अंधता का कोई उपचार किसी के पास नहीं। ठीक वैसे ही, जैसे वहम का उपचार हक़ीम लुक़मान के पास नहीं था।... Hindi · कटाक्ष · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 221 Share *Author प्रणय प्रभात* 27 Feb 2023 · 1 min read ■ दास्तानें-हस्तिनापुर #लघुकथा- ■ नई चाल....!! 【प्रणय प्रभात】 धृतराष्ट्र के माथे पर तमाम बल पड़े हुए थे। चेहरा ज़र्द और पसीने से तर था। बेचैनी के आलम में उसने सवाल का गोला... Hindi · राजनीति · लघुकथा · लघुव्यंग्य · सम सामयिक 1 247 Share *Author प्रणय प्रभात* 8 Jun 2023 · 1 min read ■ सियासी ग़ज़ल #सियासी_ग़ज़ल ■ सत्ता का शिव धनुष 【प्रणय प्रभात】 ★ सत्ता का शिव-धनुष उठाएगा वो ही। सब मिल रोते रहना छाएगा वो ही।। ★ तुम बिल्ली से रोटी ले लड़ते रहना।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 404 Share *Author प्रणय प्रभात* 9 Mar 2023 · 1 min read ■ हाल-बेहाल... ■ एक कुंडली..... 【प्रणय प्रभात】 "रोज़-रोज़ संत्रास हैं, रोज़-रोज़ अपमान। शिव के प्रिय-जन कर रहे, बेनागा विष-पान। बेनागा विष-पान बने विष-पायी सारे, सब के सब मदमस्त हुए अभ्यस्त बिचारे। कहे... Hindi · अजब-ग़ज़ब मध्यप्रदेश · कटाक्ष · कुंडली · राजनीति · सम सामयिक 1 238 Share *Author प्रणय प्रभात* 27 Apr 2023 · 2 min read #सामयिक_सलाह #सामयिक_सलाह ■ अब आप भी बनाएं एक आशियाना ★ ग्रीष्मावकाश को बनाएं सार्थक 【प्रणय प्रभात】 हम जैसे तमाम लोग किसी बेघर को घर मिलने के समाचार पर सुख व संतोष... Hindi · ग्रीष्मावकाश · सकारात्मकता · सम सामयिक · सरोकार 1 241 Share *Author प्रणय प्रभात* 1 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का प्रहार ■ अनाधिकृत चेष्टा.... "कुत्तापन" बेचारे कुत्तों का विशेषाधिकार था। जिस पर अब इंसान अवैध अतिक्रमण करता जा रहा है। बड़ा अन्याय है क़सम से, कुत्तत्व के साथ। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · कटाक्ष · राजनीति · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 240 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ आज की बातH ■ इस दौर में.... हल्के लोगों के बस की बात नहीं, वज़नदार बात कर पाना। हां, हल्की बात करने की योग्यता ज़रूर हासिल हो गई है वज़नदार लोगों को। ■प्रणय... Hindi · आज का विचार · आज की बात · सम सामयिक 1 269 Share *Author प्रणय प्रभात* 19 Jun 2023 · 1 min read #ऐसे_समझिए... #ऐसे_समझिए... ■ बदली दुनिया का दृष्टिकोण कुछ साल पहले तक किसी परीक्षा में 60 प्रतिशत अंक पा कर प्रथम श्रेणी अर्जित करना गर्व की बात होता था। आज 99 फ़ीसदी... Hindi · चिंतन · सम सामयिक 1 404 Share *Author प्रणय प्रभात* 27 Mar 2023 · 1 min read ■ समझ का अकाल ■ फ़र्क़ तो समझो... जो अंतर अंग्रेज़ी वर्णमाला के "जे" और "ज़ेड" में है, वही उर्दू के "ज" और "ज़" में है। यह बात उन सभी को समझनी चाहिए, जो... Hindi · कटाक्ष · भाषा ज्ञान · लघुव्यंग्य · सम सामयिक 1 242 Share *Author प्रणय प्रभात* 28 Feb 2023 · 10 min read ■ लीक से हट कर..... #मार्मिक_आलेख ■ आज "आंखों" देखा भी "झूठ" 【प्रणय प्रभात】 कहा जाता है कि कानों से सुना झूठ हो सकता है, मगर आंखों देखा नहीं। जबकि सौलह आना सच्चाई इस मान्यता... Hindi · आलेख · जीवन · दुनियां · राजनीति · सम सामयिक 1 205 Share *Author प्रणय प्रभात* 21 Apr 2023 · 1 min read ■ पूछती है दुनिया ..!! #मुक्तक- ■ कैसे मिली मोहलत...? ★ माफ़िया, मनी और मोबाइल।। 【प्रणय प्रभात】 ना तेल था ना गैस थी, आटा न तवा था। अपराध के परांठे भला कैसे सिक गए? सिस्टम... Hindi · आज का सवाल · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 206 Share *Author प्रणय प्रभात* 25 Apr 2023 · 4 min read #प्रासंगिक #प्रासंगिक- ■ पाँव नहीं तो गति नहीं, बचे नहीं आधार 【प्रणय प्रभात】 ईश्वर की बनाई सृष्टि में सब ईश्वर के अंश हैं। सब एक-दूसरे पर निर्भर, एक-दूजे के पूरक। सभी... Hindi · चुनावी साल · जंगलराज · प्रेरक कथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 488 Share *Author प्रणय प्रभात* 1 May 2023 · 3 min read अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस आज...... ■ अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस आज... ★ दिवस विशेष पर सहालगी व चुनावी माहौल हावी ★ श्रमिकों को बनी रहेगी दो जून की रोटी की तलाश 【प्रणय प्रभात】 "मैं मज़दूर मुझे... Hindi · आलेख · विडंबना · श्रमिक दिवस विशेष · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 299 Share *Author प्रणय प्रभात* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का कटाक्ष ■ कौन कहता है...? कौन कहता है कि मुल्क़ में लोगों के पास वक़्त नहीं है? भरपूर वक़्त है साहब, सबके पास। ख़ास कर उनके पास, जिनके साथ ख़ुद वक़्त... Hindi · कटाक्ष · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 290 Share Page 1 Next