Posts Tag: संस्मरण 554 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next Ravi Prakash 13 Jul 2023 · 15 min read *13 जुलाई 1983 : संपादक की पुत्री से लेखक का विवाह* *13 जुलाई 1983 : संपादक की पुत्री से लेखक का विवाह* ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ *लेखक : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा* *रामपुर (उत्तर प्रदेश)* *मोबाइल 9997615451 _________________________________ तेरह जुलाई सन् तिरासी (कुंडलिया) """""""""""""""""""""""""""""""""""""""""... Hindi · पुस्तक समीक्षा · रामपुर के रत्न भाग 2 · संस्मरण · सहकारी युग 155 Share Lalit Singh thakur 10 Jul 2023 · 4 min read मेल चलने के लिए पैर भी काफ़ी रहते है लेकिन मेरी एक गाड़ी उसी तरह पेट्रोल पी रही थी,जिस तरह सरकारें आम इंसान के मेहनत की कमाई को चूस लेती है... Hindi · संस्मरण 427 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 8 Jul 2023 · 1 min read चोला रंग बसंती चोला रंग बसंती पहन जो इंकलाब को गाता था जिसके कतरे कतरे में आजादी का सपना आता था मां भारती की बेड़ियां देख लहू जिसका उबला था लायलपुर का जन्मा... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · लेख · संस्मरण 5 2 261 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 8 Jul 2023 · 1 min read झील किनारे पलो से किये है तैयार लम्हे तुम्हारे लिए एक दिन आना तुम ख्वाब में हमारे लिए तुम को अपनी प्यारी दुनिया में ले जाएंगे कुछ नगमे जो लिखे हैं झील... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · संस्मरण 2 330 Share *प्रणय* 5 Jul 2023 · 5 min read #स्मृति_शेष (संस्मरण) #स्मृति_शेष (संस्मरण) ■ त्रयोदशी की दूसरी बरसी पर धर्मपिता स्व. श्री महिपाल कृष्ण जी भटनागर को समर्पित (तीन दशक की यादों में) 【प्रणय प्रभात】 आज आपकी अंतिम विदा के उपरांत... Hindi · शब्दांजलि · संस्मरण · स्मृति शेष 1 320 Share Dr MusafiR BaithA 2 Jul 2023 · 5 min read साइकिल चलाने से प्यार के वो दिन / musafir baitha मेरी किशोरावस्था के उत्तरार्द्ध के दिनों की बात है। तब मैं मैट्रिक के बाद राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, बरौनी से सिविल इंजीनियरी (डिप्लोमा) कर रहा था। घटना सन उन्नीस सौ अस्सी... Hindi · संस्मरण 176 Share रोहताश वर्मा 'मुसाफिर' 30 Jun 2023 · 1 min read आलेख - प्रेम क्या है? प्रेम... सृष्टि के हर एक जीव में पनपने वाला पौधा है। यह न छोटा बड़ा न जात-पात और न ही गरीब अमीर के धरातल को देखता है।यह बस हृदय रूपी... Hindi · निबंध · लेख · संस्मरण 1 206 Share रोहताश वर्मा 'मुसाफिर' 29 Jun 2023 · 2 min read आलेख - मित्रता की नींव मित्रता की नींव बदलते समाज के साथ आजकल मनुष्य भी अपनी पसंद,दिनचर्या व संबंध परिवर्तित कर रहा है। बिना कोई परिवर्तन के गुजारा भी संभव नहीं है। हर किसी को... Hindi · निबंध · लेख · संस्मरण 1 216 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 1 min read एक सरकारी सेवक की बेमिसाल कर्मठता / MUSAFIR BAITHA मेरे कार्यालय में एक कर्मी हैं। ग़ज़ब के कर्मठ एवं निष्ठावान। कहिये कि कार्यालय-कार्य के प्रति निष्ठा, कर्मठता एवं उत्साह बरतने में वे अति कर देते हैं। ऐसा भी नहीं... Hindi · संस्मरण 180 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 16 min read ’जूठन’ आत्मकथा फेम के हिंदी साहित्य के सबसे बड़े दलित लेखक ओमप्रकाश वाल्मीकि / MUSAFIR BAITHA यह हमारे लिए काफी क्लेषदायक है कि हिंदी साहित्य के सर्वाधिक ख्यातिप्राप्त एवं लोकप्रिय दलित हस्ताक्षर ओमप्रकाश वाल्मीकि अब स्मृतिशेष हैं। विकराल कैंसर रोग ने उन्हें असमय ही लील लिया,... Hindi · लेख · संस्मरण 2 471 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 13 min read कोई बिगड़े तो ऐसे, बिगाड़े तो ऐसे! (राजेन्द्र यादव का मूल्यांकन और संस्मरण) / MUSAFIR BAITHA कोई बिगाड़ने वाला हो तो साहित्यकार राजेंद्र यादव एवं उनकी ‘हंस’ जैसा, और बिगाड़े तो ऐसे जैसे राजेन्द्र दा तथा उनके ‘हंस’ ने जैसे मुझे बिगाड़ा! वैसे, राजेन्द्र जी एवं... Hindi · लेख · संस्मरण 218 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 22 min read हिंदी दलित साहित्यालोचना के एक प्रमुख स्तंभ थे डा. तेज सिंह / MUSAFIR BAITHA यह हमारे लिए काफी क्लेषदायक है कि हिंदी साहित्य में स्वीकृति एवं चर्चा के मामले में अंडरटोन रह गए दलित साहित्य आलोचना एवं विमर्श के एक प्रमुख स्तंभ रहे डा.... Hindi · संस्मरण 192 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 13 min read कैलाश चन्द्र चौहान की यादों की अटारी / मुसाफ़िर बैठा 6 जून को कैलाश चन्द्र चौहान (अब स्मृतिशेष) ने फ़ेसबुक पर एक छोटी श्रद्धांजलि पोस्ट लिखी थी- "सम्यक प्रकाशन के प्रकाशक माननीय शांति स्वरूप बौद्ध अब हमारे बीच नहीं रहे,... Hindi · संस्मरण 1 205 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 15 min read स्मृतिशेष मुकेश मानस : टैलेंटेड मगर अंडररेटेड दलित लेखक / MUSAFIR BAITHA क्रांतिधर्मी कवि कबीर के नाम से दो पंक्तियाँ हैं - जब तुम आए जगत में, जगत हँसा तुम रोए। ऐसी करनी कर चलो, तुम हंसो जग रोए।। सृष्टि के आरम्भिक... Hindi · संस्मरण 179 Share Dr MusafiR BaithA 26 Jun 2023 · 2 min read तू है लबड़ा / MUSAFIR BAITHA दूर की रिश्तेदारी में गया था, तब मैं मैट्रिक पास कर सिविल इंजीनियरी डिप्लोमा के प्रथम वर्ष का छात्र था और मेजबान घर की बाला एक साल पीछे प्रवेशिका में.... Hindi · संस्मरण 243 Share Dr MusafiR BaithA 23 Jun 2023 · 2 min read नदिया के पार (सिनेमा) / MUSAFIR BAITHA याद आ रहा है, जब सीतामढ़ी के बासुश्री टॉकीज में यह फ़िल्म लगी थी तो फ़िल्म के 25 वें सप्ताह के अंतिम दिन सिनेमाहॉल मालिक की तरफ से दर्शकों को... Hindi · संस्मरण 1 366 Share Radhakishan R. Mundhra 19 Jun 2023 · 3 min read 🕉️🌸आम का पेड़🌸🕉️ आप सबने इस कहानी को अवश्य पढ़ा होगा। एक घर के पिछवाड़े में एक आम का पेड़ लगा हुआ था। उस घर में एक बच्चा था जिसे वो आम का... Hindi · कहानी · निबंध · बाल कहानी · लघु कथा · संस्मरण 2 2 562 Share Ravi Prakash 19 Jun 2023 · 1 min read अध्यापकों का स्थानांतरण (संस्मरण) अध्यापकों का स्थानांतरण (संस्मरण) ********************* अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में अध्यापकों को चयन के उपरांत प्रथम नियुक्ति जिस जनपद में भी मिलती है वहां वह कार्यभार ग्रहण कर लेते... Hindi · Quote Writer · संस्मरण 280 Share Ravi Prakash 14 Jun 2023 · 2 min read *किले में योगाभ्यास* *किले में योगाभ्यास* -------------------------------------- 13 जून 2023 मंगलवार प्रातः काल रामपुर किला परिसर स्थित पार्क में *मुनीष चंद्र शर्मा* उपस्थित अभ्यासियों को योग सिखा रहे हैं। उनके बगल में योग... Hindi · Quote Writer · संस्मरण 421 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 10 Jun 2023 · 1 min read बस्ता वो जो मुझ से कभी छूटा नहीं वो जो मेरे साथ बचपन से रहा मेरे अध्ययन के सफर के साथी मेरे शून्य से शिखर के दर्शक तु नये नये रूपो... Hindi · कविता · संस्मरण 1 201 Share Sudhir srivastava 9 Jun 2023 · 7 min read अयोध्याधाम में "मतंग के राम" संस्मरण अयोध्याधाम में "मतंग के राम" ************************** १५ नवंबर २०२२ का दिन, जब हमारे प्रिय आ. आर. के तिवारी मतंग जी सपत्नीक हमारे बस्ती प्रवास स्थल पर गोरखपुर से लौटते... Hindi · संस्मरण 2 178 Share Vikram soni 7 Jun 2023 · 1 min read संघर्षी वृक्ष कुछ संवर गया, कुछ उजड़ गया ये तेरी उम्र थी, ये तेरा हिस्सा था टूट कर तुझसे बिछड़ गया हवा आयी थी तूफा और झोंका बनकर मैंने देखा तूने कोशिश... Poetry Writing Challenge · कविता · संस्मरण 2 1 568 Share *प्रणय* 30 May 2023 · 4 min read 😢स्मृति शेष / संस्मरण 😢स्मृति शेष / संस्मरण ■ जो हर किरदार में रहे दमदार ◆ भावपूरित श्रद्धासुमन पीसी सर को 【प्रणय प्रभात】 माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में मेरे शिक्षक रहे श्री पूरणचंद गुप्ता... Hindi · शब्दांजलि · संस्मरण 3 4 163 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 30 May 2023 · 2 min read आहट आज का दिन बहुत ही खुबसूरत निकला था सुरज की पहली किरण के साथ ही पंछीयो की चहचहाहट से जैसे सुबह झुम उठी हो ऐसा आज इसलिए था क्योंकी आज... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · Story · कहानी · लघु कथा · संस्मरण 2 3 199 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 May 2023 · 4 min read पास बुलाता सन्नाटा यात्रा सदैव आनंददायक होती है क्योंकि यात्रा के दौरान और गंतव्य स्थान पर पहुँचने पर अनेकानेक व्यक्तियों स्थानों और वस्तुओं से परिचय होता है। यदि यात्रा शैक्षिक उद्देश्य से ही... Hindi · संस्मरण 1 2 233 Share Ravi Prakash 27 May 2023 · 3 min read *साठ के दशक में किले की सैर (संस्मरण)* *साठ के दशक में किले की सैर (संस्मरण)* ➖➖➖➖➖➖➖➖➖ रामपुर के किले का एक अलग ही आकर्षण रहा है । हर शहर में किले नहीं होते और किले का जो... Hindi · Quote Writer · राजा राम सिंह · संस्मरण 295 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 25 May 2023 · 1 min read उठो पथिक थक कर हार ना मानो उम्मीद की किरण बन आया अँधेरा चीर कर सूरज आया पंक्षी फिर चहकने लगे गगन में फिर झरनों ने गीत मधुर गाया ऋतुओं ने खिलाये फूल भंवरों ने गुंजन किया... Poetry Writing Challenge · कविता · जीवन · शौर्य · संस्मरण 4 237 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 25 May 2023 · 1 min read किस कदर है व्याकुल किस कदर है व्याकुल धरा और गगन मेल हो जाऐ इनका करो कुछ जतन तुम निहारो तो सही गगन की तरफ कुछ कह रहा है वो गुनगुनाते हुए हवाऐ बनी... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · संस्मरण 5 150 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 23 May 2023 · 1 min read मन को कर देता हूँ मौसमो के साथ सहज भाव से लेखनी को लेकर अपने हाथ मन को कर देता हूँ मौसमो के साथ कभी नदियाँ कभी अम्बर कभी पंक्षी कभी समुंदर कभी बारिश कभी बुन्दो पर लिख... Poetry Writing Challenge · कविता · संस्मरण 4 2 572 Share Ankita Patel 23 May 2023 · 1 min read मेरा बचपन कल कहते-कहते आज आ गया आज देखा तो बचपन चला गया पापा ने डांटा, तो मम्मी ने बचाया मम्मी ने डांटा ,तो दिल ने रुलाया हम सोचते ही रह गए... Poetry Writing Challenge · Ankita Patel · संस्मरण 261 Share *प्रणय* 22 May 2023 · 1 min read #कालचक्र #कालचक्र ◆काहे का हर्ष और कैसा विषाद....? 【प्रणय प्रभात】 "सब दिन होत न एक समाना।" महाकवि गोस्वामी तुलसीदास जी की यह पंक्ति जीवन में दिन-प्रतिदिन चरितार्थ होती है। बीते साल... Hindi · जीवन दर्शन · जीवन सार · प्रसंगवश · संस्मरण 1 202 Share Radhakishan R. Mundhra 19 May 2023 · 4 min read "दोस्ती का मतलब" सभी दोस्तों को लग रहा था कि मिश्राजी पिछले काफी दिनों से चिंता में रहने लगे है। उनकी नजर में उनका भरा पूरा परिवार है। पत्नी, बेटा, बहू, एक पोता... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 3 3 493 Share Radhakishan R. Mundhra 18 May 2023 · 4 min read "गाँव की सड़क" यह कहानी है उस गाँव की जिसमे हर साल या तो अकाल पड़ता था या फसल कम होती थी. मगर गाँव के लोग बड़े खुद्दार थे. वे अपनी माटी को... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 2 2 351 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 17 May 2023 · 1 min read चाहता है जो चाहता है जो वो करता क्यों नहीं जो कर रहा वो भी करता क्यों नहीं करता है जो वो तू करता क्यों नहीं सोचा है कभी जो हो रहा है... Hindi · Life · कविता · संस्मरण 2 462 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 16 May 2023 · 1 min read कवि की कल्पना जो कवि लिखता है वह भी कल्पना से ही पोषित भाव है जो हो कर भी नहीं ओर जो नहीं हो कर भी होते भाव है जो भी आया कल्पना... Poetry Writing Challenge · कविता · लेख · संस्मरण 288 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 15 May 2023 · 7 min read जन्म नही कर्म प्रधान जन्म नहीं कर्म प्रधान - वैशाख कि भयंकर गर्मी चिचिलाती दोपहर कि धूप सड़के विरान जैसे प्रकृति ने कर्फ्यू लगा रखा हो । सभी लोग गर्मी और लू के प्रकोप... Hindi · कहानी · संस्मरण 228 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 15 May 2023 · 1 min read मैं बारिश में तर था शहर में उस रोज बारिश थी और मैं बारिश में तर था रिस गई सारी कड़वाहट हृदय की ओर मैंने उस दिन भूला दिया उस गम को पल को लफ्ज़... Poetry Writing Challenge · कविता · संस्मरण 1 215 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 15 May 2023 · 1 min read कल कल करती बेकल नदियां कल कल करती बेकल नदियां किनारों से मेल ना करती नदियां अपने अल्हड़पन बहती नदियां अपने प्रारंभ और प्रारब्ध को जाने नदियां कल कल करती बेकल नदियां जीवन मंत्र देती... Poetry Writing Challenge · कविता · संस्मरण 1 414 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 15 May 2023 · 1 min read जिन्दगी की धूप में शीतल सी छाव है मेरे बाऊजी जिन्दगी की धूप में शीतल सी छाव है मेरे बाऊजी भ्रम की स्थिति में सही राह दिखाते है मेरे बाऊजी कभी गीता कभी रामायण के उदाहरण देते है मेरे बाऊजी... Poetry Writing Challenge · कविता · संस्मरण 1 208 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 15 May 2023 · 1 min read एहसासों से भरे पल हर लम्हे में कई पलो को समेटे बैठा हूं हां मैं अपने बरामदे में चाय लिए बैठा हूं चाय के हर घुट में यादें सजाए बैठा हूं शाम के वक्त... Poetry Writing Challenge · Poem · Poem Of Constitution Of India · गीत · मुक्तक · संस्मरण 2 247 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 15 May 2023 · 1 min read छेड़ कोई तान कोई सुर सजाले छेड़ कोई तान कोई सुर सजाले तोड़ ये बंधनो के सब जाले शिखर की पुकार सुन ले बस एक बार खुद की भी सुन ले क्यों आखिर तू रूका है... Poetry Writing Challenge · कविता · संस्मरण 1 291 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 15 May 2023 · 1 min read धुनी रमाई है तेरे नाम की धुनी रमाई है तेरे नाम की भूल के दुनियादारी अब आया हू शरण तुम्हारी हे बाबा भोले भण्डारी बडी देर लगी मन भटका गली गली एक नाम तेरा सच्चा झूठी... Poetry Writing Challenge · कविता · संस्मरण 1 256 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 15 May 2023 · 1 min read हिटलर हिटलर जैसी है वो करती अपनी मनमानी है मेरी हर बात में उसको अपनी टांग अडानी है ना सुने मेरी एक बस मुझको ही सुनाती है करती अपनी मनमानी है... Poetry Writing Challenge · कविता · संस्मरण 2 233 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 14 May 2023 · 1 min read नीर धरा का नीर है इसे अमृत जानो समस्या गम्भीर है इसे पहचानों नदी कुओं से नल तक आ गये धरा की हुई क्षति ये मानो विपदा भारी ना हो जाए... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · लेख · संस्मरण 267 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 14 May 2023 · 1 min read जल जल जल जीवन जीवन की धारा है इस धारा को घर घर पहुंचाना है लक्ष्य हम ने बस यही ठाना है हर घर जल पहुंचाना है गांव गांव ओर शहर... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · गीत · संस्मरण 230 Share Ravi Prakash 7 May 2023 · 2 min read हाई स्कूल की परीक्षा सम्मान सहित उत्तीर्ण हाई स्कूल की परीक्षा सम्मान सहित उत्तीर्ण ^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^ मैंने हाई स्कूल, सुंदर लाल इंटर कॉलेज-रामपुर से 1975 में किया। मेरे अंक 500 में 384 थे ।अतः योग में कुल मिलाकर... Hindi · संस्मरण 639 Share *प्रणय* 7 May 2023 · 3 min read #संस्मरण #संस्मरण ■ अदबी सफ़र के 36 साल ★ आज मेरी शायरी की 36वीं सालगिरह (अदब के सफ़र में आपके साथ और सहयोग को सलाम) 【प्रणय प्रभात】 आज 07 मई 2023... Hindi · दिवस विशेष · संस्मरण · सालगिरह 1 236 Share *प्रणय* 1 May 2023 · 3 min read #यादों_का_झरोखा #यादों_का_झरोखा ■ एक हुआ करती थी खटिया ★ जो देती थी आराम और आजीविका 【प्रणय प्रभात】 यह बात 1970 के दशक की है। जब बेड-फेड जैसे आइटम केवल दहेज़ में... Hindi · आलेख · यादों की खिड़की · संस्मरण 1 301 Share *प्रणय* 20 Apr 2023 · 2 min read ■ यादों की खिड़की- #पुण्य_स्मरण_प्रथम_गुरु_का ◆अक्षर ज्ञान और फक्को बुआ जी◆ ◆विद्यार्थी जीवन की पहली मित्र◆ 【प्रणय प्रभात】 शाला में प्रवेश से पूर्व ही मुझे अक्षर ज्ञान करा देने वाली प्रथम गुरु रहीं पूज्य... Hindi · बचपन · यादें · यादों की खिड़की · संस्मरण 453 Share Ravi Prakash 7 Apr 2023 · 3 min read * रामचरितमानस का पाठ* * संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ : दैनिक समीक्षा* 7 अप्रैल 2023 शुक्रवार प्रातः 10:00 बजे से 11:00 बजे तक आज कथा का तीसरा दिन है। *बालकांड दोहा संख्या 37 से... Hindi · रामचरितमानस · रामचरितमानस-दर्शन · संस्मरण 405 Share Previous Page 5 Next