Posts Tag: बाल ग़ज़ल 34 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr Archana Gupta 21 May 2024 · 1 min read आजादी का दिवस मनाएं आजादी का दिवस मनाएं आओ झंडे को फहराएं नमन तिरंगे को करके हम राष्ट्र गान सब मिलकर गाएं याद शहीदों को करके हम उनको अपना शीश नवाए भारत माता की... Hindi · बाल ग़ज़ल 14 Share Dr Archana Gupta 14 May 2024 · 1 min read मुझको तुम परियों की रानी लगती हो मुझको तुम परियों की रानी लगती हो माँ तुम मुझको सबसे प्यारी लगती हो मुझपर कोई आँच नहीं आने देतीं मुझको तुम देवी माँ जैसी लगती हो बात-बात पर नज़र... Hindi · बाल ग़ज़ल · माँ 23 Share Dr Archana Gupta 24 Aug 2023 · 1 min read मम्मी इस छुट्टी में चंदा मामा के घर जाना है मम्मी इस छुट्टी में चंदा मामा के घर जाना है चरखा कात रही नानी से मुझको मिलकर आना है बहुत सताता है गर्मी की छुट्टी में सूरज तपकर मुझे चांदनी... Hindi · बाल ग़ज़ल 3 2 190 Share Dr Archana Gupta 2 Aug 2023 · 1 min read बादल रूप बदल जब आता बादल सबके मन को भाता बादल काली काली चादर ओढ़े लहर लहर लहराता बादल खुश हो जाते ताल तलैया पानी जो बरसाता बादल गर्मी से राहत... Hindi · बाल ग़ज़ल 2 110 Share Dr Archana Gupta 27 Feb 2023 · 1 min read चंद्रशेखर चन्द्र शेखर नाम जिनका भारती के बाल थे देशहित में ही सदा वो चलते अपनी चाल थे उम्र थी छोटी बहुत लेकिन रगों में जोश था भारती के दुश्मनों का... Hindi · चंद्रशेखर आज़ाद · बाल ग़ज़ल 1 95 Share Dr Archana Gupta 1 Dec 2022 · 1 min read माँ के आँचल में छुप जाना माँ के आँचल में छुप जाना लगता बचपन बहुत सुहाना आगे पीछे डोला करती माँ बच्चों के लेकर खाना हमें प्यार से सुबह जगाकर भाता माँ का है दुलराना जल्दी... Hindi · बाल ग़ज़ल 5 165 Share Dr Archana Gupta 15 May 2022 · 1 min read सूरज काका सूरज काका अनुशासित हो, सारे नियम निभाते हैं बैठ समय के पहिये पर ये, हमसे मिलने आते हैं पूर्व दिशा से आकर जग में,नव संचार जगाते हैं दिन भर तपकर... Hindi · बाल ग़ज़ल 3 5 760 Share Dr Archana Gupta 3 May 2022 · 1 min read चंदा मामा गोरे गोरे चंदा मामा गोरे- गोरे सबके मन को भाते हो ये बतलाओ किस साबुन से आखिर रोज नहाते हो हमने तो आकार बदलते हर दिन तुमको देखा है चंदामामा किस दर्जी... Hindi · बाल ग़ज़ल 9 12 935 Share Dr Archana Gupta 6 Jun 2021 · 1 min read आओ पर्यावरण को सुरक्षित करें आओ पर्यावरण को सुरक्षित करें रंग हरियाली के खूब इसमें भरें हैं बनाये प्रकृति ने बहुत से नियम तोड़ने से उन्हें हम हमेशा डरें ना दुखी हो धरा, ना कुपित... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · पर्यावरण · बाल ग़ज़ल 3 3 293 Share Dr Archana Gupta 1 Jan 2021 · 1 min read चंदा मामा चंदा मामा आओ ना सपने नये दिखाओ ना मीठी लोरी गाकर तुम आओ हमें सुलाओ ना कितने प्यारे लगते हो हम से प्रीत निभाओ ना मन को भाते हैं तारे... Hindi · बाल ग़ज़ल 3 3 612 Share Dr Archana Gupta 16 Dec 2020 · 1 min read ज्ञानी बालक करता रहता हूँ शैतानी मैं बालक लेकिन हूँ ज्ञानी रूप धरूँ पंडित जैसे पर बातें करता हूँ बचकानी अपनी रोज शरारत से मैं लिख देता हूँ नई कहानी ज़िद करके... Hindi · बाल ग़ज़ल 2 1 319 Share Dr Archana Gupta 24 Nov 2020 · 1 min read तितली रानी प्यारी सी हूँ तितली रानी भोली भाली बड़ी सयानी रंगबिरंगे पंख पास हैं फूलों की रहती दीवानी टिकती नहीं कहीं इक पल को करती रहती हूँ शैतानी शोर नहीं करती... Hindi · बाल ग़ज़ल 2 2 499 Share Dr Archana Gupta 19 May 2020 · 1 min read गर्मी का मौसम(5) 5 गर्मी के मौसम की आहट आती है धरती माता फूली नहीं समाती है आमों की खुशबू आती हैं बागों से गीत कोकिला कितना मधुर सुनाती है हरे भरे हो... Hindi · बाल ग़ज़ल 6 2 317 Share Dr Archana Gupta 12 May 2020 · 1 min read बचपन और कोरोना(6) 6 कोरोना ने आग लगाई कुछ भी देता नहीं दिखाई स्कूलों ने की लंबी छुट्टी हम बच्चों की आफत आई घर में बन्द पड़े रहते अब करनी पड़ती हमें सफाई... Hindi · बाल ग़ज़ल 7 6 474 Share Dr Archana Gupta 2 Feb 2020 · 1 min read स्वतंत्रता दिवस स्वतंत्रता दिवस इक त्योहार है हमारा गणतंत्रता दिवस भी वैसा ही हमको प्यारा ऊँचा सदा रहेगा अपना तिरंगा झंडा गूँजेगा नभ धरा पर जय भारती का नारा हम हिन्द के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · बाल ग़ज़ल 4 268 Share Dr Archana Gupta 2 Oct 2019 · 1 min read गाँधी बापू(21) 21 सत्य अहिंसा पर चलना बापू जी ने सिखलाया था। मानवता का सच्चा मतलब भी हमको समझाया था। सादा जीवन उच्च विचार नियम था उनके जीवन का। तीन बंदरों से... Hindi · बाल ग़ज़ल · व्यक्तित्व 1 409 Share Dr Archana Gupta 16 Jul 2019 · 1 min read बादल अच्छा लगता है दूर गगन तक फैला बादल अच्छा लगता है है थोड़ा आवारा पागल अच्छा लगता है नीले नीले कपड़े इसके श्वेत रुई से गाल कभी लगाता है जब काजल अच्छा लगता... Hindi · बाल ग़ज़ल 4 3 431 Share Dr Archana Gupta 5 Jun 2019 · 1 min read पेड़ का दर्द काट जंगल नगर हम बसाते रहे पेड़ चुपचाप आँसू बहाते रहे पेट जिसने भरा और दी छाँव भी आरियाँ उस बदन पर चलाते रहे झूलते हम रहे डाल जिसकी पकड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · बाल ग़ज़ल 1 291 Share Dr Archana Gupta 17 May 2019 · 1 min read माँ खुशियों से बच्चों की झोली भरती है माँ मुझको तो एक परी सी लगती है देख नहीं पाती है बच्चों को दुख में उनके रोने पर माँ भी रो पड़ती... Hindi · बाल ग़ज़ल 295 Share Dr Archana Gupta 11 May 2019 · 1 min read पर्यावरण खूबसूरत धरा बना देंगे पेड़ों से हम इसे सजा देंगे प्यार से देखभाल करके हम कष्ट धरती के सब मिटा देंगे फिर यहाँ चहचहायेंगे पंछी फूलों से हम चमन खिला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · पर्यावरण · बाल ग़ज़ल 1 439 Share Dr Archana Gupta 10 Apr 2019 · 1 min read भले डगमगाओ /मगर पग बढ़ाओ भले डगमगाओ मगर पग बढ़ाओ न छोड़ो ये हिम्मत न आँसू बहाओ करो सामना तुम न नज़रें चुराओ गमों में नहाकर भी बस मुस्कुराओ बहल जाएगा दिल ग़ज़ल गीत गाओ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · बाल ग़ज़ल 2 246 Share Dr Archana Gupta 27 Feb 2019 · 1 min read देशभक्ति दोहा ग़ज़ल *********** हम सबके दिल में बसा, प्यारा हिन्दुतान इस पर अपनी जान भी, कर देंगे कुर्बान रहना है औकात में, बस इतना रख याद माटी में देंगे मिला,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · बाल ग़ज़ल 480 Share Dr Archana Gupta 26 Sep 2018 · 1 min read चाँद और सूरज आते रवि शशि बारी बारी करें सुबह और शाम हमारी दिन तो होते गोरे गोरे काली लेकिन रात बिचारी एक जगाता एक सुलाता अलग अलग दोनों की पारी मिले नहीं... Hindi · बाल ग़ज़ल 349 Share Dr Archana Gupta 14 Aug 2018 · 1 min read तिरंगा हाथ में लेकर बसन्ती चोला रँगवायें तिरंगा हाथ मे लेकर फिदा ये जान कर जायें तिरंगा हाथ मे लेकर खिलायें फूल खुशियों के बहायें प्रेम की नदियाँ वतन में अम्न उपजायें तिरंगा हाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · बाल ग़ज़ल 1 436 Share Dr Archana Gupta 27 May 2018 · 1 min read सर्दी आई दाँत बजाती सर्दी आई अच्छी लगने लगी रजाई सफेद चादर कोहरे ने भी धरती को चहुँ ओर उड़ाई कोट पुलोवर मफलर टोपी धूप सुनहरी मन को भाई गज़क रेबड़ी मेवा... Hindi · बाल ग़ज़ल 446 Share Dr Archana Gupta 19 May 2018 · 1 min read गर्मी आई आग सूर्य ने फिर बरसाई तभी भयंकर गर्मी आई मक्खी मच्छर ने भी आकर अपनी दादागिरी दिखाई प्रकोप बुखार का है भारी जिसने भी देखो लू खाई मैंगो शेक शिकंजी... Hindi · बाल ग़ज़ल 522 Share Dr Archana Gupta 8 May 2018 · 1 min read आँधी आई चली जोर से हवा हवाई आँधी आई भागो भाई बन्द करो खिड़की दरवाजे मम्मी ने आवाज लगाई अँधेरों ने राज जमाया आँधी ने बिजली भगवाई कच्ची छोटी छोटी आम्बी आँधी... Hindi · बाल ग़ज़ल 346 Share Dr Archana Gupta 9 Sep 2017 · 1 min read पेड़ चुपचाप आँसू बहाते रहे काट जंगल नगर हम बसाते रहे पेड़ चुपचाप आँसू बहाते रहे पेट जिसने भरा और दी छाँव भी आरियाँ उस बदन पर चलाते रहे झूलते हम रहे डाल जिसकी पकड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · पर्यावरण · बाल ग़ज़ल 410 Share Dr Archana Gupta 31 Dec 2016 · 1 min read चलो ये नया साल ऐसे मनायें चलो ये नया साल ऐसे मनायें बुजुर्गों के सँग वक्त कुछ हम बितायें नए साल के जश्न को हम मनाने धमाका जरा झुग्गियों में मचायें नहीं झुकने सर देंगे अपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · बाल ग़ज़ल 428 Share Dr Archana Gupta 30 Oct 2016 · 1 min read दीपावली रौशनी का है त्यौहार दीपावली करती खुशियों की बौछार दीपावली दूर कर मन कलुष बाँटती नेह है प्रीत का देती उपहार दीपावली साथ मिलकर सभी हैं मनाते इसे एक करती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · बाल ग़ज़ल 3 1 682 Share Dr Archana Gupta 5 Oct 2016 · 1 min read दया से हमारा भरो माँ खज़ाना दया से हमारा भरो माँ खज़ाना हमें मात अम्बे कभी मत भुलाना कहीं पाप की राह पर चल न दें हम हमें दुर्गुणों से सदा माँ बचाना अगर हार देना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · बाल ग़ज़ल 358 Share Dr Archana Gupta 27 Sep 2016 · 1 min read फीकी फीकी है हरियाली नहीं गगन में है वो लाली फीकी फीकी है हरियाली अन्न हवा पानी ले दूषित तन मन ने बीमारी पाली भौतिकता में चूर हुए हम जीवन कितना दिखता जाली आँखे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · पर्यावरण · बाल ग़ज़ल 2 679 Share Dr Archana Gupta 19 Jul 2016 · 1 min read कर के मजदूरी बचपन निकलता रहा कर के मजदूरी बचपन निकलता रहा खेलने के लिए वो तरसता रहा चाहिए थी कलम पर मिली चाकरी बोझ बचपन उठा के सिसकता रहा रूप वैसे तो बच्चा है भगवान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · बाल ग़ज़ल 2 841 Share Dr Archana Gupta 31 May 2016 · 1 min read खूबसूरत धरा बना देंगे खूबसूरत धरा बना देंगे हम इसे पेड़ों से सजा देंगे प्यार से देखभाल करके हम कष्ट धरती के सब मिटा देंगे फिर यहाँ चहचहायेंगे पंछी फूलों से हम चमन खिला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · बाल ग़ज़ल 217 Share