Posts Tag: फितरत 18 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मनोज कर्ण 2 Jul 2023 · 1 min read फितरत फितरत ~~°~~°~~° दरीचे-ए-रूह से देखा जो, उसकी मासूमियत को, गिरते अश्क की हर बूंद में, बेगुनाही के सबूत दिखते हैं। पर इंसान की ये फितरत जो है, वो तो बेगुनाहों... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · ग़ज़ल · फितरत 10 4 728 Share Sûrëkhâ 13 Jul 2023 · 1 min read विषय :- काव्य के शब्द चुनाव पर | जीवन भर चुनाव ही करते | हर चीजें हम चुनकर लेते || दोस्त चुनें , हमसफर चुनें | जीवन की हर डगर चुनें || चुनना है इन्सान की फितरत |... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · काव्य के शब्द चुनाव पर। · देश · फितरत · भारतीय समाज · साहित्यपीडिया 7 1 362 Share Sandeep Pande 1 Jul 2023 · 1 min read देना और पाना देना और पाना अपनी रौशनी और तपिश को देता ही जाता है सूरज बिना बदले की कुछ आस के ना पीछे रहता है चंदा बांटने को अपनी शीतलता लंबा सफर... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Hindi Kavita · कविता · फितरत 6 1 328 Share Ekta chitrangini 8 Jul 2023 · 1 min read "फितरत" नकाब फ़ितरत का उठाओ तो, चेहरे में शियासत दिखती है। छल कपट के धन दौलत, फ़ितरत भरी सोहरत । सब एक न एक दिन, बेनकाब हो जाती है। बरकत नही... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · फितरत 8 4 273 Share Punam Pande 2 Jul 2023 · 1 min read पल का मलाल अक्सर, कहने वाले को, बेहद , जल्दबाजी होती है अपनी बात , कह देने की और, सुनने वाले का तो क्या ही, कहें। उसको भी कम जल्दी नहीं, बोलने वाले... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Hindi Kavita · कविता · फितरत 7 1 270 Share Namrata Sona 4 Jul 2023 · 1 min read मेरी चाहत न चाहत ये कि भीड़ मे अलग नज़र आऊं.... साबित किसी को क्यों करुं मैं.... इतना काफी है कि मैं खुद से नज़र मिलाऊं... मेरा क़लाम मेरा आईना है किस... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · इनायत · इबादत · फितरत 4 348 Share Sûrëkhâ 13 Jul 2023 · 1 min read बदलती फितरत हर लहज़ा, हर फितरत और हर क़िरदार देखा है भरी दुनिया में लोंगो का बदलता व्यवहार देखा है!! लोग मिलते हैं आपसे आपकी हैसियत देखकर! रिश्तों का हमनें भी एक... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · फितरत · बदलती फितरत · व्यवहार · साहित्यपीडिया 8 2 254 Share Surya Barman 14 Jul 2023 · 1 min read फितरत आ कर बैठ मेरे पहलू मैं तेरी ही मुझे कैफियत है मुझे तो हर लम्हा फक्त तेरे साथ की जरूरत है तुम हो मेरी जिंदगी जाना मुझे तुमसे मोहब्बत है... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Poem · दिलकीबात · फितरत 4 236 Share Namrata Sona 3 Jul 2023 · 1 min read वक्त 🎻 *वक़्त* 🎻 वक्त रुकता नहीं वक्त थमता नहीं,,,, लम्हा लम्हा गुज़र कर हर पल ले आता है नई सौगातें,,, कुछ खट्टी कुछ मीठी, बदलती रहती है तारीख गुज़रता रहता... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · थमता · फितरत · वक्त 5 4 256 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 1 Jul 2023 · 1 min read फितरत ज़माने की फितरत देख होती है हैरत अदिति ये कोई कसर नहीं छोड़ते किसी को गिराने में दिल ओ दिमाग से फिर आहिस्ता-२ हो जाते है दूर इंसानी जज़्बात जब... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · SilentEyes · कविता · फितरत 4 163 Share Kavita Chouhan 15 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत हर जन की बहु जरूरत मालिक परखता नियत सत्कर्म से मिले बरकत कौन जानता फितरत। बुरे समय हो पहचान राह न ये आसान वक्त की प्रतिपल करवट कौन जानता फितरत... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · फितरत · बदलती फितरत · हिंदी कविताएं 5 215 Share Surya Barman 3 Jul 2023 · 1 min read '' फितरत '' यार की दर्दे सितम हैं के जो थमने का नाम नहीं लेती जख्मों को सीया बहुत, ख़ुशी का जाम नहीं,, किसको सुनाऊ मैं हाल ऐ दिल, कोई मेरा महबूब नहीं जी रही... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · फितरत · हिन्दी कविता · हिन्दी-लेखन 5 131 Share Dhriti Mishra 10 Jul 2023 · 1 min read फितरत इम्तिहानों की फितरत हराने की है क्या करूं, अपनी तो आदत ही जीत जाने की है ॥ उठते हैं समुन्दर में तूफान , नौका डुबाने के लिए क्या करूं, अपनी... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · फितरत 3 191 Share Aman Kumar Holy 12 Jul 2023 · 1 min read बयां ए फितरत खुद को कोसूं या, कोसूं मैं तकदीर को। अपनी जिद को कोसूं मैं , कोसूं हाथों की लकीर को। मैं तो छूना चाहता था मन, दूर रखता था शरीर को।... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · फितरत · मोहब्बत 4 100 Share Monika Verma 15 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरतन तन्हाई-पसन्द, शौक से कहां होता है, कोई फ़ितरतन, दोहरे किरदारों के, खौफ से, ख़ुद में सिमटता रहता है। -मोनिका "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · फितरत 4 149 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 6 Jul 2023 · 1 min read फितरत *श्रीं* *फितरत तुम्हारी है* ***************** बदलते हम न मौसम से सुनो फितरत हमारी है । बदलते रंग गिरगिट से बनी फितरत तुम्हारी है ।।1 * कली को तोड़ लेते हो... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · फितरत 5 2 83 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 Jan 2024 · 1 min read फ़ितरत को ज़माने की, ये क्या हो गया है फ़ितरत को ज़माने की, ये क्या हो गया है भाई अपने भाई से, जुदा हो गया है | रिश्तों की मर्यादा ने , सीमाएं लांघ दी हैं इंसानियत का जज़्बा... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · फितरत 1 69 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "फितरत" नकाब फ़ितरत का उठाओ तो, चेहरे में शियासत दिखती है। छल कपट के धन दौलत, फ़ितरत भरी सोहरत । सब एक न एक दिन, बेनकाब हो जाती है। बरकत नही... Poetry Writing Challenge-2 · फितरत 66 Share