Posts Tag: प्रेम 107 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid लक्ष्मी सिंह 15 Feb 2017 · 1 min read धनतेरस पर दिला दे पिया सोने का हार.. ???? धनतेरस पर दिला दे पिया सोने का हार। जिसमें जड़ा हो हीरा कुंदन हजार। मैं तेरी लक्ष्मी तू है मेरा कुबेर। मुझ पर चढा दे सब अपना धन का... Hindi · कविता · प्रेम 905 Share लक्ष्मी सिंह 14 Feb 2017 · 1 min read मोहब्बत कैसे की जाती है.... ????? मोहब्बत कैसे की जाती है, कोई बता दे मुझको । मैं उड़ता परिन्दा हूँ, कोई कैदी बना दे मुझको । इश्क क्या चीज है, ये आकर, कोई समझा दे... Hindi · कविता · प्रेम 1 669 Share लक्ष्मी सिंह 13 Mar 2022 · 1 min read तुम पतझड़ सावन पिया, तुम पतझड़ सावन पिया, तुम ही हो मधुमास। बूँद स्वाति नक्षत्र की,तुम्हीं हृदय की प्यास।। तुम हो मन की केतकी,चंपा तुम्हीं पलास। रिक्त हृदय के कुंज में,प्रथम प्रेम आभास।। प्रेम... Hindi · दोहा · प्रेम 3 1 762 Share हरवंश हृदय 13 Oct 2022 · 1 min read "तुम प्रेम का हो वरदान प्रिये" मेरे आकुल जीवन में, तुम प्रेम का हो वरदान प्रिये । अभिभूत हुआ पाकर तुमको, मिल गई सुखद पहचान प्रिये ।। तुम युग देवी की शोभा हो, मैं भी हूं... Hindi · Karwa Chauth Special · Love · गीत · प्रेम · हरवंश श्रीवास्तव 7 9 573 Share लक्ष्मी सिंह 9 Nov 2017 · 1 min read खुद से प्यार बात पते की मैं कहूँ, सुन लो मेरे यार। दूजे खातिर मर लिया, खुद से कर लो प्यार।। 1 बन जाओ खुद के लिए , आप ईमानदार। सीखो तुम अपने... Hindi · दोहा · प्रेम 597 Share लक्ष्मी सिंह 1 Mar 2017 · 1 min read मैं कविता करूँ, तू हँसता रह... ???? मैं कविता करूँ तू हँसता रह..... ? मेरी कोई भी गलती पर बेझिझक तू टोकता रह.... ? मुद्तों से बैठकर मुझ में मुझे तू सुनता रह.... ? रूठ जाऊँ... Hindi · कविता · प्रेम 591 Share लक्ष्मी सिंह 2 May 2017 · 1 min read तुम और मैं ???? तू शिव है, तेरी शक्ति हूँ मैं। तेरी जीवन की, हर एक भक्ति हूँ मैं। ? तेरे अंग में समायी, तेरी अर्धांगिनी हूँ मैं। तेरे संग-संग चलूँ, तेरी संगनी... Hindi · कविता · प्रेम 485 Share लक्ष्मी सिंह 2 Mar 2021 · 1 min read प्रियवर अंतर मन में है बसा,प्रियवर तेरा चित्र। प्रेम वासना से रहित ,पावन परम पवित्र।। तेरी बाहों में सुबह,हो बाँहों में रात। दो नयना करती रहे,अंतर मन की बात।। सीने से... Hindi · दोहा · प्रेम 2 5 557 Share लक्ष्मी सिंह 3 Aug 2019 · 1 min read प्रियवर प्रियवर अपने हाथ से, रचे महावर पाँव। धन्य हुई मैं तो सखी, पाकर ऐसा ठाँव।। प्रेम इसी का नाम है, मिटे अहं का भाव। राधा कृष्णा की तरह, होता जहाँ... Hindi · दोहा · प्रेम 1 502 Share लक्ष्मी सिंह 17 Jan 2018 · 2 min read शाम सुहानी विधा - दोहा छंद ?????? शाम सुहानी दे रही, प्यार भरा पैगाम। कुछ-पल बैठे साथ में, इक-दूजे को थाम।। 1 जीवन भर यूँ ही बहे, प्यार भरी यह नाव। तेरे... Hindi · दोहा · प्रेम 2 1 524 Share लक्ष्मी सिंह 15 Feb 2017 · 1 min read मुझे इश्क है, सबसे... ????? मुझे इश्क है, सब से.. इस जमीं से.. आसमा से.. शून्य में रहने वाले रब से.. फूलों से... फूलों की खुश्बू से... उस पर मंडराती, उस तीतली से... मुझे... Hindi · कविता · प्रेम 426 Share लक्ष्मी सिंह 1 Mar 2017 · 1 min read तेरी दुनिया से अलग ???? तेरी दुनिया से अलग मैनें बना ली अपनी दुनिया। जिसके दिन सुहानी और रातें रूहानी। जिसके सुबह दिलकश और शामें दीवानी। जिसकी धूप में नरमी और हवा में रवानी।... Hindi · कविता · प्रेम 436 Share लक्ष्मी सिंह 1 Mar 2021 · 1 min read रचो महोत्सव रचो महोत्सव प्रीत का, फैले है बहुरंग । मैं बन जाऊँ राधिका,मिले श्याम का संग।। गोरे गोरे अंग पे, चढ़ा श्याम का रंग। मन रंगीला उड़ चला, जैसे उड़े पतंग।।... Hindi · दोहा · प्रेम 3 3 377 Share लक्ष्मी सिंह 9 Jan 2021 · 1 min read प्रेम आधार छंद - लावणी /ताटंक विधान - 30 मात्रा = 16,14 पर यति, अंत में गुरु वाचिक अनिवार्य. प्रेम पले उन्मुक्त हृदय में,नहीं स्वार्थ का बंधन है । जिसके माथे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · प्रेम · लावणी /ताटंक छंद 1 311 Share लक्ष्मी सिंह 20 Jul 2019 · 1 min read कब मैंने चाहा सजन कब मैनें चाहा सजन, मिले नौलखा हार। देना है तो दिजिए, थोड़ा समय उधार।। समय तुझे मिलता नहीं,पल भर बैठे पास। कैसे समझोगे भला, मैं क्यों हुई उदास।। रूठी हूँ... Hindi · दोहा · प्रेम 4 2 347 Share लक्ष्मी सिंह 28 Feb 2017 · 1 min read यूँ ना रूठो मुझ से... ???? यूँ ना रूठो मुझ से मेरी प्रीत है सिर्फ तुझ से...... यकीन नहीं तो पुछ लो तुम अपने ही दिल से... यूँ ना छुड़ाओ हाथ तुम मेरे हाथों से....... Hindi · कविता · प्रेम 2 351 Share लक्ष्मी सिंह 22 Feb 2018 · 2 min read प्रेम ? ? ? ? ? पीकर प्याला प्रेम का, मैं तो हुई मलंग। मतवाली बन डोलती, जैसे उड़े पतंग।। १ दीपक उर में प्रेम की, फिजा हुई सतरंग। बगिया मेरी... Hindi · दोहा · प्रेम 361 Share लक्ष्मी सिंह 15 Feb 2017 · 1 min read तेरे नाम की मेंहदी ????? हमने हथेली पर लगाई है पिया तेरे नाम की मेंहदीं। तुम्हारे प्यार की मेंहदीं। तुम्हारे इकरार की मेंहदी। मेहदीं लगे हथेली को देख मन में अंदर ही अंदर एक... Hindi · कविता · प्रेम 323 Share लक्ष्मी सिंह 8 Feb 2020 · 1 min read चपले तोटक छंद ११२-११२-११२-११२ चमके दमके नभ में चपले। दिखला कर रूप छटा मचले। यह बादल में छिपती रहती। बतियाँ उससे कितना करती। डरता रहता मन चंचल है। नभ से करती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · तोटक छंद · प्रेम 4 1 324 Share लक्ष्मी सिंह 8 Dec 2017 · 1 min read हमसफर ?????? साथी जिसका हो जुदा, करता उसको याद। कोई जिसका हो नहीं, मिलने की फ़रियाद।। 1 एक हमसफ़र के लिए, मेरा दिल बेचैन। मिल जाये जल्दी हमें, दुआ करूँ दिन-रैन।।... Hindi · दोहा · प्रेम 1 1 321 Share लक्ष्मी सिंह 30 Mar 2020 · 1 min read प्रेम पर्वत है ऊँचा मगर, छूँ न सका आकाश। प्रेम हृदय में है नहीं, कैसे करें विकास।।१ पुष्प प्रेम खुश्बू भरा, लुटा रही स्वच्छंद। रस का लोभी ये भ्रमर, छीन लिया... Hindi · दोहा · प्रेम 6 1 294 Share लक्ष्मी सिंह 30 Aug 2019 · 1 min read जिंदगी से प्यार करना आयोजन_मनोरम_छंद एक कोशिश मापनी- 2122 2122 जिन्दगी से प्यार करना। मन न मैला यार करना। प्रीत का श्रृंगार करना। हर दिवस त्योहार करना। स्वर्ग-सा संसार करना। सत्य का जयकार करना... Hindi · गीतिका · ज़िन्दगी · प्रेम · मनमनोरम छंद 2 2 365 Share लक्ष्मी सिंह 1 Sep 2019 · 1 min read प्रेम प्रेम सरल होता नहीं, बहुत कठिन है राह। करे विसर्जन स्वयं का, जिसको इसकी चाह। । पी कर प्याला प्रेम का, जी पाया है कौन। जिसने इसको पी लिया, हो... Hindi · दोहा · प्रेम 272 Share लक्ष्मी सिंह 24 Nov 2019 · 1 min read प्रेम -तिलका छंद ★★★★★★ जब प्रेम किया। बस प्रेम किया। मुख मोड़ लिया। जग छोड़ दिया। मन फूल खिला। जब प्रेम मिला। किस राह चला। मन ये पगला। मुख मूक रहा।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · तिलका छंद · प्रेम 290 Share दशरथ रांकावत 'शक्ति' 5 Nov 2022 · 1 min read बंधन ज्यों बसती है जान किसी जादूगर की तोते में, त्यों ही जान बसा करती है दादा की पोते में। लाख भंवर दिन भर में जिनको डरा नहीं पाते है, शाम... Hindi · कविता · प्रेम · मुक्तक · वात्सल्य · शेर 2 2 294 Share लक्ष्मी सिंह 19 Feb 2019 · 1 min read सनम आज अभी इस बात का, करते हैं इजहार। तू ही दिल धड़कन सनम, तू ही मेरा प्यार।। मैं नदिया की धार हूँ, बहती तेरे संग। रोक सको तो रोक लो,... Hindi · दोहा · प्रेम 2 239 Share लक्ष्मी सिंह 3 Dec 2020 · 1 min read कभी चाहो मुझे भी तुम विधाता छंद 1222 1222 1222 1222 कभी चाहो मुझे भी तुम, कभी मेरे लिए सोचो । हमारा दिल बड़ा नाजुक ,इसे ऐसे नहीं नोचो। बिखर कर टूट जाती हूँ, सँभल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · प्रेम · विधाता छंद 4 4 234 Share लक्ष्मी सिंह 24 Jan 2021 · 1 min read कदमों में बिखर जाए। छंद- रजनी आधारित गीतिका मापनी- 2122 2122 2122 2 प्रदत्त पदांत- जाए प्रदत्त समांत- अर टूट कर हम आज कदमों में बिखर जाए। दर तुम्हारा छोड़ कर बोलो किधर जाए।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · प्रेम · रजनी छंद 3 4 299 Share लक्ष्मी सिंह 5 Feb 2021 · 1 min read मिली उर्वशी अप्सरा, मिली उर्वशी अप्सरा,या है कोई ख्वाब। प्रेम ईष्ट आकृष्ट हो,लायी एक गुलाब।। मदमाती मनमोहनी, मनहर मोहक रूप। मृगनयनी मायावती, मुस्काती मुख धूप।। अधरों पर फैला हुआ,है अद्भुत उन्माद । चंचल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा · प्रेम 2 1 328 Share लक्ष्मी सिंह 4 Aug 2018 · 1 min read पति बाबुल आँगन छोड़ कर, आई पति के साथ। किसी अजनबी शक्स ने, जब थामा था हाथ।। १ बँधा प्यार की डोर से, यह रिश्ता मजबूत। फौलादी जंजीर -सा, होते नाजुक... Hindi · दोहा · प्रेम 1 252 Share HindiPoems ByVivek 1 Aug 2022 · 1 min read सावन आया सावन आया आओ करें सब मिल कर स्वागत, सबका मनभावन सावन आया। सूखी धरती सूखी झीलें, ग्राम कूप भी खाली हैं। पतझड़ में पत्ते पीले से, सूखी सूखी सी डाली... Hindi · कविता · गीत · प्रेम · मेघ · सावन 2 235 Share Saraswati Bajpai 10 Dec 2022 · 1 min read प्रेम प्रेम, अनिर्वचनीय भाव ईश्वर तक पहुंचने का सर्वश्रेष्ठ मार्ग है। क्षणिक सुख-दुख जगत मे परमानन्द अहसास है। किन्तु प्रेम की सत्ता को उसमें पूरी तरह डूबकर एकाकार होकर ही पा... Hindi · Daily Writing Challenge · प्रेम 3 261 Share Shiva Awasthi 13 Jan 2023 · 1 min read आ जाओ न प्रिय प्रवास तुम नाच रहे हैं जंगल-जंगल, नैना बाँध स्वप्न के घुँघरू। पूछ रहे हैं कहाँ खिले हो, कौन डाल के नीचे ठहरूँ? सघन वनों के काहीपन में, खिल जाओ न प्रिय पलाश... Hindi · गीत · प्रकृति · प्रेम · प्रेमगीत 4 287 Share लक्ष्मी सिंह 21 Nov 2020 · 1 min read मधुर मिलन मधुर मिलन की पूर्णता,भरे हृदय में प्रीतl जीवन मधुमय हो गया,गूँज उठा संगीत ll१ कुन्द कुसुम खिलने लगे, जब आये तुम द्वार l फूट -फूट बहने लगी, मादक मधु की... Hindi · दोहा · प्रेम 1 1 209 Share Ankita Patel 21 May 2023 · 1 min read तेरे इंतजार में दिल में दीप जला है उजियारा बन कर आओ ना।। कितनी बार कहूं ,क्यों नहीं सुनते हो , एक बार तो मिलने आओ ना होठों पर शब्द नहीं बचे ,बाहों... Poetry Writing Challenge · Ankita Patel · कविता · प्रेम 275 Share लक्ष्मी सिंह 28 Sep 2019 · 1 min read तुम प्रेम सदा सबसे करना । (तोटक छंद आधारित गीत) मापनी-112 112 112 112 ००००००००००००००★००००००००००० तुम प्रेम सदा सबसे करना । मत द्वेष कभी मन में रखना। हम तो प्रभु के प्रिय बालक हैं। प्रभु ही... Hindi · गीत · तोटक छंद · प्रेम · प्रेम गीत 1 229 Share Shiva Awasthi 6 Jan 2023 · 1 min read गीत अज्ञानों के अर्धज्ञान पर हामी भर, कैसे कह दूं पागल! नश्वर हैं हम तुम। द्वापर में जो कृष्ण सिखा कर चले गए। जिसके स्वर में स्वर वंशी के रचे गए।... Hindi · गीत · जीवन · दर्शन · प्रेम 4 282 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 22 Jun 2022 · 2 min read सृजनकरिता डा . अरुण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक- अरुण अतृप्त * सृजनकरिता * मेरी और उसकी पटती नही थी वो ठहरी सुन्दर स्मार्ट अमीर बातुनी और मैं उसके एक दम... Hindi · कहानी · निराला · प्रेम 1 206 Share Shiva Awasthi 13 Sep 2022 · 1 min read इस छोर से उस कोने तक इस छोर से उस कोने तक, जो खामोशी सी पसरी है। अनकही, अनछुई कुछ बातें, मानस में कुछ - कुछ उभरी हैं। एक शून्य बाँधकर नयन डोर उतरा करता है... Hindi · अनिश्चितता · कविता · प्रतीक्षा · प्रेम 4 232 Share लक्ष्मी सिंह 10 Feb 2021 · 1 min read किया प्यार जिससे किया प्यार जिससे बताया न अब तक। छुपा जो नजर में दिखाया न अब तक। सदा दूर से हम उन्हें देखते हैं, मगर पास उसको बुलाया न अब तक ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · प्रेम · भुजंगप्रयात छंद 3 4 202 Share लक्ष्मी सिंह 16 Feb 2021 · 1 min read पत्र प्रेमी प्रियतम नाम से, लिखा प्रणय का पत्र। प्रिय वसंत का आगमन, काम उठाया शस्त्र।।१ भेज रहे प्रियवर तुझे, स्नेह निमंत्रण पत्र। दर्शन जल्दी दीजिये, रहे नहीं अन्यत्र।। २ बिछड़ी... Hindi · दोहा · प्रेम · विरह 2 1 199 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 6 Nov 2022 · 1 min read प्रेम और प्रभु 🦚 *प्रेम और प्रभु* ०००००००००० प्रेम से नाम प्रभु का पुकारा करो । प्रेम नजरों से इनको निहारा करो ।। ० प्रेम के हैं ये प्यासे बुलाओ इन्हें , प्रेम... Hindi · गीत · प्रेम · प्रेम भजन 204 Share Kavita Chouhan 8 Jan 2023 · 1 min read बदला सा...... बदला सा ..... बदला सा है जीवन मेरा सुनहरा स्वप्न या कल्पना अलेश पतझड़ सा मौसम निर्जल,बेमजा सा बन गया है बसन्त बिखरा सा कोना कोना सजा आज करीने से... Hindi · कविता · प्रेम 247 Share अनूप अम्बर 29 Oct 2022 · 1 min read वसुधैव कुटुंबकम् की रीत वसुधैव कुटुंबकम् की रीत, हमने ही प्रथम चलाई थी, सारी दुनियां को मानवता की भाषा हमने सिखाई थी । पर दुनियां को सिर्फ सदा, युद्ध करना ही आया है, जिसमे... Hindi · नफरत · प्रेम · युद्ध · शिक्षा · हिंदुस्तान 2 230 Share Mamta Rani 12 Jun 2023 · 1 min read प्रेम सुख की बहती जो अविरल धारा माँ के स्नेह पे जग ये वारा पिता भी है स्नेह का गागर जिसने है जीवन को संवारा प्रेम के बंधन में बंध जो... Poetry Writing Challenge · कविता · पिता · प्रेम · भाई · माँ 4 340 Share Mukesh Kumar Sonkar 14 Jul 2023 · 1 min read फितरत "फितरत" अगर बेवफाई तेरी आदत में है, तो सच्ची मोहब्बत मेरी फितरत है। मैंने तो दिल की मल्लिका बनाना चाहा, तू दर दर भटके शायद यही तेरी किस्मत है।। तू... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Love Poetry · कविता · प्रेम · बेवफाई · मोहब्बत 2 424 Share लक्ष्मी सिंह 12 Feb 2021 · 1 min read प्रेम पर्व आया सखी प्रेम पर्व आया सखी, मन में उठे तरंग । छलक रहा है सोम रस, मादकता के संग।। १ अंग- अंग को तर रहा, मदहोशी का रंग। पोर पोर ज्वाला भरा,... Hindi · दोहा · प्रेम 3 3 194 Share दीपक झा रुद्रा 25 Jun 2022 · 1 min read मर्ज आलिंगन भर कर लेते तो ,तेरी खुशबू देह में होती। नाहक ही विरहा झेला हूं,जीवन को संतत्पित मानो। मैं आकाश प्रेम लुटाता,तेरे नाम पर गीत बनाता। किंतु अब आहें लिखता... Hindi · प्रेम · हिंदी कविता 2 2 168 Share लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' 21 Nov 2022 · 1 min read गीत कह रहे हैं आज हम भी तानकर सीना। प्रीत ने चलना सिखाया प्रीत ने जीना।। * थे भटकते फिर रहे पथ में अकेले। आप आये तो जुड़े हम से बहुत... Hindi · प्रेम 2 261 Share लक्ष्मी सिंह 28 May 2023 · 1 min read हुआ पिया का आगमन हुआ पिया का आगमन, छाया उर मधुमास। हुई पूर्ण मनकामना,बुझी हृदय की प्यास।। सारे मौसम से अलग,ये मौसम कुछ खास। मन मयूर नर्तन करे,खिले अधर मृदुहास।। मन मेरा तन में... Poetry Writing Challenge · दोहा · प्रेम 3 4 265 Share Page 1 Next