Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2018 · 2 min read

प्रेम

? ? ? ? ?
पीकर प्याला प्रेम का, मैं तो हुई मलंग।
मतवाली बन डोलती, जैसे उड़े पतंग।। १

दीपक उर में प्रेम की, फिजा हुई सतरंग।
बगिया मेरी रूह की, गई इश्क से रंग।। २

सबसे पावन प्रेम है, कहते ज्ञानी लोग।
जिस तन लागे वो सहे, बड़ा भयानक रोग।। ३

सत्य ललित कोमल कुसुम, प्रेम पंथ अज्ञात।
मधुर भाव सम मधुरिमा, सरस सुभग हर बात।। ४

कठिन मार्ग है प्रेम का, माँगे हर बलिदान।
इस पथ से जो डिग गया, मिले नहीं स्थान।। ५

बिना शर्त इस प्रेम का,होता रहे प्रवाह।
जो शर्तों में बाँधता, मुश्किल है निर्वाह।। ६

सुखद सुगंधित सुमन सम, सृष्टि सृजक श्रृंगार।
सरल समर्पित स्नेह से, सुखद सुधा संसार।। ७

चलो मीत दिन-रात की,सब सरहद के पार।
जहाँ प्रेम पलता रहे, जीवन हो गुलजार।। ८

टूटे धागे प्रेम के, मौसम रूठा जाय।
कभी बँधे जिससे रहे,लम्हें बड़ा सताय ।। ९

हरी-भरी सी यह धरा, ऊपर नील वितान।
जग सूना है प्यार बिन, जलता रेगिस्तान।।१ ०

सूरज संदेशा मिला, हर घाटी मैदान।
जल देना है प्यार का, प्यासी हर चट्टान।।१ १

सोचा समझा कुछ नहीं, कर बैठे हम प्यार।
दवा असर करता नहीं, किया इश्क बीमार ।। १ २

प्रेम एक संजीवनी, जिन्दा रखता आस।
कभी नहीं करता जलन, करता है विश्वास।।१४

महुआ मादकता भरा, मधुकर मदिर सुगंध।
प्रेम पथिक प्यासा फिरे, प्रिय पागल प्रेमांध।। १५

आओ प्रियतम हम रचे, सपनों का संसार।
प्रेम सुधा अंतस भरे, झूमे मस्त बहार।। १ ६

धन्य प्रेम है मीन का, देती जल बिन प्राण।
ये रस का लोभी भ्रमर, रस पी कर अनजान। १ ७

धुआँ दिखाई दे नहीं, लगी हुई है आग।
सहना मुश्किल है बहुत, विरह, प्रेम अनुराग।। १ ८

जुगनू,तितली,फूल फल, कितने रंग हजार।
नजरों में हरदम रहे, जाने किसका प्यार।। १९

? ? ? ? – लक्ष्मी सिंह ? ☺

358 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
"इंसानियत"
Dr. Kishan tandon kranti
शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana जिनका जीवन समर्पित है जनसेवा के लिए आखिर कौन है शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana ?
शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana जिनका जीवन समर्पित है जनसेवा के लिए आखिर कौन है शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana ?
Bramhastra sahityapedia
प्रथम मिलन
प्रथम मिलन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हमको अब पढ़ने स्कूल जाना है
हमको अब पढ़ने स्कूल जाना है
gurudeenverma198
3065.*पूर्णिका*
3065.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
दौर ऐसा हैं
दौर ऐसा हैं
SHAMA PARVEEN
धूप की उम्मीद कुछ कम सी है,
धूप की उम्मीद कुछ कम सी है,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
आपकी सोच जैसी होगी
आपकी सोच जैसी होगी
Dr fauzia Naseem shad
कभी जलाए गए और कभी खुद हीं जले
कभी जलाए गए और कभी खुद हीं जले
Shweta Soni
जिंदगी की उड़ान
जिंदगी की उड़ान
Kanchan verma
*चाँद को भी क़बूल है*
*चाँद को भी क़बूल है*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
संकल्प
संकल्प
Shyam Sundar Subramanian
औरतें
औरतें
Neelam Sharma
बहुत अंदर तक जला देती हैं वो शिकायतें,
बहुत अंदर तक जला देती हैं वो शिकायतें,
शेखर सिंह
Tum khas ho itne yar ye  khabar nhi thi,
Tum khas ho itne yar ye khabar nhi thi,
Sakshi Tripathi
रिश्ते का अहसास
रिश्ते का अहसास
Paras Nath Jha
* प्रीति का भाव *
* प्रीति का भाव *
surenderpal vaidya
4- हिन्दी दोहा बिषय- बालक
4- हिन्दी दोहा बिषय- बालक
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
खो गया सपने में कोई,
खो गया सपने में कोई,
Mohan Pandey
सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क
सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
सावन का महीना
सावन का महीना
Mukesh Kumar Sonkar
प्यार करोगे तो तकलीफ मिलेगी
प्यार करोगे तो तकलीफ मिलेगी
Harminder Kaur
पेडों को काटकर वनों को उजाड़कर
पेडों को काटकर वनों को उजाड़कर
ruby kumari
लोकतंत्र का महापर्व
लोकतंत्र का महापर्व
Er. Sanjay Shrivastava
जब तुम एक बड़े मकसद को लेकर चलते हो तो छोटी छोटी बाधाएं तुम्
जब तुम एक बड़े मकसद को लेकर चलते हो तो छोटी छोटी बाधाएं तुम्
Drjavedkhan
*छोड़कर जब माँ को जातीं, बेटियाँ ससुराल में ( हिंदी गजल/गीति
*छोड़कर जब माँ को जातीं, बेटियाँ ससुराल में ( हिंदी गजल/गीति
Ravi Prakash
माता - पिता
माता - पिता
Umender kumar
नवीन और अनुभवी, एकजुट होकर,MPPSC की राह, मिलकर पार करते हैं।
नवीन और अनुभवी, एकजुट होकर,MPPSC की राह, मिलकर पार करते हैं।
पूर्वार्थ
Loading...