Posts Tag: नज़्म 82 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Lohit Tamta 4 Sep 2022 · 1 min read "कुछ तो गुन-गुना रही हो"☺️ मन ही मन कुछ तो गुन-गुना रही हो, क्या कोई ख़ास नज़्म लिखी है, जो पहाड़ों में बैठ ये अस्मां में फैले बादलों को सुना रही हो, मौसम पहाड़ो का... Hindi · कविता · नज़्म · शायरी 9 10 414 Share Lohit Tamta 6 Aug 2022 · 1 min read यह सिर्फ़ वर्दी नहीं, मेरी वो दौलत है जो मैंने अपना खून और पसीना बहा के हासिल की है। This is not just my uniform but my wealth which I have earned by shedding my blood and sweat..! ख्वाइश बस इतनी सी है, जब भी मौत आए, ज़िस्म में वर्दी हो, सितारे अस्मां में नहीं मेरे काँधे में हो, और कफ़न तिरंगे का हो। जय हिन्द "लोहित टम्टा" Hindi · कविता · नज़्म · फौजी · शायरी 9 12 549 Share Lohit Tamta 11 Aug 2022 · 1 min read "अगली राखी में आऊँगा" बहन आज तेरा त्यौहार आ गया, फ़िर से राखी का दिन आ गया, तेरी शरारतें और तेरी बातें याद मुझे दिला गया, इस साल नहीं अगले साल आऊँगा, फ़िर से... Hindi · Indianarmy · कविता · नज़्म · भारतीय सेना · रक्षाबंधन 7 6 308 Share Lohit Tamta 9 Aug 2022 · 2 min read "फौजी और उसका शहीद साथी" जब सारा देश जीती हुई जंग की ख़ुशी मना रहा था, तब एक फौजी अपने साथी की जान बचाने की जंग लड़ रहा था, अपनी गोद में बैठा कर उसको... Hindi · Indian आर्मी · कविता · नज़्म · फौजी · शहीद 6 4 442 Share Lohit Tamta 13 Jul 2022 · 1 min read 'फौजी होना आसान नहीं होता" फौजी होना आसान नहीं होता, सपने और अपनों को छोड़ना आसान नहीं होता, क्योंकि रब हर किसी पर मेहरबान नहीं होता फ़ौजी होना आसान नहीं होता।। "लोहित टम्टा" Hindi · नज़्म · शेर 5 3 1k Share अनिल कुमार 8 Jul 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - फितरत-ए-इंसा...आज़ कोई सामान बिक गया नाम बन के आज़ कोई सामान बिक गया नाम बनके, और कोई इंसान बिक गया सामान बनके। मोबाइल, कम्प्यूटर सबमें अहसास जग गए, इंसान ही नहीं बस चल पाया इंसान बनके। मेरी झोंपड़ी... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल · गीत · नज़्म 5 161 Share Lohit Tamta 13 Jul 2022 · 1 min read "फौजियों की अधूरी कहानी" कुछ बातें अनकही रह जाती है, कविता बन वो अक्सर कागज़ में आजाती है, या तो शायरी बन कर अल्फाज़ो में आजाती है, जज़्बातों को बिखैर कर रूह को चीर... Hindi · कविता · नज़्म · शेर 5 6 864 Share Shiva Awasthi 31 Dec 2022 · 1 min read कैलेंडर निश्चित है दीवार इसे अब बदलेगी, प्रासंगिकता खो बैठा है कैलेंडर। दीवारों की छाती चढ़ते, नई नवेली तारीखें कब सोच सकी हैं, दिन बदलेंगे। दिन बदलेंगे और जनवरी बूढ़ी होगी,... Hindi · उर्दू · नज़्म · हिंदी 4 2 212 Share Lohit Tamta 26 Jul 2022 · 1 min read "कारगिल विजय दिवस" ना पूछी जात ना पूछा मजहब, वो नेता नहीं फौजी थे जनाब उन्होंने सिर्फ अपना हिंदुस्तान देखा, हमारे आज के लिए अपना कल क़ुर्बान कर दिया, जहाँ मुमकिन ना था... Hindi · कविता · नज़्म · शायरी 4 6 263 Share Lohit Tamta 22 Jul 2022 · 1 min read "तुम हक़ीक़त हो ख़्वाब हो या लिखी हुई कोई ख़ुबसूरत नज़्म" बादल भी जहाँ पहाड़ों को छू कर चलते है, उन पहाड़ों में ही कहीं आशियाँ है मेरा, बस यहीं तुमको छू कर महसूस करना है तुम हक़ीक़त हो या कोई... Hindi · कविता · नज़्म · शायरी 4 4 480 Share Dalveer Singh 5 Jun 2022 · 1 min read #udhas#alone#aloneboy#brokenheart तुम से बिछड़कर जो निखरा हू मैं क्या बताऊँ कितना बिखरा हू मैं Hindi · नज़्म 4 554 Share Shekhar Chandra Mitra 15 Jun 2021 · 1 min read यादों की परछाइयां उस सोलहवें साल में अजीबो-गरीब-से हाल में पल भर के मिलन के बाद उम्र भर की जुदाई को कैसे कोई याद करे-२ (१) उस मौत-से सन्नाटे में कब्रिस्तान-से वीराने में... Hindi · कविता · गीत · नज़्म 3 1 708 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 15 Nov 2022 · 1 min read ख़ामुश हुई ख़्वाहिशें - नज़्म नज़्म 【 ख़ामुश हुई ख़्वाहिशें 】 बहुत दूर निकल आये हैं मुहब्बत के सफ़र में । ख़ुद को मिटाकर भी न पा सके हैं उनको ।। भरोसा कर लिया था... Hindi · नज़्म 3 198 Share बदनाम बनारसी 11 Jun 2023 · 1 min read अब तो मिलने से भी घबरा रहा हूँ हूँ मैं काला तिल उनकी गालों का, उनकी ज़ीनत का मैं पहरा रहा हूँ। लोग बढ़ते रहे आगे मुझसे, मैं वही का वहीं ठहरा रहा हूँ। खायीं हैं ठोकरें हज़ारों... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका · घबराहट · तकदीर शायरी · नज़्म · शेर 3 109 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - न जाने किस क़दर भरी थी जीने की आरज़ू उसमें न जाने किस क़दर भरी थी जीने की आरज़ू उसमें, कि वो उम्र भर मरता रहा किसी के साथ जीने के लिए। बोझिल क़दमों से चढ़ी होंगी मयकदे की सीढ़ियाँ... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · गीत · नज़्म · प्यार · शायरी 2 132 Share अश्क चिरैयाकोटी 24 May 2022 · 1 min read जब-जब देखूं चाँद गगन में..... विरह वेदना के झंकृत स्वर मंद-मंद मुस्काते हैं। स्नेहिल स्मृतियों के झूले झूला रोज़ झुलाते हैं।। जब-जब देखूं चाँद गगन में बस तुझमें खो जाता हूँ, मन के सूने आंगन... Hindi · नज़्म 2 1 449 Share Nitu Sah 29 Mar 2022 · 1 min read Mubarak ho नज़्म-मुबारक हों Heppy Barth day , O ,Barthday Rani,Rani,Rani. -२ मुबारक हो तुमको ये जन्मदिन तुम्हारी तुम जीवों हजारों साल,सबका हैं यही दुआ जिस पर रख दों अंगूली तुम,ओ हो... Hindi · नज़्म 2 301 Share *Author प्रणय प्रभात* 25 Aug 2023 · 1 min read ■ संवेदनशील मन अतीत को कभी विस्मृत नहीं करता। उसमें और व्याव ■ संवेदनशील मन अतीत को कभी विस्मृत नहीं करता। उसमें और व्यावसायिक (अवसरवादी) मन में सबसे बड़ा अंतर यही है। Hindi · नज़्म 2 290 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - उसका प्यार जब से कुछ-कुछ गहरा हुआ है उसका प्यार जब से कुछ-कुछ गहरा हुआ है, कई नज़रों का उस पे निशाना ठहरा हुआ है। एक क़दम भी गर वो चलती है मेरी गली में तो, उसके पैरों... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · चाहत · नज़्म · प्यार 2 170 Share Lohit Tamta 28 Apr 2022 · 1 min read "सुनो एक सैर पर चलते है" चलो एक सैर पर चलते है, यादों की किताब को फ़िर से खोलते है, उन बच्पन के दोस्तों के साथ एक महफ़िल जमाते है, उस महफ़िल में स्कूल के किस्सों... Hindi · नज़्म 2 521 Share Dr. Pratibha Mahi 11 May 2022 · 1 min read तेरा पापा... अपने वतन में पापा की... लाड़ली बिटिया... पापा आपके पास ही हैं ...! दुखी मत हुआ कर... मेरी परी...! जब तू हँसती है.... मुझे बहुत अच्छी लगली है...! जब रोती है... तो... मेरा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · नज़्म 2 2 638 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read नज़्म/कविता - जब अहसासों में तू बसी है जब अहसासों में तू बसी है, तेरी ही मुझमें मदहोशी है, कैसे कह दूँ के तू यहाँ नहीं है, कैसे कह दूँ के ख़ामोशी है। जब अहसासों में तू बसी... Poetry Writing Challenge · अहसास · कविता · गीत · चाहत · नज़्म 2 114 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - उसके सारे जज़्बात मद्देनजर रखे उसके सारे जज़्बात मद्देनजर रखे, जहां के सारे सवालात मद्देनजर रखे। हमारे दरमियाँ क्या है मैं जानूं, वो जाने, उसके भी सारे हालात मद्देनजर रखे। ये गाँव का प्यार है... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · ग़ज़ल/गीतिका · जज़्बात · नज़्म · प्यार 2 2 118 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - शाम का ये आसमांँ आज कुछ धुंधलाया है शाम का ये आसमाँ आज़ कुछ धुंधलाया है, इसमें मेरे प्यार का ढ़का हुआ सा साया है। बादलों की टोलियाँ बड़ी भागदौड़ हैं कर रहीं, क्या इनमें यार का चेहरा... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 2 227 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है, कभी मिल ना पाऊँ तो भी दिल के तार बज़ाती है। कितनी बार सुनता हूँ उसे सोते-सोते भी... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · ग़ज़ल · दोस्ती प्यार की · नज़्म · प्यार 2 261 Share Dalveer Singh 7 Jun 2022 · 1 min read हमसफर अक़्सर सफर तय कर जाते है लोग , हमसफर के साथ रह जाते है हम रोते हुए, शराब के साथ! Hindi · नज़्म 2 2 296 Share Krishan Singh 19 May 2022 · 1 min read झूठों से महफ़िल सजी थी झूठों से महफ़िल सजी थी हमसे गलती हुई... हमसे गलती हुई हमने सच बोल दिया... सब लोग बैठे थे .... सब लोग बैठे थे मुठ्ठी में दबा कर नमक हमने... Hindi · नज़्म 2 186 Share Lohit Tamta 26 May 2022 · 1 min read "दोस्त-दोस्ती और पल" स्कूल की यादों को किताबों में छुपा के रखना, जब भी खुलेंगी तो हाँसी और आँसू दोनों देंगीं। ये वो यादें है जो सुकूँ के साथ बीती बारिश सी बरस... Hindi · नज़्म 2 6 416 Share Krishan Singh 19 May 2022 · 1 min read किसी को अपना दर्द बताने से बेहतर है किसी को अपना दर्द बताने से बेहतर है दर्द के साथ जीना सीख जाओं क्योंकि इस दुनिया में कोई किसी का नहीं होता!! – कृष्ण सिंह Hindi · नज़्म 2 132 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - प्यार के ख्वाबों को दिल में सजा लूँ तो क्या हो प्यार के ख्वाबों को दिल में सजा लूँ, तो क्या हो, इश्क़ की झील में गोते लगा लूँ, तो क्या हो। भीनी सी मदहोशी में जैसे बीतती जाए सारी रात,... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · ग़ज़ल/गीतिका · चाहत · नज़्म · प्यार 1 409 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - आज़ मेरे हाथों और पैरों में ये कम्पन सा क्यूँ है आज़ मेरे हाथों और पैरों में ये कम्पन सा क्यूँ है, इस दिल की धड़कनों में ये स्पन्दन सा क्यूँ है। अपनी मुलाकातों की ये पहली ख्वाहिश तो नहीं, बरसों... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · नज़्म · प्यार और खलिश 1 163 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - वो ही वैलेंटाइन डे था एक दिन खुद में बड़ा सा मैं जहां जोड़कर आया था, अपने दिल की धड़कनों का मैं आसमाँ जोड़कर आया था। पास आने की मनुहार की थी हौले से हाथ... Poetry Writing Challenge · अहसास · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · नज़्म · प्यार 1 126 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की, उसको पास लाने की ऐसे कोशिशें अपनी जारी की। बहुत दूर लगी मंजिल मेरे अरमानों की मुझे, मगर, उसके वास्ते सब भूल... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · ग़ज़ल/गीतिका · चाहत · नज़्म · प्यार 1 145 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - ये हर दिन और हर रात हमारी होगी ये हर दिन और हर रात हमारी होगी, चुपचाप बैठे-बैठे बात भी सारी होगी। भरभरा कर गिरेगी वो जब मेरी बाहों में, एक दूसरे में सिमटने की तैयारी होगी। पता... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 140 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 2 min read ग़ज़ल/नज़्म - मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं, उसकी हर नज़ाकत में चमत्कार बहुत हैं। उसके जज़्बात भले ही हैं अनकहे से पर, उसकी झुकी पलकों में समाचार बहुत हैं।... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 208 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - मुझे दुश्मनों की गलियों में रहना पसन्द आता है मुझे दुश्मनों की गलियों में रहना पसन्द आता है, मुझे तेरे नाम से उनका गाली देना पसन्द आता है। एक तू ही तो है जिसे मैं तनहाईयों में भी सुनता... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 157 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - ये प्यार-व्यार का तो बस एक बहाना है ये प्यार-व्यार का तो बस एक बहाना है, सच में तो मुझे बस तुझे पास बुलाना है। क्या पता मुझसे मिलने तू आए ना आए, मेरी बदनामियों का जो खुला... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 106 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म/मुक्तक - बिन मौसम की बारिश में नहाना, अच्छा है क्या बिन मौसम की बारिश में नहाना, अच्छा है क्या? सच को झूठ से आईना दिखाना, अच्छा है क्या? देश और अवाम वास्ते हो सियासत, तो अच्छी लगे, हाकिम का अवाम... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · गीत · नज़्म · मुक्तक 1 242 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read नज़्म/गीत - वो मधुशाला, अब कहाँ वो यारों के जत्थे साकियों की अठखेलियाँ, वो मयकशों की अदब वो उनका अपना जहाँ, वो प्यालों में महबूब को नजर आते यार के निशाँ, वो अमन चैन की होती... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · नज़्म · मधुशाला · मुक्तक 1 143 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - दिल में ये हलचलें और है शोर कैसा दिल में ये हलचलें और है शोर कैसा, पल में जो चुरा ले गया है चोर कैसा। खामखाँ के इल्ज़ाम लगते भले इसपे, खूब नाचे हंसकर जो ये है मोर... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 141 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म: एक तेरे ख़्वाब में ही तो हमने हजारों ख़्वाब पाले हैं एक तेरे ख़्वाब में ही तो हमने हजारों ख़्वाब पाले हैं, नज़र ना लग जाए किसी की तो दिल से नहीं निकाले हैं। साल-दर-साल ही निखर रही है रौनकें चाहत... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · चाहत · नज़्म · प्यार 1 129 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 6 Jan 2022 · 1 min read नात،،सारी दुनिया के गमों से मुज्तरिब दिल हो गया। सारी दुनिया के गमों से मुज्तरिब दिल हो गया। जिक्रे आका मैंने की सुकून हासिल हो गया। ❤️ जो खुदा के हुक्म पर सुन्नत रसूले पाक पर । अमल पैरा... Hindi · नज़्म 1 1 755 Share Shiva Awasthi 18 Oct 2023 · 2 min read नज़्म वही एक दुःख भरी शायरी, जिसे सुनाकर रोते थे तुम। जिसको सुनकर रोते थे हम। बहुत दिनों से सुनी नहीं है नहीं! आँख में नमी नहीं है तुम्हें याद है!... Hindi · नज़्म · याद · रूमानियत 1 129 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - मैं बस काश! काश! करते-करते रह गया मैं बस काश! काश! करते-करते रह गया, और बार-बार ताश के पत्ते सा ढ़ह गया। इज़हार-ए-प्यार ना कर पाया उससे कभी, यूँ ही ज़माने की दुश्वारियों को सह गया। उसके... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · चाहत · नज़्म · प्यार 1 162 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - उसकी तो बस आदत थी मुस्कुरा कर नज़र झुकाने की उसकी तो बस आदत थी मुस्कुरा के नज़र झुकाने की, हमको भी आदत लग गई इज़हार-ए-प्यार समझ जाने की। उसका अक्स आकर बैठने लगा आँखों के दरवाजों पे, हमको लत... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · नज़्म · प्यार 1 268 Share *Author प्रणय प्रभात* 18 Sep 2023 · 5 min read #नज़्म / ■ दिल का रिश्ता #तवील_नज़्म- ■ दुनिया में लाखों रिश्ते हैं।। (दीन-दुनिया के अनगिनत रिश्ते-नातों को कविता रूपी एक सूत्र में पिरोने का अभिनव प्रयास कविता के सुधि पाठकों को सादर समर्पित) 【प्रणय प्रभात】... Hindi · दिल के रिश्ते · नज़्म 1 175 Share *Author प्रणय प्रभात* 4 Aug 2023 · 1 min read ■ नज़्म-ए-मुख्तसर ■ नज़्म-ए-मुख्तसर Hindi · नज़्म 1 234 Share *Author प्रणय प्रभात* 3 Aug 2023 · 1 min read ■ छोटी सी नज़्म... ■ छोटी सी नज़्म... Hindi · नज़्म 1 216 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Jun 2023 · 1 min read #छोटी_सी_नज़्म #छोटी_सी_नज़्म ■ ख़ूबसूरत सा वाक़या 【प्रणय प्रभात】 आपका आना अचानक होंठ दांतों में दबाए शोख़ आंखों में अदाएं। उंगलियों के बीच चूनर अनछुई ख़ुशबू से छू कर। हाथ का कांधे... Hindi · नज़्म 1 158 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - दस्तूर-ए-दुनिया तो अब ये आम हो गया दस्तूर-ए-दुनिया तो अब ये आम हो गया, किसी की बदनामी से किसी का नाम हो गया। जिसकी वफाओं पर था नाज़ हमें बहुत, ज़रूरत में वो यार ख़ुद बेनकाब हो... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · जज़्बात · नज़्म · मुक्तक 1 2 168 Share Page 1 Next