Posts Tag: नवगीत 71 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डाॅ. बिपिन पाण्डेय 10 Nov 2024 · 1 min read नवगीत काट रही है भूख चिकोटी। दूध नहीं है छाती में पर चिपकी मुनिया छोटी। देख रही है दुनिया सारी केवल अल्हड़ यौवन, कामी बनकर घूरें नजरें बना ज़माना दुश्मन। हमने... Hindi · नवगीत 26 Share surenderpal vaidya 9 Nov 2024 · 1 min read महका है आंगन ** नवगीत ** ~~ हार सिंगार के फूलों से, महका है आंगन। देख लीजिए हुआ प्रफुल्लित, खिला खिला सा मन। खिले रात भर महके महके सब शाखाओं पर नित्य सुबह... Hindi · नवगीत · हार सिंगार 1 1 19 Share surenderpal vaidya 4 Nov 2024 · 1 min read रंग अलग है नवगीत ~~ रंग अलग है ढंग अलग है। बीत रहे हर पल जीवन के। बारिश की बूंदाबांदी में, देखो भीग रही धरती है। लोगों के तन मन पर भी तो,... Hindi · नवगीत 1 1 20 Share जगदीश शर्मा सहज 10 Jun 2024 · 1 min read श्यामा चिड़िया तरुवर पर भोली सी चिड़िया, उड़-उड़कर कुछ कहती है। सूने पेड़ों की डाली पर, सूखे कण्ठ फुदकती है।। ढूँढा करती है वो छाया, कांटों के झंखाड़ तले। शहरों के काले... Hindi · नवगीत 51 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read सारा जीवन बीत गया है! आधा धीरज रख कर बीता आधा मारामारी में, सारा जीवन बीत गया है जीने की तैय्यारी में ! रोज़ चले पर कहीं न पहुँचे ऎसी डगर मिली हमको सपनों में... Poetry Writing Challenge-3 · नवगीत 1 46 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read मर मर कर जीना पड़ता है ! धड़कन में तेज़ाब घुला है सांसों में अंगारे मर मर कर जीना पड़ता है क्यूं हमको मितवा रे सपनों के सैलाब उठे जो आंखों में डूबे हैं नींद नहीं पलकों... Poetry Writing Challenge-3 · नवगीत 1 49 Share surenderpal vaidya 5 Feb 2024 · 1 min read * शुभ परिवर्तन * ** नवगीत ** पर्व यही शुभ परिवर्तन का सबके मन को भाता खूब मकर संक्रांति पर्व आ गया सबके मन को खूब भा गया जागी मन में नयी उमंगें रंग... Poetry Writing Challenge-2 · नवगीत · मकर संक्रांति 1 1 108 Share surenderpal vaidya 1 Feb 2024 · 1 min read * गीत प्यारा गुनगुनायें * ** नवगीत ** ~~ प्रकृति के साथ हिलमिल, गीत प्यारा गुनगुनायें। भोर की बेला सुनहरी, प्राणियों ने चक्षु खोले। मिट गई तम श्रृंखलायेँ, और लब पर सुर अबोले। पाखियों के... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · नवगीत 1 1 161 Share surenderpal vaidya 1 Feb 2024 · 1 min read * नव जागरण * ** नवगीत ** ~~ संगीत का अब प्रकृति में हो रहा नव जागरण। शीत से कुछ थम गई थी, और मद्धम हो गई थी। किन्तु वासंती लहर का, हो रहा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · नव जागरण · नवगीत 1 1 157 Share surenderpal vaidya 31 Jan 2024 · 1 min read * विदा हुआ है फागुन * ** नवगीत ** ~~~~~~~~~~~~~ नई कोंपलों से पेड़ों को, भर कर विदा हुआ है फागुन। ठंडी ठंडी हवा चलेगी, तपती दोपहरी में। और सघन सी छाया होगी। चुभन भरी गर्मी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · नवगीत · फागुन 1 114 Share surenderpal vaidya 31 Jan 2024 · 1 min read * राह चुनने का समय * ** नवगीत ** ~~~~~~~~~~ अब नहीँ चुपचाप बैठो, राह चुनने का समय है। ~~ आज सत्ता के खिलाड़ी, वोट के याचक बने हैं। स्याह दिल भीतर छिपाये, भगत बगुले से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · नवगीत 101 Share surenderpal vaidya 31 Jan 2024 · 1 min read * चाहतों में * ** नवगीत ** ~~~~~~~~~~~~ चाहतों में गुजर गया जीवन। जब वो आये सँवर गया जीवन। आंसूओं को बहुत पिया मैंने, दर्द चुपके से सह लिया मैंने। जिन्दगी की तमाम खुशियों... Poetry Writing Challenge-2 · नवगीत 1 1 140 Share surenderpal vaidya 31 Jan 2024 · 1 min read * गीत कोई * ** नवगीत ** ~~ गीत कोई गुनगुनाता जा रहा है पर्वतों की चोटियों में और गहरी घाटियों में बह रही शीतल हवा को कौन महकाता रहा है खिल रहे सुन्दर... Poetry Writing Challenge-2 · नवगीत 1 1 165 Share surenderpal vaidya 31 Jan 2024 · 1 min read * सुहाती धूप * ** नवगीत ** ~~ सर्दी के मौसम में देखो सबको खूब सुहाती धूप श्वेत दुधिया रंग लिए धुंध पड़ी हर ओर शीतलता से हो रहा कंपित है हर छोर सहसा... Poetry Writing Challenge-2 · नवगीत · सुहाती धूप 1 1 118 Share surenderpal vaidya 30 Jan 2024 · 1 min read * नव जागरण * ** नवगीत ** ~~ संगीत का अब प्रकृति में हो रहा नव जागरण। शीत से कुछ थम गई थी, और मद्धम हो गई थी। किन्तु वासंती लहर का, हो रहा... Poetry Writing Challenge-2 · जागरण · नवगीत 1 1 238 Share surenderpal vaidya 30 Jan 2024 · 1 min read * खिल उठती चंपा * ** नवगीत ** ~~~~~~~~~~~ *खिल उठती चंपा* रोज सुबह, खिल उठती चंपा। इस पुण्य धरा पर होती पोषित, खूब फैलती और फूलती। हरियाली साड़ी धारण कर, खड़ी खड़ी इठलाती जाती।... Poetry Writing Challenge-2 · चंपापुष्प · नवगीत 1 1 156 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read पग न अब पीछे मुड़ेंगे... कस कमर जो चल पड़े हैं, पग न वे पीछे मुड़ेंगे। तुम जियो आजाद होकर, अब न तुम पर भार हूँ मैं। कर्म अपने साथ लेकर, जी रही अधिकार हूँ... Poetry Writing Challenge-2 · नवगीत 2 213 Share *प्रणय* 28 Aug 2023 · 1 min read #नवगीत- #नवगीत- ■ मेरे पीछे ना दौड़ो...।। 【प्रणय प्रभात】 मैं बादल हूँ बस धरती की प्यास बुझाऊंगा। मेरे पीछे ना दौड़ो मैं हाथ ना आऊंगा।। - मुझमें जितना नीर, वो सब... Hindi · गीत · नवगीत 2 159 Share surenderpal vaidya 19 Jul 2023 · 1 min read रिमझिम बरसो ** नवगीत ** ~~ रिमझिम बरसो काले बदरा, सबकी प्यास बुझाओ। नन्हे नन्हे पर फैलाए, देखो उड़ी जा रही चिड़िया। चहक रही है डाली डाली, सुन्दर नन्ही सी गौरैया। बादल... Hindi · कविता · नवगीत 2 2 185 Share surenderpal vaidya 12 Jun 2023 · 1 min read सावनी श्यामल घटाएं ** नवगीत ** ********************* छा रही हैं * नील नभ पर छा रही हैं, सावनी श्यामल घटाएँ। गर्मियां तपती दोपहरी, में सभी व्याकुल हुए हैं। खिन्न मन बोझल कदम ले,... Poetry Writing Challenge · कविता · नवगीत · सावन 1 414 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 11 Jun 2023 · 2 min read दर्द की मानसिकता डॉ ० अरुण कुमार शास्त्री एक ? अबोध बालक - अरुण अतृप्त दर्द की चादर से वैसे तो मेरा कोई लगाव न था ।। न चाहते चाह्ते ये न जाने... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · नवगीत 320 Share surenderpal vaidya 6 Jun 2023 · 1 min read किसको सुनाऊँ ** किसको सुनाऊँ ** ------------- प्रीत का नवगीत मैं, किसको सुनाऊं। तुम नहीं हो पास मेरे, महक फूलों में तुम्हारी। तुम भले आँखों से ओझल, किन्तु मन में छवि तुम्हारी।... Poetry Writing Challenge · कविता · नवगीत 1 258 Share surenderpal vaidya 3 Jun 2023 · 1 min read हिन्दी के हित प्यार ** नवगीत ** ~~~~~~~~~~~~~~~ हिन्दी के हित प्यार जगाएँ। हम अपना कर्तव्य निभाएँ। ~ इस मिट्टी से जन्मी भाषा, करती पूर्ण सभी की आशा। नभ में नाम इसी का हम... Poetry Writing Challenge · कविता · नवगीत · हिन्दी 1 350 Share surenderpal vaidya 30 May 2023 · 1 min read बरसात ** बरसात ** ~~~~~~~~~~~ बरसात में गीतों के स्वर घुलने लगे हैं नेह के उर में बजी प्रिय तान है ओंठ पर इक मदभरी मुस्कान है धड़कनों के बीच कोमल... Poetry Writing Challenge · कविता · नवगीत · बरसात 1 329 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read करवट लेती यादें रोम रोम में पड़ी सलवटें, करवट लेती यादें। जब तक आग चिलम में बाकी, हुक्का पीना होगा। यादों का परजीवी बनकर, हमको जीना होगा। उर से लिपटी रोतीं रातें, कैसे... Poetry Writing Challenge · नवगीत 1 2 217 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read गाँवों की पगडंडी राजमार्ग से प्रश्न कर रही, गाँवों की पगडंडी। कब पहुँचेगा मेरे द्वारे, यह विकास पाखंडी। बूढ़े गाँवों में दिखता है, सुविधाओं का टोटा। बच्चे मार रहे तख्ती पर, अब तक... Poetry Writing Challenge · नवगीत 2 2 266 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read दिल में पीड़ा अँखुआई है दिल में पीड़ा, सन्नाटे को पढ़कर। ग्रहण लगाती है खुशियों को, गर्द गमों की चढ़कर।। जान बचाने के लोगों को, पड़े हुए हैं लाले। छोड़ सुरक्षा कवच अनोखा,... Poetry Writing Challenge · नवगीत 1 171 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read लेकर हाथ तिरंगा लेकर हाथ तिरंगा। रैली,धरना,हड़तालों में होता है अब दंगा। नहीं बोलने की आज़ादी, लोग लगाते नारे। रोक सड़क की आवाजाही, बैठें पैर पसारे। लोकतंत्र की देखो खूबी, करे झूठ को... Poetry Writing Challenge · नवगीत 1 2 214 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read समय बड़ा अलबेला है ता - ता थैया खूब नचाए, समय बड़ा अलबेला है। कहीं जेब में बोझिल बटुआ, कहीं न कौड़ी - धेला है। कहीं दौड़ता चीते - सा वह कहीं हाथ पर... Poetry Writing Challenge · नवगीत 176 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read बहरे हैं चलने वाले साथ सभी जब अंधे, गूँगे, बहरे हैं, कैसे पूरे होंगे जो भी देखे स्वप्न सुनहरे हैं। बँधी हुई खूँटे से नावें खाती हैं तट पर हिचकोले, उत्ताल तरंगें... Poetry Writing Challenge · नवगीत 241 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read सहमा- सा माहौल पेशानी पर बल हैं सबके, सहमा-सा माहौल, तोड़ रही है दम मानवता, उड़ता रोज़ मखौल। बस बिधिना से आस लगाए बैठा एक गरीब। दो गज धरती मरने पर भी उसको... Poetry Writing Challenge · नवगीत 185 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read परंपरा का घूँघट लिया समय ने करवट। जिसके हिस्से में रहती थी हर पग पर दुश्वारी, स्वप्नों के बटुवे में उसके आई दुनिया सारी। शिक्षा के झोंके ने उलटा परंपरा का घूँघट। रही... Poetry Writing Challenge · नवगीत 201 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 May 2023 · 1 min read सज्जनता के जेवर रास नहीं आते दुनिया को सज्जनता के जेवर। फिकरा कसती रहती राहें अपने कहते बुजदिल, खून जोंक-सा चूसा करती रोज अनोखी मुश्किल। धूर्त भेड़िए दिखलाते हैं अपने तीखे तेवर। पूज्य... Poetry Writing Challenge · नवगीत 91 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 May 2023 · 1 min read बदल गए हैं सब प्रतिमान बदल गए है सब प्रतिमान अस्ताचल में सच का सूरज हुआ झूठ का नवल विहान, त्याज्य हुआ पंचामृत पोषक मैला लगता गंगा नीर, तीर्थाटन है सैर-सपाटा घूम-घूम खींचें तस्वीर। नागफनी... Poetry Writing Challenge · नवगीत 95 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read वक्त गिरवी सा पड़ा है जिंदगी ( नवगीत) नवगीत-25 आधुनिकता वक्त पाकर देख दर्पण मुस्कुराती । वक़्त गिरवी सा पड़ा है जिंदगी आँसू बहाती । जंगलों का काफ़िला अब ख़ौफ़ से सहमा हुआ है ले प्रगति की नव... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 258 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read पैसों के छाँव तले रोता है न्याय यहां (नवगीत) नवगीत 24 पैसों के छाँव तले रोता है न्याय यहाँ । खुशिओं की वाट लगी दर्द भाव खाता है सच के दरवाजे पे झूठ मुस्कुराता है कर्मो की फसलों को... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 216 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read राजनीति अब धुत्त पड़ी है (नवगीत) नवगीत _23 राजनीति अब धुत्त पड़ी है नेताओं के तलवे चाटे । श्रमिक भूख से तड़प रहे है खाते कूड़ेदान पराठे । औंधे मुँह गिर पड़ी शराफ़त मंहगाई मुँह बाए... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 445 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत) नवगीत_22 --------- एक अँधेरा सा छा जाता है परिवर्तित व्यवहारों में । द्वंद्व अनेकों पलते देखे, संवेदनहीन विचारों में । स्वार्थ लिए निजता बढ़ती है लघुता विस्तृत हो जाती सम्बन्धों... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 295 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read आज गरीबी की चौखट पर (नवगीत) नवगीत _21 आज गरीबी के चौखट पर चित्त पड़ी है क्यों महँगाई । जीवन जीने की प्रत्याशा क्षुब्ध कहीं आँखें मलती है छोड़ शहर के संसाधन सब मजबूरी पैदल चलती... Poetry Writing Challenge · कविता · नवगीत · रकमिश सुल्तानपुरी 253 Share Rakmish Sultanpuri 23 May 2023 · 1 min read हूं नही कवि व्यर्थ अपनी लेखनी (नवगीत? नवगीत 20 हूँ नही कवि व्यर्थ अपनी लेखनी किस पर चलाऊं । सोचता हूँ शांति की छाया कहीं से ढूढ़ लाऊं । भाव में नित लिप्त होकर ठूँठ सी दमदार... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 193 Share Rakmish Sultanpuri 23 May 2023 · 1 min read निर्भय सोती रही जिंदगी (नवगीत) नवगीत–19 निर्भय सोती रही जिंदगी मौत यहाँ सिरहाने बैठी । जागरूकता खाली पन में पीट रही है रोज ढ़िढोरा आलस की चादर में लिपटा छिछलेपन ने खींस निपोरा पुनः व्यस्तताएं... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 185 Share Rakmish Sultanpuri 23 May 2023 · 1 min read आदमी की क्रूरता में कौन सा रस है(नवगीत? नवगीत18 आदमी की क्रूरता में कौन सा रस है ? देख जग की रीति इन आँखों में पावस है । रुग्णता से हार जाती तीक्ष्ण क्षमताएँ, आदमी को तोड़ देती... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत · रकमिश सुल्तानपुरी 248 Share Rakmish Sultanpuri 22 May 2023 · 1 min read कंटकों के मार्ग पे चल (नवगीत) नवगीत –17 वंचनाओं को मिला पथ दो दिनों का हर्ष बोता । कंटकों के मार्ग पे चल गुण दुःखी आँसू सँजोता । जिंदगी की दौड़ में सब बीत जाता वक्त... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 162 Share Rakmish Sultanpuri 22 May 2023 · 1 min read अनुमानों पर जीवन शैली (नवगीत) नवगीत –16 लक्ष्य निरन्तर धूमिल करती फैल निराशाएँ मटमैली कब तक चलती रहे अकेले अनुमानों पर जीवन शैली कर्मो के अवलम्ब ढहे है निश्चित्ताएँ दूर खड़ी हैं पगुराते अवसर से... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 157 Share Rakmish Sultanpuri 22 May 2023 · 1 min read जिन लोगों ने दर्द (नवगीत) नवगीत_15 जिन लोगों ने दर्द छुआ है , उनमें तुम हो, उनमें मैं हूँ । हरे घाव को तृप्त कर गई ये सन्ध्या की धूप बुढ़ापी नमी दे गई नम... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 227 Share surenderpal vaidya 20 May 2023 · 1 min read गायें गौरव गान ** गायें गौरव-गान ** ~~ गायें गौरव गान देश का गायें गौरव गान यह भूमि है अति पावन सबसे बढ़कर मनभावन इस पर आँच न आने देंगे कर देंगे जीवन... Poetry Writing Challenge · कविता · देश · नवगीत 1 316 Share Rakmish Sultanpuri 20 May 2023 · 1 min read लाद ले जाती गरीबी (नवगीत) नवगीत _14 -------------- जीर्ण वस्त्रों में छिपाकर हुक़्म पा धनवान का । लाद ले जाती ग़रीबी ढेर कूड़ेदान का । तंग बचपन की गली में ठोकरों से डगमगाई । धूप... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 320 Share Rakmish Sultanpuri 20 May 2023 · 1 min read वक्त को जिसने न समझा (नवगीत) नवगीत_13 वक़्त को जिसने न समझा वक़्त पीछे पड़ गया फिर । वक़्त ने उसको लताड़ा और आगे बढ़ गया फिर । उम्र की राहों पे दौड़ी घट रही नित... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · गीत · नवगीत 226 Share Rakmish Sultanpuri 20 May 2023 · 1 min read जिंदगी है कुछ नही बस(नवगीत) नवगीत _12 एक मुट्ठी भर समय है रेत सी फिसलेगी मानी जिंदगी है कुछ नही बस मात्र दो दिन की कहानी आ गया संसार में इक जीवधारी ज्ञात होकर खिलखिलाई... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · नवगीत 124 Share Rakmish Sultanpuri 20 May 2023 · 1 min read आश दे तो आशना दे (नवगीत) नवगीत_11 आश दे तो आशना दे । देव ! ऐसा ताप न दे । सभ्यताओं को निगलने आज विपदाएं चल पड़ीं हैं व्योम तक ले दुष्ट छमताएँ धर्म चुप है... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 195 Share Page 1 Next