Posts Tag: दोहा 4k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 9 Next RAMESH SHARMA 1 Feb 2024 · 1 min read मनमुटावका आपका ये कैसा अंदाज मनमुटाव का आपका, ये कैसा अंदाज । छोड़ दिया है आपने , होना ही नाराज ।। रमेश शर्मा.. Hindi · दोहा 1 155 Share लक्ष्मी सिंह 1 Feb 2024 · 1 min read हम कितने आजाद आजादी के पर्व पर,सुन माँ की फरियाद। चीख-चीख कर कह रही, हम कितने आजाद।। पूर्ण रूप से है नहीं, अभी देश आजाद। जाति-धर्म के नाम पर, दंगा कहीं फसाद।। तड़प... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 152 Share लक्ष्मी सिंह 1 Feb 2024 · 1 min read आजादी दिवस आया आजादी दिवस, है आज पन्द्रह अगस्त। भेद-भाव को भूल कर, हो जाये सब मस्त।। जन-गन-मन के गान से, झंकृत मन का तार। आज सजी माँ भारती, कर सोलह श्रृंगार।।... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 115 Share लक्ष्मी सिंह 1 Feb 2024 · 1 min read तिरंगा तीन रंग से है सजा,अपना राष्ट्र निशान। केसरिया सफेद हरा,है इसकी पहचान।। केसरिया मस्तक सजा,अध्य हरा का रंग। श्वेत हृदय के मध्य में,अशोक चक्र के संग।। केसरिया बलिदान का,सत्य शांति... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 145 Share Ravi Prakash 1 Feb 2024 · 1 min read *सॉंसों में जिसके बसे, दशरथनंदन राम (पॉंच दोहे)* *सॉंसों में जिसके बसे, दशरथनंदन राम (पॉंच दोहे)* _________________________ 1) सॉंसों में जिसके बसे, दशरथनंदन राम तन-मन सुरभित हो गया, हृदय अयोध्या धाम 2) मन क्यों भूला राम को, भज... Hindi · Quote Writer · दोहा · राम 129 Share लक्ष्मी सिंह 31 Jan 2024 · 2 min read भारत देश बसा प्रकृति की गोद में,भारत देश महान। जिसके पावन भूमि पर,जन्म लिये भगवान।। सागर धोता है चरण, बना हिमालय ताज। ऐसे भारत देश पर, हमे बड़ा है नाज़।। गंगा ,जमुना,प्रेममय... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 1 160 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 31 Jan 2024 · 1 min read झूठ रहा है जीत लूटेंगे अपने यहाँ, गैर निभाएं प्रीत। मतलब के संसार में, झूठ रहा है जीत। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 165 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read माँ सच्ची संवेदना... माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास। मेरे जीवन-पुष्प में, माँ खुशबू का वास।। रंग भरे जीवन में जिसने, महकाया संसार। पाला पोसा जानोतन से, दिया सुघड़ आकार। खुश रहे जो... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा · मुक्तक 2 191 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 30 Jan 2024 · 1 min read मोल जीवन की गाड़ी चले, बिन डीजल पेट्रोल। श्रमजीवी ही जानता, दो रोटी का मोल। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 126 Share लक्ष्मी सिंह 30 Jan 2024 · 1 min read बलिदान मातृ भूमि के वास्ते , हो जाऊँ कुर्बान। कफन तिरंगा से बने, इतनी-सी अरमान।। जो करते हैं देश हित, सुख सुविधा बलिदान। ऐसे वीर जवान से, भारत बना महान।। हर... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 144 Share लक्ष्मी सिंह 29 Jan 2024 · 1 min read वीर-जवान जब भी आया देश में,आतंकी तूफान। माँ की रक्षा के लिए,हुए वीर कुर्बान।। रणभेरी बजते उठे,मोह निद्रा को त्याग। चले वीर सन-सन करें, देश-भक्ति की आग।। "भारत ही सर्वस्व मम”,कहकर... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 1 255 Share लक्ष्मी सिंह 29 Jan 2024 · 1 min read सीमा प्रहरी सरहद जिसका घर बना, जंग बना त्योहार। माथे मिट्टी का तिलक,करे शत्रु संहार।। सरहद पर तैनात है,खोए अपना चैन । नींद त्याग कर जागते, सैनिक सारी रैन।। रहते सरहद पर... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 150 Share लक्ष्मी सिंह 28 Jan 2024 · 1 min read जाति-धर्म अलग-अलग हर खोपड़ी, बोल रहा इक मंत्र। सब धर्मों को मान दो,तभी देश गणतंत्र।। अपना ये संसार है, अपने हैं सब लोग। फिर क्यों अंतस में भरा, भेद-भाव का रोग।।... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 1 171 Share लक्ष्मी सिंह 27 Jan 2024 · 1 min read सरहद विहग पवन स्वच्छंद है, और नदी की धार । खींच लिये खुद ही मनुज,सरहद की दीवार।। दो देशों के बीच में,खींची एक लकीर। जिसका सरहद नाम है,मानवता का पीर।। सरहद... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 175 Share Godambari Negi 27 Jan 2024 · 1 min read 'दोहे' काल चक्र घूमे सदा, करता नहीं विश्राम। हानि-लाभ क्या सोचना, सतत कीजिए काम।।1 सरल रहें व्यवहार में, शुद्ध रखें आचार। क्रोध लोभ मद छोड़ दें, हृदय रखें सुविचार।।2 मन की... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 154 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 27 Jan 2024 · 1 min read बदला सा व्यवहार बदली सी फितरत रही, बदला सा व्यवहार। झूठी बातों से फले, उनका कारोबार। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 140 Share लक्ष्मी सिंह 26 Jan 2024 · 1 min read गणतंत्र आज बहुत पावन दिवस, आया है गणतंत्र। अमर तिरंगा देश का,गाओ गौरव मंत्र।। आज दिवस गणतंत्र है, जिस पर हमको गर्व। देशभक्ति बलिदान की ,यह वीरों का पर्व।। हम सब... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 173 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 26 Jan 2024 · 1 min read श्री राम जी अलौकिक रूप अद्भुत अलौकिक अनुपम,है माता का रूप भू-,धरा से निकल पड़ी, चमत्कार रही खुब। अद्भुत अलौकिक अनुपम,सिया राम के रूप आदि ब्रह्म विराट रूप, अनुभव किया द्वी भुप अवधपुरी और जनक... Hindi · दोहा 175 Share RAMESH SHARMA 26 Jan 2024 · 2 min read अपना ये गणतंत्र कहलाता गणतंत्र का, दिवस राष्ट्रीय पर्व ! होता है इस बात का , …हमें हमेशा गर्व !! ————————————————- रचें सियासी बेशरम,जब -जब भी षडयंत्र । आँखे मूँद खड़ा विवश, दिखा... Hindi · दोहा 2 1 181 Share Ravi Prakash 25 Jan 2024 · 1 min read *धाम अयोध्या का करूॅं, सदा हृदय से ध्यान (नौ दोहे)* *धाम अयोध्या का करूॅं, सदा हृदय से ध्यान (नौ दोहे)* _________________________ 1) धाम अयोध्या का करूॅं, सदा हृदय से ध्यान श्याम वर्ण भाता रहे, मनमोहक मुस्कान 2) नेत्रों में तुम... Hindi · Quote Writer · दोहा · राम 127 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 25 Jan 2024 · 1 min read ठंडक ठंडक भी सौतन हुई, खुल कर करती वार। इक तो कांपे तन घना, दूजा वह उस पार। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 187 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 25 Jan 2024 · 1 min read मोल चंदन सी खुशबू रहे, चीनी सा हो घोल। जून पड़े सब मानते, पाहन का भी मोल। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 137 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 25 Jan 2024 · 1 min read दो धारी तलवार दो धारी तलवार से करो नहीं तुम वार। मीठे वचनों से बने सुखी सकल संसार। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 132 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 25 Jan 2024 · 1 min read दिल से करो पुकार खामोशी को तोड़कर, दिल से करो पुकार। नंगे पांव दौड़़ कर, आएंगे सरकार। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 121 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 25 Jan 2024 · 1 min read कौन सुने फरियाद चमचे मौजी बन गए, कौन सुने फरियाद। आका लूटे देश को, जनता है बरबाद। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 233 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 25 Jan 2024 · 1 min read शीतलहर शीतलहर बढ़ने लगी, जीना हुआ दुश्वार। दिनकर भी दिखते नहीं, हुए सभी लाचार। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 152 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 25 Jan 2024 · 1 min read बलबीर तरकश सब खाली हुए, कुंद पड़ी शमशीर। नई चाल चलने लगा, झुका हुआ बलबीर। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 144 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 25 Jan 2024 · 1 min read वार नयनों का धनु साध कर, करते छिप कर वार। बिन बोले ही कर रहे, तीर जिगर के पार। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 153 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 25 Jan 2024 · 1 min read कारोबार उसकी बातों से रहा, बस मुझे सरोकार। मतलब से चलता रहा, उसका कारोबार। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 126 Share लक्ष्मी सिंह 24 Jan 2024 · 1 min read देश- विरोधी तत्व साँप-सपोलों की तरह, देश विरोधी लोग। करो शीघ्र उपचार कुछ, खतरनाक यह रोग।। खत्म जड़ों से कीजिये,देश विरोधी तत्व। धर्म जाति के नाम पर, मिटा रहे अपनत्व।। देश विरोधी तत्व... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 179 Share लक्ष्मी सिंह 24 Jan 2024 · 2 min read भारत और इंडिया तुलनात्मक सृजन भाव, ताल औ”राग से, निकला भारत देश। आज बना है इंडिया, बदल गया परिवेश।। देवों ने जिसको रचा, अपना भारत धाम। बदल दिया अंग्रेज ने, रखा इंडिया नाम।। भारत भावों... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 179 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read इंटरनेट इंटरनेट का ये जहाँ, लगे हुए सब लोग| आँखों पर ढक्कन लगा, हुए करोड़ों रोग|१| खाना सोशल मीडिया, वॉट्सैप है नीर। रिश्ते-नाते खो दिये,हालत है गंभीर|२| मिलना जुलना बंद अब,... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 237 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read चलो चलाए रेल। सब मिल जुल कर खेलते, इक सुंदर सा खेल। कांधे ऊपर हाथ रख, चलो चलाए रेल। आगे हो सबसे बड़ा, छोटा पीछे खेल। धीरे-धीरे सब चलो, करो न पेलम पेल।।... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 218 Share sushil sharma 24 Jan 2024 · 1 min read नम्रता पर दोहे नम्रता पर दोहे सुशील शर्मा सच्चा सद्गुण नम्रता ,है अमूल्य यह रत्न। नम्र सदा विजयी रहे, व्यर्थ अहं के यत्न। नम्र सदा हरि प्रिय रहें ,नम्र आत्म का रूप। नम्र... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 408 Share sushil sharma 24 Jan 2024 · 1 min read गणपति दोहे गणपति प्रथम पूज्य गिरजा तनय,कोटि सूर्य सम आभ। विघ्नविनाशक आप हैं,जीवन के शुभ लाभ। लंबोदर गजकर्ण का,विघ्नविनाशक रूप। सिद्ध सभी कारज करें,पावन रूप अनूप। शंकर सुत हे विश्वमुख,हे गणराज... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 93 Share sushil sharma 24 Jan 2024 · 1 min read बस्ता हिन्दी दोहे बस्ता बस्तों में सपने लिए,पढ़ते सारे छात्र। कुछ पीछे हैं छूटते, कुछ होते हैं पात्र। बस्ता में पुस्तक रखें, मन में रखें उमंग। विद्यालय भरता सदा, जीवन में... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 81 Share sushil sharma 24 Jan 2024 · 1 min read नवसंवत्सर पर दोहे नवसंवत्सर पर दोहे सुशील शर्मा चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा ,सूर्य भ्रमण हो मेष। नवसंवत्सर हो शुरू ,हर्ष विमर्श अशेष। चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा,मधुर हर्षमय भोर। नव संवत्सर आ गया ,मधुमय... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 87 Share sushil sharma 24 Jan 2024 · 1 min read मानस कुण्डलिया छंद (तुलसी जयंती पर विशेष ) 1.मानस पावन मानस की कथा,शुभ्र अमिय का रूप। जीवन का संतोष धन,हरती सब विद्रूप। हरती सब विद्रूप,पाप से मुक्त कराती। मानवता सन्देश,कुटिलता को... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · दोहा 67 Share sushil sharma 24 Jan 2024 · 1 min read शिक्षक पर दोहे शिक्षक पर दोहे सुशील शर्मा शिक्षक जीवन वृक्ष है ,प्राणवायु है ज्ञान। अहंकार को नष्ट कर ,देता सुपथ विधान। है दधीच का अंश यह ,देता सब कुछ त्याग। शिष्य अगर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · दोहा 119 Share sushil sharma 24 Jan 2024 · 1 min read हिंदी पर कुण्डलिया छंद हिंदी पर कुण्डलिया छंद 1. हिंदी जीवन की सुधा ,हिंदी मन अस्तित्व। हिंदी से ही सज रहा ,जन -जन का व्यक्तित्व।। जन-जन का व्यक्तित्व ,बिना हिंदी सब सूने । बनी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · दोहा 92 Share sushil sharma 24 Jan 2024 · 1 min read मकर संक्रांति कुण्डलियाँ छंद मकर संक्रांति 1 पोंगल बीहू लोहड़ी ,मकर राशि आदित्य। बिखरा है हर ओर अब ,मौसम का लालित्य।। मौसम का लालित्य,सूर्य अब उत्तरगामी। मन है उड़ी पतंग ,डोर प्रभु... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · दोहा 80 Share Dushyant Kumar 24 Jan 2024 · 1 min read *हमारा संविधान* डॉ.अम्बेडकर शत-शत नमन, दिया अमूल्य संविधान। मेरे लिए भी है यह, पवित्र ग्रंथ महान।।१।। संविधान है हम हैं, कर लो इसका पान। यह तुम्हें बचाएगा, कठिन घड़ी में आन।।२।। दुनिया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · दोहा · मुक्तक 1 94 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 24 Jan 2024 · 1 min read दोहा-विद्यालय *हिंदी दोहे - विषय विद्यालय* विद्यालय में लीजिए , 'राना' आकर ज्ञान | वर्तमान- इतिहास का , जानो अभियुत्थान || गणित पढ़ो विज्ञान भी , विद्यालय परिवेश | किसी तरह... Poetry Writing Challenge-2 · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधोरी · विद्यालय 2 1 143 Share Ravi Prakash 22 Jan 2024 · 1 min read *मिटा-मिटा लो मिट गया, सदियों का अभिशाप (छह दोहे)* *मिटा-मिटा लो मिट गया, सदियों का अभिशाप (छह दोहे)* 🪴🪴🍃🍂🍃🪴🪴 1) मिटा-मिटा लो मिट गया, सदियों का अभिशाप। सुनी अयोध्या ने पुनः, रघुवर की पदचाप।। 2) घर लौटे हैं राम... Hindi · Quote Writer · दोहा · राम 227 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 21 Jan 2024 · 7 min read श्री राम भक्ति सरिता (दोहावली) श्री गजानन गणपति, सहज करो कल्याण विष्णु मन रमे राम में, दो ऐसा वरदान।1 बुद्धि के दाता प्रभु, गजानन महाराज, विष्णु सुबुद्धि दीजिए, राम भक्ति के काज।2 श्वेत अंबर धारिनी,... Hindi · दोहा 1 189 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 20 Jan 2024 · 1 min read मैं बंजारा बन जाऊं कभी कभी लगता हैं मुझको,मैं बंजारा बन जांऊ l फिर दुनिया के राग दोष से, मैं भी मुक्ति पा जाऊं ll ये गोरे काले का रंगभेद, ये ऊंच नीच ये... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · दोहा · हास्य-व्यंग्य 191 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Jan 2024 · 2 min read राम चरित 20 दोहे रामचरित मातु शारदा दीजिए, ज्ञान चक्षु वरदान। सुष्मित लेखन से करूं, कृपा सिंधु का ध्यान।(1) मति मेरी अति मंद मां ,किस विधि करूं बखान। कृपा आपकी चाहिए, विधिवत... Hindi · दोहा 1 120 Share Paras Nath Jha 16 Jan 2024 · 1 min read मुॅंह अपना इतना खोलिये मुॅंह अपना इतना खोलिये कोई देने में नहीं सकुचाय। इतना भी मत फाड़िये कि स्वर सुनते ही छुप जाय। पारस नाथ झा Hindi · Quote Writer · दोहा 140 Share डी. के. निवातिया 16 Jan 2024 · 1 min read राम - दोहे - डी के निवातिया *राम दोहे* *** घट-घट में रावण बसे, करे राम का जाप ! द्वेष भाव मन से मिटा, राम मिलेंगे आप !! राम जगत के देव है, देते सबको नाम !... Hindi · कविता · दोहा 102 Share Paras Nath Jha 13 Jan 2024 · 1 min read वहाॅं कभी मत जाईये वहाॅं कभी मत जाईये जहाॅं आप लगें न खास रुखा सूखा जैसे भाव से मन में कभी जगे न आस -- पारस नाथ झा Hindi · Quote Writer · दोहा 270 Share Previous Page 9 Next