Posts Tag: तेवरी 229 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 DrRaghunath Mishr 18 Dec 2016 · 1 min read डॉ.रघुनाथ मिश्र 'सहज' की तेवरी तेवरी काव्य डॉ.रघुनाथ मिश्र ‘सहज’ की तेवरी : 000 हमने सब कुछ हारा मितवा. जग ने जैम कर मारा मितवा. घूम-घूम कर दुनिया देखि, घर है सबसे प्यारा मितवा. बहुतों... Hindi · तेवरी 318 Share DrMishr Sahaj 15 Dec 2016 · 1 min read जनक छंद में तेवरी तेवरी काव्य जनक छंद में तेवरी –एक कोशिश ००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००० छंद विधान: मापनी: हर प्रथम पंक्ति में मात्राएँ 22 22 २12 =13 हर दुसरी पंक्ति में 22 22 २12, 22 22... Hindi · तेवरी 1 1 897 Share Rakmish Sultanpuri 4 Dec 2016 · 1 min read तेवरी। नोट के बदलते तेवर। तेवरी ।नोट के बदले तेवर ।। राजनीति है झूठ की । आँधी आयी लूट की । महिमा अपरंपार है ।। बदला लो अब ओट का । घाव लगे हर चोट... Hindi · तेवरी 343 Share MridulC Srivastava 25 Nov 2016 · 1 min read संघर्ष एक इतिहास जुल्म_ए_खाकी या जुल्म_ए_खादी अधिकार के संघर्ष का तो इतिहास रहा है, किसी ने समर्पण किया है,तो कोई भक्त रहा है मुझे याद है पुरुषर्थ पोरस का भी, जिसने सूली पर... Hindi · तेवरी 331 Share कवि रमेशराज 31 Oct 2016 · 6 min read रमेशराज की जनकछन्द में तेवरियाँ || जनकछन्द में तेवरी || ---1. ……………………………………………………… हर अनीति से युद्ध लड़ क्रान्ति-राह पर यार बढ़, बैठ न मन को मार कर। खल का नशा उतार दे शब्दों को तलवार... Hindi · तेवरी 351 Share कवि रमेशराज 17 Oct 2016 · 5 min read ‘ सर्पकुण्डली राज छंद ‘ में 14 तेवरियाँ +रमेशराज ‘ सर्पकुण्डली राज छंद ‘ में तेवरी....1. ------------------------------------------ हर पल असुर करेंगे बस वन्दना खलों की बस वन्दना खलों की , नित अर्चना खलों की | नित अर्चना खलों की... Hindi · तेवरी 292 Share MridulC Srivastava 3 Oct 2016 · 1 min read देश प्रेम करने दो हुंकार अब,बस मातृभूमि का सत्कार अब बजने दो मृदंग,कर दो संखनाद अब, भरो कुछ ऐसा ही दम्भ,कण कण में दिखे देश प्रेम का रंग, चूल्हे हिले,भूचाल मानो,सर्वनाश की... Hindi · तेवरी 764 Share कवि रमेशराज 2 Oct 2016 · 2 min read गयी ब्याज में गाय || लम्बी तेवरी-तेवर पच्चीसी || -रमेशराज चीनी है पैंतीस तौ दो सौ तक है दाल अब है महँगाई कौ दौर, करैगौ कैसे लाँगुरिया । 1 और बढ़ै सिर पर चढ़ै बड़ी निगौडी भूख जाकौ सुरसा जैसौ... Hindi · तेवरी 392 Share कवि रमेशराज 2 Oct 2016 · 2 min read “तभी बिखेरे बाती नूर” {लम्बी तेवरी-तेवर पच्चीसी } +रमेशराज छुपे नहीं तेरी पहचान, इतना मान चाहे रूप बदल प्यारे । 1 तुझमें बढ़ा घृणा का भाव, भारी ताव अंगारों में जल प्यारे । 2 सज्जन को करता गुमराह, भरकर... Hindi · तेवरी 300 Share कवि रमेशराज 2 Oct 2016 · 2 min read और भरो हुंकार [ लम्बी तेवरी-तेवर चालीसा ] +रमेशराज जनता लायी है अंगार आज यही चर्चा है प्यारे अधराधर। 1 मिलकर मेटें भ्रष्टाचार नयी क्रान्ति के जागेंगे अब फिर से स्वर। 2 भीषण करके धनु-टंकार एक महाभारत मानेंगे हम... Hindi · तेवरी 463 Share कवि रमेशराज 2 Oct 2016 · 2 min read रावणों के राज में [ वर्णिक छंद में लम्बी तेवरी/तेवर चालीसा ] +रमेशराज पागलों के साथ है मानो आज राजनीति दानवों के साथ है। 1 आज मत पूछिए भीम जैसा दल-बल कौरवों के साथ है। 2 तम-भरी रात में हादसा-सा रोज एक दीपकों... Hindi · तेवरी 295 Share कवि रमेशराज 1 Oct 2016 · 4 min read मन ईलू-ईलू बोले [ लम्बी तेवरी-तेवर चालीसा ] +रमेशराज घोटाले मंत्री को प्यारे, लिपट पेड़ से बेल निहाल छिनरे सुन्दर नारि ताकते खडे़ हुए हैं बम भोले। 1 अज्ञानी को मद भाता है, भला लगे मछली को ताल गुड़... Hindi · तेवरी 368 Share कवि रमेशराज 26 Sep 2016 · 3 min read कायर मरते पीठ दिखाकर [ लम्बी तेवरी-तेवर चालीसा ] -रमेशराज ‘मीरा’ जैसा धर्म निभाकर तीखे विष का प्याला पाकर, मरा न कोई, अमर हुआ। 1 बन प्रहलाद देख ले प्यारे अग्नि-कुण्ड के बीच नहाकर, मरा न कोई, अमर हुआ। 2... Hindi · तेवरी 333 Share कवि रमेशराज 23 Sep 2016 · 7 min read ‘ रावण-कुल के लोग ‘ (लम्बी तेवरी-तेवर-शतक) +रमेशराज बिना पूँछ बिन सींग के पशु का अब सम्मान मंच-मंच पर ब्रह्मराक्षस चहुँदिश छायें भइया रे! 1 तुलसिदास ऐसे प्रभुहिं कहा भजें भ्रम त्याग अनाचार को देख न जो तलवार... Hindi · तेवरी 513 Share कवि रमेशराज 21 Sep 2016 · 5 min read ‘पूछ न कबिरा जग का हाल’ [ लम्बी तेवरी , तेवर-शतक ] +रमेशराज खुशी न लेती आज उछाल इस जीवन से अच्छी मौत भइया रे। 1 पूछ न मुझसे मेरा हाल मुझको किश्तों में दी मौत भइया रे। 2 है जीवन फूलों की... Hindi · तेवरी 643 Share कवि रमेशराज 19 Sep 2016 · 4 min read ‘ मेरा हाल सोडियम-सा ’ [ लम्बी तेवरी, तेवर-शतक ] +रमेशराज ......................................................... इस निजाम ने जन कूटा हर मन दुःख से भरा लेखनी । 1 गर्दन भले रखा आरा सच बोलूंगा सदा लेखनी । मैंने हँस-हँस जहर पिया मैं ‘मीरा-सा’ रहा... Hindi · तेवरी 308 Share कवि रमेशराज 16 Sep 2016 · 8 min read “जै कन्हैयालाल की! [ लम्बी तेवरी तेवर-शतक ] +रमेशराज कृष्ण-रूप में कंस जैसे हर शासक के प्रति- “जै कन्हैयालाल की! [ लम्बी तेवरी तेवर-शतक ] +रमेशराज ..................................................... जन को न रोटी-दाल, जै कन्हैयालाल की! नेताजी को तर माल, जै... Hindi · तेवरी 341 Share कवि रमेशराज 12 Sep 2016 · 10 min read ' ककड़ी के चोरों को फाँसी ' [ प्रचलित लोककथनों पर आधारित-लम्बी तेवरी-तेवर-शतक ] +रमेशराज हर तेवर ‘लोकोक्ति’ सुहाये, शब्दों के भीतर तूफान अपने घर को फूंक तमाशा हुए देखने हम तैयार, क्या समझे! दही जमेगा, घी निकलेगा, जब ले लेगा दूध उफान लिये बाल्टी... Hindi · तेवरी 736 Share कवि रमेशराज 8 Sep 2016 · 8 min read घड़ा पाप का भर रहा [लम्बी तेवरी, तेवर-शतक ] +रमेशराज मन की खुशियाँ जागकर मीड़ रही हैं आँख चीर रही जो अंधकार को उसी किरन की मौत न हो। 1 चाहे जो भी नाम दे इस रिश्ते को यार जिस... Hindi · तेवरी 338 Share कवि रमेशराज 5 Sep 2016 · 7 min read ‘धन का मद गदगद करे’ [लम्बी तेवरी -तेवर-शतक] +रमेशराज कितने विश्वामित्र, माया के आगे टिकें इत्र सरीखा दे महक धन -वैभव हर बार । 1 अब मंत्री-पद पाय, मुनिवर नारद खुश बहुत धन का मद गदगद करे सत्य हुआ... Hindi · तेवरी 373 Share कवि रमेशराज 3 Sep 2016 · 7 min read अन्तर आह अनंत अति [ लम्बी तेवरी – तेवर शतक ] +रमेशराज बोलें-‘वंदे मातरम्’ तस्कर, चोर, डकैत छद्मवेश को धारे प्यारे खल-गद्दार बहुत से हैं। 1 तुझे पढ़ाने के लिए नारी-तन-भूगोल मस्तराम के उपन्यास, चैनल-अखबार बहुत से हैं। 2 अन्तर आह अनंत... Hindi · तेवरी 312 Share कवि रमेशराज 2 Sep 2016 · 8 min read 'दे लंका में आग' [ लम्बी तेवरी--तेवर-शतक ] +रमेशराज सिस्टम आदमखोर, जि़न्दगी दूभर है, कविता को हथियार बना तू लाँगुरिया, गाल छर असुरों के। असुरों के आगे विनती में हर स्वर है, क्रान्ति-भरे फिर भाव जगा तू लाँगुरिया, गाल... Hindi · तेवरी 1 571 Share कवि रमेशराज 1 Sep 2016 · 1 min read लोक-शैली ‘रसिया’ पर आधारित रमेशराज की तेवरी लोक-शैली ‘रसिया’ पर आधारित रमेशराज की तेवरी …………………………………………………………………. मीठे सोच हमारे, स्वारथवश कड़वाहट धारे भइया का दुश्मन अब भइया घर के भीतर है। इक कमरे में मातम, भूख गरीबी अश्रुपात... Hindi · तेवरी 3 386 Share Ashish Tiwari 8 Jul 2016 · 1 min read लगता है अपनों ने फंदा पिरोया होगा मरने से पहले वो कितना रोया होगा ! पाकर सबकुछ फिर उसने खोया होगा !! बेवजह ऐसे कोई नहीं मरता यारों , जरूर जिंदगी में जहर बोया होगा !! बहुत... Hindi · तेवरी 303 Share Ashish Tiwari 8 Jul 2016 · 1 min read आओ बैठो तुम्हे सुनाये एक कहानी बाबू जी ! आओ बैठो तुम्हे सुनाये एक कहानी बाबू जी ! झरता है तो झर जाने दो आँख का पानी बाबू जी !! देख गरीबी सबने मुझको जी भरके दुत्कारा था, जी... Hindi · तेवरी 298 Share Ashish Tiwari 8 Jul 2016 · 1 min read नेता जी भोली भाली जनता को ना मूर्ख बनाओ नेता जी ! जीत गए अब पाँच साल तुम मौज मनाओ नेता जी !! हम गरीब का दाल, टमाटर भी तुम महँगा कर... Hindi · तेवरी 754 Share Anuj Tiwari 6 Jul 2016 · 1 min read तेवरी :-- क्या रख्खा शृंगार में !! तेवरी :-- क्या रख्खा श्रृंगार मे !! अनुज तिवारी “इन्दवार” जलन भरे जी से जला , तन-मन मे कचरा भरा , क्या रख्खा श्रृंगार मे !१! बात करें जब नूर... Hindi · तेवरी 705 Share Anuj Tiwari 25 Jun 2016 · 1 min read तेवरी :-- जीना सीखो रौब से !! तेवरी :-- जीना सीखो रौब से !! — अनुज तिवारी “इन्दवार” जीना सीखो रौब से , जाग उठो तुम ख्वाब से , सोना तो समसान है ! कुछ सर्तों की... Hindi · तेवरी 1 4 933 Share Anuj Tiwari 23 Jun 2016 · 1 min read तेवरी :-- बेटी ससुराल में !! तेवरी :--बेटी ससुराल मे !! लालच लत हैवान है ! मोलभाव अपमान है , मत पड़ मायाजाल में !! बाबुल ने घर सान से ! विदा किए अरमान से ,... Hindi · तेवरी 2 855 Share Previous Page 5