Posts Tag: तेवरी 229 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय प्रभात* 19 Sep 2024 · 1 min read श्राद्ध पक्ष में दुर्लभ कागों को समर्पित एक देसी ग़ज़ल:- #तेवरी- (देसी ग़ज़ल) ■ रखवाले कौए।। 【प्रणय प्रभात】 ◆ काला दिल है काले कौए। कब किसने हैं पाले कौए?? ◆ श्राद्ध पक्ष में हुए नदारद। जितने थे नखराले कौए।। ◆... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल 1 130 Share *प्रणय प्रभात* 13 Sep 2024 · 1 min read #तेवरी- *(देसी ग़ज़ल)* #तेवरी- *(देसी ग़ज़ल)* ■ मंथरा सी सास लगने लगे गई।। 【प्रणय प्रभात】 इक पड़ोसन ख़ास लगने लग गई। मंथरा सी सास लगने लग गई।। चार दिन पहले थी मीठी सीख... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल 1 139 Share *प्रणय प्रभात* 11 Sep 2024 · 1 min read 😊आम बोली की ग़ज़ल😊 #तेवरी (देसी ग़ज़ल)- ■ वो बड़ी वारदात करते हैं। 【प्रणय प्रभात】 आप से आप घात करते हैं। जो इशारों में बात करते हैं।। छोड़िए बात चार लोगों की। लोग तो... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल 1 97 Share *प्रणय प्रभात* 6 Sep 2024 · 2 min read ■ समसामयिक रचना■ #तेवरी (देसी ग़ज़ल)- ■ भेड़-भेड़िए वाला प्यार।। 【प्रणय प्रभात】 सब बेमानी सब में सार, छोडोव्यार! एक बात के अर्थ हज़ार, छोड़ो यार!! कितनी खाई कितने खंदक खोदोगे? चीख रही है... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल 1 166 Share *प्रणय प्रभात* 29 Aug 2024 · 1 min read #तेवरी- (देसी ग़ज़ल)- #तेवरी- (देसी ग़ज़ल)- ■ बिना बात के डांट रहे हैं।। 【प्रणय प्रभात】 थूक-थूक कर चाट रहे हैं। बेचारे, दिन काट रहे हैं।। बिस्तर देने का वादा कर। आज खड़ी कर... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल 1 173 Share *प्रणय प्रभात* 22 Aug 2024 · 1 min read #तेवरी (देसी ग़ज़ल) #तेवरी (देसी ग़ज़ल) ■ मेंढकी को जुकाम, हैरत है।। 【प्रणय प्रभात】 सुर्खियों में है नाम, हैरत है। चोट्टों को सलाम, हैरत है।। वक्त के सब ग़ुलाम, सुनते थे। वक्त उसका... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल 1 152 Share *प्रणय प्रभात* 21 Aug 2024 · 1 min read 👌तेवरी👌 #देसी_ग़ज़ल- (सामयिक हालात पर) ■ वट-वृक्ष उगाने निकले हैं। 【प्रणय प्रभात】 ● मैला मन ले गंग नहाने निकले हैं। सारे पापी पुण्य कमाने निकले हैं।। ● जिन लोगों ने अब... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल 1 111 Share *प्रणय प्रभात* 11 Aug 2024 · 1 min read #देसी ग़ज़ल #देसी ग़ज़ल (सामयिक संदर्भों पर) ■ अंधेरे दिन-दहाड़े जा रहे हैं...! 【प्रणय प्रभात】 - बिना कारण लताड़े जा रहे हैं। जो सच्चे हैं वो ताड़े जा रहे हैं।। - उजालों... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल 1 190 Share *प्रणय प्रभात* 5 Aug 2024 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ ज़माना चल रहा है...!! 【प्रणय प्रभात】 - बड़ा गाना-बजाना चल रहा है। अभी मौसम सुहाना चल रहा है।। - नए पर्दे, थिएटर सब नया है। मगर नाटक पुराना... Hindi · तेवरी · प्रणय की ग़ज़ल 166 Share *प्रणय प्रभात* 4 Aug 2024 · 1 min read #तेवरी (हिंदी ग़ज़ल) #तेवरी (हिंदी ग़ज़ल) ■ काना-बाती कौन करेगा...? 【प्रणय प्रभात】 ☺ पुराने रंगों से नई तस्वीर बनाने की एक कोशिश :-- "मन-मन भाती कौन करेगा? ठकुर-सुहाती कौन करेगा?? अंधियारा घिरने को... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल 1 223 Share *प्रणय प्रभात* 23 Jun 2024 · 1 min read #तेवरी #तेवरी ■घर तो आ जा परदेसी।। 【प्रणय प्रभात】 - डींग मारते थे कैसी। हो गइ ना ऐसी-तैसी?? - उस को वैसा मिलता है। जिसकी हो नीयत जैसी।। - दिए सियासत... Hindi · तेवरी · प्रणय की ग़ज़ल 1 150 Share *प्रणय प्रभात* 12 Dec 2023 · 1 min read 👌ग़ज़ल👌 g👌देसी ग़ज़ल👌 ■ लाखों का फ़व्वारा देख।। 【प्रणय प्रभात】 ● ये गलियां चौबारा देख। आना ना दोबारा देख।। ● भाग्य ग्रहों के चंगुल मे। फिरता मारा-मारा देख।। ● वक्त बना... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल · प्रणय की ग़ज़ल 1 2 207 Share *प्रणय प्रभात* 16 Nov 2023 · 1 min read #तेवरी- #तेवरी- ■ वो दंगल है राम भरोसे।। ● जो होना था काम भरोसे। वो दंगल है राम भरोसे।। ● बोली लगा लगा नीलामी। जनादेश तक दाम भरोसे।। ● पांच साल... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल · सम सामयिक 1 299 Share *प्रणय प्रभात* 4 Nov 2023 · 1 min read ■ तेवरी #तेवरी- ■ नीले लिटमस लाल कर गया।। 【प्रणय प्रभात】 ● देखो वक़्त कमाल कर गया। नीले लिटमस लाल कर गया।। ● जिसको दाल हराम लगी थी। मुर्गी वही हलाल कर... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल 1 248 Share *प्रणय प्रभात* 21 Oct 2023 · 1 min read ■ तेवरी- #देसी_ग़ज़ल- ■ खोपड़ी अपनी पराए बाल हैं।। 【प्रणय प्रभात】 ● उसने जो पूछा कि कैसे हाल हैं। हमने खुल कर कह दिया बेहाल हैं।। ● इस नदी में नीर अब... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल 1 255 Share *प्रणय प्रभात* 20 Oct 2023 · 1 min read #देसी_ग़ज़ल / #नइयां #तेवरी ■ जानी ही है आनी नइयां।। (चोर कम्पनी और संरक्षक तंत्र में शामिल सफेदपोशों के नाम जनाक्रोश की मुखर अभिव्यक्ति) 【प्रणय प्रभात】 ● बिजली मैया आनी नइयां। पीवे तक... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल 1 231 Share *प्रणय प्रभात* 12 Oct 2023 · 1 min read #हिंदी_ग़ज़ल #हिंदी_ग़ज़ल ■ सब के सब लम्पट...।। 【प्रणय प्रभात】 ● दूब मरी पर वट जस के तस। घट रीते पनघट जस के तस।। ● ख़ुद देखो ख़ुद समझो सच को। लाज... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल · हिंदी ग़ज़ल 1 226 Share *प्रणय प्रभात* 22 Sep 2023 · 1 min read ■ देसी ग़ज़ल #तेवरी- ■ हंस वेश में काले कौए...! 【प्रणय प्रभात】 ◆ काला दिल है काले कौए। कब किसने हैं पाले कौए?? ◆ श्राद्ध पक्ष में सदा नदारद। जितने है नखराले कौए।।... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल 1 479 Share *प्रणय प्रभात* 11 Aug 2023 · 1 min read #देसी_ग़ज़ल- #देसी_ग़ज़ल- ■ वट-वृक्ष उगाने निकले हैं। 【प्रणय प्रभात】 ● मैला मन ले गंग नहाने निकले हैं। सारे पापी पुण्य कमाने निकले हैं।। ● जिन लोगों ने अब तक खेत नहीं... Hindi · Gazal ग़ज़ल · तेवरी · देसी ग़ज़ल 2 253 Share *प्रणय प्रभात* 9 Aug 2023 · 1 min read #देसी ग़ज़ल #देसी ग़ज़ल ■ अंधेरे दिन-दहाड़े जा रहे हैं...! 【प्रणय प्रभात】 - बिना कारण लताड़े जा रहे हैं। जो सच्चे हैं वो ताड़े जा रहे हैं।। - उजालों की जगह सम्मान... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल 1 206 Share *प्रणय प्रभात* 5 Aug 2023 · 1 min read #तेवरी #तेवरी ■ काना-बाती कौन करेगा...? 【प्रणय प्रभात】 ☺ पुराने रंगों से नई तस्वीर बनाने की एक कोशिश :-- "मन-मन भाती कौन करेगा? ठकुर सुहाती कौन करेगा? अंधियारा घिरने को आया... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल 1 307 Share *प्रणय प्रभात* 3 Aug 2023 · 1 min read #तेवरी- #तेवरी- ■ नासूरी फोड़ों पर...!! 【प्रणय प्रभात】 - चाय से चर्चा शुरू हुई, आ गई पकोड़ों पर। काहे को विश्वास जताया कागभगोड़ों पर?? - अपनी झुर्री भूल चुके हैं ऐसा... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल 1 199 Share *प्रणय प्रभात* 2 Aug 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ ज़माना चल रहा है...!! 【प्रणय प्रभात】 - बड़ा गाना-बजाना चल रहा है। अभी मौसम सुहाना चल रहा है।। - नए पर्दे, थिएटर सब नया है। मगर नाटक पुराना... Hindi · तेवरी · देसी ग़ज़ल 1 209 Share *प्रणय प्रभात* 28 Jul 2023 · 1 min read #देसी_ग़ज़ल #देसी_ग़ज़ल / #तेवरी ■वैशाली की नगरवधू ने...।" 【प्रणय प्रभात】 सारे छुटभैये पड़ते हैं लोकतंत्र पे भारी। जिनकी पीठों पे अंकित हैं वरद-हस्त सरकारी।। ◆ जिनके पौरुष से चलते हैं नम्बर... Hindi · Gazal ग़ज़ल · तेवरी · देसी ग़ज़ल 1 258 Share *प्रणय प्रभात* 15 Jul 2023 · 1 min read #तेवरी #तेवरी ■ माहौल तनावी है।। 【प्रणय प्रभात】 -जो मृग मायावी है। हर मन पर हावी है।। -जो भूत नहीं होगा। वो केवल भावी है।। -पगड़ी का झगड़ा है। माहौल तनावी... Hindi · तेवरी 1 200 Share *प्रणय प्रभात* 4 Jul 2023 · 1 min read #देसी_ग़ज़ल #देसी_ग़ज़ल ■ जाल तलक कब आएगी...? (आज के हालात पर) 【प्रणय प्रभात】 ◆ मन की बतिया तन की बतिया, माल तलक कब आएगी? जनता रोटी में उलझी है, दाल तलक... Hindi · Gazal ग़ज़ल · तेवरी · देसी ग़ज़ल · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 231 Share *प्रणय प्रभात* 15 Jun 2023 · 1 min read #तेवरी / #देसी_ग़ज़ल #तेवरी / #देसी_ग़ज़ल ■ झूठ का सच ने पग पकड़ा है।। 【प्रणय प्रभात】 - ये पिछड़ा है वो अगड़ा है। ये सारा झूठा झगड़ा है।। - फूल हमेशा मुरझाए हैं।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · तेवरी · मौजूदा हालात · सम सामयिक 1 416 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 20 Sep 2022 · 1 min read लोकतंत्र में तानाशाही पहले लोकतंत्र की आवाज कुचलती तानाशाही अब लोकतंत्र में तानाशाही घुस गई है। पहले पद में रहती थी जो तानाशाही अब तानाशाही पद धारक में घुस गई है। पहले स्वतंत्रता... Hindi · तेवरी 2 1 449 Share Ravi Betulwala 29 May 2022 · 1 min read रंज़ -ऐ- दिल...!! मैं उन लोगो में नहीं मिलूँगा तुम्हें, जिन लोगो में तुम मुझे गिना करते हो ...!! किसी मुकाम को पाना होता आसान अगर, मंजिले ना होती, ना होता कोई सफर...!!... Hindi · तेवरी 1 275 Share Ravi Betulwala 1 May 2022 · 1 min read इतना झूठा तो मैं इंसान नहीं...!! अच्छा हुआ अकेले ही रहे हम, किसी की याद में रोना, किसी के प्यार में खोना ऐसा अपना तो अंदाज़ नहीं...! शाहिल कम पड़ जायेगे इतने गम है मेरे पास,... Hindi · तेवरी 1 243 Share Ravi Betulwala 26 Mar 2022 · 1 min read तलाश...!! मेरी कमियों के साथ जो मुझे अपना ले... ऐसी किसी की तलाश हैं मुझे... मेरी अच्छाईयो के बारे मे तो लोग आज भी कहते है कि... "इतने बुरे भी नहीं... Hindi · तेवरी 1 395 Share Jai krishan Uniyal 17 Mar 2022 · 1 min read शब्दों की होली! हे आर्य पुत्र जागो, स्वयं को पहचानो, अपने दायित्वों को मानो, एक बार हिन्दू बन कर जानों, कहां रोजगार पर अटक रहे हो, दर दर को भटक रहे हो। हे... Hindi · तेवरी 1 507 Share कवि रमेशराज 21 Feb 2022 · 3 min read रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ *रति वर्णवृत्त में तेवरी-1 ********** खल हैं सखी मल हैं सखी। जन से करें छल हैं सखी। सब विष-भरे फल हैं सखी। सुख के कहाँ पल हैं सखी। नयना हुए... Hindi · तेवरी 812 Share Bimal Rajak 19 Feb 2022 · 1 min read क्या करूं? आज मैं बदनाम हूं गलियारों में आम हूं , खुश रखने की कोशिश में सबको, करता सबको सलाम हूं। । Hindi · तेवरी 361 Share Anis Kumar yadav 17 Jan 2022 · 1 min read प्यार के नाम पर प्यार के नाम पर करते हैं गंदी हरकत यह सबका आजकल चल रहा है चक्कर प्यार के नाम पर प्यार के नाम पर करते हैं गंदी हरकत यह सबका आजकल चल रहा है चक्कर प्यार के नाम पर प्यार के नाम पर कराती है रेप... Hindi · तेवरी 391 Share Dr. Kishan Karigar 23 Oct 2021 · 1 min read मिथिला मैथिली के बिकास मे बाधक मनोवृति मिथिला मैथिली के बिकास मे बाधक मनोवृति- टांगघिच्चा,भोजखौकार, बुझक्करी दाबी, काज छोड़ि जाति टा भंजियाएब, गाछ पर चरहा छह? (अई यथार्थ के कतेक मुँह झांपब?) Maithili · तेवरी 434 Share Suraj kushwaha 19 Oct 2021 · 1 min read बहुत सहा अब संयम नही। बहुत सहा अब संयम नही पाकिस्तान हमारा होगा। हम बैठेगे इस्लामाबाद की गद्दी पर ओर कब्र तुम्हारा होगा दिए कई बलिदान हमने अब बलिदान तुम्हारा होगा। हम बैठेगे लाहौर की... Hindi · तेवरी 432 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 14 Oct 2021 · 1 min read व्यंग राजनीति में आधा से ज्यादा नेता आदमखोर चारा खा कर बन गया देखो अपना नेता ढोर। पीछे लात मार कर आगे गले लगाए अपने देश का नेता ऐसे देश चलाए।... Hindi · तेवरी 9 9 528 Share Dr. Kishan Karigar 11 Oct 2021 · 1 min read साहित्यक दलाल स लड़ब हम, साहित्यक दलाल स लड़ब हम, धर्मक ठिकेदार के देबै हम खिहाइर? लोकचेतना अनबै,यथार्थक संग रहबै फांर बान्हि ठाढ़? जनसरोकार बढ़ौ, कारीगर लिखत बिद्रोहक भाषा. शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Maithili · तेवरी 1 545 Share Suraj kushwaha 8 Oct 2021 · 1 min read हमे अंग्रेजी आती है, साहब। हमे अँग्रेजी आती है साहब अंग्रेज बनना नही आता। बेरोजगार हु पर गुलामी कारण नही आता । जानते तो हम भी बहुत कुछ है पर दिखाना नही आता खा के... Hindi · तेवरी 421 Share कवि रमेशराज 12 Sep 2021 · 1 min read रमेशराज की 3 तेवरियाँ 1. ***** नारे थे यहाँ स्वदेशी के हम बने विदेशी माल ,हर साल ! अपने हैं ढोल नगाड़े पर ये मढ़े चीन की खाल , हर साल ! हम गदगद... Hindi · तेवरी 539 Share कवि रमेशराज 12 Sep 2021 · 3 min read रमेशराज की 11 तेवरियाँ 1. दोनों ही कान्हा के प्रिय हैं मीरा हो या रसखान। नादान।। जो निर्बल का बल बनता है उसके वश में भगवान। नादान।। तुझको विश्वास मुखौटों पे सच्चाई कुछ तो... Hindi · तेवरी 1 1 480 Share Ravi Betulwala 6 Sep 2021 · 1 min read बात करने को तरस जायेगे.. आजकल जो कहते है ना कि... मुझे रोका-टोका मत कर...!! देखिएगा एकदिन वो हमसे बात करने को तरस जायेगे... और हम तब बात नहीं करेंगे...!! Hindi · तेवरी 3 2 369 Share Ravi Betulwala 5 Sep 2021 · 1 min read पेड़ सा...!! तूफानों से लड़ा हूँ, आँधियों से झुलसा हूँ, मैं पत्ती नहीं जो टूट जाऊँ टहनी से, दुनिया के आँगन मे, मैं अब भी पेड़ सा खड़ा हूँ...!! ❤Love Ravi❤ Hindi · तेवरी 1 399 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read जिंदगी ही तो है जो मिला है, हंस कर सह लेंगे जिंदगी ही तो है फिर से जी लेंगे कोरोना ने जिंदगी को कबाड़ बना दिया इसी कबाड़ से शानदार महल बना लेंगे दूध... Hindi · तेवरी 602 Share जय लगन कुमार हैप्पी 27 Jul 2021 · 1 min read चमचा बहुतों ने हमें अपना चमचा बनाने की कोशिश किया, पर हम ठहरे सीधा-साधा किसी का चमचा बन ही नहीं पाए। -------------०------------- ✍️जय लगन कुमार हैप्पी ⛳ Hindi · तेवरी 1 1 585 Share Jaikrishan Uniyal 25 Jul 2021 · 1 min read ये किस्तम नहीं तो और क्या है? जब आर्थिक संकट से यह देश जूझ रहा था, तब हमारे मुखिया को आधुनिक सुविधाओं से लैस वायु यान चाहिए था! सारा जहां जब महामारी से हलकान हुआ जा रहा... Hindi · तेवरी 1 2 596 Share जय लगन कुमार हैप्पी 23 Jul 2021 · 1 min read डरना छोड़ दो जिंदगी शेर की तरह जीना है तो डरना छोड़ दो, लड़ना सीखो। वरना जिंदगी भर वफादार कुत्ता बनके रह जाओगे। ------------------०-------------------- ✍️जय लगन कुमार हैप्पी ⛳ Hindi · तेवरी 1 368 Share Kumar Kalhans 20 Jul 2021 · 1 min read राजनेता। "राजनेता" यह एक उपाधि नहीं बल्कि उपाधियों का पिटारा है। मसलन जननेता , जाति नेता, प्रदेश नेता, देश नेता, धन नेता, पशु नेता, चोर नेता, शाह नेता , सुलह नेता... Hindi · तेवरी 2 625 Share Jaikrishan Uniyal 18 Jul 2021 · 1 min read कैसा चल रहा आज!देश का ये राज काज!! कैसा चल रहा है आज, देश का ये राज काज, जुटा रहे हैं धन दौलत, छोड़ कर लोक लाज! नित बढ़ रहे हैं दाम, डीजल पेट्रोल पे, माह दो माह... Hindi · तेवरी 3 6 613 Share Page 1 Next