Posts Tag: जीवन 80 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shiva Awasthi 21 Feb 2025 · 1 min read गीत इस तरह से ज़िंदगी भर, हम निराशा से लड़े हैं। दूर दीपक देखकर ही, सर्द पानी में खड़े हैं। कल मधुर था, कल मधुर होगा यही विश्वास पाले अर्धचेतन सी... Hindi · गीत · जीवन · दर्शन · हिंदी गीत 2 40 Share एकांत 22 Dec 2024 · 1 min read इस जीवन का क्या मर्म हैं । सोचे एकांत , एकांत बैठ इस जीवन का क्या मर्म है कभी यह शीतल छांव सा कभी मौसम बहुत गर्म है। कभी तो नजर आता सच साफ - साफ कभी... Hindi · कविता · जीवन 2 1 107 Share भगवती पारीक 'मनु' 29 Nov 2024 · 1 min read "जन्म से नहीं कर्म से महान बन" चौरासी लाख योनियों को पार कर भटकते - भटकते मंजिल से प्यार कर दुर्लभ मनुष्य जीवन से इकरार कर एक दिन मानव तन का चोला धारण कर अबोध , निरीह... Hindi · कर्म · जीवन · मनुष्य 171 Share Divakriti 29 Oct 2024 · 1 min read जीवन के पहलू नदियों में, खूब बाढ़ भी आती है लेकिन वह दरिया फिर, शांत भी तो हो जाती है । आस्मान में आँधी तूफान भी आता है लेकिन फिर मौसम वह शांत... Hindi · कविता · जीवन 2 138 Share Shiva Awasthi 8 Jul 2024 · 1 min read कविता मैं उसे बताना चाहती थी कि नागफणियों में फूल आते हैं विषधर प्रेम करते हैं सूखे पेड़ों पर काई खिलती है सफ़ेद आभा के मूल में समस्त रंग होते हैं... Hindi · कविता · जीवन · दर्शन 2 2 220 Share Niharika Verma 2 Jul 2024 · 1 min read उलझन !! उलझी हुई गाँठो में सुलझता एक धागा ढूंढ रही हूँ , युहीं बैठ ख्यालों में, खोई खुशी दुबारा बुन रही हूँ । बढ़ते उम्र के कदमों से, पीछे छूटे निशां... Hindi · कविता · जीवन 151 Share Bindesh kumar jha 20 Jun 2024 · 1 min read अहंकार अहंकार गगन के हृदय में अंकित सितारा अपनी यश-गाथा का विस्तार कर रहा, इतराकर सूरज से बैर किया है सूर्य की लालिमा मात्र से कहार रहा। अपनी सुंदर यौवन से... Hindi · अहंकार · कविता · जीवन · प्रकृति 197 Share Niharika Verma 16 Jun 2024 · 1 min read आज कल !! उलझी हुए परिस्थितियों के जकड़न में हूँ... क्या कहूँ किस हाल में हूँ , मैं आजकल !! तुम न देख पाओगे, मेरे हंसी के पीछे की उदासी , कुछ इस... Hindi · कविता · जीवन · यादें · वक्त · हिंदी 146 Share Niharika Verma 14 Jun 2024 · 1 min read दिल कहे..! सूरज सा तेज पा लूं या चांद सी शीतल हो जाऊं , दिल कहे..तारों पर खूबसूरत आशियाना सज़ा लूं !! फूलों की महक ले लूं या फलों की मिठास चुरा... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · ख्याल · जीवन · प्रकृति · हिंदी 2 209 Share Rajeev Dutta 13 Jun 2024 · 1 min read 27. कैसी दास्तां है कैसी दास्तां है Hindi · Quote Writer · कविता · जिंदगी एक पहेली · जीवन 2 174 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 Jun 2024 · 1 min read क्षितिज पर कविता खुली आसमानों की छाँव में, एक नयी दुनिया की खोज के विचार से, उड़ते हुए पंखों से एक अनोखी यात्रा में, कभी किसी ख़्वाब की ख्वाहिश से लबरेज हैं हम!!... Hindi · उड़ान · उत्साह · जीवन · सफ़र 107 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 1 min read माँ बाप खजाना जीवन का माँ तेरे बिन अब कौन पुकारे अपना सा। माँ तेरे बिन दुनियाँ में छूट गया सब सपना सा। माँ की लोरी से बढ़कर कोई गान नही है दुनियाँ में। माँ... Poetry Writing Challenge-3 · 25 कविताएं · Best Poem · Poertywritingchallange · जीवन · प्यारी मां 10 3 219 Share Kirtika Namdev 13 May 2024 · 1 min read पिता और प्रकृति मूल प्रेरणा:- कितना दूर जाना होता है पिता से, पिता जैसा होने के लिए । — अज्ञेय (रचना:-) मैं हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा सा दूर जाती हूँ पिता से, पिता जैसा... Poetry Writing Challenge-3 · अज्ञेय · जीवन · पिता · प्रकृति · मधुशाला 1 201 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 3 May 2024 · 1 min read ऐ ज़िन्दगी! कभी निर्विरोध संग बन जाता, तो कभी ये प्रतिपल घोर संघर्ष है। कभी एकांतवास का क्रंदन है, तो कभी ये परिवार संग में हर्ष है। अमिट जोश, जुनून व जज़्बे... Poetry Writing Challenge-3 · असमंजस · कविता · जीवन · तुकांत कविता · मनोभाव 1 247 Share Shiva Awasthi 12 Apr 2024 · 1 min read गीत कल लगता था सब विदित मुझे अब लगता है कुछ पता नहीं। हे बुनकर! मेरे जीवन के मुझे एक सिरा भी मिला नहीं कुछ टूटे फूटे तर्कों से कुछ जिया... Hindi · गीत · जीवन · दर्शन 4 2 214 Share Mamta Singh Devaa 18 Mar 2024 · 1 min read जीवन से पहले या जीवन के बाद जीवन से पहले या जीवन के बाद इन दोनों का हमेशा से आपस में गहरा मेल है दोनों ही परिस्थितियों में शरीर नहीं रहता सब आत्मा का खेल है ,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · आत्मा · जीवन · मृत्यु · शरीर · सांस 7 4 177 Share Shiva Awasthi 21 Feb 2024 · 2 min read कविता(प्रेम,जीवन, मृत्यु) स्वाभाविक तौर पर सब निर्जीव होता है कोशिश करनी पड़ती है प्राण भरने की जीवंत "बनाना" पड़ता है होता नहीं है कुछ भी कोशिश खत्म, जीवन खत्म सक्रियता जीवन है,... Hindi · जीवन · दर्शन · प्रेम · मृत्यु 1 2 373 Share Sangeeta Beniwal 6 Feb 2024 · 1 min read हमारे जैसी दुनिया हमारे जैसी दुनिया कहीं और होगी क्या ? सकल सृष्टि में …… हमारे जैसा ग्रह … कोई और होगा क्या? वहां भी ……. हमारे जैसा जीवन ऐसी माटी …… सागर,वन... Poetry Writing Challenge-2 · ओजोन · जीवन · दुनियां · हमारे जैसी दुनिया 1 239 Share Vivek saswat Shukla 24 Jan 2024 · 1 min read संघर्ष (एक युद्ध) ये अधर नहीं बोलेंगे अब, नयनों के अश्रु सूख गये। थी जिनकी प्रतीक्षा हमको,अब लगता है हमसे रुठ गये,, माना जीवन में दुख है बड़ा, संघर्षो ने मुझको जकड़ा।। होगा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · काव्य प्रतियोगिता · जीवन · पथ · विवेक शाश्वत 231 Share कवि अनूप अम्बर 1 Sep 2023 · 2 min read जो बीत गया उसे जाने दो जो बीत गया उसे जाने दो, फिर से नव स्वप्न सजाने दो, टूट के_ बिखरे खंडहरों में, फिर से दीप जलाने दो, गिरना उठाना फिर से चलाना, सुनो मुसाफिर, कभी... Hindi · आशा · कविता · जीवन · मंजिल · संघर्ष 1 517 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 10 Aug 2023 · 1 min read आओ थोड़ा जी लेते हैं आओ, थोड़ा जी लेते हैं """""""""""""" आओ, थोड़ा जी लेते हैं अब कल का क्या भरोसा ? इसलिए आज ही अपने अटके सारे काम निपटाते हैं। बहुत कर ली हमने... Hindi · कविता · जिंदादिली · जीवन 190 Share Dr ShivAditya Sharma 23 Jul 2023 · 2 min read रिश्तों का पेड़ इंसान एक जटिल प्राणी है। और उतना ही जटिल है उसका जीवन, क्यूंकि इंसान का जीवन एक शब्द पर अतिनिर्भर है, और वह शब्द है रिश्ते। रिश्तों को समझना जितना... Hindi · आत्मसम्मान · जीवन · रिश्ते · लेख · सम्मान 1 446 Share *प्रणय प्रभात* 5 Jul 2023 · 1 min read #मुक्तक #मुक्तक ■ आज का मशवरा। (दर्परहित जीवन के लिए) Hindi · जीवन · मुक्तक 1 213 Share *प्रणय प्रभात* 24 Jun 2023 · 1 min read #मेरा_जीवन- #मेरा_जीवन- 【प्रणय प्रभात】 ■ सुख की नहीं चाह। ■ हर अच्छे पर वाह। ■ संतोष अथाह। ■ पर-पीड़ा पर आह। ■ एक अलग सी राह। ■ बस, शांति की परवाह।... Hindi · अभिव्यक्ति · जीवन 1 190 Share *प्रणय प्रभात* 20 Jun 2023 · 1 min read #मुक्तक- #मुक्तक- ■ जो प्राप्त, वो पर्याप्त सुखी और संतुष्ट जीवन के लिए स्मरण में रखें कि सहज उपलब्ध से श्रेष्ठ कुछ नहीं। अर्थात काल्पनिक से अच्छा यथार्थ। ■प्रणय प्रभात■ Hindi · जीवन · मुक्तक · सकारात्मकता 1 401 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 19 Jun 2023 · 1 min read तपोवन है जीवन तपोवन है जीवन ये मरम समझ में आया है शीत ,ग्रीष्म ,वर्षा ,शरद ऋतु ने ये समझाया है सब दिन एक से नहीं ही परिवर्तन जीवन की परिभाषा है जीवन... Hindi · जीवन 1 502 Share Dhriti Mishra 14 Jun 2023 · 1 min read मुस्कुरा दो ज़रा रास्ते हैं लम्बे , मंजिल है दूर ना भी पता हो मंजिल का , तो क्या मुस्कुरा दो ज़रा । गुलाब में हैं कांटे , या कांटो संग गुलाब जिंदगी... Poetry Writing Challenge · कविता · जीवन · माँ · मुस्कुराओ · मुस्कुराना 1 209 Share Anjana banda 12 Jun 2023 · 1 min read जीवन जीवन नहीं होता इतना कठिन और भागदौड़ भरा। हम बनाते हैं इसे सब पा लेने की चाह में । कुछ रास्ते होते हैं सीधे और सरल भी । ढूंढ लाते... Poetry Writing Challenge · कविता · जीवन 1 479 Share Prof Neelam Sangwan 12 Jun 2023 · 1 min read गुलाब गुलाब के फूल सी सूरत और सीरत पानी हो तो कांटों को भी प्यार से अपनाना होगा, क्योंकि गुलाब का फूल कांटो में रहकर ही खिलखिलाता है और अपनी खुशबू... Hindi · खुशबू · जीवन 544 Share Mamta Rani 10 Jun 2023 · 1 min read अम्बे भवानी जग जननी माँ अम्बे भवानी तेरी कृपा हो माँ जग कल्याणी महिमा अनोखी है अम्बे महारानी जय हो तेरी माँ जगदम्बे भवानी आया नवरात्र आयी नवरात्रि जय माँ जगदम्बे भवानी... Poetry Writing Challenge · कविता · जीवन · दुर्गा · प्रेम · माँ 4 463 Share Shiva Awasthi 9 Jun 2023 · 1 min read गीत।। रूमाल आँख से बीन कर रक्तिमी डोरियाँ, एक बूटा बनाया है रूमाल पर। इसलिए कि कोई और पढ़ न सके, कुछ अधूरा बनाया है रूमाल पर। चंद सिक्के बचाए बचूए हुए,... Hindi · गीत · जीवन · रंग · रुमाल 3 502 Share Shiva Awasthi 5 Jun 2023 · 1 min read कविता// घास के फूल नदी कभी जी भर नहीं नहाई गई, गहराई और मृत्यु के भय से। जबकि, मृत्यु किनारे पर भी थी। जमीन पर भी। कितना समय लगता है, एक हृदयाघात में ?... Hindi · कविता · जीवन · दर्शन · प्रेम · मृत्यु 2 396 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 5 Jun 2023 · 1 min read जीवन जलता रहता है दीपक की ज्योति के सम, जीवन जलता रहता है। शनै-शनै कालचक्र से, तन पिघलता रहता है। जब तक प्राण हैं यह ज्योति, झंझावतों से लड़ती है। इनके प्रखर प्रहारों से,... Poetry Writing Challenge · कविता · जीवन · ज्योति 1 302 Share *प्रणय प्रभात* 2 Jun 2023 · 1 min read #लघुकथा- #लघुकथा- ■ नसीब अपना-अपना 【प्रणय प्रभात】 सड़क के इस छोर पर एक बड़ी सी बिल्डिंग के बेसमेंट में लगी सस्ते कपड़ों की बड़ी सी सेल। वहां चंद मिनट की छांट-बीन... Hindi · जीवन · लघु कथा 1 333 Share *प्रणय प्रभात* 29 May 2023 · 1 min read #लघु_कविता #लघु_कविता ■ परवाह बदली...। 【प्रणय प्रभात】 "चाह बदली, आह बदली। और फिर, परवाह बदली।। - तुमने अपने, तौर बदले। हमने अपने, ठौर बदले। तुमने अपनी, राह बदली। हमने अपनी, राह... Hindi · जीवन · लघुकविता 1 247 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 28 May 2023 · 1 min read सत्य जीवन का गीतिका…4 ————- गीतिका -०-०-०-०-०-०-०- (आधार छंद चौपाई , समांत आना, अपदांत ) ००००० आता जब उसका परवाना । चलता कोई नहीं बहाना ।। * पात डाल से जैसे टूटे ।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · जीवन 224 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 25 May 2023 · 1 min read उठो पथिक थक कर हार ना मानो उम्मीद की किरण बन आया अँधेरा चीर कर सूरज आया पंक्षी फिर चहकने लगे गगन में फिर झरनों ने गीत मधुर गाया ऋतुओं ने खिलाये फूल भंवरों ने गुंजन किया... Poetry Writing Challenge · कविता · जीवन · शौर्य · संस्मरण 4 332 Share *प्रणय प्रभात* 20 May 2023 · 1 min read ■ आज का दोहा #दोहा ■ धर्मसंकट... किसी को पराया कैसे माना जाए, जब तक कोई अपना न हो? अपना भी वो, जो पराए से अलग हो। यदि नहीं, तो काहे के अपने और... Hindi · जीवन · दोहा 1 472 Share *प्रणय प्रभात* 18 May 2023 · 1 min read ■ इलाज बस एक ही... #मर्म- ■ इलाज बस एक ही... ना आस, ना विश्वास। ना दीद, ना उम्मीद। ना मान, ना मनुहार। ना नफ़रत, ना प्यार। बस, वो उस पार, हम इस पार। बीच... Hindi · जीवन · दुनियां · मुक्तक · रिश्ते 243 Share *प्रणय प्रभात* 18 May 2023 · 1 min read #दोहा #दोहा ■ कृतघ्न पशुवत नहीं, पशु से कई गुना बदतर। पशु प्रायः कृतज्ञता के प्रतीक ही होते हैं। 【जीवन मूल्यों की बात, मेरे दोहों के साथ】 ●प्रणय प्रभात● Hindi · जीवन · दोहा · संस्कार 1 625 Share *प्रणय प्रभात* 17 May 2023 · 1 min read #सन्देश... #सन्देश... ■ इशारा ही काफ़ी समझदार को। 【प्रणय प्रभात】 "केले" रहोगे। "अकेले" रहोगे।। अकेले पड़े मतलब जल्दी सड़े...।। केले का जीवनका- ना महीने, ना साल, बस कुछ ही दिन, वो... Hindi · आज का विचार · आज की बात · जीवन · संदेश 1 295 Share SURYA PRAKASH SHARMA 3 May 2023 · 1 min read अंतरात्मा की आवाज जब बज रहे हो रात के बारह , और शान्ति हो चारों ओर तो सुनना - बोलती है घड़ी , बहुत तेज। क्या दिन में नहीं बोलती ? अजी !... Hindi · Life · कविता · जीवन 1 369 Share *प्रणय प्रभात* 26 Apr 2023 · 1 min read ■ गीत (दर्शन) #गीत ■ जीवन कभी न हारा...!! 【प्रणय प्रभात】 ● जीवन का झरना बहता जाए, साँसों की जलधारा। मुट्ठी से ज्यों रेत सरकती, जीवन बीते सारा। जीवन का झरना बहता जाए।।... Hindi · गीत · जीवन · जीवन दर्शन 1 488 Share *प्रणय प्रभात* 21 Apr 2023 · 1 min read ■ एकाकी जीवन ■ एक बड़ा सच... संरक्षण-विहीन लोगों की ज़िंदगी एक कटी पतंग से बेहतर नहीं। उसे हर कोई लूटने और कब्ज़े में लेने को बेताब रहता है। बिल्कुल बेनामी ज़मीन या... Hindi · जीवन · दुनियां · शेर 1 571 Share *प्रणय प्रभात* 29 Mar 2023 · 1 min read ■ चलते रहो... #आज_का_मुक्तक ■ चलना पड़ता है... दिल न चाहे तो भी। कभी अपने तो कभी अपनों के लिए। कभी शौक़ से तो कभी मजबूरी में। यही जीवन की नीति और जगत... Hindi · जीवन · मुक्तक 2 534 Share *प्रणय प्रभात* 18 Mar 2023 · 1 min read ■ एक प्रेरणा... #लघुकथा ■ नया घोंसला....! 【प्रणय प्रभात】 यह लगभग दिन भर का ही काम था उस चिड़िया का। कभी तिनका तो कभी कपड़े की चिंदी चोंच में दबा कर लाना। उनसे... Hindi · जीवन · प्रेरक · प्रेरणा · लघुकथा 1 518 Share *प्रणय प्रभात* 17 Mar 2023 · 1 min read ■ अटपटी-चटपटी... #रचना_की_रसोई ■ स्पेशल थाली : फोकट वाली 【प्रणय प्रभात】 "भावनाओं का भात, कामनाओं की दाल, तनाव का तड़का, बाधाओं का बघार, रस्मों का रायता, ख्वाबोँ की खीर, दर्द का दही-बड़ा,... Hindi · अकविता। · अतुकान्त कविता · अभिनव_प्रयोग · जीवन · नवाचार 1 253 Share *प्रणय प्रभात* 17 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का दोहा ■ मन्तव्य- आपके साथ अगर कोई है, तो वो आप ख़ुद हैं। कोई और नहीं।। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · जीवन · जीवन दर्शन · दोहा 1 207 Share *प्रणय प्रभात* 14 Mar 2023 · 1 min read ■ समयोचित सलाह ■ आत्मसम्मान अनिवार्य... धन-दौलत, सफलता, समृद्धि, यश-प्रतिष्ठा अपनी जगह और आत्म-सम्मान अपनी जगह। इसके साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए। चाहे सामने कोई भी हो और हालात कैसी भी हों।... Hindi · अभिमत · आज का विचार · आज की बात · जीवन · जीवन दर्शन 1 639 Share *प्रणय प्रभात* 14 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का विचार ■ मन्तव्य- जीवन केवल उनके लिए है, जो जीना चाहते हैं और जीना जानते हैं। जीना भी आज या कल में नहीं बल्कि हर पल में। सम्पूर्ण उल्लास व आनंद... Hindi · आज का विचार · आज की बात · चिंतन · जीवन · जीवन दर्शन 1 655 Share Page 1 Next