Posts Tag: गीतिका 454 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next डॉ.सीमा अग्रवाल 11 Apr 2023 · 1 min read कौन सोचता बोलो तुम ही... कौन सोचता बोलो तुम ही, दुखिया की लाचारी पर ? पढ़ो पोथियाँ भरी पड़ी हैं, भारत की सन्नारी पर। देश हुआ आजाद मगर क्या, खुशहाली सब तक आयी ? मिल... Hindi · गीतिका 2 221 Share umesh mehra 2 Apr 2023 · 1 min read अजीब बात है बादल गरजा बिजली चमकी। हुई ना बरसात अजीब बात है।। रौनकें थी कलियां भी शाखों पर। खिला ना फूल अजीब बात है।। थी बाजार में सच्चाई की दुकान। ना बिका... Hindi · गीतिका 1 435 Share umesh mehra 29 Mar 2023 · 1 min read राम मर्म हमे इस जीवन का बतलाते हैं राम। धर्म पर चलना सबको सिखलाते हैं राम।। होकर परम पिता परमेश्वर साधारण हैं राम। मात पिता गुरु वाणी का पालन करते राम।।... Hindi · गीतिका 1 551 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 23 Mar 2023 · 1 min read तंज़ीम डॉ अरुण कुमार शास्त्री -एक अबोध बालक- अरुण अतृप्त । " तंज़ीम " प्रथा से ही प्रगति की दीवार लाँघ कर प्रशस्ति के नए नए आयाम सर किये जायेंगे ।... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 243 Share surenderpal vaidya 14 Mar 2023 · 1 min read पास आएगा कभी ** गीतिका ** ~~ आस है वो मुस्कुराता पास आएगा कभी। याद बीते वक्त की ताज़ा कराएगा कभी। भूलकर नादानियां सारी पुरानी एक दिन। स्नेह से आवाज देकर फिर बुलाएगा... Hindi · कविता · गीतिका 1 269 Share surenderpal vaidya 12 Mar 2023 · 1 min read सत्य पथ पर (गीतिका) ** सत्य पथ पर ** ~~ जो सत्य पथ पर पग बढ़ाते हैं कभी डरते नहीं। हर कष्ट सह लेते खुशी से आह तक भरते नहीं। सब को सुहानी लग... Hindi · Poem · गीतिका 208 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 10 Mar 2023 · 1 min read सामन्जस्य डा. अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त * सामन्जस्य * शब्दों की कोई जात नहीं कोई पात नहीं कोई औकात नहीं फिर भी इन शब्दों के... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 1 238 Share लक्ष्मी सिंह 6 Mar 2023 · 1 min read हम बच्चों की आई होली मीठी मीठी गुझियावाली,हम बच्चों की आई होली। मस्ती के बारात सजाए,संग लिए खुशियों की डोली। जल्दी उठकर सुबह सवेरे, गली मुहल्ला करते फेरे, खटकाते सबके दरवाजे़,आओ चंपा आओ मोली। पानी... Hindi · गीतिका · चौपाई · बाल कविता · होली 222 Share डी. के. निवातिया 6 Mar 2023 · 1 min read ऐसे रंग लगाए गयो रे, मोहे बालम सांवरिया, ऐसे रंग लगाए गयो रे, मोहे बालम सांवरिया, अरे होली में हुड़दंग मचाये गयो रे सांवरिया !! पीकर भंग जालिम खाई के पान, लेकर आयो जे रंग अबीर गुलाल, तन-मन... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · हास्य 242 Share Abhijeet kumar mandal (saifganj) 28 Feb 2023 · 2 min read वर्णमाला हिंदी grammer by abhijeet kumar मंडल(saifganj539 ( वर्णमाला  वर्णमाला वर्ण की परिभाषा वर्ण उस मूल ध्वनि को कहते हैं, जिसके खंड या टुकड़े नहीं किये जा सकते। जैसे- अ, ई, व, च, क, ख् इत्यादि। वर्ण... Hindi · अनुराग अंकुर की कविताएं · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · पुस्तक समीक्षा 174 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 22 Feb 2023 · 1 min read मौजु डा . अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त कौन कह्ता है कि उदासियाँ महज़ उन्हीं के हिस्से होती हैं // जो किसी के गम्ख्वार होते हैं... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 141 Share Shekhar Chandra Mitra 8 Feb 2023 · 1 min read प्रेम की पुकार चले आ चले आ चले आ चले आ... इससे पहले कि बहुत देर हो जाए प्रेम के नगर में अंधेर हो जाए गूंथता ही रहे तू सपनों की माला लेकिन... Hindi · गीतिका 395 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read उम्मीदों का उगता सूरज उम्मीदों का उगता सूरज बादलों में मौन खड़ा है | जीत उसी ने पाई है , जो संघर्षों से लड़ा है | सामने सूरज हो भले वह अकेला खड़ा है... Hindi · कविता · गीतिका 1 175 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read जमाना हस रहा है मेरी हार पर जमाना हस रहा है मेरी हार पर.., जिंदगी कहां चलती है उदार पर | जीना पड़ता है जिंदगी के सार पर, भरोसा दिल से करो अपने यार पर | तोडकर... Hindi · कविता · गीतिका · मुक्तक 84 Share कवि दीपक बवेजा 31 Jan 2023 · 1 min read बड़ा पछताओगे बड़ा पछताओगे करके बेवफाई जो तुम जाओगे...., बड़ा पछताओगे बड़ा पछताओगे | तोड़ के दिल मेरा जो तुम्हें जाओगे, बड़ा पछताओगे बड़ा पछताओगे | मुझे तुम छोड़कर किसे अपनाओगे, किसे अपनाओगे बड़ा... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 173 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 28 Jan 2023 · 1 min read 💐रे मनुष्य💐 डॉ अरुण कुमार शास्त्री 👌एक अबोध बालक 👌अरुण अतृप्त 👍 रे मनुष्य 💐 चंचलता मन की कब साधोगे रे मनुष्य धीरज रख कर घर बाहर कब बांधोगे रे मनुष्य जीवन... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 230 Share कवि दीपक बवेजा 24 Jan 2023 · 1 min read सहजता से नहीं चढ़ती बुलंदी की सीडी इतनी सहजता से नहीं चढ़ती बुलंदी की सीढ़ि , इसको गढ़ने के लिए लग जाए चाहे कई पीढ़ी | बातें बनाना तो बहुत आसान काम है यारों , चौराहे पर... Hindi · कोटेशन · गीतिका · दोहा · मुक्तक 71 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 11 Jan 2023 · 1 min read गीतिका गीतिका- आकुल अंतर चाह रहा है,कुछ अपनी कुंठाएँ लिखना। रूठ गए जो अपने साथी ,उनके लिए दुआएँ लिखना।1 दुर्गम , तुंग श्रृंग पर बैठे, जो बनकर प्रहरी सीमा के, उन... Hindi · गीतिका 250 Share Dr. Girish Chandra Agarwal 10 Jan 2023 · 1 min read जीवन की सांझ चारों तरफ अंधेरा खोया कहीं सबेरा। पथ में बहुत हैं काँटे खल तामसी सताते। कोई लगे न अपना जीवन है एक सपना।। कैसे मैं राह पाऊं डूबूँ या पार जाऊं।... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 2 214 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jan 2023 · 1 min read गीतिका चाटुकारिता का गुण नर में,जब तक कड़ा नहीं होता। तब तक पद-सत्ता के पग में,कोई पड़ा नहीं होता।। दिल से कही बात जो जाती,दिल तक सदा पहुँचती है, हर मानव... Hindi · गीतिका 2 2 290 Share VINOD CHAUHAN 6 Jan 2023 · 1 min read हर आईना मुझे ही दिखाता है हर आईना हमेशा मुझे ही दिखाता है जिसमें देखूँ मेरा अक्स नजर आता है कोई दिखाता है मुझको ये सूरत मेरी हाल-ए-दिल कोई कभी नहीं सुनाता है कोई दिखाता है... Hindi · V9द चौहान · गीतिका 3 2 593 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 5 Jan 2023 · 1 min read तुम हो मेरे लिए जिंदगी की तरह तुम हो मेरे लिए जिंदगी की तरह। छोड़ कर जाओ न हर किसी की तरह। छोड़ करके जमाना भरोसा किया। मोड़ लेना न रुख अजनबी की तरह। मिल गई हर... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 1 207 Share डी. के. निवातिया 15 Dec 2022 · 1 min read आत्मा बिक रही है ज़मीर बिक रहा है आत्मा बिक रही है ज़मीर बिक रहा है, रईसों के बाजार में ग़रीब बिक रहा है ! किसान बिक रहा, जवान बिक रहा है, पटवारी के हाथो से जरीब बिक... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 1 2 124 Share Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya) 8 Dec 2022 · 1 min read प्रेम पत्र प्रियतम तेरी याद में, भूख लगे ना प्यास । खुश्बू बनकर महको मुझमें, दूर रहो या पास।। फूलों पर भंवरे मडराये, खेतों में हरियाली। सावन बीता भांदो बीता, प्रीत मिलन... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · गीत · गीतिका 1 217 Share Utkarsh Dubey “Kokil” 29 Nov 2022 · 1 min read बाल विवाह हतप्रभ खड़ा देखता मैं इन बादलों के घेरे को, नाचते गाते आमोद से आते सलिल की बारात को जाने किसे ब्याहने को आश्रा की ज्योति बन अरुण्य की बूंदे लिए... Hindi · कविता · गीतिका · बाल कविता · सामाजिक 9 422 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 23 Nov 2022 · 1 min read * तिस लाग री * डा. अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त आजा आजा रे कन्हाई तन्ने देरी कुयूं लगाई दस बाज गे तिस ते मेरी जाँ पे बन आई तेरे... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 225 Share Shyam kumar kolare 11 Nov 2022 · 1 min read जीवन की अनसुलझी राहें !!! न जाने कैसी धुंध में हम आज घिर गए जाना था घर अपने कही और निकल गए क्या हुआ जीवन में क्या आंधी निकल गयी उड़ गया सब कुछ, पूँजी... Hindi · कविता · गीतिका 180 Share नन्दलाल सुथार "राही" 31 Oct 2022 · 1 min read जिस शहर में ... जिस शहर में.... जिस शहर में तू ना आये वो शहर वीरान है चल रही है तेरी धड़कन तब तक मुझमें जान है। जिस शहर में.... मेरी दुनियाँ तुझमें बसती... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 136 Share Kumar Kalhans 30 Oct 2022 · 1 min read निर्ममता का नाम जगत है। निर्ममता का नाम जगत है। सूरज अपने वज्रघात से तम के टुकड़े कर देता है, संध्या में जब थकता सूरज तम आकर बदला लेता है, यही कहानी है इस जग... Hindi · गीतिका 1 1 163 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 30 Oct 2022 · 1 min read श्री राम वंदना 🦚 *श्री राम वंदना* ००००००००००० श्री चरणों में हे रघुनंदन ! प्रभु अमिय सिंधु लहराता है । पतवार नाम की जो थामे ,वह भवसागर तर जाता है ।।१ - तुम... Hindi · गीतिका 2 150 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 11 Oct 2022 · 1 min read गज़ल सुलेमानी डा . अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त * गज़ल सुलेमानी * हमारी याद आये तो कभी मिलना अकेले में अन्धेरे तुम को अगर डराएँ कभी... Hindi · Poem · कविता · ग़ज़ल · गीतिका 1 1 243 Share लक्ष्मी सिंह 4 Sep 2022 · 1 min read कवि के उर में जब भाव भरे तोटक छंद 112 112 112 112 कवि के उर में जब भाव भरे, कविता बन के हर घाव झरे।। कवि व्योम विचार घना रहता, निज छंद उगा कविता लिखता। कवि... Hindi · गीतिका · तोटक छंद 2 2 384 Share Neelam Sharma 1 Sep 2022 · 1 min read प्राणदायी श्वास हो तुम। आधार छंद- "माधवमालती" (मापनीयुक्त मात्रिक) मापनी- गालगागा गालगागा गालगागा गालगागा (28 मात्रा) समान्त- "आस", पदान्त- "हो तुम" । 2122 2122 2122 2122 प्रेम की संजीवनी हो प्राणदायी श्वास हो तुम।... Hindi · गीतिका 2 259 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 25 Aug 2022 · 2 min read * जातक या संसार मा * डा . अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त * जातक या संसार मा * यदि शान्ति सुख चाहो तो मन को विस्थापित करो तँन काया इन्द्रिय... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 288 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 22 Aug 2022 · 5 min read गीतिका विधा का परिचय गीतिका विधा के प्रणेता आचार्य ओम नीरव जी द्वारा रचित गीतिकालोक ग्रंथ के अनुसार , गीतिका विधा का संक्षिप्त परिचय ! ०००००००००००००००० *गीतिका: एक परिचय* ०००००००००००००००० गीतिका विधा के प्रणेता... Hindi · गीतिका · लेख 1 1 185 Share मोहन 20 Aug 2022 · 1 min read मोहन 1. तुम्हारे ख्यालों में, रहता हूं मैं अब। न कहता था कुछ, ना ही कहता हूं मैं अब।। 2. हां बदला नहीं हूं, बहुत मैं अभी पर। जो सहना नहीं,... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · शेर 2 241 Share मोहन 15 Aug 2022 · 1 min read तिरंगा है नमन तुमको की तुम हो देश का सम्मान मेरे है नमन तुमको की तुमसे देश का अभिमान मेरे 1. तुम तो रंगो से भरे हो तुम तो धर्मों से... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 2 2 239 Share डी. के. निवातिया 11 Aug 2022 · 1 min read राखी त्यौहार बंधन का - डी के निवातिया राखी त्यौहार बंधन का *** चन्दन का न वंदन का, राखी त्यौहार बंधन का ! बहना का, ना भाई का, ये त्यौहार सच्चाई का ! भई रोली का न मोली... Hindi · कविता · कोटेशन · गीत · गीतिका 348 Share rkchaudhary2012 11 Aug 2022 · 1 min read चलो प्रेम का दिया जलायें नफरत का अंधियार मिटायें। चलो प्रेम का दिया जलायें। आग स्वार्थ की लगी हुई है। संवेदना मरी हुई है। कोई किसी का हाल न पूछे, बेगैरत की हवा चली है।... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 3 1 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Aug 2022 · 1 min read दिल का हाल सुनाऊँ कैसे दिल का हाल सुनाऊँ कैसे ********************* दिल का हाल सुनाऊँ कैसे, अपनों को बहकाऊँ कैसे। मुख पर पल में आ जाते हैं, मन के भाव छुपाऊँ कैसे। जो - जो... Hindi · गीतिका 1 144 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 3 Aug 2022 · 1 min read तीजो का त्योहार तीजो का त्योहार बिटिया दूर विदेश में, सात समंदर पार I सखियों सँग कैसे मने, तीजो का त्योहार II माँ ने भेजा तीज पर, बिटिया को उपहार I घेवर फैनी... Hindi · गीतिका · दोहा 1 329 Share डी. के. निवातिया 30 Jul 2022 · 1 min read कण कण तिरंगा हो, जनगण तिरंगा हो कण कण तिरंगा हो, जनगण तिरंगा हो हर मन तिरंगा हो, हर तन तिरंगा हो !! जवानो के खून की, रवानी कहती है, किसानो के खेत की हराली कहती है,... Hindi · कविता · कोटेशन · गीत · गीतिका 3 2 843 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 Jul 2022 · 2 min read हृद् कामना .... हृद्-कामना... यही कामना जग में सबसे, सरल-सहज व्यवहार करूँ। तेरी कृपा के गुल खिलें तो, उन्हें गले का हार करूँ।। नहीं चाहिए मुझको प्रभुवर, किस्मत से कुछ भी ज्यादा। लिखा... Hindi · गीतिका 5 4 554 Share डी. के. निवातिया 9 Jul 2022 · 1 min read मिलना सीखो - डी के निवातिया मिलना सीखो ! जो खिल नहीं सकते उनके लिए खिलना सीखो, जो चल नहीं सकते उनके लिए चलना सीखो, जरुरी नहीं है, सब तुम जैसे हो इस दुनिया में जो... Hindi · कविता · कोटेशन · गीतिका · मुक्तक 1 118 Share डी. के. निवातिया 9 Jul 2022 · 1 min read मजबूर कर दूंगा - डी के निवातिया मजबूर कर दूंगा ! खुद को तेरी दुनिया से दूर कर दूंगा, यादों को तेरी मैं चकनाचूर कर दूंगा पल पल तरसेगी, मुहब्बत को मेरी, मैं, तुझको इतना मजबूर कर... Hindi · कविता · कोटेशन · गीतिका · मुक्तक 150 Share डी. के. निवातिया 9 Jul 2022 · 1 min read दुनिया छोड़ सकते है - डी के निवातिया दुनिया छोड़ सकते है ! उफनती हुई लहरों का रुख मोड़ सकते है, हम फूल की चोट से पत्थर तोड सकते है, यकीन न हो तो तू आजमाकर देख लेना,... Hindi · कविता · कोटेशन · गीतिका · मुक्तक 158 Share डी. के. निवातिया 7 Jul 2022 · 1 min read आज नहीं तो कल होगा - डी के निवातिया आज नहीं तो कल होगा ! ज्यों ज्यों जग पाप बढ़ेगा कलयुग का प्रताप बढ़ेगा, अधर्म का युग भावी होगा, हैवान सर पर हावी होगा असत्य परिपूर्ण शिक्षा होगी सच... Hindi · कविता · गीतिका 4 6 1k Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 3 Jul 2022 · 1 min read पद्धरि छंद छन्द *पद्धरि* पर आधारित मात्रा 16 प्रारम्भ गुरु से अन्त -भान(121) हे कमल नयन सुन ले पुकार । मैं विनती करता बार -बार। १। है झूठ फला जग में अपार।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 1 198 Share The_dk_poetry 2 Jul 2022 · 1 min read लाल में तुम ग़ुलाब लगती हो लाल में तुम ग़ुलाब लगती हो पीले में तुम मीठा आम लगती हो लड़की तुम खास दिखती हो दिल के मेरे बेहद पास रहती हो आँखे हैं चितचोरनी-सी चलती हो... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 3 243 Share Godambari Negi Pundir 16 Jun 2022 · 1 min read 'कवि कुछ ऐसा गीत लिख दो' हो प्रसन्न मन वदन काया, गीत कवि लिख दीजिए। सुप्त तन दुखित जन सभी को, चेतना वर दीजिए। देश भक्ति से हृदय पूरित, भ्रमित मन को ज्ञान दो। हों न... Hindi · गीतिका 1 552 Share Previous Page 8 Next