Posts Tag: ग़ज़ल 2k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid श्याम सांवरा 3 Dec 2025 · 1 min read तेरे वादों की हक़ीक़त ने मेरा दिल तोड़ दिया, तेरे वादों की हक़ीक़त ने मेरा दिल तोड़ दिया, मैं जिसे दिलोजान न से चाहा, उसी ने छोड़ा दिया। तेरे आँसू भी अब नक़ली से लगे हैं मुझको, झूठ ने... Hindi · ग़ज़ल 20 Share Bal Krishna Mishra 3 Dec 2025 · 2 min read 💔 दंश ले जो तू मुझे, तो नींद आ जाए 💔 💔 दंश ले जो तू मुझे, तो नींद आ जाए 💔 बीते लम्हों का सूनापन तेरी यादों का महकता चंदन आंखें में थमी तेरी परछाई, रोशनी बनकर बूंदों में घुल... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत 1 168 Share Alok Ks 2 Dec 2025 · 1 min read जब दिन था तो तुम मेरे पास थे, जब दिन था तो तुम मेरे पास थे, जब रोशनी गई तो अंधेरे में पता चला कि मेरी आंखों का अस्तित्व क्या है। न साया दिखा तुम्हारा, न हमशक्ल कोई,... Hindi · कविता · ग़ज़ल 1 23 Share महेंद्र 'मजबूर' 2 Dec 2025 · 1 min read थक गया हूँ थक गया हूँ राहों पर चलते-चलते, टूटे सपनों को जोड़ते-जोड़ते। थक गया हूँ दिल के जख्म छुपाते-छुपाते, ख़ामोशियों में अपने से बहस करते करते । थक गया हूँ उम्मीदों को... Hindi · ग़ज़ल 23 Share नूरफातिमा खातून नूरी 2 Dec 2025 · 1 min read 1222 1222 1222 1222 पड़ेगे कोहरा अब हंसी मंजर का इशारा है , की सर्दी आ रही है यह दिसंबर का इशारा है। रहा मैं भी कभी ऊंचे पहाड़ों का बड़ा हिस्सा हुआ हूं... Hindi · ग़ज़ल 18 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 30 Nov 2025 · 1 min read "उल्फ़त"-ग़ज़ल अदू बन गया क्यूं, दहर धीरे -धीरे, पिलाया जो उसने, ज़हर धीरे -धीरे। झुकी वो निगाहें, मिरी जां न ले लें, उठेगी जो उनकी, नज़र धीरे -धीरेl पढ़ा था कहीं,... Hindi · ग़ज़ल 1 1 31 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 29 Nov 2025 · 1 min read "इश्क़ है..! ग़ज़ल " सोए अरमानों को जो फिर से जगा दे, इश्क़ है, बुझ चुके शोलों को भी जो फिर हवा दे, इश्क़ है। जिस्म की आराइशें, हरगिज़ न अब भातीं हमें, मन... Hindi · ग़ज़ल 1 3 47 Share नूरफातिमा खातून नूरी 29 Nov 2025 · 1 min read 221 2122 2122 122 आंखों में थे भरे आंसू जो यहां सभी के, किसको यहां सुनाये हम दर्द जिंदगी के । गफलत में हम रहे वो लौटेंगे शाम तक तो , घर छोड़ के... Hindi · ग़ज़ल 18 Share Dhirendra Panchal 28 Nov 2025 · 1 min read अच्छी बात नहीं दिल से दिल के तार छुड़ाना अच्छी बात नहीं । सूरज पर प्रतिबन्ध लगाना अच्छी बात नहीं । तुमने चंचल राग सुनाया पर मेरी भी बात सुनो , व्याकुल मन... Hindi · कविता · ग़ज़ल · प्रेम 26 Share Kumar Akhilesh 26 Nov 2025 · 1 min read "इक आखरी बस मुलाकात को, चले आइए कुछ सवालात को" इक आखरी बस मुलाकात को, चले आइए कुछ सवालात को। पैरों की पायल को आराम दो, के खलल ना पड़े नींद में रात को। तेरी बातों में मेरा यदि जिक्र... Hindi · ग़ज़ल · गीत · गीतिका 2 3 183 Share Page 1 Next