Posts Tag: ग़ज़ल 2k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 18 Apr 2025 · 1 min read "रुकिए मत, झुकीए मत" रुकिए मत, झुकीए मत, निरंतर चलते रहिए, कठिनाई हो पथ में भी तो, आगे बढ़ते रहिए।। तूफ़ा आए पग में तो भी, चट्टानों सा अडिग रहिए, पथरीला या तप्त पथ... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · मुक्तक 7 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 16 Apr 2025 · 1 min read जिंदगी का एक नज़रिया, घरों में कैद है जिंदगी का एक नज़रिया, घरों में कैद है, सिसकती, सुबकती, उफ़ तक न करती, रसोई के धुएं में जिंदगी धुंधली सी दिखती, आंखों से जलती, जीवन को बुनती, खुद में... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 14 Share Kalamkash 16 Apr 2025 · 1 min read क़ुर्बान करूँ इश्क़ कभी इश्क़ की ख़ातिर, क़ुर्बान करूँ इश्क़ कभी इश्क़ की ख़ातिर, हसरत है लुटा दूँ मैं सभी इश्क़ की ख़ातिर। Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · लेख · शेर 13 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 15 Apr 2025 · 1 min read जीवन संगिनी तुम हो मेरे जीवन की डोर, तुमसे बंधी जिंदगी की छोर, पद, प्रतिष्ठा, मान मर्यादा, प्राण, आयु, जीवन आयाम, दुख सुख और संघर्ष में, साया बनके रहती हो साथ ।।... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · मुक्तक 20 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 15 Apr 2025 · 1 min read वादियों में साज़िश वादियों में साजिशों की बर्फ जम गई, सिंधु, सतलज में रक्त की धारा बही, मां भारती के भाग्य छाया अंधेरा घना, स्वर्ग फिर से आज रक्त रंजीत हुआ।। चित चीत्कार... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 14 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 15 Apr 2025 · 1 min read "सफलता" ने क्या-क्या छीना सफलता ने हमसे क्या क्या है छीना, गांव की गलियां, बचपन की लड़ियां, कोयल की कू कू, चिड़ियों की ची ची, मिली है सफलता बहुत कुछ खो के ।। बचपन... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 11 Share Rakesh yadav goldi 15 Apr 2025 · 1 min read "जहाँ समता पलती है" (राकेश यादव घूमन्तु राहगीर ) jaha samta palti hai jan geet rakesh yadav goldi के द्वारा लिखा गया जन गीत "जहाँ समता पलती है" (राकेश यादव घूमन्तु राहगीर ) जहाँ समता पलती है, वो धरती प्यारी है, ना ऊँच है, ना नीच है , हर जान न्यारी है। बोल वहाँ... Hindi · अनकहा · कविता · कहानी · ग़ज़ल · भजन गीत 15 Share Sushmita Singh 14 Apr 2025 · 1 min read एहसास फूलों के होते.. तो उठा लेते चुन के बिखरे एहसास हैं उठाएं कैसे.. © सुष्मिता सिंह 'काव्यमय' Hindi · कविता · ग़ज़ल 17 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 12 Apr 2025 · 1 min read "महक" ग़ज़ल ज्यूँ हो सहरा मेँ, कोई दूर, सराबोँ की तरह, उससे मिलना भी तो होता है अब ख़्वाबों की तरह। कमी नहीं है, हसीनों की, मानता हूँ, भले, जहाँ मेँ कौन... Hindi · ग़ज़ल 1 1 29 Share Sandeep Thakur 9 Apr 2025 · 1 min read प्यार प्यार में हिस्सा घट जाए तो प्यार कई में बँट जाए तो प्यार घटा सा बरसे लेकिन प्यार बरस कर छँट जाए तो प्यार के सपने टूटेगें ही प्यार की... Hindi · Quote Writer · कविता · ग़ज़ल · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 1 89 Share नूरफातिमा खातून नूरी 7 Apr 2025 · 1 min read गजल मुहब्बत की जगह घर है मकानो में नहीं मिलता जमीन पर जो सुकूं है आसमानों में नहीं मिलता। यह रिश्ते नाते बनने में जमाने लगा ही जाते हैं यह सब... Hindi · ग़ज़ल 27 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 6 Apr 2025 · 1 min read ग़ज़ल डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी दर्द हो दिल में कहां प्यार का मंजर आए। याद वो आए तो अश्कों का समंदर आए। 🌷 तू मेरे साथ रहे साथ चले साथ उड़े। काश की ओज पे... Hindi · ग़ज़ल 20 Share Shivkumar Bilagrami 6 Apr 2025 · 1 min read ज़िन्दगी बंदगी में जाएगी ज़िन्दगी बंदगी में जाएगी रोशनी रोशनी में जाएगी जिस घड़ी सामने वो आएगा वह घड़ी बेख़ुदी में जाएगी वो मेरा और मैं हूं अब उसका यह ख़ुशी शाइरी में जाएगी... Hindi · ग़ज़ल 1 23 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 5 Apr 2025 · 1 min read सोशल मीडिया के साइड इफेक्ट्स व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम ब्लॉक करो, फिर देखो समय ही समय नजर आएगा। थोड़ा मुस्कुराओ थोड़ा लोगों को हंसाओ, फिर देखो जीने में खूब मजा आएगा ।। रील छोड़ो रियल को... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · मुक्तक 25 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 4 Apr 2025 · 1 min read *मेरी मां* गिनती नहीं आती मेरे मां को यारो, गिन गिन कर रोटियां खिलाती है मेरी मां, मोटा हूं फिर भी उसको लगता हूं मै दुबला, अपने हिस्से की रोटियां भी खिलाती... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · दोहा · मुक्तक 2 26 Share Madhu Gupta "अपराजिता" 1 Apr 2025 · 1 min read "कल सुबह होगी मुलाकात" खट्टी मीठी बातों की,बना लेना तुम एक किताब। कल सुबह होगी,तेरी मेरी मीठी सी एक मुलाकात।। करवटों में ना बिताना, तुम काली लंबी ये रात। अलसाई आंखों में साजना,कोई मीठा... Hindi · कविता · ग़ज़ल 25 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 30 Mar 2025 · 1 min read *मेरे मौत पर* ! मेरे मौत पर आंसू न बहाना, हो सके तो जश्न मनाना, ये तो मेरा अंत नहीं, नए जन्म का है बहाना, मेरे मौत पर आंसू.... जो गिरे आंसू की दो... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 28 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 30 Mar 2025 · 1 min read हां! मैं आम आदमी हूं हां! मैं आम आदमी हूं, यूँ तो मुझे, सपने देखने की पूरी आजादी है, किंतु मैं, खुद के लिए सपने नहीं देख सकता, मेरी जिंदगी, जीवन के आपाधापी में उलझी,... Hindi · कविता · ग़ज़ल · हास्य-व्यंग्य 33 Share Madhu Gupta "अपराजिता" 30 Mar 2025 · 1 min read "लम्हें कहाँ मिलते हैं" कल सुबह किसने देखा है, चलो आज ही मिलते हैं।। दुनिया की इस झूठी शान में, हम क्यों अपने आप को कैद रखते हैं।। कल सुबह तक क्या मालूम, सांसों... Hindi · ग़ज़ल 25 Share हरवंश हृदय 28 Mar 2025 · 1 min read बोझ तुम्हारी यादों का : हरवंश हृदय झुकी झुकी सी पलकों पर है बोझ तुम्हारी यादों का झूठी रह गई कसमों का ... रह गए अधूरे वादों का अब तो संभल गया हूं लेकिन जब था मैं... Hindi · HARVANSH · ग़ज़ल · बोझ तुम्हारी यादों का · हरवंश श्रीवास्तव · हरवंश हृदय 1 73 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 28 Mar 2025 · 1 min read "दिन वसूल है, वसूल है, वसूल है..!" ग़ज़ल "दिन वसूल है, वसूल है, वसूल है..!" हसीं बहुत हैं चमन मेँ,ये मानता हूँ मगर, सिवाय उसके हर गुलाब भी, बबूल है, बबूल है, बबूल है।। मुस्कुराता है सब से... Hindi · ग़ज़ल 1 1 40 Share Kalamkash 26 Mar 2025 · 1 min read इन आँखों में रौशन रौशन कोई ख्वाब झलकता है, इन आँखों में रौशन रौशन कोई ख्वाब झलकता है, इन बातों में देखो जैसे कोई राज़ खटकता है लहजे में एक जुस्तुजू, सीने में बेचैनी सी है, मेरा ग़म तो... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा 26 Share Ramji Tiwari 24 Mar 2025 · 1 min read नफरत का व्यापार कर रहे हैं अपनों के ही दामन पर वार कर रहे हैं। लोग यहां नफरत का व्यापार कर रहे हैं। एक दूसरे के घर की इज्जत उछाल कर, जानें कितने जीवन बेकार कर... Hindi · ग़ज़ल 31 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 24 Mar 2025 · 1 min read "बला-ए-इश्क़" ग़ज़ल "रतजगा उम्र भर का है", सभी कहते क्यूँ हैं, "बला" है "इश्क़" गर, तो फिर इसे करते क्यूँ हैं। ज़ुल्फ़े-क़ातिल का ही, चर्चा है शहर मेँ हर सूँ, आ के... Hindi · ग़ज़ल 1 1 46 Share Kalamkash 24 Mar 2025 · 1 min read वो हक़ीक़त थी, जिसे ठुकरा गया तू, वो हक़ीक़त थी, जिसे ठुकरा गया तू, ये तकल्लुफ़ है जिसे तू जानता है, खो चुका जाने कहाँ वो लड़का पागल, क्या अभी भी तू उसे पहचानता है? Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · लेख · शेर 35 Share Shyam Nirmohi 21 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल खुद को भी तो कभी चिट्ठियाॅं लिख जो की हैं सभी वो गलतियाॅं लिख इस तल्ख़ धूप में जल रहे हैं ये पाॅंव छाॅंव के नाम कुछ अर्ज़ियाॅं लिख तू... Hindi · Poem · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 31 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 20 Mar 2025 · 2 min read सोच समझकर जब भी कोई दोस्ती का हाथ बढ़ाए, अच्छे से देख लेना वो कहीं कंजर तो नहीं। उसका दूसरा हाथ भी ज़रूर देख लेना, कहीं उसमें छुपा कोई खंजर तो नहीं।... Hindi · Hindi · Poetry · कविता · ग़ज़ल · गीत 3 2 624 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 19 Mar 2025 · 1 min read "हो न हो.." अख़लाक़-ओ-तहज़ीब का अहसास हो न हो, फिर होश-ओ-हवास, मिरे पास हो न हो ।। ताबिन्दगी-ए-नूर, से हैराँ है, बज़्म भी, उस महज़बीं सा अब कोई, शफ़्फ़ाफ़ हो न हो। क़िस्मत... Hindi · ग़ज़ल 1 1 36 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read लिखते हैं। हर ज़ुल्म-ओ-सितम, साज बना लिखते हैं। वो अपने दर्द को, अंदाज़ बना लिखते हैं। लगाईं बंदिशें उन्होंने आंसुओं पे इस कदर, अपनी हर आह को, आवाज़ बना लिखते हैं। वो... Hindi · ग़ज़ल 38 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read ये नफ़रत है किसी ? बता दीजिए ये मोहब्बत है कैसी, अपनों से करते तिज़ारत है कैसी। किसी के लिए वो ख़ुदा बनके बैठे, किसी से जफ़ा, ये नफ़रत है कैसी? वो क्या सोचते हैं... Hindi · ग़ज़ल 34 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल ग़मज़दा हूँ, रोने की बड़ी ख़्वाहिश है, ख़ुशी तलाश रही...थोड़ी देर रोने दे। कभी-कभी ही तो ढूंढती तन्हाइयां मैं, मेरी तन्हाइयों में मुझको जरा होने दे।। संग तेरे किनारे की... Hindi · ग़ज़ल 1 39 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read दिल ना होगा ना मेरी जान मोहब्बत होगी टुकड़े हो जाएं इस दिल के तो कुर्बत होगी, दिल ना होगा ना मेरी जान मोहब्बत होगी। जो सोचूँ ख़्वाब में ऐसी भी ना फ़ुर्सत होगी, दिल ना होगा ना... Hindi · ग़ज़ल 36 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Mar 2025 · 1 min read यही जिंदगी है। बिखरकर सिमटना यही ज़िंदगी है, निखरकर सँवरना यही ज़िंदगी है। जो देखा ज़माना ख़्याल ऐसा आया, सितम तेरा सहना यही ज़िंदगी है। सीने में हरपल किसी दिल के तरह, मुसलसल... Hindi · ग़ज़ल 29 Share manjula chauhan 17 Mar 2025 · 1 min read वक्त गुजरें ऐसे..... वक्त गुजरें ऐसे..... जैसे पहिए की चाल हो। पहुंचे मक़ाम तक बिना मुज़ाहमत के, तो फिर खुद से ही बेस़क सवाल हो। किसी की चंद ख़्वाहिशों में ही मुक्कमल ज़हान... Hindi · ग़ज़ल 1 36 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 17 Mar 2025 · 1 min read गुलों में रंग खेला जा रहा है सजल दिलों में प्यार पाया जा रहा है, गुलों में रंग खेला जा रहा है|(मतला) रूहानी प्यार की गहराइयों से, गुलिस्ताँ जंग लड़ता जा रहा है |(1) दिलों की दूरियां... Hindi · ग़ज़ल 1 29 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 16 Mar 2025 · 1 min read बचपन में लौटना दूसरों की ग़लतियां ढूंढना पसंद है लोगों को और बार बार उसका अहसास दिलाना उससे भी ज़्यादा पसंद। अब तक तो जान गए होंगे तुम भी खुश करना आसान है... Hindi · Best Poetry · Hindi · कविता · ग़ज़ल 2 589 Share Dr Archana Gupta 15 Mar 2025 · 1 min read फागुन का उपहार मिलन का होली है त्योहार जुड़े हैं इससे दिल से तार भरे पिचकारी में हैं रंग भिगोए सबको उसकी धार हुआ चेहरा भी है रंगीन खुशी बरसे हैं अपरंपार सजा... Hindi · ग़ज़ल · होली 1 81 Share Prashant 'अरहत' 12 Mar 2025 · 1 min read ग़ज़ल दोस्ती को इस तरह हमसे निभाना एक दिन घर हमारे यार अब फ़ुर्सत में आना एक दिन/1 हम अभी गर्दिश में हैं गुमनाम हैं पर देखना खोजता हमको फिरेगा ये... Hindi · ग़ज़ल · शेर 1 35 Share Mahesh Ojha 12 Mar 2025 · 1 min read हाय रे ज़िंदगी!!!!! हालत ऐसी कि ज़िल्लत भी गंवारा है मुझे हाय रे ज़िंदगी, तूने घेर कर मारा है मुझे खुशियों के हर साए से महरूम कर दिया, हर अपने को बेगाना सा... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 85 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 9 Mar 2025 · 2 min read *प्रगति का मंत्र- मेहनत* जीतना है तुम्हें ही एक दिन, क्यों चिंता करना जो बुरा गया एक दिन। तू विचलित न होना हार से कभी, करेगा मेहनत तो मिलेगी मंज़िल एक दिन। मुसीबतों का... Hindi · कविता · ग़ज़ल · राष्ट्रभाषा हिन्दी · साहित्य · हिन्दी 4 4 913 Share Dr. Rajeev Jain 9 Mar 2025 · 1 min read सलाहनामा आपस की बातें न हों और हवालों से , सब कुछ कह ते नहीं दुनिया वालों से । जब भरोसा कीजिए पूरा ही कीजिए , रिश्ते टूट जाते हैं अक्सर... Hindi · खुद के सवाल · ग़ज़ल · राजीवसागरी · रिश्ते · सलाह 38 Share पंकज परिंदा 9 Mar 2025 · 1 min read महिला दिवस विशेष...!! म्यान में ही, रहने दो, शमशीर को, है गुज़ारिश बख्श दो तक़दीर को..! एक हद तक, ही रहीं बस, जुम्बिशें, कब तलक शर्म ओ हया की बंदिशें ज़ुल्म कर मुझ... Hindi · ग़ज़ल · गीत · गीतिका 1 2 45 Share नूरफातिमा खातून नूरी 7 Mar 2025 · 1 min read यार होली मनाने चले आइए 212 212 212 212 गुजरे कितने जमाने चले आइए यार होली मनाने चले आइए। यारों फुरसत नहीं मिलने वाली यहां यूं किसी भी बहाने चले आइए। खाली लगता है मौसम... Hindi · ग़ज़ल 39 Share लवकुश यादव "अज़ल" 5 Mar 2025 · 1 min read कोई अनबन नहीं थी बस इतना है कि मन नहीं था /लवकुश यादव "अज़ल" उस नंबर का शायद कोई मतलब नहीं था, जितना हक तब था शायद अब नहीं था। हक जताने का इरादा बदल दिया हमने, कोई अनबन नहीं थी बस इतना है... Hindi · अज़ल · अमेठी · कुमार विश्वास · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 94 Share Anurag Anjaan 5 Mar 2025 · 1 min read बहते रहो सदा ग़ज़ल चलते रहो हवाओं सा, बहते रहो सदा जो भी मिले जहाँ में, कहते चलो सदा टूटे हैं सारे ख़्वाब, बिखरने लगे हैं हम फिर भी यूं ही जहाँ में,... Hindi · Best Hindi Poetry · Gazal ग़ज़ल · कविता · ग़ज़ल · शेर 1 45 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 3 Mar 2025 · 1 min read "करामात" ग़ज़ल मौसम बिना ही, आज क्यूँ बरसात हो गई, उसने कहा जो, रात हुई, रात हो गई। फ़ेहरिस्त-ए-आशिक़, भले उसकी तवील थी, इक मैं ही कह सका न, "उससे बात हो... Hindi · ग़ज़ल 1 1 54 Share Mukesh singhania 1 Mar 2025 · 1 min read शे'र कैसे कहूँ मैं चांद फूल पे खुश्बू पे शे'र कैसे कहूँ मैं तितलियों पे या जुगनू पे शे'र कैसे कहूँ /1/ कदम कदम पे बिलखते यतीम बच्चों को भला मैं देख के... Hindi · ग़ज़ल 45 Share नूरफातिमा खातून नूरी 1 Mar 2025 · 1 min read जो छपी तस्वीर तेरी आज के अखबार में हर तरफ चर्चा तिरा है गांव के बाजार में जो छपी तस्वीर तेरी आज के अखबार में हार से खुद को यूं दुःखी ना किया कर दोस्त तूं कामयाबी तो... Hindi · ग़ज़ल 43 Share हरवंश हृदय 1 Mar 2025 · 1 min read दो नाव में रहे : हरवंश हृदय जरूरत पड़ी तो धूप नहीं तो छांव में रहे बेगैरत हैं वो लोग जो दो नाव में रहे हमने तो सौंप दी दिल की सल्तनत उन्हें अफसोस कि वो फिर... Hindi · ग़ज़ल · दो नाव में रहे · हरवंश श्रीवास्तव · हरवंश हृदय 1 44 Share नूरफातिमा खातून नूरी 28 Feb 2025 · 1 min read नहीं जब कभी हो मुलाकात तुमसे 122 122 122 122 जी मे आया पूछे सवालात तुमसे नहीं जब कभी हो मुलाकात तुमसे बदलने लगी हूं मैं यह लोग कहते जो मिलने लगे हैं ख्यालात तुमसे ये... Hindi · ग़ज़ल 38 Share Page 1 Next