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Tag: कुण्डलिया
1001 posts
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*भारत माता को किया, किसने लहूलुहान (कुंडलिया)*
*भारत माता को किया, किसने लहूलुहान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*सजती हाथों में हिना, मना तीज-त्यौहार (कुंडलिया)*
*सजती हाथों में हिना, मना तीज-त्यौहार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*सोता रहता आदमी, आ जाती है मौत (कुंडलिया)*
*सोता रहता आदमी, आ जाती है मौत (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*नदियाँ पेड़ पहाड़ हैं, जीवन का आधार(कुंडलिया)*
*नदियाँ पेड़ पहाड़ हैं, जीवन का आधार(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*सीखा सब आकर यहीं, थोड़ा-थोड़ा ज्ञान (कुंडलिया)*
*सीखा सब आकर यहीं, थोड़ा-थोड़ा ज्ञान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*कोटा-परमिट का मिला ,अफसर को हथियार* *(कुंडलिया)*
*कोटा-परमिट का मिला ,अफसर को हथियार* *(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*बेचारे पति जानते, महिमा अपरंपार (हास्य कुंडलिया)*
*बेचारे पति जानते, महिमा अपरंपार (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*हारा कब हारा नहीं, दिलवाया जब हार (हास्य कुंडलिया)*
*हारा कब हारा नहीं, दिलवाया जब हार (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*शुगर लेकिन दुखदाई (हास्य कुंडलिया)*
*शुगर लेकिन दुखदाई (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*दिन-दूनी निशि चौगुनी, रिश्वत भरी बयार* *(कुंडलिया)*
*दिन-दूनी निशि चौगुनी, रिश्वत भरी बयार* *(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*पहिए हैं हम दो प्रिये ,चलते अपनी चाल (कुंडलिया)*
*पहिए हैं हम दो प्रिये ,चलते अपनी चाल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*खिलता है जब फूल तो, करता जग रंगीन (कुंडलिया)*
*खिलता है जब फूल तो, करता जग रंगीन (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*डुबकी में निष्णात, लौट आता ज्यों बिस्कुट(कुंडलिया)*
*डुबकी में निष्णात, लौट आता ज्यों बिस्कुट(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*भर ले खुद में ज्योति तू ,बन जा आत्म-प्रकाश (कुंडलिया)*
*भर ले खुद में ज्योति तू ,बन जा आत्म-प्रकाश (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*मिलते जीवन में गुरु, सच्चे तो उद्धार【कुंडलिया】*
*मिलते जीवन में गुरु, सच्चे तो उद्धार【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
भंडारे की पूड़ियाँ, देसी घी का स्वाद( हास्य कुंडलिया)
भंडारे की पूड़ियाँ, देसी घी का स्वाद( हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
*पति-पत्नी दो श्वास हैं, किंतु एक आभास (कुंडलिया)*
*पति-पत्नी दो श्वास हैं, किंतु एक आभास (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बच्चा बूढ़ा हो गया , यौवन पीछे छोड़ (कुंडलिया )
बच्चा बूढ़ा हो गया , यौवन पीछे छोड़ (कुंडलिया )
Ravi Prakash
*सावन झूला मेघ पर ,नारी का अधिकार (कुंडलिया)*
*सावन झूला मेघ पर ,नारी का अधिकार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*चंद्रशेखर आजाद* *(कुंडलिया)*
*चंद्रशेखर आजाद* *(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*होता शिक्षक प्राथमिक, विद्यालय का श्रेष्ठ (कुंडलिया )*
*होता शिक्षक प्राथमिक, विद्यालय का श्रेष्ठ (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
*कहते यद्यपि कर-कमल , गेंडे-जैसे हाथ
*कहते यद्यपि कर-कमल , गेंडे-जैसे हाथ
Ravi Prakash
*कॉंवड़ियों को कीजिए, झुककर सहज प्रणाम (कुंडलिया)*
*कॉंवड़ियों को कीजिए, झुककर सहज प्रणाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*आई बारिश घिर उठी ,नभ मे जैसे शाम* ( *कुंडलिया* )
*आई बारिश घिर उठी ,नभ मे जैसे शाम* ( *कुंडलिया* )
Ravi Prakash
*खुलकर ताली से करें, प्रोत्साहित सौ बार (कुंडलिया)*
*खुलकर ताली से करें, प्रोत्साहित सौ बार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*आते हैं बादल घने, घिर-घिर आती रात (कुंडलिया)*
*आते हैं बादल घने, घिर-घिर आती रात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*खाते नहीं जलेबियॉं, जिनको डायबिटीज (हास्य कुंडलिया)*
*खाते नहीं जलेबियॉं, जिनको डायबिटीज (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*दही सदा से है सही, रखता ठीक दिमाग (कुंडलिया)*
*दही सदा से है सही, रखता ठीक दिमाग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*छोड़ा पीछे इंडिया, चले गए अंग्रेज (कुंडलिया)*
*छोड़ा पीछे इंडिया, चले गए अंग्रेज (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*बच्चों को ले घूमते, मॅंगवाते हैं भीख (कुंडलिया)*
*बच्चों को ले घूमते, मॅंगवाते हैं भीख (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*खोया अपने आप में, करता खुद की खोज (कुंडलिया)*
*खोया अपने आप में, करता खुद की खोज (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*रानी ऋतुओं की हुई, वर्षा की पहचान (कुंडलिया)*
*रानी ऋतुओं की हुई, वर्षा की पहचान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*बाजारों में अब कहॉं, माॅलों में हैं लोग (कुंडलिया)*
*बाजारों में अब कहॉं, माॅलों में हैं लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*सुख से सबसे वे रहे, पेंशन जिनके पास (कुंडलिया)*
*सुख से सबसे वे रहे, पेंशन जिनके पास (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*खाती दीमक लकड़ियॉं, कागज का सामान (कुंडलिया)*
*खाती दीमक लकड़ियॉं, कागज का सामान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
असली चमचा जानिए, हाँ जी में उस्ताद ( हास्य कुंडलिया )
असली चमचा जानिए, हाँ जी में उस्ताद ( हास्य कुंडलिया )
Ravi Prakash
*पल में बारिश हो रही, पल में खिलती धूप (कुंडलिया)*
*पल में बारिश हो रही, पल में खिलती धूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*सावन का वरदान, भीगती दुनिया सूखी (कुंडलिया)*
*सावन का वरदान, भीगती दुनिया सूखी (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*धन को चाहें निम्न जन ,उच्च लोग सम्मान ( कुंडलिया )*
*धन को चाहें निम्न जन ,उच्च लोग सम्मान ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
*बरसे एक न बूँद, मेघ क्यों आए काले ?*(कुंडलिया)
*बरसे एक न बूँद, मेघ क्यों आए काले ?*(कुंडलिया)
Ravi Prakash
*आगे जीवन में बढ़े, हुए साठ के पार (कुंडलिया)*
*आगे जीवन में बढ़े, हुए साठ के पार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*मिलना जग में भाग्य से, मिलते अच्छे लोग (कुंडलिया)*
*मिलना जग में भाग्य से, मिलते अच्छे लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*साठ बरस के हो गए, हुए सीनियर आज (हास्य कुंडलिया)*
*साठ बरस के हो गए, हुए सीनियर आज (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*अर्पण प्रभु को हो गई, मीरा भक्ति प्रधान ( कुंडलिया )*
*अर्पण प्रभु को हो गई, मीरा भक्ति प्रधान ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
*शादी को जब हो गए, पूरे वर्ष पचास*(हास्य कुंडलिया )
*शादी को जब हो गए, पूरे वर्ष पचास*(हास्य कुंडलिया )
Ravi Prakash
*सावन आया गा उठे, मौसम मेघ फुहार (कुंडलिया)*
*सावन आया गा उठे, मौसम मेघ फुहार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*आबादी कैसे रुके, आओ करें विचार (कुंडलिया)*
*आबादी कैसे रुके, आओ करें विचार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*धक्का-मुक्की मच रही, झूले पर हर बार (कुंडलिया)*
*धक्का-मुक्की मच रही, झूले पर हर बार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*चलते-चलते मिल गईं, तुम माणिक की खान (कुंडलिया)*
*चलते-चलते मिल गईं, तुम माणिक की खान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*बीमारी सबसे बुरी, तन को करे कबाड़* (कुंडलिया)
*बीमारी सबसे बुरी, तन को करे कबाड़* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
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