Posts Tag: कहानी 2k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 51 Next रामबाबू ज्योति 4 Feb 2018 · 2 min read जगत की रीत ?जगत की रीत ? एक बार एक गाँव में पंचायत लगी थी | वहीं थोड़ी दूरी पर एक संत ने अपना बसेरा किया हुआ था| जब पंचायत किसी निर्णय पर... Hindi · कहानी 505 Share PRATIK JANGID 2 Feb 2018 · 1 min read अधूरी कहानी मैंने उस दिन अपनी कहानी पूरी लिख दी होती ।अगर तुम इस कदर रूठ कर नहीं गयी होती ।तुम्हरा इस तरह रूठ कर चला जाना ही मेरी अधूरी कहानी का... Hindi · कहानी 1 534 Share रामबाबू ज्योति 29 Jan 2018 · 3 min read जीवन का मूल्य सुनसान जंगल में एक लकड़हारे से पानी का लोटा पीकर प्रसन्न हुआ राजा कहने लगा― हे पानी पिलाने वाले ! किसी दिन मेरी राजधानी में अवश्य आना, मैं तुम्हें पुरस्कार... Hindi · कहानी 355 Share रामबाबू ज्योति 29 Jan 2018 · 3 min read रिश्ते अनमोल है अच्छे अच्छे महलों मे भी एक दिन कबूतर अपना घोंसला बना लेते है ... सेठ घनश्याम के दो पुत्रों में जायदाद और ज़मीन का बँटवारा चल रहा था और एक... Hindi · कहानी 240 Share डा0 रजनी रंजन 28 Jan 2018 · 8 min read मंझली भाभी मंझले भैया सिर्फ नाम के मंझले थे पर रौब में वही बड़े भैया थे। वही घर के सभी काम करते थे । बड़े भाई साहब के स्वभाव से शान्त और... Hindi · कहानी 1 1k Share Manoj Arora 19 Jan 2018 · 3 min read ‘भाषण’ लघुकथा एक मोहल्ले के कुछ युवकों ने मिलकर रक्तदान समिति बनाई और शहर के निजी ब्लड बैंक के सहयोग से एरिया सामुदायिक हॉल में रक्तदान शिविर का अयोजन किया। युवकों ने... Hindi · कहानी 1 501 Share Manoj Arora 19 Jan 2018 · 1 min read लघुकथा-दृष्टिकोण संगीता अपने पन्द्रह वर्षीय भाई निशांत को साथ लेकर एक रेस्टोरेंट में गई। वहा लड़के-लड़कियों की पहले से काफी भीड़ थी, कोई मोबाइल की बातें कर रहे थे तो कोई... Hindi · कहानी 504 Share Manoj Arora 19 Jan 2018 · 2 min read प्रेरक कथा ‘बोल का मोल’ विजय और कैलाश दो दोस्त थे, दोनों ही आपस में घनिष्ट मित्र थे। परंतु कुछ बातों को लेकर उनमें आपस में कुछ मतभेद रहता था। विजय जहाँ जमीनी हकीकत से... Hindi · कहानी 937 Share Mahender Singh 13 Jan 2018 · 1 min read कहानी "त्रुटि और समाधान" हर इक समाज का आदमी/हर वर्ग का आदमी थोड़ा असंतुष्ट है क्योंकि जो उससे वादे किए जाते हैं स्वप्न मात्र हैं, वरन् जो अनुदान आजतक जिन श्रेणियों को मिले वो... Hindi · कहानी 2 1 439 Share Mahender Singh 11 Jan 2018 · 1 min read कहानी:-"शेर और भगदड़"मैंने सुना हैं.., अगर आपको मालूम है, आप शेर नहीं हो, तो आप, क्यों व्यर्थ ही भाग रहे हो ? . मत करो खुद पर इतना अनर्थ, करें लो सहर्ष स्वीकार जो तुम... Hindi · कहानी 2 1 738 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Jan 2018 · 6 min read बड़का भईय ----2 (भोजपुरी) बड़का भईया-----2 (कैसा गुनाह) ------------- पंचायत आज चार दिन के पंचाईती के बाद आपन फैसला सुनावल चाहता, प्रविन आ नवीन दूनों जना राजीव के अर्जल संपत्ति पर आपन - आपन... Hindi · कहानी 493 Share PRATIK JANGID 6 Jan 2018 · 2 min read एक मुलाकात बहुत टाइम से ना मिला उससे में । ओर ना कभी कोशिश की।उसे पाने की । कुछ उम्मीदे थी उसके आने की । ओर कुछ रुकावटे थी मेरे न मिल... Hindi · कहानी 1 511 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 5 Jan 2018 · 6 min read बहारन (भोजपुरी कहानी) (प्रतियोगिता के लिए) बहारन (भोजपुरी कहानी) (प्रतियोगिता के लिए) ——————————————– अपना बेटवा के हतास मुरझाइल, चेहरा देखि के केतना ब्याकुल रहले फुलेना तिवारी। फुलेना तिवारी अनाम गाँव के एगो बहुते गरीब किसान हऊये... Bhojpuri · कथाकारी · कहानी 1 746 Share PRATIK JANGID 29 Dec 2017 · 2 min read अन कहा सच (काल्पनिक) हा मेने ही कहा था कि मुझे तुमसे कभी बात नही करनी ।हा मेने ही कहा था कि में तुमको कभी याद नही करूँगा । शायद में ही गलत... Hindi · कहानी 1 495 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 29 Dec 2017 · 15 min read अधुरी कहानी (रांग नंबर) अधुरी कहानी (रांग नंबर) ------------------------------------------ ट्रीन..ट्रीन... ट्रीन संजू ने फोन की बजती हुई घंटी को सुन फोन उठाया हेलो..कौन उधर से एक मीठी अत्यंत सुरीली सुमधुर स्वर उभरी ......हेलो $$$$...अमित... Hindi · कहानी 1 2 743 Share मोहित शर्मा ज़हन 29 Dec 2017 · 2 min read “काश मैं अमिताभ बच्चन का अंतर्मन होता…” (हास्य) मैंने एक कहानी लिखी और मेरा अपने अंतर्मन से वार्तालाप शुरू हो गया। अंतर्मन - “छी! क्या है ये?” मोहित - “कहानी है और क्या है?” अंतर्मन - “ये सवाल... Hindi · कहानी 444 Share मोहित शर्मा ज़हन 24 Dec 2017 · 2 min read जासूस सास (हास्य) लक्ष्मी कुमारी स्वेटर बुनने से तेज़ गति से अपनी बहु पर विचार बुन रही थीं। वैसे उनकी बहु शताक्षी ठीक थी….बल्कि जैसी कुलक्षणी, कलमुँही बहुएं टीवी और अख़बारों में दिखती... Hindi · कहानी 574 Share मोहित शर्मा ज़हन 22 Dec 2017 · 3 min read काल्पनिक निष्पक्षता "जगह देख कर ठहाका लगाया करो, वर्णित! तुम्हारे चक्कर में मेरी भी हँसी छूट जाती है। आज उस इंटरव्यू में कितनी मुश्किल से संभाला मैंने...हा हा हा।" मशहूर टीवी चैनल... Hindi · कहानी 590 Share Mahatam Mishra 20 Dec 2017 · 2 min read "जगिया की वापसी" "जगिया की वापसी" वर्षों से किसी की जुबान पर जिसका नाम भी नहीं आया। भूल गई थी उसके यादों की सारी तस्वीर जो कभी बचपन में संग खेला करती थी।... Hindi · कहानी 453 Share दिनेश एल० "जैहिंद" 14 Dec 2017 · 3 min read कहानी: उम्मीद पे उम्मीद कहानी: उम्मीद पे उम्मीद // दिनेश एल० “जैहिंद” “सुन मुनिया । जा, चूल्हा-चौकी करके खाना बना ।” ललपतिया ने बड़े प्यार से बड़ी बेटी को कहा- “कोई कोताही काम में... Hindi · कहानी 464 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 11 Dec 2017 · 5 min read समस्या नहीं मुद्दा समस्या नहीं मुद्दा...... ------------------------------------ अमरमणि जी का घर जैसे वैचारिक युद्ध का मैदान बना हुआ था .....बेटा और बाप दोनों अपने जगह से टस से मस होने को तैयार नहीं... Hindi · कहानी 238 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 9 Dec 2017 · 6 min read कईएक पहलू जीवन के कईएक पहलू जीवन के....?? ...... ........ ....... .......... निश्तेज चेहरा, आंखें धसी हुई, शरीर का ढांचा जैसे कोई नरकंकाल यही हाल था उस वक्त बृजकिशोर का। बृजकिशोर बलिष्ट शरीर जैसे... Hindi · कहानी 569 Share Mahatam Mishra 8 Dec 2017 · 3 min read "आज के दौर में इक माँ का डर" "आज के दौर में इक माँ का डर" माँ, अकारण चिंता करना छोड़ दो। मैं कोई वनवास को नहीं जा रहीं हूँ कि वहाँ जंगली जानवर मेरा शिकार करने के... Hindi · कहानी 248 Share Vedha Singh 7 Dec 2017 · 2 min read गुलाम सीता का विवाह हुए अभी चार महीने ही बीते थे। सब कुछ ठीक चल रहा था। बस रोहन के व्यवहार में थोड़ा बदलाव आया था। सीता जब भी ऑफिस से... Hindi · कहानी 434 Share मोहित शर्मा ज़हन 6 Dec 2017 · 2 min read रंग का मोल आज भारत और नेपाल में हो रहीं 2 शादियों में एक अनोखा बंधन था। दिव्यांशी अपने सांवले रंग को लेकर चिंतित रहती थी। सारे जतन करने बाद भी उसका रंग... Hindi · कहानी 1 310 Share मोहित शर्मा ज़हन 6 Dec 2017 · 3 min read किसका भारत महान? पैंतालीस वर्षों से दुनियाभर में समाजसेवा और निष्पक्ष खोजी पत्रकारिता कर रहे कनाडा के चार्ली हैस को नोबेल शांति पुरस्कार मिलने की घोषणा हुई। नोबेल संस्था की आधिकारिक घोषणा के... Hindi · कहानी 693 Share नवल पाल प्रभाकर दिनकर 5 Dec 2017 · 9 min read मांग मांग कॉलेज के पिछे वाले ग्राऊंड में बहुत सारे पेड़ों के बीच एक लंबे-चौड़े छाया वाले पेड़ के नीचे सुमन किसी का इंतजार करते हुए बार-बार अपनी कलाई पर बंधी... Hindi · कहानी 525 Share नवल पाल प्रभाकर दिनकर 5 Dec 2017 · 8 min read बदलाव बदलाव वह औरत जिसका नाम कमला था । आज तो मुझे किसी भी किमत पर नही छोड़ने वाली थी । क्योंकि सुबह से ही हर किसी इंसान से या गली... Hindi · कहानी 505 Share गोपाल यादव 4 Dec 2017 · 3 min read मेरे बाबू ४ दिसम्बर २०११, एक ऐसा दिन जिसने मुझे मेरी अब तक की बीती जिंदगी में सबसे ज्यादा रुलाया और २०११ के बाद के भी ४ दिसम्बर दुःख भरे ही रहे... Hindi · कहानी 1 2 534 Share Mahender Singh 4 Dec 2017 · 1 min read कहानी जो समर्थ को स्वीकार, व्यर्थ को इंकार करती हैं एक दिन मैं काफी बेचैन था ! मेरी पत्नी सहमे से पूछ बैठी ! कुछ अजीब सी बेचैनी देख रही हूँ ! कोई खास वजह !! . मैं अंदर से... Hindi · कहानी 2 2 268 Share मोहित शर्मा ज़हन 2 Dec 2017 · 2 min read कुपोषित संस्कार वर्ष में एक बार होने वाले धार्मिक अनुष्ठान, हवन के बाद अपने अपार्टमेंट की छत पर चिड़ियों को पूड़ी-प्रसाद रखने गया तो 150 पूड़ियाँ देख के मन बैठ गया कि... Hindi · कहानी 450 Share मोहित शर्मा ज़हन 2 Dec 2017 · 5 min read कलरब्लाइंड साजन “देखना ये सही शेड बना है? आना ज़रा…” “मैं नहीं आ रही! जब कोई काम कर रही होती हूँ तभी तुम्हे बुलाना होता है।” अपने कलाकार पति आशीष को ताना... Hindi · कहानी 283 Share मोहित शर्मा ज़हन 2 Dec 2017 · 5 min read झुलसी दुआ सरकारी नौकरी की तैयारी में कई वर्ष बिताने के बाद सोमेश का चयन अग्निशमन कर्मी पद पर हुआ। जहाँ घरवालों में जोखिम भरी नौकरी को लेकर सवाल और चिंता थी... Hindi · कहानी 265 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 1 Dec 2017 · 8 min read दुखी मन मेरे ....... दुखी मन मेरे यह कहानी उन मानसिक रोगियों को सर्मपित है। जिन्होने अपनी जिन्दगी में खुशी का कोई क्षण अनुभव नही किया है। यह अजीब विडम्बना है कि जीवन में... Hindi · कहानी 3 519 Share Vaibhav Dubey 30 Nov 2017 · 4 min read पश्चाताप असम्भव है पश्चाताप असम्भव है। आज माँ की कोख में आकर बहुत खुश हूँ।नई दुनिया में आने को आतुर। कब नौ माह पूरे होंगे माँ की आँखों से देखा मैंने सब कितने... Hindi · कहानी 365 Share Mahender Singh 29 Nov 2017 · 1 min read कहानियां तो बोध जगाती है, ,पर लोग सो जाते है ! बिल्लियां झगड़ती हैं, अक्सर बंदर फैसले कराते है, कथा और कहानियों में ! . पर बिल्ली जैसा समझदार जीव खोजना मुश्किल है ! अपने बच्चे को दस घर दिखा कर,... Hindi · कहानी 2 1 293 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 27 Nov 2017 · 2 min read फोन हानिकारक घर की घंटी बजती है । माँ दरवाजा खोलती है । राजू - माँ आज बहुत भूख लगी है मुझे खाना दे दो स्कूल से बहुत काम मिला है मुझे... Hindi · कहानी 1 477 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Nov 2017 · 4 min read एक रोचक कहानी -------प्रायश्चित प्रायश्चित शीतकाल प्रारम्भ है, रात्रीकी चादर सुबह का सूरज धीरेधीरे समेट रही है। उसकाप्रकाश दरवाजे की झिर्रीयों से छन-छन कर अंदर होने का अहसास करा रहा है।रात भर रज़ाई से... Hindi · कहानी 3 650 Share Renu Gupta 19 Nov 2017 · 8 min read जिद मेरी यह कहानी राजस्थान पत्रिका में 29.3.2017 को प्रकाशित हो चुकी है। चंदर आज बेहद खुश था। आज उसकी जिंदगी का हसीं सपना सच हो गया था। प्रारब्ध ने उसे... Hindi · कहानी 640 Share Renu Gupta 19 Nov 2017 · 7 min read जीवन संघर्ष मेरी यह कहानी राजस्थान पत्रिका में 19.8.2015 को प्रकाशित हो चुकी है। बाबूजी नहीं रहे। मुझे अभी तक विश्वास नहीं हो पा रहा है। यूं लग रहा है, मुझे परेशान... Hindi · कहानी 596 Share Mahender Singh 19 Nov 2017 · 1 min read हास्य:-हर रोज़ की है कहानी ! काम की तलाश थी, बहुत जल्दी थी, . जल्दी पहुँचना था, मैं तो नहीं पहुंच पाया, कोई और पहुंच गया, हररोज़ की कहानियां है, नहीं है ! कोई सुधार की... Hindi · कहानी 2 1 518 Share Akib Javed 18 Nov 2017 · 3 min read किरन सुनो! क्या कर रही हो? इधर आओ खाना देने पिता जी को जाना हैं।अंदर से चीरती हुई आवाज आ रही थी । माँ आ रही हू! बाहर खेलते हुए किरन... Hindi · कहानी 484 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 16 Nov 2017 · 8 min read बेबस पिता (कहानी) ★★★ बेबस पिता ★★★ °°°°°°°°°●●●°°°°°°°°°° कितना खुश था पिता ; जब पहली बार देखा था अपने पुत्र का चेहरा जैसे दुनिया की सारी खुशी एक ही पल में उसके अन्तस... Hindi · कहानी 1 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 12 Nov 2017 · 4 min read सौतेली मां इंसानियत कहीं खो गई अरुण घर में प्रवेश करता है आज भी रोशनी बहुत गुस्से में दिखाई दे रही थी । बच्चे दूसरे कमरे में सहमे से बैठे थे ।... Hindi · कहानी 3 1 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 11 Nov 2017 · 2 min read फोन हानिकारक घर की घंटी बजती है । माँ दरवाजा खोलती है । राजू - माँ आज बहुत भूख लगी है मुझे खाना दे दो स्कूल से बहुत काम मिला है मुझे... Hindi · कहानी 1 671 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 30 Oct 2017 · 2 min read जीरो फीगर जीरो फीगर..... ......................... रानी तुने यह कैसे किया, तेरी फिटनेस तो गजब ढा रही है कमाल का फीगर बनाया है तुने हमें भी तो बता ऐसी फीगर कैसे बनाये और... Hindi · कहानी 1 608 Share Dr Archana Gupta 24 Oct 2017 · 3 min read करवट ज़िन्दगी की कभी आस्था की ज़िंदगी में सुबह शाम दोनों होती थी । अब केवल शाम ही रह गई थी या ये समझ लो इतने गहरे बादल छा गए की सूरज निकल... Hindi · कहानी 491 Share Ranjeet Ghosi 20 Oct 2017 · 1 min read इंतजार का सफर.. इंतजार का ऐ सफर में, कैंसे तय कर पाऊं ! टूट न जाए सांस की डोरी, मुर्दा ना बन जाऊं!! बन गया हूं मैं सिसकियां, खुशी कहां से लाऊं! दिखता... Hindi · कहानी 612 Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 18 Oct 2017 · 1 min read श्यामू की दीवाली श्यामू की दीवाली ★★★★★★★ श्यामू एक गरीब लड़का है।वह उसकी मां का एक मात्र सहारा भी। श्यामू की मां पड़ोस के घर में झाड़ू पोछा लगाती थी । उसकी गरीबी... Hindi · कहानी 451 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 13 Oct 2017 · 4 min read निर्मम रिश्ते ))))निर्मम रिश्ते(((( ============== बड़े ही रौबदार आवाज में शारदा देवी ने बहु को बुलाया ; क्यों बे कलमुँही अभी तक चाय नहीं बनी सुबह के सात बजने को आये ।... Hindi · कहानी 504 Share Previous Page 51 Next