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11 Jan 2018 · 1 min read

कहानी:-“शेर और भगदड़”मैंने सुना हैं..,

अगर आपको मालूम है,
आप शेर नहीं हो,
तो आप,
क्यों व्यर्थ ही भाग रहे हो ?
.
मत करो खुद पर इतना अनर्थ,
करें लो सहर्ष स्वीकार जो तुम हो,
.
वरन् जंगल में मचने वाली है भगदड़,
भागना है इस पार या उस ओर,
.
कोई नहीं है पूछने वाला ?
क्यों मची है भगदड़ यानि भाग और दौड़,
.
कोई तो बताएगा बन समझदार !
शेर को पकड़ने वाले
आ रहे है आज !
.
कोई तो कहेगा,
फिर हम
क्यों भाग रहे हैं आज,
जब हम शेर है ही नहीं !!
.
अब सिद्ध करो,
तुम शेर नहीं हो,
.
इसमें भी लग जाएगा वक्त,
सिद्ध करने में !!
कि तुम नहीं हो शेर,
.
यहीं है सदियों से चली आ रही,
धर्म, जाति,राजनीति, व्यवहार की असल
कथा-कहानी,
.
डॉ0महेंद्र.

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 614 Views
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