Posts Tag: एहसास 63 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashish Kumar 15 Oct 2022 · 5 min read एहसास एहसास मल्होत्रा परिवार की लाडली पद्मिनी उर्फ पम्मी खुशमिजाज लड़की थी। सुंदरता ऐसी की चाँद भी शरमा जाए। गोल मटोल मासूम सा चेहरा। आँखों से जैसे नूर टपकता रहता हो।... Hindi · Ahsas · Pyar Ka Ehsas · एहसास · कहानी 3 193 Share Sangeeta Darak maheshwari 16 Jun 2022 · 1 min read पिता ही तो है पिता ही तो है शिशु के एहसास,को जो जीता है वो पिता ही तो हैं । उसके सपनो में ,जो रंग भरता है। पल-पल उसके लिये सवँरता बिखरता है। वो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · एहसास · जमीं · पिता · शिशु · सितारे 3 3 229 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read ज़िंदगी के फ़लसफ़े वक्त बदलते , हालात बदलते हैं , बदलते हालात, एहसास बदलते हैं , बदलते एहसास, इंसां बदलते हैं, बदलते इंसां, मरासिम बदलते हैं , बदलते मरासिम, ए’तिबार बदलते हैं, बदलते... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · एहसास · कविता 2 48 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Jun 2023 · 1 min read ये नज़रें नज़र से नज़र का असर है , जो इन नज़रों से बेख़बर है , वो एहसास -ए- शु'ऊर से बेअसर है , किसी ने जन्नत देखी है नज़रों में ,... Hindi · एहसास · कविता 2 2 323 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 4 Feb 2024 · 1 min read मेरी लिखावट मै लिखता हूं महज एहसासों को, मुझसे कल्पना नहीं की जाती, मुझे सोचकर लिखना पसंद है, मैं कहानियों में खुद को नही उतार पाता, कहानियां कभी सत्य है तो कभी... Hindi · एहसास 2 106 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read (हमसफरी की तफरी) (हमसफरी की तफरी) हमसफर वही हम भी वही रिश्ते भी वही रास्ते भी वही आज भी वही अर्धनारीश्वर से हम। घी-खिचड़ी, माखन -मलाई से आज भी वही स्निग्धा रिश्ते ।... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · एहसास · हमसफ़र 2 83 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read ज़िंदगानी रिश्ते थे जो, वो टूटते चले गए , दोस्तों के साथ भी छूटते चले गए , वक्त के साथ एहसास भी बदलते गए , जब -तब हादसे , ज़ीस्त को... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · एहसास · कविता 2 52 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read मर्दुम-बेज़ारी बड़ी-बड़ी बातों का इल्म़ बांटना बहुत आसान है , उनका ‘अमल उतना ही मुश्किल ना आसान है , हक़ीक़त में इंसानी फ़ितरत आड़े आती है , जो बनते काम को... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · एहसास · कविता 2 50 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read वक्त लगता है चलते-चलते वक्त कुछ पीछे छूट गया , कुछ ऐसे गुजरा की कुछ पता ही नहीं चला , हम कहां थे ? कहां से कहां आ गए ? हम... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · एहसास · कविता 2 52 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Mar 2023 · 1 min read चाहत किसी की चाहत में हम खुद को भुला बैठे , होश जब आए तब इल्म़ हुआ क्या कुछ गवां बैठे , खुद को दीवाना बना भटकते रहे सराबों में ,... Hindi · एहसास · कविता 2 265 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Feb 2023 · 1 min read #आज_की_ग़ज़ल #ग़ज़ल ■ रतजगा मेरा...!! 【प्रणय प्रभात】 ★ तेरी मंज़िल थी, रास्ता मेरा। नींद तेरी थी, रतजगा मेरा।। ★ मेरी ख़ुशियों से था, गुरेज़ तुझे। तेरे ग़म से था, वास्ता मेरा।।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एहसास 1 130 Share Shyam Sundar Subramanian 29 Nov 2023 · 1 min read असर निग़ाहे नाज़ का ये असर है जिससे तू बे-ख़बर है , दीवाना बना दे ज़माने को ऐसी तेरी नजर है , चश्मे साग़र से पिला मदहोश कर देती हो ,... Hindi · एहसास · कविता 1 153 Share Shyam Sundar Subramanian 3 Aug 2023 · 1 min read उम्मीद -ए- दिल आलम -ए -बेताबी -ए- दिल का हुआ ये हाल, वो तस्वीर ज़ेहन से ना उतरती करती है बे-हाल , मुज़्तरिब सा बहका- बहका रहता हूँ , दीवाना सा भटका- भटका... Hindi · एहसास · कविता 1 212 Share Shyam Sundar Subramanian 2 Dec 2023 · 1 min read तसव्वुर मसर्रत की ऐसी हवा चली है , माहौल की सरगर्मियां लुत्फ़-अंदोज़ हो रहीं हैं , लगता है अभी-अभी किसी ने मुझे प्यार से छूआ है , ज़ेहन में अजब सी... Hindi · एहसास · कविता 1 87 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Jun 2023 · 1 min read #मुक्तक- #मुक्तक- ■ एक एहसास... 【प्रणय प्रभात】 ख़िजां है अब न अड़ना चाहता है, हवाओं से न लड़ना चाहता है।। उसे दस्तूर क़ुदरत का पता है, वो पत्ता ख़ुद ही झड़ना... Hindi · एहसास · मुक्तक 1 113 Share *Author प्रणय प्रभात* 25 Jun 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ इंकार कर सकता हूँ मैं...!! 【प्रणय प्रभात】 ● मत समझना सिर्फ़ तुमको प्यार कर सकता हूँ मैं। हो कोई इसरार तो, इंकार कर सकता हूँ मैं।। ● संग... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एहसास 1 94 Share *Author प्रणय प्रभात* 20 Jun 2023 · 1 min read #ग़ज़ल #ग़ज़ल ■ खिलौना कर ले... 【प्रणय प्रभात】 ◆ हाथ को मोड़ के थोड़ा सा तिकोना कर ले। थक गया हो तो ज़मीं को ही बिछौना कर ले।। ◆ दिल के... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एहसास 1 135 Share *Author प्रणय प्रभात* 21 Jan 2023 · 1 min read ■ मन की बात... ■ मन की बात... तमाम लोग होते हैं, जिनसे मिलने की चाह दम तोड़ देती है। तमाम जगह होती हैं, जहां जाना अंततः अपराधबोध और ग्लानि का कारण बनता है।... Hindi · एहसास · मुक्तक 1 193 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Jun 2023 · 1 min read ज़िदगी के फ़लसफ़े वक्त बदलते , हालात बदलते हैं , बदलते हालात, एहसास बदलते हैं , बदलते एहसास, इंसां बदलते हैं, बदलते इंसां, मरासिम बदलते हैं , बदलते मरासिम, ए'तिबार बदलते हैं, बदलते... Hindi · एहसास 1 106 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 5 Jun 2023 · 1 min read दोस्ती इसलिए खास है दोस्ती इसलिए खास है क्योंकि...... यही जीवन का सबसे खूबसूरत एहसास है। हर मुसीबत में होता दोस्त हमारे साथ है। दूर होकर भी हमारे रहता आसपास है। वक्त पड़ने पर... Poetry Writing Challenge · एहसास · कविता · दोस्ती · हिंदी कविता 1 237 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Dec 2023 · 1 min read वो बातें रात तो बीत गई पर कुछ कही , कुछ अनकही बातें रह गई , कुछ दिल को बेचैन कर गई , कुछ ज़ेहन को मुज़्महिल कर गई , श़ब -ओ-सहर... Hindi · एहसास · कविता 1 2 191 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Jan 2024 · 1 min read वक्त लगता है चलते-चलते वक्त कुछ पीछे छूट गया , कुछ ऐसे गुजरा की कुछ पता ही नहीं चला , हम कहां थे ? कहां से कहां आ गए ? हम... Hindi · एहसास · कविता 1 83 Share *Author प्रणय प्रभात* 10 Feb 2023 · 1 min read ■ अंतर... ■ दिखता है फ़र्क़... प्रशंसा दिमाग़ से भी होती है, जो अलग से पहचान में आती है। उसमें सिर्फ़ स्वार्थ का भाव भरा होता है। जिसकी झलक प्रशंसा का वाक्य... Hindi · आज का विचार · एहसास · विचार 1 145 Share *Author प्रणय प्रभात* 11 Feb 2023 · 1 min read #ग़ज़ल :-- #ग़ज़ल :-- ■ लक़ीर_अपनी_है.....!! 【प्रणय प्रभात】- ■ दर्द अपना है, पीर अपनी है। हाथ की हर लक़ीर अपनी है।। ★ एक किस्मत वज़ीर, है उसकी। एक किस्मत फ़क़ीर, अपनी है।।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एहसास · जज़्बात 1 119 Share *Author प्रणय प्रभात* 12 Feb 2023 · 1 min read ■ एहसास... ■ अक़्सर... ज़िंदगी एक न एक दिन सबको उस मोड़ पर ला कर खड़ा करती है, जहां सब कुछ अजीबो-ग़रीब सा लगता है। करता सब कुछ बस वक़्त है और... Hindi · आज का विचार · एहसास · जज़्बात · जिंदगी · मुहब्बत 1 208 Share Juhi Grover 13 May 2024 · 1 min read तुम मेरी यादों से उतर गये थे कब से तुम, फिर ख्वाबों में आ के क्यों सताते हो, जिन अल्फाज़ों को छोड़ चुकी थी मैं, बार बार कानों में तुम क्यों... Poetry Writing Challenge-3 · आईना · इन्तजार · एहसास · कविता · तराना 1 15 Share *Author प्रणय प्रभात* 25 Feb 2023 · 1 min read #एक_गजल #एक_ग़ज़ल ■ कौन लिखे पानी पर पानी ..? 【प्रणय प्रभात】 ★ प्यार मुहब्बत सब बेमानी। कोन लिखे पानी पर पानी? ★ गर्म तवे पर जल की बूंदें, यौवन की है... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एहसास · जीवन दर्शन · शायरी 1 461 Share Juhi Grover 20 May 2024 · 1 min read तुम्हारी दोस्ती पक्के दोस्त तो थे तुम मेरे, जीने की बस वजह थे मेरे, जीने की वजह बदल दी मैंने, तुम्हारी दोस्ती तोड़ दी मैंने। तुम कभी भी बुरे तो नहीं थे,... Poetry Writing Challenge-3 · अरमान · एहसास · कविता · दोस्ती · हमराज़ 1 11 Share *Author प्रणय प्रभात* 9 Mar 2023 · 1 min read ■ मुक्तक... #मुक्तक ■ ख़्वाहिश नहीं बची... 【प्रणय प्रभात】 "मौसम की और बाढ़ की साज़िश नहीं बची। हम तो समझ रहे थे कि बारिश नहीं बची।। सूखा ग़ुलाब झांक गया डायरी से... Hindi · एहसास · भक्ति मुक्तक · शायरी 1 310 Share *Author प्रणय प्रभात* 11 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ निर्दोष नमक दोष उन उंगलियों का भी नहीं, जो ज़ख्म पर नमक छिड़कती हैं। दोषी वो है, जिसकी उंगलियां हैं। ■ प्रणय प्रभात ■ Hindi · एहसास · शायरी · शेर 1 133 Share *Author प्रणय प्रभात* 13 Mar 2023 · 2 min read ■ एक_नज़्म_ख़ुद_पर ■ सफ़र में हूँ.... 【प्रणय प्रभात】 सफ़र में हूँ नज़र के सामने केवल अँधेरा है। अँधेरा यानि गुमनामी जो मेरे साथ है अब तक, अँधेरा यानि नाकामी जो मेरे साथ... Hindi · एहसास · कविता · जीवन · नज़्म · सफ़र 1 202 Share *Author प्रणय प्रभात* 16 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की बात... ■ दो टूक..... उजालों में साथ और अँधेरों में गुम। अगर ऐसे हो तुम, तो रहो अपनी बला से। हम धूप-छांव के खेल को भी समझते हैं और परछाइयों के... Hindi · आज की बात · एहसास · मुक्तक · शायरी 1 199 Share *Author प्रणय प्रभात* 14 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ आज के लोग सिर्फ़ मौसम ही नहीं, कैलेंडर की तरह हैं। फ़र्क़ बस इतना है कि कुछ तारीखों की तरह रोज़ बदलते हैं। कुछ महीनों की तरह महीने में... Hindi · एहसास · कटाक्ष · दुनियां · शेर · सम सामयिक 1 344 Share *Author प्रणय प्रभात* 16 Mar 2023 · 1 min read ■ आज की ग़ज़ल #ग़ज़ल :- ■ और दूर-दूर रहे...! 【प्रणय प्रभात】 ◆ सफ़र में साथ रहे और दूर-दूर रहे। हमारे बीच में किस तरहा के फ़ितूर रहे।। ◆ यूँ तिरी याद है मेरे... Hindi · Gazal ग़ज़ल · इश्क़ · एहसास · जिंदगी · शायरी उर्दू शायरी 1 135 Share Shyam Sundar Subramanian 3 May 2023 · 1 min read ज़िदादिली खुशी क्या होती है तुम ये क्या जानो , मसर्रत के लम्हों को तुम कैसे पहचानो , ज़िंदादिल इंसां औरों को खुश देख खुश होता है , उनका ग़म बांटकर... Hindi · एहसास · कविता 1 1 280 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का मुक्तक #मुक्तक... ■ बोलते हैं खंडहर... दूर रहिए और दूर से ही गुज़र जाइए। जर्जर दीवारें मामूली सी आहट से भी धराशायी हो जाती हैं अक़्सर।। ■ प्रणय प्रभात ■ Hindi · एहसास · दिल · दिल का पैगाम · भक्ति मुक्तक · शायरी 1 380 Share Shyam Sundar Subramanian 19 Mar 2024 · 1 min read व्यावहारिक सत्य कुछ समझ में नहीं आता क्या गलत है ? क्या सही ? सही को गलत सिद्ध किया जाता है , और गलत को सही , अब तो यही लगता है... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · एहसास · कविता 1 2 61 Share *Author प्रणय प्रभात* 15 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का शेर "कुछ लाशें थीं कल दफ़ना दीं। कुछ आंसू थे ख़ुद सूख गए।।" #ये_भी_होना_ही_था कभी डॉ. बशीर "बद्र" साहब ने फ़रमाया था- "तर्के-तआल्लुक़ात को एक लम्हा चाहिए। लेकिन तमाम उम्र मुझे... Hindi · Quote Writer · एहसास · शायरी · शेर 1 320 Share *Author प्रणय प्रभात* 12 Feb 2023 · 1 min read ■ सीधी बात.... ■ सीधी बात.... आपको किसी की उपेक्षा का सामना करना हो तो बस एक बार उसे अपने लिए विशेष होने का आभास करा दो। बस ख़ुद को तत्काल साबित कर... Hindi · अनुभूत · आज का विचार · एहसास · दुनियां · दुनियां दारी 1 405 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Dec 2023 · 1 min read हालातों का असर कुदरत की रा'नाईओं का भी असर होता है , तन्हा वीरानियों का भी सफ़र होता , ख़िज़ाँ में सूखे पत्तों का भी शजर होता है , बादलों में छुपा हुआ... Hindi · एहसास · कविता 147 Share Shyam Sundar Subramanian 27 Dec 2023 · 1 min read दहन ये धुआँ सा कहाँ से उठता है ? फ़िज़ा में ये सुगबुगाहट कैसी है ? लगता है कहीं कुछ जल रहा है , माहौल में ये चुप्पी कैसी तारी है... Hindi · एहसास · कविता 103 Share Juhi Grover 27 May 2024 · 1 min read परत दर परत परत दर परत दिल में एहसास जम गए थे कई, अन्दर ही अन्दर बस बढ़ते गए थे ज़ख्म कई, ज़िन्दगी का एहसास ही खत्म हो गया हो जैसे, मौत का... Poetry Writing Challenge-3 · एहसास · कविता · ज़िन्दगी · परत दर परत · मरहम 9 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Feb 2024 · 1 min read ज़िंदगी के सौदागर ज़िंदगी की बोली लगती है , क्या तुम ज़िंदगी खरीद पाओगे ? क्या उसकी कीमत तुम चुका पाओगे ? तड़पते जिस्मो जाँ से बग़ावत करती रूह को क्या तुम मना... Hindi · एहसास · कविता 94 Share Shyam Sundar Subramanian 17 Mar 2024 · 1 min read वो अजनबी झोंका ये कौन सा हवा का झोंका था ? जो मुझे छू गया , सोते दिल में इक एहसास सा जगा गया , कुछ भूले-बिसरे लम़्हों की याद दिला गया ,... Hindi · एहसास · कविता 47 Share मनोज कुमार 14 May 2023 · 1 min read शबे- फित्ना शबे- फित्ना बिखरने दो धूप को आसमाँ को नंगे पांव चलने दो गलने दो ये दाग़ दिल के ३मता- ए- नफस हमें नहीं चाहिए सो गई जमीं तो, तारे नींद... Poetry Writing Challenge · एहसास · कविता · जुदाई · तन्हाई · दर्द 232 Share *Author प्रणय प्रभात* 23 Jan 2023 · 1 min read ■ चौराहे पर जीवन ■ कतआ (मुक्तक) 【प्रणय प्रभात】 पशोपेश में ज़िंदगी अक़्सर आती है। शायद यह बताने के लिए कि जीवन नाम ही कशमकश (असमंजस) का है। जिसकी राह सीधी-सरल बिल्कुल नहीं।। #मुक्तक-... Hindi · एहसास · जिंदगी · जीवन · मुक्तक 363 Share Shyam Sundar Subramanian 9 Mar 2023 · 1 min read बिना तुम्हारे बिना तुम्हारे गुज़रती इस शब की कोई सहर नही , इस रहगुज़र के सफ़र की कोई मंज़िल नही , इस उठते दर्द का कोई ठिकाना नही , इन दिल के... Hindi · एहसास · कविता 208 Share Shyam Sundar Subramanian 17 Mar 2023 · 1 min read असंवेदनशीलता सब कुछ देखकर भी हम अनजान से बन जाते हैं , सब कुछ सुनकर भी हम अनसुनी कर जाते हैं , शायद हमारे पूर्व कटु अनुभव हमें इसलिए बाध्य करते... Hindi · एहसास · कविता 166 Share Shyam Sundar Subramanian 28 Mar 2023 · 1 min read हादसे ये क्या हुआ , कैसे हुआ ,क्यूँ हुआ , कुछ ऐसे अचानक हादसे हो जाते हैं , जिनको हम कभी समझ नही पाते हैं , जितना समझने की कोशिश करें... Hindi · एहसास · कविता 205 Share Shyam Sundar Subramanian 5 Apr 2023 · 1 min read लहर दिल में कुछ इस कदर लहर सी उठती है , कुछ कहती भी है , पर कुछ समझ ना आती है, एहसास के समंदर मे हम डूबते - उभरते रहते... Hindi · एहसास · कविता 370 Share Page 1 Next