Posts Tag: मुक्तक 11k posts List Grid Previous Page 7 Next Aman Sinha 6 Jan 2024 · 1 min read नौकरी मैंने उसे देखा वो काम में खोया रात भर जाग कर पूरी नींद ना सोया आंखे अभी बोझिल थी, भौंहे अब भी चढ़ी हुई बचे काम से उसकी जैसे, अब... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक · संस्मरण 150 Share surenderpal vaidya 6 Jan 2024 · 1 min read * जन्मभूमि का धाम * ** मुक्तक ** ~~ शीघ्र सुलभ होंगे हमें, दर्शन शुभ अभिराम। पुनः भव्य निर्मित हुआ, जन्मभूमि का धाम। राम लगाते हैं हमें, भव सागर से पार। बिसराना बिल्कुल नहीं, अति... Hindi · दोहा छंद · मुक्तक · राम जन्म भूमि · सरसी छंद 1 1 131 Share Aman Sinha 6 Jan 2024 · 1 min read मैं क्या लिखूँ चाहता हूँ कुछ लिखूं , पर सोचता हूँ क्या लिखूं ? दिल में है जो वो लिखूं,या लब पे जो है वो लिखूं सोये हुए जज्बातो को, एक लफ्ज़ दूँ... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · मुक्तक · संस्मरण 1 154 Share Ravi Prakash 6 Jan 2024 · 1 min read *जन्मभूमि है रामलला की, त्रेता का नव काल है (मुक्तक)* *जन्मभूमि है रामलला की, त्रेता का नव काल है (मुक्तक)* जन्मभूमि है रामलला की, त्रेता का नव काल है राज अयोध्या कौशल्या मॉं, गर्वित दशरथ भाल है कागभुशुंडी जी हर्षित... Hindi · Quote Writer · मुक्तक · राम 163 Share Dr fauzia Naseem shad 1 Jan 2024 · 1 min read नया साल खुशियों की फिर से सौगात लाए । पहले के फिर से लम्हात लाए ।। सभी की सलामत रहे ज़िन्दगानी । खुलूस-ए-मुहब्बत नया साल लाए ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · मुक्तक 3 150 Share Anamika Singh 1 Jan 2024 · 1 min read नए साल की नई सुबह पर, नए साल की नई सुबह पर, सबको मेरा राम, राम। सबके जीवन में खुशियाँ बरसे गम का नही हो नामोनिशान। सबके दिल में प्यार हो, सबके लिए हो सम्मान ।... Hindi · मुक्तक 3 172 Share अरशद रसूल बदायूंनी 1 Jan 2024 · 1 min read नया साल ये हमारी ज़िन्दगी का इक बरस फिर खा गया इस दफ़ा भी तेज़ क़दमों से दिसम्बर आ गया फिर सताने आ गया मन्ज़र बुढ़ापे का हमें घर की खूंटी पर... Hindi · मुक्तक 154 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 Dec 2023 · 1 min read मुक्तक Happy new year 2024 नहीं सताए दुख का आतप ,सुख की खिले जुन्हाई। खुशियाँ हर-पल रहें खेलती, जीवन की अँगनाई। मिले सफलता जीवन पथ पर,चमके भाग्य सितारा, नया वर्ष हो... Hindi · मुक्तक 159 Share आनंद प्रवीण 31 Dec 2023 · 6 min read अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण अरविंद पासवान जी का प्रथम काव्य संग्रह 'मैं रोज लड़ता हूँ' पिछले डेढ़ वर्षों में कई बार पढ़ा और ठीक से समझने की कोशिश करता रहा। वास्तव में दलित साहित्य... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · पुस्तक समीक्षा · मुक्तक · समीक्षा 135 Share Dushyant Kumar 31 Dec 2023 · 1 min read *चाटुकार* *चाटुकार* साहब की हां में हां मिलाते, चरण पड़े आगे गिड़गिड़ाते, झूठ को ही सच बतलाते, मीठी झूठी बातें बनाते, खुद जय बोलें और बुलवाते, समय से करते हैं निज... Hindi · कविता · मुक्तक 2 2 193 Share Ravi Prakash 30 Dec 2023 · 1 min read विश्व पटल से सदा सभी को एक दिवस विश्व पटल से सदा सभी को एक दिवस हटना है (मुक्तक) ##################### विश्व पटल से सदा सभी को एक दिवस हटना है मृत्यु सुनिश्चित तथ्य जानकर श्रेयस्कर रटना है चाहे... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 153 Share Ravi Prakash 30 Dec 2023 · 1 min read *अगर तुम फरवरी में जो चले आते तो अच्छा था (मुक्तक)* *अगर तुम फरवरी में जो चले आते तो अच्छा था (मुक्तक)* ________________________ अगर तुम फरवरी में जो चले आते तो अच्छा था अगर अप्रैल में मधु-राग तुम गाते तो अच्छा... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 179 Share Ravi Prakash 30 Dec 2023 · 1 min read *जनवरी में साल आया है (मुक्तक)* *जनवरी में साल आया है (मुक्तक)* ■■■■■■■■■■■■■■■■■ घने कोहरे की चादर में लिपट विकराल आया है ठिठुरते ठंड से हैं सब कि लगता काल आया है इसी मौसम में आना... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 119 Share अरशद रसूल बदायूंनी 29 Dec 2023 · 1 min read उनको ही लाजवाब लिक्खा है उनको ही लाजवाब लिक्खा है किस क़दर कामयाब लिखा है हर मवाली के नाम से पहले अब तो आली जनाब लिक्खा है © *अरशद रसूल बदायूंनी* Hindi · मुक्तक 1 122 Share करन ''केसरा'' 29 Dec 2023 · 1 min read खालीपन मन के उदास कोने में खालीपन की छटपटाहट अपनों की भीड़ के बीच भी, अकेला कर देती है। ऐसा तब महसूस होता है जब हम खुद को पूर्ण नहीं पाते!... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 2 206 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 25 Dec 2023 · 1 min read मुक्तक मुक्तक हे राजनीति के शिखर पुरुष,तुमको मेरा वंदन है। गौरव गाथा तेरी गाकर ,देश कर रहा क्रंदन है। बाट जोहती भारत माता,आ जाओ फिर से प्यारे, हे अटल तुम्हारे जैसों... Hindi · मुक्तक 123 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 23 Dec 2023 · 1 min read सीता छंद आधृत मुक्तक विधान -ऽ।ऽऽ,ऽ।ऽऽ,ऽ।ऽऽ,ऽ।ऽ पाणि वीणा शारदे दो ज्ञान सारा छंद का। लेखनी में धार दो माँ भाव हो आनंद का। मंत्र दो साकार हो माँ कामनाएँ जीत की, सत्यगामी मैं बनूँ... Hindi · मुक्तक 1 134 Share Dr fauzia Naseem shad 21 Dec 2023 · 1 min read नया साल लेके आए नये साल की आमद ज़िंदगी में आपकी ख़ुशियां हज़ार लाए मुस्कुराएं हमेशा आप बहारें हज़ार लाए हर सुब्ह हो नई हर शाम हो नई देखें जो आंखें आपकी वो हर... Hindi · मुक्तक 3 195 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 20 Dec 2023 · 1 min read मुक्तक दोधक छंद आधृत मुक्तक( मापनी युक्त वर्णिक ) ऽ।।,ऽ।।,ऽ।।,ऽऽ माँ मुझको तव प्यार मिला है। जीवन का उपहार मिला है। सुंदर छंद विधान सिखाया, मातु मुझे नव सार मिला है।।1... Hindi · मुक्तक 133 Share RAMESH SHARMA 19 Dec 2023 · 1 min read कलमकार का काम है, जागृत करे समाज जात पात की हो गई, अगर कलम को खाज । उसका होता भी नही, हरगिज कभी इलाज ।। समझेंगे कब क्या पता, सही गलत का फर्क , कलमकार का काम... Hindi · मुक्तक 1 132 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Dec 2023 · 1 min read हर दुआ में भूल कैसे हमें वो जाएंगे । उम्र भर उनको याद आएंगे ।। हाथ उठाएंगे जब दुआ के लिए। हर दुआ में हमें वो पाएंगे ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · मुक्तक 4 1 103 Share Dr fauzia Naseem shad 16 Dec 2023 · 1 min read ऐसी थी बेख़्याली ऐसी थी बेख़्याली, कि आँखों को मल गए । हक़ीक़त की आंच से, सब ख़्वाब जल गए ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · मुक्तक 5 155 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 15 Dec 2023 · 1 min read कर्म पथ कर्म पथ पर जो बढ़े,कर्म योग को मान। ज्ञान पथ पर जो चले ,ज्ञान योग को जान। कहते कृष्ण पुराण में ,भांति भांति के योग। धेय सभी का एक है,... Hindi · मुक्तक 1 126 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Dec 2023 · 1 min read पकौड़े चाय ही बेचा करो अच्छा है जी। मुक्तक करो मेहनत कमाओ खूब तो अच्छा है जी। खुदारा आप भी सोचा करो अच्छा है जी। कहां से नौकरी लाएं सभी के खातिर हम, पकौड़े चाय ही बेचा करो... Hindi · मुक्तक 214 Share धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर 12 Dec 2023 · 1 min read विश्वास अगर विश्वास हो खुद पर यक़ीनन जीत होती है! बुलंदी इस ज़माने में हमारी मीत होती है! इरादों में अगन भरके करो रोशन चराग़े दिल, हसीं फ़िर ज़िंदगी देखो मधुर... Hindi · मुक्तक 1 1 191 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read तू नहीं है तो ये दुनियां सजा सी लगती है। मुक्तक 1122/1122/1212/22 तू नहीं है तो ये दुनियां सजा सी लगती है। तू रहे साथ अगर तो कज़ा सी लगती है। ये सज़ा और कज़ा में फॅंसा हूॅं मैं या... Hindi · मुक्तक 2 119 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा। मुक्तक मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा। पैसे वालों को भी यारो पैसे पर मरते देखा। मजबूरी तो मजबूरी है क्या क्या ये करवाती है। पर औरों की... Hindi · मुक्तक 340 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read शायरों के साथ ढल जाती ग़ज़ल। मुक्तक शायरों के साथ ढल जाती ग़ज़ल। इश्क करिए इश्क फ़रमाती ग़ज़ल। इक ग़ज़ल 'प्रेमी' से मिलने के लिए, प्रेमिका के रूप में आती ग़ज़ल। .........,✍️ सत्य कुमार प्रेमी Hindi · मुक्तक 97 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी। मुक्तक प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी। प्यार बिन रहती कहां है जिंदगी भी जिंदगी। जिंदगी औ'र प्यार को कैसे जुदा कर पाओगे, जिंदगी तो प्यार है औ'र... Hindi · मुक्तक 108 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2023 · 1 min read गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। #मुक्तक गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। मौत से ही जिंदगी है जिंदगी कहने लगी। चाहे कितना हो अंधेरा थाम ले दामन मेरा। यार तू डरना... Hindi · मुक्तक 95 Share Ravi Prakash 8 Dec 2023 · 1 min read *धन्य-धन्य वे जिनका जीवन सत्संगों में बीता (मुक्तक)* *धन्य-धन्य वे जिनका जीवन सत्संगों में बीता (मुक्तक)* -------------------------------------- धन्य-धन्य वे जिनका जीवन सत्संगों में बीता धन्य-धन्य मद मोह लोभ से जीवन जिनका रीता रोज सुबह रामायण की सुन्दर चौपाई... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 215 Share हरवंश हृदय 7 Dec 2023 · 1 min read ये बात पूछनी है - हरवंश हृदय....🖋️ ....🖋️ कुछ नहीं है पूछना बस जात पूछनी है तेरी नजर में दोस्त की औकात पूछनी है मुहब्बत..वफा..ईमान..कहां रह गई कमी कभी हुए मुखातिब तो ये बात पूछनी है -... Hindi · मुक्तक · हरवंश हृदय 186 Share Ravi Prakash 7 Dec 2023 · 1 min read *वही निर्धन कहाता है, मनुज जो स्वास्थ्य खोता है (मुक्तक)* *वही निर्धन कहाता है, मनुज जो स्वास्थ्य खोता है (मुक्तक)* ________________________ नहीं धन से कभी कोई, मनुज धनवान होता है धनिक भी है अगर रोगी, सुबह से शाम रोता है... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 234 Share surenderpal vaidya 27 Nov 2023 · 1 min read धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष। धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष। इसी दिशा में मिल सभी, करें विचार विमर्श। जीवन शैली श्रेष्ठ हो, रहें स्वस्थ सब लोग। और सभी का हित लिए, हर प्राणी... Quote Writer · मुक्तक 1 1 289 Share Dushyant Kumar 26 Nov 2023 · 1 min read *हमारा संविधान* *हमारा संविधान* डॉ.अम्बेडकर शत-शत नमन, दिया अमूल्य संविधान। मेरे लिए भी है यह, पवित्र ग्रंथ महान।।१।। संविधान है हम हैं, कर लो इसका पान। यह तुम्हें बचाएगा, कठिन घड़ी में... Hindi · कविता · दोहा · मुक्तक 7 176 Share आकाश महेशपुरी 24 Nov 2023 · 1 min read पनौती पनौती शब्द की चर्चा बहुत सुनने लगा हूँ मैं भला क्या अर्थ है इसका यही गुनने लगा हूँ मैं वहम जैसा पनौती है वहम से कुछ नहीं होता वहम को... Hindi · मुक्तक 2 207 Share RAMESH SHARMA 23 Nov 2023 · 1 min read पलकों की दहलीज पर पलकों की दहलीज पर, रहा जोहता बाट । खुले नही पर नैन के, उनके कभी कपाट । खोलेंगे इक रोज तो, कभी वे अपनी आंख, मैने अपनी डाल दी ,... Hindi · मुक्तक 2 138 Share Dr fauzia Naseem shad 20 Nov 2023 · 1 min read लौट कर न आएगा आज तू अगर आज को बदल न पायेगा । गया जो आज फिर कभी लौट कर न आयेगा।। वक्त रहते वक्त की नज़ाकत अगर नहीं समझी । खुद अपनी ज़ात... Hindi · मुक्तक 4 204 Share आकाश महेशपुरी 20 Nov 2023 · 1 min read दिल को किसी के रंग में... दिल को किसी के रंग में इतना न ढालना हो जाये आँसुओं को भी मुश्किल सम्हालना अपनी खुशी के वास्ते हर काम खुद करो मत दूसरों से तुम कभी उम्मीद... Hindi · मुक्तक 1 1 81 Share रोहताश वर्मा 'मुसाफिर' 20 Nov 2023 · 1 min read किसान मजदूर होते जा रहे हैं। किसान मजदूर होते जा रहे हैं। रातों जागते,स्वेद बहाते, स्वप्न अच्छे दिनों के सजाते, हर विपदा से लोहा मनवाते, रुखी सुखी ही खा रहे हैं! किसान मजदूर होते जा रहे... Hindi · कविता · गीत · मुक्तक 2 206 Share Dr Archana Gupta 18 Nov 2023 · 1 min read गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम आँसुओं से ये चेहरा भिगोना न तुम दौर ऐसा कभी भी अगर आये तो है कसम आस मिलने की खोना न... Hindi · मुक्तक 3 220 Share हरवंश हृदय 17 Nov 2023 · 1 min read यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं कहने को यार साथी मेरे संग बहुत हैं जीत है और मात भी मेरी ही हो रही मेरी ही मुझसे ठन... Hindi · HARVANSH · Quote Writer · मुक्तक · हरवंश श्रीवास्तव · हरवंश हृदय 1 2 454 Share Dushyant Kumar 15 Nov 2023 · 2 min read *लव इज लाईफ* *लव इज लाईफ* माना कि हम रात को, एक बंद कमरे में होते। सब सोते, हम उसकी यादों में खोते। काश उस कमरे में, अंधेरा हो जाता। मैं उसे पहचानने... Hindi · कविता · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 6 207 Share Dr fauzia Naseem shad 14 Nov 2023 · 1 min read जीवन की जीवन की दुर्दशा अकर्मण्यता की देन है परिश्रम की रोटी खाना ईश्वर की देन हैं । निर्णय तुम्हारे हाथ है, क्या तुमको चाहिए भाग्यहीनता तो केवल कर्मो की देन है... Hindi · मुक्तक 5 219 Share अरशद रसूल बदायूंनी 14 Nov 2023 · 1 min read किसी का खौफ नहीं, मन में.. किसी का खौफ नहीं, मन में राम थोड़ी है कि झूठ बोलना उसको, हराम थोड़ी है अगर वह फ़ेंक रहा है, लपेट लो मिलकर वह आदमी है सियासी... इमाम थोड़ी... Hindi · मुक्तक 1 185 Share कवि दीपक बवेजा 13 Nov 2023 · 1 min read दिये को रोशननाने में रात लग गई दिये को रोशननाने में रात लग गई अंधेरों को हटाने में बारात लग गई मैं टूटे हुए ख्वाब पूरे करके खुश हूँ उसी को बनाने में जिंदगी लग गई १... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक · शेर 1 226 Share Dushyant Kumar 13 Nov 2023 · 2 min read *शादी के पहले, शादी के बाद* *शादी के पहले, शादी के बाद* एक कॉलेज में पढ़ते थे, एक लड़का एक लड़की। आंखें हुई चार दोनों की, बात इस तरह भड़की। धीरे-धीरे एक दूसरे को, लगे दोनों... Hindi · कविता · मुक्तक 5 149 Share surenderpal vaidya 12 Nov 2023 · 1 min read ** पर्व दिवाली ** * मुक्तक * ~~ पर्व दिवाली का आया है, जगमग दीप जलाओ। अंधकार है जहां कहीं भी, जल्दी दूर हटाओ। भक्ति भाव का पर्व सुहाना, संदेश हमें देता। भेदभावना दरकिनार... Hindi · दिवाली · मुक्तक · सार छंद 1 1 100 Share Dushyant Kumar 12 Nov 2023 · 1 min read *अद्वितीय गुणगान* *अद्वितीय गुणगान* तू अद्वितीय तू अनन्त अनन्य तेरी भक्ति, अंर्तयामी सबका स्वामी, इसमें ना कोई श्योक्ति। दीन दुखियों असहायों का रक्षक है तू, तू आदि है न कोई अन्त, ऐसी... Hindi · कविता · मुक्तक 5 143 Share कवि दीपक बवेजा 11 Nov 2023 · 1 min read पत्थर को भगवान बना देते हैं माटी के भी दाम बना लेते हैं पत्थर को भगवान बना देते हैं बाजारों में बिकने की खातिर नकली वह मुस्कान बना लेते हैं । न मुमकिन जिन कद तक... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · मुक्तक 1 209 Share Previous Page 7 Next