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Tag: मुक्तक
11k posts
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नौकरी
नौकरी
Aman Sinha
* जन्मभूमि का धाम *
* जन्मभूमि का धाम *
surenderpal vaidya
मैं क्या लिखूँ
मैं क्या लिखूँ
Aman Sinha
*जन्मभूमि है रामलला की, त्रेता का नव काल है (मुक्तक)*
*जन्मभूमि है रामलला की, त्रेता का नव काल है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
नया साल
नया साल
Dr fauzia Naseem shad
नए साल की नई सुबह पर,
नए साल की नई सुबह पर,
Anamika Singh
नया साल
नया साल
अरशद रसूल बदायूंनी
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
*चाटुकार*
*चाटुकार*
Dushyant Kumar
विश्व पटल से सदा सभी को एक दिवस
विश्व पटल से सदा सभी को एक दिवस
Ravi Prakash
*अगर तुम फरवरी में जो चले आते तो अच्छा था (मुक्तक)*
*अगर तुम फरवरी में जो चले आते तो अच्छा था (मुक्तक)*
Ravi Prakash
*जनवरी में साल आया है (मुक्तक)*
*जनवरी में साल आया है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
अरशद रसूल बदायूंनी
खालीपन
खालीपन
करन ''केसरा''
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
सीता छंद आधृत मुक्तक
सीता छंद आधृत मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
नया साल लेके आए
नया साल लेके आए
Dr fauzia Naseem shad
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कलमकार का काम है, जागृत करे समाज
कलमकार का काम है, जागृत करे समाज
RAMESH SHARMA
हर दुआ में
हर दुआ में
Dr fauzia Naseem shad
ऐसी थी बेख़्याली
ऐसी थी बेख़्याली
Dr fauzia Naseem shad
कर्म पथ
कर्म पथ
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
पकौड़े चाय ही बेचा करो अच्छा है जी।
पकौड़े चाय ही बेचा करो अच्छा है जी।
सत्य कुमार प्रेमी
विश्वास
विश्वास
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
तू नहीं है तो ये दुनियां सजा सी लगती है।
तू नहीं है तो ये दुनियां सजा सी लगती है।
सत्य कुमार प्रेमी
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
सत्य कुमार प्रेमी
शायरों के साथ ढल जाती ग़ज़ल।
शायरों के साथ ढल जाती ग़ज़ल।
सत्य कुमार प्रेमी
प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी।
प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
सत्य कुमार प्रेमी
*धन्य-धन्य वे जिनका जीवन सत्संगों में बीता (मुक्तक)*
*धन्य-धन्य वे जिनका जीवन सत्संगों में बीता (मुक्तक)*
Ravi Prakash
ये बात पूछनी है - हरवंश हृदय....🖋️
ये बात पूछनी है - हरवंश हृदय....🖋️
हरवंश हृदय
*वही निर्धन कहाता है, मनुज जो स्वास्थ्य खोता है (मुक्तक)*
*वही निर्धन कहाता है, मनुज जो स्वास्थ्य खोता है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष।
धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष।
surenderpal vaidya
*हमारा संविधान*
*हमारा संविधान*
Dushyant Kumar
पनौती
पनौती
आकाश महेशपुरी
पलकों की दहलीज पर
पलकों की दहलीज पर
RAMESH SHARMA
लौट कर न आएगा
लौट कर न आएगा
Dr fauzia Naseem shad
दिल को किसी के रंग में...
दिल को किसी के रंग में...
आकाश महेशपुरी
किसान मजदूर होते जा रहे हैं।
किसान मजदूर होते जा रहे हैं।
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
Dr Archana Gupta
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
हरवंश हृदय
*लव इज लाईफ*
*लव इज लाईफ*
Dushyant Kumar
जीवन की
जीवन की
Dr fauzia Naseem shad
किसी का खौफ नहीं, मन में..
किसी का खौफ नहीं, मन में..
अरशद रसूल बदायूंनी
दिये को रोशननाने में रात लग गई
दिये को रोशननाने में रात लग गई
कवि दीपक बवेजा
*शादी के पहले, शादी के बाद*
*शादी के पहले, शादी के बाद*
Dushyant Kumar
** पर्व दिवाली **
** पर्व दिवाली **
surenderpal vaidya
*अद्वितीय गुणगान*
*अद्वितीय गुणगान*
Dushyant Kumar
पत्थर को भगवान बना देते हैं
पत्थर को भगवान बना देते हैं
कवि दीपक बवेजा
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