Posts Tag: मुक्तक 11k posts List Grid सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश हो जाना। मुक्तक ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश हो जाना। तुमने खूब ऊंचाई पा ली, रब का करते शुकराना। उस दिन खुशी मनाऊंगा, ऐ दोस्त तुम्हें बतला दूं मैं, कुछ... Hindi · मुक्तक 7 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जो दूरियां हैं दिल की छिपाओगे कब तलक। मुक्तक 221/2121/1221/212 जो दूरियां हैं दिल की छिपाओगे कब तलक। दुनियां से राज दिल मे दबाओगे कब तलक। मैं पूछता हूं आज ये बतला ही दो मुझे, ऐसे ये रिश्ता... Hindi · मुक्तक 6 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है। मुक्तक पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है। हमारी धाक दुनियां में जमीं, दुनियां ने माना है। विजय है चांद पर पाई, चले अब सूर्य से मिलने,... Hindi · मुक्तक 6 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read इंडिया ने परचम लहराया दुनियां में बेकार गया। मुक्तक इंडिया ने परचम लहराया दुनियां में बेकार गया। जहां जहां इंडिया जीता था क्या सचमुच में हार गया। कल तक जो विद्वान देश में थे क्या सब अज्ञानी थे,... Hindi · मुक्तक 6 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read वो केवल श्रृष्टि की कर्ता नहीं है। मुक्तक 1222/1222/122 वो केवल श्रृष्टि की कर्ता नहीं है। कि नारी शक्ति है अबला नहीं है। बने काली तो फिर संहार करती, फिर आगे कोई टिक सकता नहीं है। (फिर+आगे)... Hindi · मुक्तक 9 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read हार से भी जीत जाना सीख ले। मुक्तक 2122/2122/212 हार से भी जीत जाना सीख ले। तू गमों से प्यार करना सीख ले। जिंदगी में चाहिए थोड़ा शुकू'न, दीन दुखियों को हॅंसाना सीख ले। ........✍️ सत्य कुमार... Hindi · मुक्तक 6 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read आप लिखते कमाल हैं साहिब। मुक्तक आप लिखते कमाल हैं साहिब। आप पढ़ते धमाल हैं साहिब। आप जैसा नहीं मिला दूजा, आप तो बेमिसाल हैं साहिब। .........✍️ सत्य कुमार प्रेमी Hindi · मुक्तक 7 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read किलकारी गूंजे जब बच्चे हॅंसते है। मुक्तक किलकारी गूंजे जब बच्चे हॅंसते है। घर में बच्चे फुलवारी से लगते हैं। बच्चों से सारी खुशियां घर आंगन की, बच्चों में ईश्वर के दर्शन मिलते हैं। .........✍️ सत्य... Hindi · मुक्तक 7 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तू नहीं है तो ये दुनियां सजा सी लगती है। मुक्तक तू नहीं है तो ये दुनियां सजा सी लगती है। तू रहे साथ अगर तो कज़ा सी लगती है। ये सज़ा और कज़ा में फॅंसा हूॅं मैं या रब,... Hindi · मुक्तक 9 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा। मुक्तक मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा। पैसे वालों को भी यारो पैसे पर मरते देखा। मजबूरी तो मजबूरी है क्या क्या ये करवाती है। पर औरों की... Hindi · मुक्तक 9 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते। मुक्तक न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते। कभी वो दीन दुखियों के भी, सहचर हो नहीं सकते। बना सकते नहीं जब वो, किसी का क्या... Hindi · मुक्तक 6 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read वतन से हम सभी इस वास्ते जीना व मरना है। मुक्तक 1222/1222/1222/1222 वतन से हम सभी इस वास्ते जीना व मरना है। मैं हूं आजाद मुझको देश भी आजाद करना है। गुलामी में जनम पाया नहीं वो बस में था... Hindi · मुक्तक 6 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जीवन रथ के दो पहिए हैं, एक की शान तुम्हीं तो हो। मुक्तक (अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर) जीवन रथ के दो पहिए हैं, एक की शान तुम्हीं तो हो। इस रथ की धुरी तुम्हीं हो, और रथवान तुम्हीं तो हो। शक्ति स्वरूपा... Hindi · मुक्तक 6 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read ढोलकों की थाप पर फगुहा सुनाई दे रहे। मुक्तक ढोलकों की थाप पर फगुहा सुनाई दे रहे। भंग में बहके हुए भंवरें गवाही दे रहे। आ गई होली यही अहसास सबको हो रहा। आसमां में रंग होली के... Hindi · मुक्तक 9 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। मुक्तक ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। सुबह तक देख लेना, कहानी और होगी। अंधेरी रात में सबकुछ बदल जाएगा यारो, जो देखी भूल जाओ, बतानी और होगी।... Hindi · मुक्तक 9 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। मुक्तक ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। सुबह तक देख लेना, कहानी और होगी। अंधेरी रात में सबकुछ बदल जाएगा यारो, जो देखी भूल जाओ, बतानी और होगी।... Hindi · मुक्तक 7 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read खुले आम जो देश को लूटते हैं। मुक्तक खुले आम जो देश को लूटते हैं। वही अब निगेहबान भी बन रहे हैं। जिन्होंने दिये दर्द ही जिंदगी में, वहीं दर्द की अब दवा बेचते हैं। .........✍️ सत्य... Hindi · मुक्तक 7 Share D.N. Jha 16 May 2024 · 1 min read गोमुख सखियाॅं गंगा घाट पर, उतरी करने स्नान। आस्था अरु विश्वास से,इनकी महिमा जान। गोमुख से उद्गम हुआ,जा उतरीं बंगाल - जाने कितने नाम हैं, करते हैं गुणगान।। दीपनारायण झा'दीपक'देवघर झारखंड Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 30 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read तुम्हारे इश्क में इतने दीवाने लगते हैं। मुक्तक तुम्हारे इश्क में इतने दीवाने लगते हैं। ऐसा लगता है जहां से बेगाने लगते हैं। ख़्वाब में और कोई होता है, नाम गुदवा के तुम्हारा दिखाने लगते हैं। .........✍️... Hindi · मुक्तक 8 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read सबने सलाह दी यही मुॅंह बंद रखो तुम। गज़ल 221/2121/2221/122 सबने सलाह दी यही मुॅंह बंद रखो तुम। सच में ये बात है सही मुॅंह बंद रखो तुम।1 मुंह खोलने की सोचते तो उनका है संदेश, है खैरियत... Hindi · मुक्तक 7 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read प्रेम हो जाए जिससे है भाता वही। मुक्तक प्रेम हो जाए जिससे है भाता वही। रात में दिन में सपनों में आता वही। कोशिशें लाख कीं नाम उसका न लें, पर जुबां क्या करे आ ही जाता... Hindi · मुक्तक 8 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read मुक्तक - यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या। मुक्तक यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या। यूं ही सपनों में भी कोई आता है क्या। दिल से दिल का है रिश्ता बना आपसे, वर्ना दिल में कोई... Hindi · मुक्तक 7 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। मुक्तक हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। सच तो है ये धीरे धीरे जल रही है जिंदगी। देखते ही देखते आंखों से ओझल होगी ये, बर्फ़ की सिल्ली... Hindi · मुक्तक 8 Share Dr.Pratibha Prakash 16 May 2024 · 1 min read कर्म कर्मों का ही खेल है सारा, शेष उस शक्ति का ही पसारा असंख्य आकाश गंगा गगन में असंख्य रवि का उजियारा रूप नाम भिन्न स्थान एक सतत वही सर्वशक्तिमान श्रोत... Hindi · मुक्तक 1 13 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read दरार धीरे धीरे घट रहा, मानव मन में मेल। रिश्ते नाते सब लगे,मतलब के अब खेल। मनमुटाव के साथ ही,दिल में पड़े दरार- षडयंत्रों के दंश को,सभी रहे हैं झेल।। Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 2 37 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read विनती बड़ों से है यही विनती,मिले आशीष छोटों को। उसे भी देखकर आए,हॅंसी नमकीन होंठों को। करें गुणगान हम सबका,सदा सम्मान करना है- वही सहना सिखाते हैं,जगत के नर्म चोटों को।। Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 38 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read तमन्ना वही पाते यहाॅं पर हम,जिसे हरदम लुटाते हैं। अगर चाहत रहे कोई,वही भरदम जुटाते हैं। वही लिखते मिटाते है,तमन्ना गर रहे कोई- अमर होते जमाने में,वही पागल कहाते हैं।। Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 2 31 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read शिकवा जमाने से नहीं शिकवा,खुदी से ही शिकायत है। मगर कोई बहुत चाहे, यही उनकी इनायत है। जहाॅं में हैं कहीं ज्यादा,मुझे भी चाहने वाले- अजी उनसे यही कहना,यही मेरी शराफत... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 35 Share डी. के. निवातिया 15 May 2024 · 1 min read मुहब्बत भी करके मिला क्या दिन-दिनांक : बुधवार, १५ मई, २०२४ विद्या : ग़ज़ल विषय : इश्क/प्यार/मुहब्बत शीर्षक : मुहब्बत भी करके मिला क्या बह्र: बहरे मुतकारिब मुसद्दस सालिम अरकान : फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन मात्रा... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 12 Share नवीन जोशी 'नवल' 15 May 2024 · 1 min read होली प्रेम व सौहार्द का त्यौहार होली, सरलता, समभाव का आधार होली। रँगो निज को भूलकर मतभेद सारे, मलिन मन से है नहीं स्वीकार होली।। यूँ लगे ज्यों प्रकृति के उद्गार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुक्तक 1 13 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read मनमीत प्रफुल्लित मन मगन होता,यहाॅं मन मीत आते हैं। जगे मन भावना प्रेमी, तभी हम गीत गाते हैं। तुम्हारा साथ जो मिलता, गमों से दूर हैं रहते - कहीं हारी हुई... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 26 Share प्रीतम श्रावस्तवी 15 May 2024 · 1 min read मुक्तक लगी होती है क्या दिल की इसे दिलबर ही समझेगा ये तन्हाई का आलम मील का पत्थर ही समझेगा ज़माना ये कहाँ समझेगा ये बेताबियाँ दिल की नदी बेचैन है... Hindi · ग़ज़ल · मुक्तक 11 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 May 2024 · 1 min read हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। मुक्तक हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। सच तो है ये धीरे धीरे जल रही है जिंदगी। देखते ही देखते आंखों से ओझल होगी ये, बर्फ़ की सिल्ली... Hindi · मुक्तक 10 Share D.N. Jha 14 May 2024 · 1 min read राधे राधे बोल राधे राधे बोल कर,अंदर के पट खोल। अपने -अपने ही हृदय ,मिश्री को तो घोल। वृन्दावन के धाम में,पावन है ये नाम- राधा रानी जो जपे,नाम लगे अनमोल। डी... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 38 Share D.N. Jha 14 May 2024 · 1 min read महावर सजाकर पैर में अपने,महावर को लगाती हैं। पहनती पाॅंव में पायल,कभी घुॅंघरू बजाती है। सुहागिन नारियाॅं भी सोलहों शृंगार हैं करतीं- लगाकर बाल में गजरा,अलक को भी सजाती है। ©डी... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 44 Share D.N. Jha 13 May 2024 · 1 min read भस्म बजे जब भी यहाॅं डमरू,जगत के नाथ आते हैं। ब बं बं नाद हैं करते,डमड्डम डम बजाते हैं। जलाकर भस्म करते हैं,अहम का नाश हैं करते- रगड़कर भाॅंग धतुरा को,... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 2 45 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 May 2024 · 1 min read नमन उस वीर को शत-शत... बिठाया है जिन्हें सिर पर, वही नीचा दिखाएंगे। दिया दिल काढ़कर जिनको, वही दिल को दुखाएंगे। भलाई का भलाई से, नहीं मिलता यहाँ बदला। जिन्हें अपना बनाओगे, वही चूना लगाएंगे।... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 9 Share Ravi Prakash 13 May 2024 · 1 min read *शक्तिपुंज यह नारी है (मुक्तक)* *शक्तिपुंज यह नारी है (मुक्तक)* 🍂🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍂 मुख-मुद्रा गंभीर ओढ़नी, धरती-जितनी भारी है विस्तृत जितना गगन समाहित, सृष्टि रची यह सारी है जल-सी शीतल ऊष्ण अग्नि-सी, गति समीर-सी देखो तो सभी... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 19 Share Dr fauzia Naseem shad 13 May 2024 · 1 min read ये हक़ीक़त एक कहानी सुनानी पड़ती है, ये हक़ीक़त बतानी पड़ती है। झूठ का दाम कुछ नहीं होता । सच की क़ीमत चुकानी पड़ती है। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · मुक्तक 1 17 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 May 2024 · 1 min read जीव-जगत आधार... धरा-व्योम-जल-वायु-अग्नि हैं, जीव-जगत आधार। पंच तत्व के सुघड़ मेल से, निर्मित ये संसार। रक्खें इनको स्वच्छ सदा हम, इन पर जीवन भार। मर्म समझ ले इतना मानव, हो जाए उद्धार।... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 17 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 May 2024 · 1 min read माँ तेरे आँचल तले... सर पर माँ के हाथ बिन, मिले कहाँ आराम। माँ तेरे आँचल तले, मेरे चारों धाम।। जग में ऐसा कौन जो, माँ सा करे दुलार। आँसू जब-जब देखती, लेती झट... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा · मुक्तक 1 19 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 May 2024 · 1 min read हे मात भवानी... हे मात भवानी, जग कल्यानी, शुभ गुणखानी, अंबे माँ। नित भोग लगाऊँ, मन से ध्याऊँ, तुझे रिझाऊँ, अंबे माँ। मैं पाप-पिटारी, जग की मारी, भक्त तुम्हारी, कृपा करो। मुद मंगलकारी,... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 15 Share Nitesh Shah 12 May 2024 · 1 min read माँ माँ की क्या मैं बात कहूँ, क्या उनसे फ़रियाद करूँ, इस जग में उसके जैसी, किसकी मैं पहचान करूँ, माँ के आगे नतमस्तक हो, जीवन यह साकार करूँ, तन, मन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · दोहा · बाल कविता · मुक्तक 1 24 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read अनंत प्रकृति का नव आगमन नव वर्ष आया द्वार है। दीप जले अंबर में, मंगल सारा संसार है,, आशाओं की धुन में गीत सुनाता नव वर्ष आया द्वार है। प्रकृति का भी नव आगमन लालिमा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल · मुक्तक 1 11 Share Diwakar Mahto 12 May 2024 · 1 min read हमारी मंजिल हमारी मंजिल को एक अच्छा सा ख्वाब देंगे हम! सवाल कुछ भी हो, हर सवाल का जवाब देंगे हम!! -दिवाकर महतो बुण्डू, राँची, (झारखण्ड ) Poetry Writing Challenge-3 · कोटेशन · मुक्तक · शेर 13 Share Diwakar Mahto 12 May 2024 · 1 min read प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता! प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता! प्यार कभी भी कम या ज्यादा नहीं होता! बस थोड़ा सा प्यार चाहिए होता है हमें , किसी को तकलीफ़ पहुँचाना हमारा... Poetry Writing Challenge-3 · कोटेशन · मुक्तक · शेर · हास्य-व्यंग्य 15 Share Diwakar Mahto 12 May 2024 · 1 min read कर्म ही पूजा है । मंदिर में जाना जरुरी नहीं। ये कर्मभूमि है यहाँ कर्म ही पूजा है।। यहाँ हर कई अपना है। ना कोई पराया है ना कई दुजा है । राधे राधे -दिवाकर... Poetry Writing Challenge-3 · कोटेशन · मुक्तक · शेर · हास्य-व्यंग्य 12 Share Diwakar Mahto 12 May 2024 · 1 min read किस्त क्या गुनाह था कि तुम्हें खोया है हमने तेरी याद में आधी रात को उठ के रोया है हमने तुम्हें याद कुछ इस कदर किया है , की हर एक... Poetry Writing Challenge-3 · कोटेशन · मुक्तक · शेर 12 Share Diwakar Mahto 12 May 2024 · 1 min read कत्ल खुलेआम उसके चले जाने से कुछ ऐसा सितम हुआ हम पर ! मत पूछो क्या क्या जूल्म हुआ हम पर ! पत्ता टूट कर गिरता है जैसे पेड़ों से कुछ इश... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुक्तक · शेर 13 Share Diwakar Mahto 12 May 2024 · 1 min read कशमें मेरे नाम की। बड़े दिनों से चढ़ा है तेरे प्यार का नसा। अब तो बस उतरने का इंतज़ार है। । बहुत खायी है झूठी कसमें तुमने मेरे नाम की । अब तो बस... Poetry Writing Challenge-3 · कोटेशन · मुक्तक · शेर 14 Share Page 1 Next