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14 May 2024 · 1 min read

महावर

सजाकर पैर में अपने,महावर को लगाती हैं।
पहनती पाॅंव में पायल,कभी घुॅंघरू बजाती है।
सुहागिन नारियाॅं भी सोलहों शृंगार हैं करतीं-
लगाकर बाल में गजरा,अलक को भी सजाती है।
©डी एन झा दीपक @विधाता मुक्तक

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