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Tag: मुक्तक
11k posts
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भस्म
भस्म
D.N. Jha
नमन उस वीर को शत-शत...
नमन उस वीर को शत-शत...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*शक्तिपुंज यह नारी है (मुक्तक)*
*शक्तिपुंज यह नारी है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
ये हक़ीक़त
ये हक़ीक़त
Dr fauzia Naseem shad
जीव-जगत आधार...
जीव-जगत आधार...
डॉ.सीमा अग्रवाल
माँ तेरे आँचल तले...
माँ तेरे आँचल तले...
डॉ.सीमा अग्रवाल
हे मात भवानी...
हे मात भवानी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
माँ
माँ
Nitesh Shah
अनंत प्रकृति का नव आगमन
अनंत प्रकृति का नव आगमन
Anant Yadav
हमारी मंजिल
हमारी मंजिल
Diwakar Mahto
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
Diwakar Mahto
कर्म ही पूजा है ।
कर्म ही पूजा है ।
Diwakar Mahto
किस्त
किस्त
Diwakar Mahto
कत्ल खुलेआम
कत्ल खुलेआम
Diwakar Mahto
कशमें मेरे नाम की।
कशमें मेरे नाम की।
Diwakar Mahto
बच्चे ही अच्छे हैं
बच्चे ही अच्छे हैं
Diwakar Mahto
सुस्वागतम्
सुस्वागतम्
Diwakar Mahto
अधुरी अल्फाज मोहब्बत के
अधुरी अल्फाज मोहब्बत के
Diwakar Mahto
क्रोध
क्रोध
Mangilal 713
*वैज्ञानिक विद्वान सबल है, शक्तिपुंज वह नारी है (मुक्तक )*
*वैज्ञानिक विद्वान सबल है, शक्तिपुंज वह नारी है (मुक्तक )*
Ravi Prakash
काव्य का राज़
काव्य का राज़
Mangilal 713
पास आना तो बहाना था
पास आना तो बहाना था
भरत कुमार सोलंकी
जीव-जगत आधार...
जीव-जगत आधार...
डॉ.सीमा अग्रवाल
भटक ना जाना मेरे दोस्त
भटक ना जाना मेरे दोस्त
Mangilal 713
वक़्त का समय
वक़्त का समय
भरत कुमार सोलंकी
घटा घनघोर छाई है...
घटा घनघोर छाई है...
डॉ.सीमा अग्रवाल
सुरमई शाम का उजाला है
सुरमई शाम का उजाला है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"मैं मजाक हूँ "
भरत कुमार सोलंकी
एकांत चाहिए
एकांत चाहिए
भरत कुमार सोलंकी
"एकान्त चाहिए
भरत कुमार सोलंकी
मुक्तक
मुक्तक
Nitesh Shah
मै थक गया
मै थक गया
भरत कुमार सोलंकी
मै थक गया हु
मै थक गया हु
भरत कुमार सोलंकी
मुक्तक...
मुक्तक...
डॉ.सीमा अग्रवाल
जज़्बात-ए-कलम
जज़्बात-ए-कलम
Chandrakant Sahu
हुआ है इश्क जब से मैं दिवानी हो गई हूँ
हुआ है इश्क जब से मैं दिवानी हो गई हूँ
Dr Archana Gupta
*सम्मान*
*सम्मान*
नवल किशोर सिंह
हुनर से गद्दारी
हुनर से गद्दारी
भरत कुमार सोलंकी
मैं मन की भावनाओं के मुताबिक शब्द चुनती हूँ
मैं मन की भावनाओं के मुताबिक शब्द चुनती हूँ
Dr Archana Gupta
* कष्ट में *
* कष्ट में *
surenderpal vaidya
दो मुक्तक
दो मुक्तक
Dr Archana Gupta
बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है।
बाजार आओ तो याद रखो खरीदना क्या है।
Rajendra Kushwaha
हिन्दु नववर्ष
हिन्दु नववर्ष
भरत कुमार सोलंकी
एहसास
एहसास
भरत कुमार सोलंकी
* बढ़ेंगे हर कदम *
* बढ़ेंगे हर कदम *
surenderpal vaidya
भारत के राम
भारत के राम
करन ''केसरा''
लिखावट - डी के निवातिया
लिखावट - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
मुक्तक
मुक्तक
पंकज कुमार कर्ण
* प्यार का जश्न *
* प्यार का जश्न *
surenderpal vaidya
मोहब्बत
मोहब्बत
Dinesh Kumar Gangwar
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