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Tag: मुक्तक
11k posts
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इश्क़ निभाया जाए।
इश्क़ निभाया जाए।
विनय "बाली" सिंह
अन्तस् पीड़ा
अन्तस् पीड़ा
भूरचन्द जयपाल
दूर हमसे जाते रहे
दूर हमसे जाते रहे
विनय कुशवाहा 'विश्वासी'
शायरी
शायरी
Chintan Jain
#रुबाइयाँ//संस्कारों से
#रुबाइयाँ//संस्कारों से
आर.एस. 'प्रीतम'
तेरे संग गुज़ारे लम्हों का सवाल है
तेरे संग गुज़ारे लम्हों का सवाल है
Bhupendra Rawat
किधर जाओगे।
किधर जाओगे।
विनय "बाली" सिंह
जुदाई
जुदाई
Akshay dubey
नज़दीकी बीमार करेगी ((((((((
नज़दीकी बीमार करेगी ((((((((
विनय "बाली" सिंह
राजनीतिक पाखंड
राजनीतिक पाखंड
विनय कुशवाहा 'विश्वासी'
कौन
कौन
विक्रम कुमार
अंधेरे
अंधेरे
Sarita Pandey
मुक्तक- मुश्किल है।
मुक्तक- मुश्किल है।
विनय "बाली" सिंह
" सुप्रभात"
ज्योति
कहां तलक ख़्वाब तेरे मुझे ले जायेंगे
कहां तलक ख़्वाब तेरे मुझे ले जायेंगे
Bhupendra Rawat
मैं तेरे धर्म का स्वाद चख लूँ
मैं तेरे धर्म का स्वाद चख लूँ
धीरज कुमार "ध्यानू"
भागना
भागना
Sarita Pandey
कुछ बड़ा कीजिये ))))))))
कुछ बड़ा कीजिये ))))))))
विनय "बाली" सिंह
मुहोब्बत है जिसका मज़हब
मुहोब्बत है जिसका मज़हब
धीरज कुमार "ध्यानू"
घर जाने की जल्दी है।
घर जाने की जल्दी है।
विनय "बाली" सिंह
और कब तक?
और कब तक?
विनय "बाली" सिंह
【【मज़दूर】】
【【मज़दूर】】
V.k.Viraz
))))))
)))))) "राम" बने ((((((
विनय "बाली" सिंह
सहज खेल रहा है, असत्य संग l
सहज खेल रहा है, असत्य संग l
अरविन्द व्यास
भूख मिटाने कुछ लोग, गांव छोड़ शहर की ओर आये थे
भूख मिटाने कुछ लोग, गांव छोड़ शहर की ओर आये थे
Bhupendra Rawat
# रुबाइयाँ//तालाबंदी
# रुबाइयाँ//तालाबंदी
आर.एस. 'प्रीतम'
जरा सी जेब भारी हुई लोगों के तेवर बदल गए
जरा सी जेब भारी हुई लोगों के तेवर बदल गए
Bhupendra Rawat
सबरी के #राम
सबरी के #राम
विनय "बाली" सिंह
" गणना "
ज्योति
विवशता
विवशता
विनय कुशवाहा 'विश्वासी'
चंद अश़आर
चंद अश़आर
Shyam Sundar Subramanian
बद्दुआ
बद्दुआ
Sarita Pandey
अनमोल
अनमोल
Mugdha shiddharth
बह रही है, रक्त रक्त में l
बह रही है, रक्त रक्त में l
अरविन्द व्यास
मुक्तक
मुक्तक
Mugdha shiddharth
लब
लब
Mugdha shiddharth
पागल
पागल
Mugdha shiddharth
इश्क
इश्क
Mugdha shiddharth
# रुबाइयाँ//'प्रीतम' प्यार इशारों में
# रुबाइयाँ//'प्रीतम' प्यार इशारों में
आर.एस. 'प्रीतम'
खरा है, सही खड़ा है l
खरा है, सही खड़ा है l
अरविन्द व्यास
पलायन का दर्द
पलायन का दर्द
विनय कुशवाहा 'विश्वासी'
मजदूर पर शायरी
मजदूर पर शायरी
Chintan Jain
प्राण
प्राण
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मुक्तक
मुक्तक
jyoti jwala
जाने की जल्दी,मुक्तक,
जाने की जल्दी,मुक्तक,
Dr. Harimohan Gupt
मुक्तक ( माँ)
मुक्तक ( माँ)
प्रीतम श्रावस्तवी
गाँव की मिट्टी
गाँव की मिट्टी
विनय कुशवाहा 'विश्वासी'
अकारण।
अकारण।
Amber Srivastava
हिंदुस्तान ( शायरी )
हिंदुस्तान ( शायरी )
Chintan Jain
मौत
मौत
Mugdha shiddharth
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