Posts Tag: दोहा 4k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next surenderpal vaidya 19 Jul 2024 · 1 min read लक्ष्य प्राप्त होता सदा गीतिका ~~~ लक्ष्य प्राप्त होता सदा, हो मन में अनुराग। सहज भाव से बढ़ चलें, छोड़ें भागम भाग। जीवन में आगे बढ़ें, लेकर निज छवि स्वच्छ। कभी न लगने दीजिए,... Hindi · दोहा · दोहा गीतिका 1 1 130 Share RAMESH SHARMA 19 Jul 2024 · 1 min read यादें अपनी बेच कर,चला गया फिर वक्त यादें अपनी बेच कर,चला गया फिर वक्त ! व्यापारी इससे बड़ा,... दूजा कहाँ सशक्त !! रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 100 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Jul 2024 · 1 min read सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द। सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द। हम से जुड़कर दर्द भी, हो जाते हमदर्द।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 1 125 Share RAMESH SHARMA 18 Jul 2024 · 1 min read जहरीला अहसास कलियुग का होने लगा ,जहरीला अहसास । देते हैं अब तात को, बेटे ही वनवास । । रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 107 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 18 Jul 2024 · 1 min read प्रार्थना(हनुमान जी) 🚩🙏🏻🚩🙏🏻🚩🙏🏻🚩 रघुनन्दन को अतिशय प्यारे। राम भक्त हनुमान हमारे।। तुम ही व्यथा हमारी जानो। भक्ति भाव सदा पहचानो।। मंगल भवन अमंगल हारी। कष्ट हरें यह सबके भारी।। राम नाम नित... Hindi · दोहा 113 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 17 Jul 2024 · 2 min read पर्यावरण जल जमीन जंगल रहे, पर्यावरण सुधार| होते जंगल नाश जब,श्वासें गिने उधार |(1) वसुधा जल से हो रहित,झेले गर्मी मार | धरती की छाती फटी,मानवता बीमार |(2) पीपल बरगद आम... Hindi · दोहा 118 Share RAMESH SHARMA 17 Jul 2024 · 1 min read नैतिकता की हो गई,हदें और भी दूर रुतबा तेरा आदमी,बढ़ तो गया जरूर । नैतिकता की हो गई,हदें और पर दूर ।। रमेश शर्मा . Hindi · दोहा 1 102 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Jul 2024 · 1 min read सच्चाई सब जानते, बोलें फिर भी झूठ। सच्चाई सब जानते, बोलें फिर भी झूठ। असिक्रीड़ा का शौक है, पकड़ न पाते मूठ।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 104 Share Dr.VINEETH M.C 16 Jul 2024 · 1 min read दोहा दोहा राम नाम के जाप से, होते संकट दूर। बिनती है प्रभु आप से,दे दें मन को सूर।। Hindi · Quote Writer · दोहा 157 Share Nitesh Chauhan 13 Jul 2024 · 1 min read वक़्त की ऐहिमियत वक़्त वक़्त पर ही वक़्त बीत जाने के बाद वक़्त की ऐहिमियत समझ आती हैं| Hindi · कविता · ग़ज़ल · दोहा · बाल कविता · शेर 2 156 Share RAMESH SHARMA 12 Jul 2024 · 1 min read डाकू कपटी चोर ठग,खड़े सभी जब साथ डाकू कपटी चोर ठग,खड़े सभी जब साथ । गुलदस्ता ईमान का, दूं अब किसके हाथ ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 76 Share RAMESH SHARMA 11 Jul 2024 · 1 min read तकिया सकल बखान पीड़ा का उनकी करे, तकिया सकल बखान । पूछा तो कहने लगे, गिरा नीर श्रीमान ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 97 Share RAMESH SHARMA 10 Jul 2024 · 1 min read जोकर करे कमाल खोटा सिक्का भी कभी,करता खूब धमाल। ज्यों रम्मी के खेल में,जोकर करे कमाल।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 123 Share RAMESH SHARMA 9 Jul 2024 · 1 min read होते हैं उस पार दिखते तो इस पार है, होते है उस पार। जीते हैं संसार में , ऐसे ही किरदार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 93 Share RAMESH SHARMA 8 Jul 2024 · 1 min read काट रहे तुम डाल चलो लगाएं झाड़ हम,आया कभी न ख्याल। किस हक से फिर पेड़ की,काट रहे तुम डाल।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 89 Share RAMESH SHARMA 6 Jul 2024 · 1 min read गाड़ी मेरे सत्य की गाड़ी मेरी सत्य की, चली जरा क्या तेज । मेरे करने लग गए,मुझसे ही परहेज ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 73 Share Suryakant Dwivedi 3 Jul 2024 · 1 min read दोहे दिल से दिल की बात सुन, दिल से कर विश्वास। दिल से बड़ा न बावरा, दिल से बड़ी न आस।। 2 माना मुद्दा है बड़ा, अफवाहें भी तेज़। दिल थामे... Hindi · दोहा 84 Share RAMESH SHARMA 2 Jul 2024 · 1 min read बंदर के तलवार लगा समझने स्वयं को,जंगल का सरदार। आई ज्यों ही हाथ में,बंदर के तलवार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 78 Share RAMESH SHARMA 1 Jul 2024 · 1 min read तुम्हे चिढ़ाए मित्र दिखलाओगे जो उसे, वही दिखेगा चित्र । शीशे की औकात क्या,.तुम्हे चिढाए मित्र।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 91 Share Sunny kumar kabira 1 Jul 2024 · 1 min read हमारा सुकून:अपना गाँव आज सुबह शहर से गाँव आया, तो अहसास हुआ, ताजी हवा के साथ,चित निर्मल हो रहा। चेहरे पर एक अलग सी चमक, मन में एक अलग सी सुकून, मानो स्वर्ग... Hindi · कविता · कोटेशन · गीत · गीतिका · दोहा 2 125 Share अशोक कुमार ढोरिया 29 Jun 2024 · 1 min read दोहे ******** बाग़बान करता सदा, बगिया से ही प्यार। डाल डाल पर फूल हों,छाए अजब बहार।। बाग़बान बस चाहता,हरा भरा परिवेश। इच्छा पूरी हो तभी , जागे भारत देश।। ******** अशोक... Hindi · दोहा 113 Share RAMESH SHARMA 29 Jun 2024 · 1 min read वे रिश्ते आजाद मैंने सारे कर दिए, वे रिश्ते आजाद । जो करते थे स्वार्थ से,मुझे हमेशा याद।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 90 Share RAMESH SHARMA 27 Jun 2024 · 1 min read दुश्मन कैसा भी रहे, अच्छा बुरा विचित्र दुश्मन कैसा भी रहे, अच्छा बुरा विचित्र । मिलें न बस मुझको कभी,मुआ दोगला मित्र।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 80 Share RAMESH SHARMA 26 Jun 2024 · 1 min read कैसे-कैसे दाँव छल ,रखे दिलों में पाल कैसे-कैसे दाँव छल ,रखे दिलों में पाल । आवश्यक जो भी दिखा ,उसको लिया निकाल ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 79 Share Suryakant Dwivedi 26 Jun 2024 · 1 min read दोहा धरती सा धीरज रखो, सूरज जैसा तेज। मन अपना आकाश हो, सागर जैसी सेज।। सूर्यकांत Hindi · Quote Writer · दोहा 72 Share Suryakant Dwivedi 24 Jun 2024 · 1 min read दोहे करते सच से सामना, दिल में रखते चोर। देखे अपने पांव को, रोवे आंगन मोर।। 2 कह न सके निज भाव को, बड़े-बड़े उस्ताद। लेते रहे वो उम्र भर, पर... Hindi · दोहा 129 Share RAMESH SHARMA 21 Jun 2024 · 1 min read पूरा सभ्य समाज पेड़ लगाया आज ही,फल भी चाहे आज। इसी रोग से त्रस्त है, पूरा सभ्य समाज।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 79 Share Ravi Prakash 21 Jun 2024 · 1 min read *योग दिवस है विश्व में, इक्किस जून महान (पॉंच दोहे)* *योग दिवस है विश्व में, इक्किस जून महान (पॉंच दोहे)* ➖➖➖➖➖➖➖➖ 1) योग दिवस है विश्व में, इक्किस जून महान ऋषि-मुनियों का ज्ञान यह, भारत की है शान 2) योग... Hindi · Quote Writer · दोहा · योग 208 Share RAMESH SHARMA 17 Jun 2024 · 1 min read दुनिया की बुनियाद जिनकी अपनी सोच ही, रही नहीं आजाद । वे कब अच्छी रख सके,दुनिया की बुनियाद ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 85 Share अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य ) 15 Jun 2024 · 1 min read वृक्षारोपण कीजिए वृक्षारोपण कीजिए, करें काम इक नेक। करें नियंत्रित ताप को,गुण हैं बहुत अनेक।।१ पानी बरसे मेघ से,तरुवर देता आस। पेड़ों से छाया मिले,कम लगती है प्यास।।२ प्राण वायु मिलती सतत,जब... Hindi · दोहा 1 94 Share Suryakant Dwivedi 14 Jun 2024 · 1 min read कटु दोहे कटु दोहे 1 करते हैं खुद फैसले, ये ‘बच्चे’ नादान। आहत मन किससे कहे, तात-मात महमान।। 2 राज़ी जब बीवी मियां क़ाज़ी का क्या काम। मंदिर, वेदी, शादियां, सपने सभी... Hindi · दोहा 130 Share RAMESH SHARMA 14 Jun 2024 · 1 min read माचिस उनके जेब की माचिस उनके जेब की, करती खड़ा सवाल । लगा स्वयं ही आग तुम, करते स्वतः बवाल।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 101 Share RAMESH SHARMA 13 Jun 2024 · 1 min read लिखने का आधार जरिया है ये फेसबुक,लिखने का आधार l कितनो ने इसको मगर,बना दिया बाजार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 119 Share RAMESH SHARMA 11 Jun 2024 · 1 min read पढ़ा हुआ अखबार आया ऐसा भी नज़र ,लोगों का किरदार । जैसे पड़ा दराज में, पढ़ा हुआ अखबार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 100 Share RAMESH SHARMA 6 Jun 2024 · 1 min read मुझे आज फिर भूल चुभती है मुझको बडी़, बात यही बन शूल । हुई परखने मे उन्हे,.मुझे आज फिर भूल ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 82 Share Sudhir srivastava 5 Jun 2024 · 4 min read दोहे **** माँ/माता ***** हर दिन होता मातु का, माता होत विशेष। माता जिसके साथ है, सब कुछ रहे अशेष।। माता का हर दिवस है, माँ जीवन का सार। बिन माता... Hindi · दोहा 99 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 4 Jun 2024 · 1 min read हिंदी दोहे-पुरवाई *हिंदी दिवस- #पुरवाई* पहली बारिश से चले ,पुरवाई मनुहार | शीतलता आभाष हो ,#राना लगे बहार || बुझे धरा की प्यास भी , बूँदें गिरतीं भूम | पुरवाई #राना चले... Hindi · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दोहा · पुरवाई · राजीव नामदेव राना लिधौरी 3 1 120 Share RAMESH SHARMA 3 Jun 2024 · 1 min read बनी बनाई धाक मिट जाएगी शर्तिया, बनी बनाई धाक । हद से ज्यादा कर दिया, तुमने अगर मजाक ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 118 Share Ravi Prakash 1 Jun 2024 · 1 min read *दान: छह दोहे* *दान: छह दोहे* ➖➖➖➖ 1) मैं-मेरा जिससे घटा, कहते उसको दान रहा नहीं संग्रह तनिक, रहा नहीं अभिमान 2) देता दायॉं हाथ है, बायॉं है अनजान जो प्रचार से है... Hindi · Quote Writer · दोहा 380 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read दोहे कोरोना के काल में, हर जन था भयभीत । हार मनुज की यह कहूँ, या प्रकृति की जीत।१। चली हवा शह-मात की, बात बिना आधार। ज्ञानवान वे बन गये, बिकते... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 2 127 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read छठी पर्व दोहे ----- छठी अलौकिक पर्व है, एक कठिन उपवास । अर्क देव को अर्घ्य दें, लेकर दृढ़ विश्वास ।१। शीतल जल में अर्घ्य ले, खड़े बिना पदत्राण । अस्त-उदय होते... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 113 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read दोहे मुझको भी बिखरे मिले, बीच डगर पर शूल, पर हारा मैं भी नहीं, वहीं उगाये फूल।१। बीस भुजा दस शीश थे, आलय आलीशान। मगर कहो लंकेश का,टिका कहाँ अभिमान।२। भूषण... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 126 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read नैन दोहे ------ नैना से नैना मिले, हुए बेखबर गात । बीच डगर में हो पड़ी, नैनन ही से बात।१। नैनों में है शोभती, यू काजर की रेख। प्रतिपदा के चांद... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 142 Share Dinesh Kumar Gangwar 31 May 2024 · 1 min read दोहा ***दोहा*** वो सम्पत्ति सुमति हरै जो उपजे बैर कराय खुद ना स्थिर जो रहे मानस को दे वो वघियाय। मोक्ष प्राप्ति के लोभ में संत-सामंत को पूज के जो भूले... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 3 126 Share Dushyant Kumar 29 May 2024 · 1 min read *गर्मी पर दोहा* बढ़ रही है गर्मी, द्वार खड़ी है मौत। न जागे गर नींद से, मनाओगे रोज शोक।।१।। काट जंगल वनों को, बन गए खुद यमराज। फँसोगे अपने जाल में, वरना आ... Hindi · कविता · दोहा 3 164 Share RAMESH SHARMA 29 May 2024 · 1 min read गलती पर फटकार देती हैं हर मोड़ पर, जीने का आधार । बड़े बुजुर्गों से मिली,गलती पर फटकार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 91 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 29 May 2024 · 1 min read बिन माली बाग नहीं खिलता #बिन माली बाग नहीं खिलता बिन माली बाग नहीं खिलता है। बिन माँ - बाप घर घर नहीं होता है।। माली दिन रात पौधे की देखभाल करता है । माँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · दोहा · लघु कथा 202 Share RAMESH SHARMA 28 May 2024 · 1 min read काले धन के कालिए, हो जाते आजाद काले धन के कालिए, हो जाते आजाद । करते काले कोट जब,नियम नए ईजाद। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 112 Share राकेश पाठक कठारा 28 May 2024 · 1 min read गर्मी के दोहे सूरज दादा कर रहे,अपनी आंखें लाल म ई की गर्मी से हुए,सकल जीव बेहाल गर्मी रितु के बाद में, आएगी बरसात मन यह ऐसा सोच कर, पुलकित करता गात Hindi · दोहा 156 Share RAMESH SHARMA 28 May 2024 · 1 min read मुट्ठी में जो जान जीने की खातिर मुझे, वही दे रहे ज्ञान। बैठे हैं मेरी लिए, मुट्ठी मे जो जान ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 2 117 Share Previous Page 5 Next