Posts Tag: दोहा 4k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next RAMESH SHARMA 7 Oct 2024 · 1 min read सत्यानाशी सोच जिमि,खड़ी फसल पर मेह . मंदबुद्धि की बुद्धि पर, समझदार का नेह। सत्यानाशी सोच जिमि,खड़ी फसल पर मेह ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 84 Share RAMESH SHARMA 6 Oct 2024 · 1 min read होशियार इंसान भी ,बन जाता मतिमंद होशियार इंसान भी ,बन जाता मतिमंद। लोचन उसके ज्ञान के,हुए अगर जो बंद।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 112 Share RAMESH SHARMA 5 Oct 2024 · 1 min read बांटेगा मुस्कान फितरत जिसकी मसखरी,होती है श्रीमान । हो कितना भी कष्ट में, बांटेगा मुस्कान ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 67 Share RAMESH SHARMA 5 Oct 2024 · 1 min read नही रहेगा मध्य में, दोनों के विश्वास नही रहेगा मध्य में, दोनों के विश्वास । पहना शर्तों का अगर,तुमने मित्र लिबास।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 80 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 2 Oct 2024 · 1 min read गांधी जी और शास्त्री जी जयंती पर विशेष दोहे #राना_लिधौरी के #दोहे-#गांधी जी व #शास्त्री जी *** गांधी जी और शास्त्री, दोनों वीर महान। एक राष्ट्र का है पिता, दूजा लाल जवान।। *** लाल बहादुर शास्त्री, हुए देश के... Hindi · Gandhi · गांधी जी · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी · लाल बहादुर शास्त्री 1 86 Share RAMESH SHARMA 1 Oct 2024 · 1 min read जिनका मैंने हर समय, रखा हृदय से ख्याल जिनका मैंने हर समय, रखा हृदय से ख्याल । करते वही वजूद पर, मेरे खड़ा सवाल ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 86 Share RAMESH SHARMA 1 Oct 2024 · 1 min read करते हो करते रहो, मुझे नजर अंदाज करते हो करते रहो, मुझे नजर अंदाज। पर मैं बदलूँगा नहीं,अपना सरल मिज़ाज।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 99 Share RAMESH SHARMA 30 Sep 2024 · 1 min read बिना पढ़े ही वाह लिख, होते हैं कुछ शाद बिना पढ़े ही वाह लिख, होते हैं कुछ शाद । लेखक राजी हो रहा , उसे समझकर दाद ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 78 Share रेवन्त राम सुथार 30 Sep 2024 · 1 min read सुखराम दास जी के दोहे वन्दन हरि गुरू ब्रह्म को, कर सुखा बार अनन्त । दद् अक्षर होवे पुस्तक में, आप सुधारो सन्त॥1 सन्त बड़े परमार्थी, बिगड़ी देत सुधार। सुखा चरणा रज होय, वन्दन बारम्बार॥2... Hindi · दोहा · नीति के दोहे · सुखराम दास जी के दोहे 110 Share RAMESH SHARMA 30 Sep 2024 · 1 min read खाए खून उबाल तब , आए निश्चित रोष खाए खून उबाल तब, आए निश्चित रोष। करता मानव चूक खुद,औरों को दे दोष।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 91 Share RAMESH SHARMA 29 Sep 2024 · 1 min read दिल के जैसा आज तक, नजर न आया खेत दिल के जैसा आज तक, नजर न आया खेत ! कुछ भी बो कर देख लो, मिलता सूद समेत !! जब जब बोऊँ गम यहाँ,हो जाऊं ग़मगीन ! दिल से... Hindi · दोहा 1 91 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Sep 2024 · 1 min read हाहाकार भीष्म से तो हम नहीं, पाया विदुर उपाय जब भारी उपकार हो, सभा छोड़ के जाय || सर झुकाय बैठे रहे , आज उन्हें धिक्कार भरी सभी में द्रौपदी, करती... Hindi · दोहा 1 139 Share विनोद सिल्ला 29 Sep 2024 · 1 min read मतलब का सब नेह है मतलब का सब नेह है ******* मतलब का सब नेह है,मतलब का सब प्यार। मतलब से ही हो रहे, सकल कार व्यवहार।। मतलब से ही बोलते, बड़े मतलबी लोग। मतलब... Hindi · दोहा 1 65 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Sep 2024 · 1 min read एक रचयिता सृष्टि का , इक ही सिरजनहार एक रचयिता सृष्टि का , इक ही सिरजनहार इक नूर का अंश सभी, इक ही तारणहार।। भाषा और वाणी का, होता अदभुत मेल वाणी विष का शूल है, वाणी बदले... Hindi · दोहा 1 81 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Sep 2024 · 1 min read महाकाल जो अधीन नहि काल के , हैं वही महाकाल कालातीत उसे कहें , जो वास्तव त्रिकाल || रूप भयंकर विकराल सजे, शस्त्र मौत का पाश नव सिरजन जिसमें छिपा, दिखता... Hindi · दोहा 1 93 Share RAMESH SHARMA 29 Sep 2024 · 1 min read संस्कार की खिड़कियां, हुई जरा क्या बंद संस्कार की खिड़कियां ,हुई जरा क्या बंद । अशिष्टता के हौसले, होने लगे बुलंद ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 100 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 28 Sep 2024 · 7 min read बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -183 के दोहे [28/09, 12:19 PM] Rajeev Namdeo: *बुंदेली दोहा -करय (कडुबे)* करय लगत बे आदमी,साँसी जो कै जात। लबरा उनखौं देखकै,#राना मौ गुड़यात।। ककरी हौबे जब किरा,और करय हौ छौर। खातन जी... Bundeli · Bundeli · जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ · दोहा · बुंदेली दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 1 84 Share RAMESH SHARMA 28 Sep 2024 · 1 min read सीखा रहा उड़ना मुझे, जिस गति से सैयाद ।. सिखलाता उड़ना मुझे, जिस गति से सैयाद । मुमकिन है अति शीघ्र वो, कर देगा आजाद।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 88 Share RAMESH SHARMA 28 Sep 2024 · 1 min read हो जाती हैं आप ही ,वहां दवा बेकार हो जाती हैं आप ही ,वहां दवा बेकार । रहने लग जाए जहां,स्वयं रूह बीमार ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 108 Share RAMESH SHARMA 26 Sep 2024 · 1 min read आंखे सुनने लग गई, लगे देखने कान । आंखे सुनने लग गई, लगे देखने कान । क्या दें और सबूत अब,कलियुग का श्रीमान । रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 126 Share RAMESH SHARMA 25 Sep 2024 · 1 min read ओढ दुशाला श्याम का, मीरा आर्त पुकार ओढ दुशाला श्याम का, मीरा आर्त पुकार। आओगे घनश्याम कब,जोगन दिल के द्वार। जोगन दिल के द्वार, नैनपट बाट निहारें । आयेंगे प्रभु आज, पलक दल राह बुहारें । कृष्णा... Hindi · कुण्डलिया · दोहा 1 104 Share RAMESH SHARMA 24 Sep 2024 · 1 min read गई सुराही छूट रिश्ता अवसरवाद का, यूं जाता है टूट। फ्रीज देख ज्यों हाथ से ,गई सुराही छूट ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 84 Share Kalamkash 24 Sep 2024 · 1 min read मेरी ज़रूरतें हैं अजब सी बड़ी, कि मैं, मेरी ज़रूरतें हैं अजब सी बड़ी, कि मैं, कहता हूँ इस जहाँ से मुझे दर्द चाहिए Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा · लेख · शेर 100 Share Dr.Pratibha Prakash 24 Sep 2024 · 1 min read सरसी छन्द जब जब याद तुम्हारी आई, हुआ बुरा ही हाल भूल गई मैं सांसे लेना जीना हुआ मुहाल || तुम ही जीवन मेरी पूजा, हे मेरे गोपाल मेरे माधौ गिरवर धारी... Hindi · दोहा 1 95 Share RAMESH SHARMA 24 Sep 2024 · 1 min read धरा दिवाकर चंद्रमा धरा दिवाकर चंद्रमा, निभा रहे है फर्ज । मानव तू क्यों कर हुआ,दुनिया प्रति खुदगर्ज।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 72 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 23 Sep 2024 · 1 min read कलयुग में कुरुक्षेत्र लडों को अंधे लोग बहरा राजा, कुदरत का हैं फेर । बीच सड़क पर हत्या होवे, ऐसा हैं प्रदेश ।। बीबी बेवा बच्चे अनाथ, कोई नहीं सुनवाई । गुंडागर्दी बीच सड़क पर,... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · दोहा · मुक्तक 88 Share Kalamkash 22 Sep 2024 · 1 min read पीता नहीं मगर मुझे आदत अजीब है, पीता नहीं मगर मुझे आदत अजीब है, कहता हूँ मैं जहाँ से, मुहब्बत अजीब है Hindi · कविता · ग़ज़ल · दोहा · लेख · शेर 67 Share RAMESH SHARMA 19 Sep 2024 · 1 min read साहित्यिक व्यापार इश्तिहार सा हो गया, सबका अब किरदार । करें फेसबुक वाल पर, साहित्यिक व्यापार।। जरिया है ये फेसबुक, लिखने का आधार । लोगों ने इसको मगर, बना दिया बाजार ।।... Hindi · दोहा 1 56 Share RAMESH SHARMA 19 Sep 2024 · 1 min read औषधि की तालीम सीखी है कब वक्त ने,औषधि की तालीम। हुआ नहीं उससे बड़ा कोई मगर हकीम। चाहे रहे फकीर वह, या हो सर पर ताज । किया हमेशा वक्त ने, उसका तुरत... Hindi · दोहा 1 66 Share RAMESH SHARMA 18 Sep 2024 · 1 min read मिले मुफ्त मुस्कान बुद्धि धैर्य विश्वास उर,मिले मुफ्त मुस्कान । समझेगा इसको कहां , मंदबुद्धि इंसान । । रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 111 Share RAMESH SHARMA 18 Sep 2024 · 1 min read समझेंगे झूठा हमें समझेंगे झूठा हमें, करे लाख सच पेश । क्या होगी इससे बड़ी, कोई सजा रमेश ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 69 Share RAMESH SHARMA 18 Sep 2024 · 1 min read खुद को कहें शहीद कौन रखेगा सोचिए, ऐसों से उम्मीद। कटवाकर नाखून जो, बनते आप शहीद।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 75 Share Dr.Pratibha Prakash 17 Sep 2024 · 1 min read राष्ट्र धर्म राष्ट्र धर्म सर्वोपरि, लेखन या अध्यात्म त्याग और बलिदान से, बचता देश महान यदि है सुरक्षित संस्कृति , निज भाषा का ज्ञान देश सनातन यदि रहा, तो ही है पहचान... Hindi · दोहा 67 Share RAMESH SHARMA 16 Sep 2024 · 1 min read रिश्ता मेरा नींद से, इसीलिए है खास रूठों को भी ख्वाब में, ले आती है पास । रिश्ता मेरा नींद से, इसीलिए है खास ।। ख्वाबों से मेरा नही,कोई हुआ करार । आते है क्यों नींद मे,... Hindi · दोहा 1 70 Share RAMESH SHARMA 16 Sep 2024 · 1 min read कैसे पचती पेट में, मिली मुफ्त की दाल।. कैसे पचती पेट में, मिली मुफ्त की दाल। नहीं लगाए दांत जब, सिर्फ हिलाए गाल।। राकेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 111 Share Vijay kumar Pandey 15 Sep 2024 · 1 min read खिचड़ी यदि बर्तन पके,ठीक करे बीमार । प्यासा की कुण्डलिया ~ एक कुण्डलिया छंद ~ खिचड़ी यदि बर्तन पके,ठीक करे बीमार । पकता रहे दिमाग में , जीवन हो दुश्वार।। जीवन हो दुश्वार, बिगड़ती जाये हालत। अच्छी वाली सोच, रखें... Hindi · कुण्डलिया · दोहा 1 122 Share RAMESH SHARMA 13 Sep 2024 · 1 min read मर जाओगे आज होते हो क्यों मौत से, नाहक ही नाराज । जिंदा कब थे आप जो, मर जाओगे आज ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 65 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 13 Sep 2024 · 1 min read स्वामी ब्रह्मानंद (स्वतंत्र भारत के पहले संत सांसद) जन्म लिया परतंत्र राष्ट्र में, धरती हमीरपुर पावन धाम । शिवदयाल हां नाम पडा था, गौरक्षक दानी पुत्र महान ।। लड़ी लड़ाई आजादी की, भारत मां के सुत बलवान ।... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा · मुक्तक · संस्मरण 1 179 Share RAMESH SHARMA 13 Sep 2024 · 1 min read गौरव से खिलवाड़ स्वार्थ सिद्धि के हेतु मन,लाखों करो जुगाड। करो नहीं पर राष्ट्र के, गौरव से खिलवाड।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 99 Share RAMESH SHARMA 13 Sep 2024 · 1 min read आप मुझे महफूज जाने पर मेरे कभी, होंगे नहीं अकूज। नैनों में रख लीजिए,आप मुझे महफूज ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 117 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 12 Sep 2024 · 1 min read लड़ी अवंती देश की खातिर लड़ी अवंती देश की खातिर, हिरदेशाह रणधीर । जग में नाम किया हैं रोशन, लोधी जाति बलवीर ।। आजकाल की बात करो क्या, कायर हैं संतान । वोट बैंक की... Hindi · कविता · कुण्डलिया · गीतिका · दोहा · लेख 90 Share RAMESH SHARMA 12 Sep 2024 · 1 min read वादा करके तोड़ती, सजनी भी हर बार वादा करके तोड़ती, सजनी भी हर बार ! नेताओं सा हो गया, उसका भी किरदार !! रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 78 Share Dr.Pratibha Prakash 9 Sep 2024 · 1 min read मन की प्रीती तुमसे लागी मन की प्रीती , भूल गई मैं जग की रीती तुमको सौंपी जीवन नैया , मेरे साथी सखा खिवैया || काहे छेड़त वंशी धारी , मटकी फोरत क्यों... Hindi · दोहा 1 116 Share RAMESH SHARMA 8 Sep 2024 · 1 min read दया दुष्ट पर कीजिए दया दुष्ट पर कीजिए,रहे मगर यह ध्यान ! जाने कब पिस्तौल ही,दे वो तुम पर तान ! ! दुष्ट तजे कब दुष्टता,....दुष्ट भूमि पर भार ! चाहे जितना कीजिए,उसे हृदयसे... Hindi · दोहा 1 92 Share RAMESH SHARMA 7 Sep 2024 · 1 min read तात शीश शशि देखकर तात शीश शशि देखकर ,बोले बाल गणेश । यही खिलौना चाहिए,शिव सॅंग हॅंसत रमेश ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 62 Share राधेश्याम "रागी" 7 Sep 2024 · 1 min read रागी के दोहे रचना सृजन तिथि - 04-09-2024 🌹शीर्षक 🌹 ✍️ संस्कृत सुता हिन्दी (रागी के दोहे)✍️ भारत में पावन हुई, गूंजा हिन्द हुंकार। प्रीति हृदय से कर रही, संस्कृत सुता पुकार।। १... Hindi · दोहा 94 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 5 Sep 2024 · 1 min read शिक्षक दिवस बिन गुरु जीवन क्षीण हैं, जैसे प्राण विहीन शरीर। शिक्षक जीवन ज्योति हैं, लागे सुर सरिता संगीत ।। 1 बिन जल सुमन, सरोवर जैसे। ज्ञान गुरु बिन, जीवन हैं रे... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · दोहा 1 76 Share Godambari Negi 5 Sep 2024 · 1 min read शिक्षक शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामना सहित 💐💐💐🙏 शिक्षकगण के सम्मान में समर्पित कुछ दोहे 🙏 @everyone शिक्षक साधे शिष्य को, भरता उर में ज्ञान। बुद्धि चेतना धार से, बढ़े जगत... Hindi · दोहा 1 87 Share RAMESH SHARMA 4 Sep 2024 · 1 min read स्वाभिमान सम्मान गिरा टूट मेरा सकल, स्वाभिमान सम्मान । रिश्तों के आधार का,ज्यों ही किया मिलान।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 2 87 Share Sudhir srivastava 3 Sep 2024 · 2 min read कहें सुधीर कविराय धार्मिक ******* कृष्ण जन्म अब हो गया, छाया चहुँदिश हर्ष। फैलेगा अब नित्य ही, खुशियों का उत्कर्ष।। मन से कीजिए प्रार्थना, प्रभु का करके ध्यान। जीवन के हर कष्ट का,... Hindi · दोहा 1 78 Share Previous Page 3 Next