Posts Tag: दोहा 3k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid RAMESH SHARMA 29 May 2024 · 1 min read गलती पर फटकार देती हैं हर मोड़ पर, जीने का आधार । बचपन में मां बाप की,गलती पर फटकार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 10 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 29 May 2024 · 1 min read बिन माली बाग नहीं खिलता #बिन माली बाग नहीं खिलता बिन माली बाग नहीं खिलता है। बिन माँ - बाप घर घर नहीं होता है।। माली दिन रात पौधे की देखभाल करता है । माँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · दोहा · लघु कथा 6 Share RAMESH SHARMA 28 May 2024 · 1 min read काले धन के कालिए, हो जाते आजाद काले धन के कालिए, हो जाते आजाद । करते काले कोट जब,नियम नए ईजाद। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 9 Share राकेश पाठक कठारा 28 May 2024 · 1 min read गर्मी के दोहे सूरज दादा कर रहे,अपनी आंखें लाल म ई की गर्मी से हुए,सकल जीव बेहाल गर्मी रितु के बाद में, आएगी बरसात मन यह ऐसा सोच कर, पुलकित करता गात Hindi · दोहा 8 Share RAMESH SHARMA 28 May 2024 · 1 min read मुट्ठी में जो जान जीने की खातिर मुझे, वही दे रहे ज्ञान। बैठे हैं मेरी लिए, मुट्ठी मे जो जान ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 2 19 Share Sumangal Singh Sikarwar 27 May 2024 · 1 min read चेहरा चेहरा.. न जाने कब..कैसे ... अपनी मोहक छवि का परिचय देता कितनी ही आंखों का आकर्षण बन जाता है न जाने कब कैसे .. उन अपरिचित....अनभिज्ञ सी आंखों की पहली... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · दोहा 2 10 Share RAMESH SHARMA 26 May 2024 · 1 min read दिखे ऊंट लंगूर लगे गाय बकरी उन्हें, दिखे ऊंट लंगूर । देखेंगे जो दूर से, चढ़ कर पेड़ खजूर।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 19 Share Aruna Dogra Sharma 25 May 2024 · 1 min read #मतदान मत का सही प्रयोग कर , लोकतंत्र का पर्व। नेता चुन बन प्रेरणा ,होगा खुद पर गर्व।। : सोच समझ क्यों भूलता, मनु अपना अधिकार। देख सही मतदान कर ,टलना... Hindi · दोहा 1 12 Share RAMESH SHARMA 25 May 2024 · 1 min read ए सी का किरदार पंखे जैसा हो गया,...... ए सी का किरदार । ठंडक ऐसी ज्यों झले, नार लिए अखबार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 14 Share Rajesh Kumar Kaurav 24 May 2024 · 1 min read भाग्य भाग्य बना है कर्म से,कहते वेद पुराण। ज्ञानी वक्ता सब कहें,मिलते धरा प्रमाण ।। जिसके जैसे कर्म हो,बैसा बनता भाग्य । संचित अरु प्रारब्ध से , कुयोग या सौभाग्य।। जैसा... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 1 16 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 23 May 2024 · 1 min read Bundeli doha-fadali बुंदेली दोहा- फदाली खुटखुट भीतर पैड़ दे, मन खौं करै खराब। करम फदाली कौ गिनै, 'राना' नँईं हिसाब।। 🤔🤑🙏 'राना' इतनौ जानतइ, जितै फदाली हौंय। अच्छे साजै लोग भी, मुड़िया... Poetry Writing Challenge-3 · Bundeli In Bundelkhand · Bundeli Kavita · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 1 13 Share Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya) 21 May 2024 · 1 min read नशा त्याग दो बीड़ी बंडल पुडिया सिगरेट, छोड़ो मेरे भाई. रहो निरोगी बीमारी से, न घर में होये लड़ाई.. सुरा सुंदरी मदिरा लोभ, दरिद्रता के द्वार. भूखे नंगे लड़का घूमत, ऐसे जीवन को... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा 19 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 20 May 2024 · 1 min read बुंदेली साहित्य- राना लिधौरी के दोहे बुंदेली साहित्य- राना लिधौरी के दोहे बुंदेली दोहे - किरा (कीड़ा लगा हुआ) 1. अफसर शाही भी किरा, दिखती है अब आज। रिश्वत का 'राना' चलन, कोइ न करता लाज।।... Poetry Writing Challenge-3 · Bundeli Doha · Bundeli Poems · दोहा · बुंदेली काव्य · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 1 18 Share Neeraj Mishra " नीर " 20 May 2024 · 1 min read श्री राम वंदना वंदन श्री चरणों में प्रभु जी मेरा प्रणाम स्वीकार करों | रघुकुल नंदन , हे रघुनन्दन धनुष वाण ले आजाओं दंभ जागता मन , मेरे प्रभु जी मैं को हम... Poetry Writing Challenge-3 · गीत · गीतिका · दोहा · वंदना 2 20 Share Rajesh Kumar Kaurav 19 May 2024 · 1 min read वक्त की करवट वक्त बदलता करवटें,अनजाने में रोज। दुनिया के इंसान सब,रहे युगों से खोज ।। जान न पाए आज तक ,कल कैसा हो वक्त। कब होगा खुशियों भरा ,कब आयेगा सक्त।। वक्त... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 10 Share RAMESH SHARMA 18 May 2024 · 1 min read अपना सकल जमीर नैतिकता की आजकल,पीटें वही लकीर । बैठे हैं जो बेच कर,अपना सकल ज़मीर ।। रखी किसी से आपने,ज्यादा ही उम्मीद । बदले में अहसान के, लेगा तुम्हे खरीद ।। रमेश... Hindi · दोहा 1 16 Share Neeraj Mishra " नीर " 18 May 2024 · 1 min read राज्यतिलक तैयारी चौपाई मंगल भवन अमंगल हरी , देश विदेश में चर्चा भारी | आ रही है राम सवारी , राज्यतिलक की फूल तैयारी || अयोध्या में है फूल तैयारी , आवत... Poetry Writing Challenge-3 · चौपाई · दोहा 16 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read आजादी के दोहे भारत मेरा देश है , देते सभी नजीर । *ओम्* राजा रहे नहीं , देश बैठे वजीर ।। आजादी पचहत्तर की , देश अभी आजाद । *ओम्* सदा ऐसा करें... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 16 Share RAMESH SHARMA 17 May 2024 · 1 min read मिली नही विश्वास की, उन्हें अगर जो खाद हिल जाती है शीघ्र ही, रिश्तों की बुनियाद । मिली नही विश्वास की, उन्हें अगर जो खाद।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 24 Share आकाश महेशपुरी 16 May 2024 · 7 min read चमेली के औषधीय गुणों पर आधारित 51 दोहे व भावार्थ चमेली के औषधीय गुणों पर आधारित 51 दोहे व भावार्थ *********************************** **खंड अ* परिचय, उपयोग एवं फायदे 1- बेल चमेली की मिले, भारत में हर ओर। घर, मंदिर या वाटिका,... Hindi · दोहा 18 Share RAMESH SHARMA 16 May 2024 · 1 min read तरु वे छायादार सिर पर रखकर हाथ जो, देते रहे दुलार। गायब आँगन से हुए, तरु वे छायादार।। माँ दादी बनकर दिया, मुझे जिन्होंने प्यार। ओझल आँगन से हुए, तरु वे छायादार।। रमेश... Hindi · दोहा 1 30 Share RAMESH SHARMA 15 May 2024 · 1 min read जो भी आया प्रेम से,इनमे गया समाय । आँखे मेरी हो गयी ,..मानो एक सराय । जो भी आया प्रेम से,इनमे गया समाय ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 17 Share RAMESH SHARMA 14 May 2024 · 1 min read गूंगे दे आवाज अंधे करते चाकरी, ..गूंगे दे आवाज । बदल गए इस दौर में, बेशक कई रिवाज ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 43 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read बच्चे देश की शान हैं बच्चे देश की शान हैं, हमें उनपर अभिमान हैं, बच्चे मन के सच्चे हैं, सबकी आँखों के तारे हैं, बच्चे सबको भाते हैं, सबके मन को लुभाते हैं, देख-देख बच्चों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा 17 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 May 2024 · 1 min read माँ तेरे आँचल तले... सर पर माँ के हाथ बिन, मिले कहाँ आराम। माँ तेरे आँचल तले, मेरे चारों धाम।। जग में ऐसा कौन जो, माँ सा करे दुलार। आँसू जब-जब देखती, लेती झट... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा · मुक्तक 1 25 Share Nitesh Shah 12 May 2024 · 1 min read माँ माँ की क्या मैं बात कहूँ, क्या उनसे फ़रियाद करूँ, इस जग में उसके जैसी, किसकी मैं पहचान करूँ, माँ के आगे नतमस्तक हो, जीवन यह साकार करूँ, तन, मन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · दोहा · बाल कविता · मुक्तक 1 36 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read दोहे सूरज की अपनी व्यथा; चंदा की कुछ और। या दु:खिया संसार में; चैन मिले ना ठौर।। तारे जलते रात में; किरणें करती भोर। सबका अपना वक्त है; सबका अपना दौर।।... Poetry Writing Challenge-3 · अनिल कुमार निश्छल · दोहा · शिवनी · हमीरपुर 21 Share मिथलेश सिंह"मिलिंद" 12 May 2024 · 1 min read श्री कृष्ण जन्म कथा काल चक्र खुद रुक गया , शून्य सृष्टि का आज । कान्हा का जैसे हुआ , धरती पर आगाज ।। वासुदेव के खुल गये , पावों से जंजीर । पवन... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 18 Share RAMESH SHARMA 12 May 2024 · 1 min read दोहा **** शब्दकोष स्वयं है, नहीं शब्द बस एक शब्दकोष मां स्वयं है, नहीं शब्द बस एक। जिसके आगे फेल हैं, किए सभी अभिषेक ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 51 Share मिथलेश सिंह"मिलिंद" 12 May 2024 · 1 min read संकल्प शक्ति तीन तत्व से मिल बने , मन के सभी विधान । रजो-तमो-सतगुण जिसे , कहते हैं विद्वान ।। इसी गुणों का ही रहे , मन पर सदा प्रभाव । मन... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 18 Share मिथलेश सिंह"मिलिंद" 12 May 2024 · 2 min read दोहावली हर जीवों में श्रेष्ठ जो, मर्त्य लोक इंसान। लोभ-मोह अरु क्रोध ने, बना दिया हैवान।।१।। मन-मानव में आपसी, छिड़ी श्रेष्ठ की जंग। इसी सोच से हो रहा, काल चक्र नित... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 18 Share RAMESH SHARMA 11 May 2024 · 1 min read सियासी खाल पक जाती है झूठ की, वहां आप ही दाल । बैठे हों सारे जहां,ओढ़ सियासी खाल ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 31 Share Ravi Prakash 10 May 2024 · 1 min read *दहेज: छह दोहे* *दहेज: छह दोहे* __________________________ 1) लोभी दूल्हे हो गए, दुल्हन हैं लाचार कैसे बिना दहेज के, होगा बेड़ा पार 2) जिनको लोभ दहेज का, क्यों दें उन्हें दहेज बैंड बजा... Hindi · Quote Writer · दोहा 26 Share Ravi Prakash 9 May 2024 · 1 min read *दोहा* *दोहा* 🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃 चॉंदी से यदि हो बना, जल से भरा गिलास पीने में फिर स्वाद भी, होता है कुछ खास ------------------------------------------------- रचयिता: रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश मोबाइल... Hindi · दोहा 33 Share RAMESH SHARMA 5 May 2024 · 1 min read दामन में नित दाग कर देना ही ठीक है,रिश्तों का परित्याग । देते हों जो आपके, दामन में नित दाग ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 33 Share RAMESH SHARMA 5 May 2024 · 1 min read रिश्ता-ए–उम्मीद रिश्ता वो बिगडा कभी,होता नही बहाल । करते हों मध्यस्थता, जिसमे कई दलाल ।। तोड़ दिया हमने स्वयं, रिश्ता-ए–उम्मीद । करते थे जिसके लिए,दिल से हम ताकीद।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 39 Share Sudhir srivastava 4 May 2024 · 5 min read दोहा -: कहें सुधीर कविराय ******** माँ से बढ़कर कुछ नहीं ******* माँ से बढ़कर कुछ नहीं, दुनिया सकल जहान। जीवन उनका है सफल, जिनको इसका ज्ञान।। मां से बढ़कर कुछ नहीं, मां बच्चे की... Hindi · दोहा 1 25 Share Rajesh Kumar Kaurav 3 May 2024 · 1 min read संवेदी हृदय भाव संवेदना,सबके रहती पास। करें उपेक्षित जो इसे,जिंदा समझो लाश।। कभी कभी संवेदना,मन में होती क्षीण । दुष्टी पापी भाव में, जिनका हृदय प्रवीण ।। महा भारत युद्ध कथा,कौन... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 24 Share Nitesh Shah 3 May 2024 · 1 min read एक ज़माना था ..... एक ज़माना था जब चिट्ठी-पत्री आती थी, तब पिय के मन की बात समझ में आती थी।। एक ज़माना था जब टेलीफोन पर गुफ़्तगू होती थी, तब बात-बात में दिल... Hindi · कविता · ग़ज़ल · दोहा · बाल कविता 28 Share RAMESH SHARMA 2 May 2024 · 1 min read खफा जरा क्या यार मेरा मुझसे हो गया , खफा जरा क्या यार । लम्हा और कुछ हो गया, जीवन का बेकार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 30 Share Rajesh Kumar Kaurav 29 Apr 2024 · 1 min read मन में भूल गया संवेदना, स्वार्थ भरा व्यवहार । तर्क शील मानव हुआ, अपने तक परिवार।। पति पत्नी संतान हित,जिते कुछ इंसान। सिमट गई संवेदना,हृदय बसा अभिमान।। मान प्रतिष्ठा के लिए,करता खोटे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 2 39 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 28 Apr 2024 · 8 min read समसामायिक दोहे सदाबहार दोहे------ 1- षड्यंत्र कि बात नही कहते सब सत्य निर्भय प्रजा जन सत्यार्थ लोक तंत्र।। 2- टांग खींचना परस्पर जन हित कि रार साथ खड़े मंच पर स्वांग प्रपंच... Hindi · दोहा 1 33 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 26 Apr 2024 · 1 min read दिल पर करती वार मरी हुई संवेदना, दिल पर करती वार। नादां इंसा क्या करे, पड़ा बीच मझधार।। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 3 103 Share RAMESH SHARMA 26 Apr 2024 · 1 min read नही दूसरी चूक दुनिया में इससे बड़ी, नही दूसरी चूक । गलती पर औलाद की,रहे अगर तुम मूक।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 47 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 25 Apr 2024 · 1 min read छूटा उसका हाथ जुड़ी रही संवेदना, हर इक दिल के साथ। तड़पे दिल नादान सा, छूटा उसका हाथ।। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 35 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 23 Apr 2024 · 1 min read लेकर सांस उधार मरी हुई संवेदना, साधे शर उर पार। भाव बेचारे सिसकें, लेकर सांस उधार।। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 3 83 Share RAMESH SHARMA 22 Apr 2024 · 1 min read धरती मां की कोख पृध्वी दिवस पर --------------------- खनिज लवण जल दे रहा, मानव को वरदान ! पृथ्वी पिंड विशाल यह ,.. लगता मातु समान !! लगी केंद्र में आग है , ..फिरभी बाँटे... Hindi · दोहा 1 47 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 22 Apr 2024 · 1 min read भरे हृदय में पीर गहरी सी संवेदना, पाश लिए गंभीर। बाहर भीतर डोलकर,भरे हृदय में पीर।। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 2 49 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 22 Apr 2024 · 1 min read करती गहरे वार खंजर सी संवेदना, करती गहरे वार। पगलाया इंसा भला, कैसे उतरे पार। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 3 72 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 21 Apr 2024 · 1 min read घाव करे गंभीर गहरी सी संवेदना, घाव करे गंभीर। देख असर कौतुक भरा, शरमाए शमशीर । "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 94 Share Page 1 Next