Posts Tag: कहानी 2k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Adha Deshwal 14 May 2024 · 1 min read जिंदगी कभी इधर , कभी उधर, सफर चल रहा है, समय बदल रहा है| कई लोग आये हैं, कई लोग जायेंगे, लेकिन खुद को हम ही सवारेंगे| कहीं ये सफर रुक... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी 8 4 102 Share Nitesh Shah 14 May 2024 · 1 min read मोदीजी का यू.ए.ई दौरा भारत और यू.ए.ई के, सम्बन्ध बढ़ाने आया हूँ, नव भारत के गौरव का, गान सुनाने आया हूँ ।। भारत के प्रवासियों का , माँ बढ़ाने आया हूँ, अतुल्य ! भारत... Hindi · कविता · कहानी 21 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read कविता-सुनहरी सुबह सुबह हमें जगाती है, काम की याद दिलाती है, सुबह हमें सबसे पहले, प्रभु की याद कराती है, रोज़ सवेरे सबसे पहले, सूरज से मिलवाती है, सुबह की शोभा हम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका 19 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read कविता-निज दर्शन जल चन्दन अक्षत पुष्प को ले, अक्षय पद को पा न सके है, दीप, धुप, फल अर्घ्य भी ले, अनर्घ्य महल में जा न सके है, लाख बार नरभव को... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल 24 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read एक ज़माना ... एक ज़माना ... एक ज़माना था जब चिट्ठी-पत्री आती थी, तब पिय के मन की बात समझ में आती थी।। एक ज़माना था जब टेलीफोन पर गुफ्तगु होती थी, तब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल 18 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 May 2024 · 9 min read महानिशां कि ममतामयी माँ महानिशा कि ममतामयी माँ--- जीवेश से जब भी उसके सहपाठी पूछते तुम्हारे पिता का नाम क्या है ? जीवेश कुछ भी बता पाने में खुद को असमर्थ पाता और सहपाठियों... Hindi · कहानी 22 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read नारी स्वाधीन बन नारी स्वाधीन बन, जब मन में धीर पन जीवन की छाया बन, समृद्धि की स्रोत बन सबका है साथी बन खुशियों की सावन बन, मन को मोह बनावन बन सबकुछ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल · गीत · लेख 1 21 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read अनंत प्रकृति का नव आगमन नव वर्ष आया द्वार है। दीप जले अंबर में, मंगल सारा संसार है,, आशाओं की धुन में गीत सुनाता नव वर्ष आया द्वार है। प्रकृति का भी नव आगमन लालिमा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल · मुक्तक 1 20 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 2 min read जिंदगी तुझसे हार गया जिंदगी तुझसे वह हार गया, सहर्ष आत्महत्या स्वीकार गया, वह पंखे से है लटक गया, न जाने वह कैसे भटक गया, न थी कीमत उन नंबर की, जिन नंबर से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 19 Share Mangilal 713 12 May 2024 · 6 min read बेईमानी का फल बेईमानी का फल उदयपुरी नामक स्थान के वीरान खंडहरों में पिछले तीन वर्ष से भी अधिक समय से खुदाई का कार्य चल रहा है। कुछ खास हाथ नहीं लग रहा... Hindi · कहानी · कोटेशन · नाटक · लघु कथा · संस्मरण 9 44 Share Akash Agam 12 May 2024 · 1 min read तेजस्वी जुल्फें तुम्हें भूलना चाहता हूंँ ताकि याद रख सकूंँ ज़िंदगी भर के लिए तुम्हारी बात नहीं करता ताकि गा सकूंँ तुम्हें गीत में ढाल कर तुम्हें निहारता नहीं क्योंकि मन की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · गीत · गीतिका 1 29 Share Akash Agam 11 May 2024 · 1 min read तुम्हें चाहना तुम्हें चाहना एक चुनौती है प्रियतम न तुम दिखाई देते हो, न तो सुनाई देते हो न कभी मिलते हो न ही चलते हो साथ मेरे, प्रत्यक्ष होकर। तुम्हारी सर्वस्वता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · गीत · शेर 2 34 Share Mangilal 713 11 May 2024 · 5 min read अपना अपना कर्म जानकीनाथ की तीन संतानों में सावित्री दूसरी संतान थी। पहली संतान पुत्र और तीसरी पुत्री थी। सावित्री बचपन से ही बड़ी होनहार थी। कहावत 'होनहार वीरवान के होत है चिकने... Hindi · कहानी · कोटेशन · नाटक · निबंध · लघु कथा 9 35 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 11 May 2024 · 3 min read काली छाया का रहस्य - कहानी रामगढ़ के लोग अपना जीवन मेहनत करके बहुत ही आराम से गुजार रहे थे | किन्तु इन दिनों एक काली छाया इन लोगों के डर का कारण बनी हुई थी... Hindi · कहानी · बाल कहानी 1 62 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 11 May 2024 · 2 min read चिंपू गधे की समझदारी - कहानी चंपकवन के सभी जानवर एक - दूसरे के साथ बहुत ही प्रेम व्यवहार के साथ रहते थे | चंपकवन में ही चिंपू गधा अपने माता - पिता के साथ आलीशान... Hindi · कहानी · प्रेरणादायक कहानी · बाल कहानी 1 166 Share Dharmjay singh 11 May 2024 · 1 min read "बेचारा किसान" चलता जा तू चलता जा, अब मंजिलें करीब है। ये कहने वालों देख लो, किसान क्यूं गरीब है।। कहने को तो लोग इसे, कह रहें भगवान है। फिर क्यूं जहर... Hindi · कविता · कहानी · गीत · लेख 1 26 Share Akash Agam 10 May 2024 · 1 min read गुलमोहर के लिए अगर कभी सूर्य से झगड़ कर विरह के ताप से जल रही दुपहरी में चलते हुए नंगे पांँव कच्ची सड़क पर मिल जाएंँ महाप्राण निराला तो कहूंँगा उनसे साधिकार कि... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · गीत 2 32 Share Akash Agam 10 May 2024 · 1 min read चाहतें तुम्हें गाना चाहता हूंँ जैसे गा गए राम को कबीर और कबीर को कुमार गंधर्व तुम्हें देखना चाहता हूंँ जैसे देखा था गैलीलियो ने अनंत अन्तरिक्ष तुम्हें पाना चाहता हूंँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · गीत 2 26 Share Akash Agam 8 May 2024 · 1 min read काश ! काश ! न हम यूंँ अलग होते न मैं जाकर मिलता; अंधेरों से, नफ़रतों से! काश ! तुम अब भी होती मेरे साथ समझा रहा होता तुम्हें गणित का कोई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · गीत 2 52 Share Neeraj Agarwal 7 May 2024 · 5 min read कुदरत और भाग्य......एक सच शीर्षक – मेरा भाग्य और कुदरत के रंग….एक सच ***************************** हम सभी जानते हैं कि जीवन में बस एक समय ऐसा आता है कि आप और हम सभी मेरा भाग्य... Hindi · कहानी 46 Share Neeraj Agarwal 5 May 2024 · 5 min read मैं आत्मनिर्भर बनना चाहती हूं शीर्षक - मैं आत्मनिर्भर बनाना चाहती हूं ********************* हमारे जीवन में बहुत कुछ ऐसा होता है जो समय के साथ-साथ सब कुछ बदल जाता है। जीवन में हम सभी के... Hindi · कहानी 30 Share himanshii chaturvedi 5 May 2024 · 2 min read प्रेम की परिभाषा हरे कृष्णा आप सब कैसे हैं उम्मीद है बहुत अच्छे होंगे मैं हिमांशी चतुर्वेदी आज जो कविता आपके समक्ष प्रस्तुत करने वाली हूं पहले उसकी थोड़ी रूप रेखा समझा देती... Hindi · कविता · कहानी · साहित्य समाचार 28 Share Neeraj Agarwal 4 May 2024 · 5 min read कुदरत के रंग....एक सच शीर्षक - कुदरत के रंग..... एक सच ********************************""" आप और हम सभी जानते हैं भाग्य और कुदरत ईश्वर की बने हुए सच है जब हम कभी शब्दों को बोलते हैं... Hindi · कहानी 21 Share Neeraj Agarwal 1 May 2024 · 5 min read पिता का साया शीर्षक - पिता का साया ************* सच मेरा भाग्य और कुदरत के रंग हम सभी को को एक क सच संदेश देती हैं संसारिक सोच हमारी पिता का साया देती... Hindi · कहानी 38 Share अंसार एटवी 1 May 2024 · 1 min read भला अपने लिए ऐसी हिमाक़त कौन करता है भला अपने लिए ऐसी हिमाक़त कौन करता है चराग़ों की हवाओं से हिफ़ाज़त कौन करता है उसूलों की बहुत सी बात करते हैं जहाँ में सब उसूलों के लिए जाइज़... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल 1 27 Share Kumar Kalhans 25 Apr 2024 · 1 min read बाबा , बेबी। 2024 के आम चुनाव समाप्त हो चुके हैं। देश के चिर युवा नेता मुंह लटकाए , रोनी सूरत बनाए बैठे हुए हैं। उनके आगे पीछे उनके चिर परिचित सलाहकार बुझे... Hindi · कहानी 26 Share Kumar Kalhans 24 Apr 2024 · 2 min read साला - जीजा। साले जी चाहते तो फोन पर भी बात कर सकते थे किंतु मुद्दा संवेदनशील था इसलिए वे सुबह सुबह जीजा जी के घर पहुंचे और नौकर को हुकुम दिया कि... Hindi · कहानी 23 Share Kumar Kalhans 22 Apr 2024 · 2 min read चमत्कारी नेताजी। घर से बाहर निकला गाड़ी में पेट्रोल डलवाया , भुगतान किया। ग्रोसरी स्टोर गया कुछ सामान लिया भुगतान किया। डेटा रिचार्ज करवाया भुगतान किया। सब्जी , फल लिए भुगतान किया।... Hindi · कहानी 24 Share Neeraj Agarwal 19 Apr 2024 · 5 min read कुदरत के रंग.....एक सच हम सभी कुदरत और भाग्य समझते हैं और जीवन के साथ-साथ हम पहचानते हैं कि नाम, दौलत ,शोहरत न कोई लेकर आता है न कोई लेकर जाता है बस हमारे... Hindi · कहानी 44 Share Kumar Kalhans 15 Apr 2024 · 2 min read रुझान। चुनावी रुझान आने प्रारंभ हो गए हैं। प्रारंभिक रुझान सत्ताधारी दल के विरुद्ध जाते दिखाई पड़ रहे हैं। एक आदमी बैचेन होकर ड्राइंग रूम से उठकर भीतर जाता है। जहां... Hindi · कहानी 38 Share Neeraj Agarwal 14 Apr 2024 · 5 min read शीर्षक - कुदरत के रंग...... एक सच शीर्षक - कुदरत के रंग...... एक सच **************************** आज हम सब जानते हैं की सब का भाग्य और सब की किस्मत भी कुदरत के संग होती है हम परिवार में... Hindi · कहानी 1 41 Share Dushyant Kumar 9 Apr 2024 · 4 min read *मुर्गा की बलि* हमारा देश आस्था और धार्मिक रीति-रिवाज का देश माना जाता है। लोग इस देश में इतने आस्थावान हैं, कि पत्थर जिस पर लिखा होता है फलां गांव,शहर या कस्बा इतनी... Hindi · कहानी 1 71 Share Dushyant Kumar 9 Apr 2024 · 5 min read *दादी की बहादुरी(कहानी)* बात आज से लगभग 60-70 साल पहले गांव- तरारा, पोस्ट- उझारी, तहसील- हसनपुर, जिला- अमरोहा की है।उस समय गांव में अधिकतर कच्चे घर हुआ करते थे। कोई व्यक्ति जो अमीर... Hindi · कहानी 1 45 Share Kumar Kalhans 9 Apr 2024 · 3 min read ज़हर मेरे एक मित्र के पिताजी हैं। ज़ाहिर है वयोवृद्ध हैं। किंतु वे अपने पुत्र के साथ नहीं रहते। पुत्र का भी इस संदर्भ में कोई विशेष आग्रह नहीं है। पुत्र... Hindi · कहानी 32 Share Rajesh Kumar Kaurav 30 Mar 2024 · 1 min read राम नाम सत्य है अकबर और बीरबल कहीं जा रहे थे रास्ते में हिन्दू लोग शव यात्रा निकालते मिले, सभी लोग बोल रहे थे राम नाम सत्य है ।अकबर ने कहा बीरबल हिन्दू लोग... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कहानी 2 81 Share Acharya Rama Nand Mandal 26 Mar 2024 · 2 min read कथाकार कथाकार. -आचार्य रामानंद मंडल. -हे कथि करय छी. -एगो कथा लिख रहल छी. -हे अंहा के कोनो दोसर काज न हबे. जहिया से रिटायर कैली हय. तहिया से कविता -कथा... Maithili · कहानी 1 1 296 Share Dr. Kishan tandon kranti 24 Mar 2024 · 2 min read ब्याहता अगर इंसानी हृदय आशा की डोर से बंधे न होते तो मानव मौत से कभी न डरते। जब-जब वह डोर इंसानी हृदय से कटी है, तब-तब इंसानों ने मौत को... Hindi · कहानी 2 2 72 Share Neeraj Agarwal 23 Mar 2024 · 3 min read मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश शीर्षक - मेरा प्यारा राज्य ****************** मेरा प्यारा राज्य तो हम सभी जहां रहते हैं वही कह सकते हैं। वैसे तो भारत के सभी राज्य अपने महत्वपूर्ण जगह के साथ... Hindi · कहानी 49 Share Dr. Kishan tandon kranti 23 Mar 2024 · 1 min read मसला जो शोर पीकर और धूल फाँककर जीते हैं, उन्हें ध्वनि या वायु प्रदूषण की क्या चिन्ता? वे गमों की चादर ओढ़ कर खुले आसमान के नीचे मुस्कुराते हुए अपनी दिनचर्या... Hindi · कहानी 3 2 61 Share Neeraj Agarwal 21 Mar 2024 · 3 min read बासी रोटी...... एक सच आप और हम जीवन के सच में हम सभी ने बासी रोटी खायी हैं। भला ही हमने दो-चार बार न खाकर भला ही एक दो बार खाई हो। हम सभी... Hindi · कहानी 58 Share Arjun Bhaskar 10 Mar 2024 · 1 min read फिर आई स्कूल की यादें फिर आई स्कूल की यादें वह छोटी-छोटी शरारत के इरादे काश मैं फिर से जा पाता स्कूल करता बहाना अब याद आता है वह पुराना जमाना शरारत भरी मस्ती दिलों... Hindi · Arjunbhaskar511 · कविता · कहानी 76 Share Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya) 9 Mar 2024 · 1 min read थक गये चौकीदार रात दिना कर चौकीदारी, थक गये चौकीदार l चोर माफिया ठग जितने सब, अब बन गये हैं परिवार ll था चार सौ का जब सिलेण्डर, करते थे लुंगी डांस ll... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · कहानी · कुव्वत · दोहा 99 Share Ravikesh Jha 7 Mar 2024 · 1 min read धन से बड़ा ध्यान। धन से बड़ा ध्यान, धनी व्यक्ति कभी प्रेम नहीं कर पाता क्योंकि वो मात्र शरीर को देखता है, बुद्धि के आंखों से कामना के आंखों से वही वह चूक जाता... Hindi · कहानी · कुण्डलिया · कोटेशन · निबंध 1 214 Share *प्रणय प्रभात* 5 Mar 2024 · 2 min read #लघुकथा #प्रेमकथा ■ कॉलेज का आख़िरी दिन 【प्रणय प्रभात】 आज प्रो. रमन की सेवानिवृत्ति का दिन था। कॉलेज परिसर में चल रहा था विदाई समारोह। जहाँ उन्होंने दो-चार-छह नहीं पूरे 16... Hindi · कहानी · प्रणय की कहानी 1 41 Share जय लगन कुमार हैप्पी 4 Mar 2024 · 4 min read मोहन का परिवार || मोहन का परिवार || शहर से दूर एक बस्ती थी। वह बस्ती बहुत ही पिछड़ा था और वहां के लोग भी बहुत ही पिछड़े थे। शिक्षा के मामले में... Hindi · Gaon Par Kavita · कविता · कहानी 1 45 Share Neeraj Agarwal 3 Mar 2024 · 3 min read हमारा अपना........ जीवन शीर्षक - स्वैच्छिक (हमारा अपना......जीवन) ********************************* हमारा अपना जीवन स्वैच्छिक कहानी के अंतर्गत हम सभी जानते हैं की जीवन में पुरुष हो या नारी सबका अपना जीवन हमारा अपना जीवन... Hindi · कहानी 70 Share Neeraj Agarwal 28 Feb 2024 · 3 min read शीर्षक - आप और हम जीवन के सच शीर्षक - आप और हम जीवन के सच *********************************** आज हम आप और हम जीवन के सच के साथ हमारी ....कहानी के किरदार आप और हमें और आप और हम... Hindi · कहानी 1 81 Share आनंद प्रवीण 26 Feb 2024 · 5 min read रामधारी सिंह दिवाकर की कहानी 'गाँठ' का मंचन शनिवार, 14 अगस्त को कालिदास रंगालय में नाटक 'गाँठ' का मंचन किया गया। यह कला जागरण की प्रस्तुति थी जिसे निर्देशित किया था पटना रंगमंच के वरिष्ठ रंगकर्मी सुमन कुमार... Hindi · आलोचना · कहानी · नाटक · समीक्षा 117 Share Neeraj Agarwal 23 Feb 2024 · 3 min read कुप्रथाएं.......एक सच शीर्षक - एक कुप्रथा **************** आज हम एक प्रथा या एक कुप्रथा के साथ साथ समाज और समाजिक सोच की कुछ कुप्रथा पर विचार कर रहे हैं और हम सभी... Hindi · कहानी 1 78 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read वाराणसी की गलियां कितनी गलियां हैं उसके शहर में । जब भी जाता हूं, भटक ही जाता हूं ।। देर तक तलाशता हूं उसके घर को । पर ढूंढ़ नहीं पाता हूं ।।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · कहानी 62 Share Previous Page 2 Next