Posts Tag: कविता/गीतिका 40 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुशील मिश्रा (क्षितिज राज) 4 Jun 2023 · 1 min read निरन्तरता ही जीवन है चलते रहिए निरन्तरता ही जीवन है चलते रहिए बहती नदियां की तरह बहते रहिए पथ की सुगमता क्या पथ की जटिलता क्या जो भी मिले वरण कीजिए निरन्तरता ही जीवन है चलते... Poetry Writing Challenge · Life Quotes · कविता · कविता/गीतिका · जीवन एक सुंदर सपना · जीवन सार 1 17 Share Kavita Chouhan 18 Apr 2023 · 1 min read हम दो अंजाने कल तक हम दो अंजाने थे कुछ अजनबी बेगाने थे तकदीर ने हमे मिलाया इक दूजे का साथी बनाया। हाथों में यूँ हाथ थमाए किस्मत ने अजब रंग दिखलाये कभी... Hindi · कविता · कविता/गीतिका 44 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 31 Jan 2023 · 1 min read इश्क़ का दस्तूर इश्क़ बदनाम है पर इश्क़ मसहूर है देखो इश्क़ बदनाम है पर इश्क़ का दस्तूर है देखो आशिकी करते हैं पर कोई दिखाता नहीं हर कोई आशिक है पर कोई... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 62 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 30 Jan 2023 · 1 min read फ़रियाद पहली फ़रियाद भी तुम आखिरी फरियाद भी तुम कल भी तो याद थे तुम आज भी हमें याद हो तुम पहली फ़रियाद..................... तुमको देखा तो लगा जैसे जिंदगी हो गई... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 1 47 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 16 Jan 2023 · 1 min read मजबूर दिल की ये आरजू मजबूर दिल की ये आरजू बस आरजू ही रह गई बेकसूर दिल की ये आरजू अश्क बनकर बह गई मजबूर दिल...........…... उधर वो चले इधर हम चले ना वो ही... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 1 106 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 16 Jan 2023 · 1 min read दो कदम साथ चलो हमसफर तुमको बना लूँ ग़र दो कदम साथ चलो अपनी पलकों पे बिठा लूँ ग़र दो कदम साथ चलो हमसफर तुमको बना लूँ................... मुश्किल सफर ये जिंदगी का यूँ आसान... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 1 135 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 14 Jan 2023 · 1 min read कैसे तेरा दीदार करूँ कम्बख़्त पर्दा है कैसे तेरा दीदार करूँ जरा सा पर्दा हट जाए तो मैं दीदार करूँ जरा सा पर्दा................ मैने मोहब्बत की है खुदा कसम तुझसे मुझे बता कब तलक... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 1 66 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 14 Jan 2023 · 1 min read ये हवाएँ जाने क्यों बदहवाश हैं ये हवाएँ कैसा रूठा सा कयास हैं ये हवाएँ समेटना चाहा कई बार हमने इन्हे जैसे बिखरा अहसास हैं ये हवाएँ जैसे बिखरा............... खुशबू लिए हैं... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 1 98 Share Ram Krishan Rastogi 15 Dec 2022 · 1 min read वो इश्क किस काम का वो इश्क किस काम का, जो सोए जज्बात ना जगाए। वो हुस्न है किस काम का, जो जिस्म में आग ना लगाए, अगर हुस्न को इश्क हो जाए, फिर तो... Hindi · कविता/गीतिका 2 2 169 Share Shyam Singh Lodhi (LR) 5 Dec 2022 · 1 min read मजदूर का स्वाभिमान पढ़ा लिखा हूं कम, मजदूर हूं बेबस लाचार हूं . दर्द मेरा कौन जाने, लोगों की नजरों में नाकाम हूँ . रहने खाने सोने का, सामान सारा मैं बनाऊं .... Hindi · आधुनिक कविता · कविता-हिन्दी · कविता/गीतिका · नारी व्यथा · व्यंग्य कविता 334 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 9 Nov 2022 · 1 min read तुमको पाकर जानें हम अधूरे क्यों हैं ख़्वाहिश झूठी ख्वाब अधूरे क्यों हैं तुमको पाकर जानें हम अधूरे क्यों हैं तुमसे मिलकर भी अजनबी हैं हुए मेरे हमराज मेरे हमदम अधूरे क्यों हैं नहीं सजती मेरे दिल... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 84 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 13 Oct 2022 · 1 min read तन्हाँ-तन्हाँ सफ़र तन्हाँ-तन्हाँ सफर डराता है हमें बिन तुम्हारे कुछ न भाता है हमें तन्हाँ-तन्हाँ सफ़र.................. यूँ तो पहले भी हम अकेले थे अब अकेले न चैन आता है हमें तन्हाँ-तन्हाँ सफ़र..................... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 5 4 114 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 13 Oct 2022 · 1 min read सदा सुहागन रहो सदा सुहागन रहो दुआ करते हैं ये व्रत सफल रहे दुआ करते हैं सदा सुहागन रहो................ तुम प्रीत हो तुम ही प्यार सुनो तुम पर कितना एतबार सुनो सदा सुहागन... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 3 2 95 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 13 Oct 2022 · 1 min read बेताब दिल बेताब दिल धड़कता है बस तुम्हारे ही नाम से बस तूँ मिल जाए करना है क्या सारे जहान से बेताब दिल धड़कता है कोई कुछ कहे कहता रहे कोई फिक्र... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 3 119 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 12 Oct 2022 · 1 min read करवा चौथ ये आ गया फिर करवा चौथ सुहाग की निशानी का लम्बी उम्र पतियों की हो पत्नियों की मेहरबानी का ये आ गया फिर करवा चौथ..…....................... दिन भर रहें भूखी सभी... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 134 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 10 Oct 2022 · 1 min read एक रात का मुसाफ़िर एक रात का मुसाफ़िर यूँ आकर चला गया वो आया और दिल की लगाकर चला गया एक रात का मुसाफ़िर............ पहली नजर में ही उनको चाहने लगे थे हम खयालों... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 4 125 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 9 Oct 2022 · 1 min read कितने सावन बीते हैं कितने सावन बीते हैं यूँ उनके इंतजार में कितने सावन बीते हैं भीगे हमें फुहार में ना वो आए ना ही कोई खबर होता नहीं है अब दिल में सब्र... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 91 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 9 Oct 2022 · 1 min read आँखों में आँसू क्यों आज फिर इन आँखों में आँसू क्यों हैं आज फिर इन .............. फिर हमें याद आ रहे हैं वो बीते लम्हे दिल मेरा तड़पा रहे हैं वही बीते लम्हे आज... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 87 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 4 Oct 2022 · 1 min read तुम्हारी शोख़ अदाएं तुम्हारी शोख़ अदाएं खुदा बचाए हमें तुम्हारी शोख़ अदाएं.................... मृग से नयना तुम्हारे बहुत निराले हैं इन्ही से दिल में हमारे हुए उजाले हैं ये दिल पे तीर चलाएं खुदा... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 3 95 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 30 Sep 2022 · 1 min read रूठे रूठे से हुजूर रूठे रूठे से हुजूर यूँ चले जाते हैं क्या पता क्या खता हुई है हमसे न वो बताते हैं न हम जान पाते हैं सामने रहकर भी वो करते नहीं... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 3 113 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 30 Sep 2022 · 1 min read वक्त गर साथ देता वक्त गर साथ देता अंधेरे भी उजाले होते वक्त गर साथ देता हमने गम न पाले होते कुछ को मिल जाता है बिन मांगे कुछ को हक भी न मिले... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 3 131 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 29 Sep 2022 · 1 min read कोई कह दे क्यों मजबूर हुए हम कोई कह दे क्यों मजबूर हुए हम एक दूजे से क्यों ऐसे दूर हुए हम कोई कह दे क्यों................. जान बाकि है मगर जिंदगी नहीं चाह जिंदगी की खो गई... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 4 126 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 26 Sep 2022 · 1 min read प्यार जताना न आया अफ़सोस है कि प्यार जताना न आया हमे अफ़सोस है कि हमने क्यों न मनाया तुम्हे अफ़सोस है कि प्यार जताना हैं तन्हाँ अभी हम पहले कभी ऐसा न हुआ... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 4 151 Share Ram Krishan Rastogi 21 Sep 2022 · 1 min read अगर तू नही है,ज़िंदगी में खालीपन रह जायेगा अगर तू नही है,जिंदगी में खालीपन रह जायेगा, दूर तक तन्हाइयों का,एक सिलसिला रह जायेगा। सुबह भी होगी,सूरज भी निकलेगा हर रोज, पर ये तेरा फूल,हमेशा अधखिला रह जायेगा। लहरे... Hindi · कविता/गीतिका 4 7 242 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 20 Sep 2022 · 1 min read मगर अब मैं शब्दों को निगलने लगा हूँ जमाने के रंगों में मैं यूँ ढ़लने लगा हूँ । न चाहकर भी खुद को बदलने लगा हूँ ।। कभी सोचा था जिन राहों पे चलना । जाने क्यों उन्ही... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 7 4 107 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 20 Sep 2022 · 1 min read मैं ख़ुद से बे-ख़बर मुझको जमाना जो भी कहे लोग कहते हैं लो वो पागल वो दिवाना आया मैं ख़ुद से बे-ख़बर मुझको जमाना जो भी कहे लोग कहते हैं.............. तेरी दिवानगी में कुछ ऐसी ही हालत है मेरी... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 99 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 18 Sep 2022 · 1 min read ये संगम दिलों का इबादत हो जैसे ये संगम दिलों का इबादत हो जैसे ये संगम ना हो तो मोहब्बत हो कैसे ये संगम दिलों का...................... तेरे-मेरे दिल की ये कहानी नहीं है कयामत तलक भी रवानी... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 1 94 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 15 Sep 2022 · 1 min read तेरी बाहों के घेरे कहाँ जाएँ कहाँ जाएँ बता अ दिलबर मेरे मेरी तो जिंदगी हैं तेरी बाहों के घेरे तेरे बिन जिंदगी ये जिंदगी तो नहीं है तुम्ही को पूजा हमने तूँ ही... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 2 108 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 15 Sep 2022 · 1 min read फ़साने तेरे-मेरे फ़साने तेरे-मेरे ये तन्हाँ दिल जलाते हैं फ़साने तेरे-मेरे ये दर्द-ए-दिल जगाते हैं मै सोचूँ मैं ही तन्हाँ हूँ पर देखा तो है चाँद भी तन्हाँ तन्हाँ चाँद से तन्हाई... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 89 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 31 Aug 2022 · 1 min read घूँघट की आड़ घूँघट की आड़ बड़ी प्यारी थी घूँघट की ओट बहुत न्यारी थी घूँघट की आड़...............…. ये घूँघट ही नारी का श्रंगार था घूँघट में रहना ही सदाचार था घूँघट की... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 133 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 31 Aug 2022 · 1 min read इन जुल्फों के साये में रहने दो हम और कहीं अब क्यों जाएँ इन जुल्फों के साये में रहने दो हम और किसी को ना बतलाएँ हमें बातें इस दिल की कहने दो हम और किसी को................. Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 1 90 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 31 Aug 2022 · 1 min read वो नयनों के दीपक याद आते हैं हमको वो भूले न भूलाए वो नयनों के दीपक वो जुल्फों के साये वो नयनों के दीपक................. कभी हम भी थे उनकी जिंदगानी मगर आज बदली हुई... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 97 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 28 Aug 2022 · 1 min read हाथों में उसके कंगन हाथों में उसके कंगन दिल को हमारे भाते हैं हाथों में हम पहनकर दूजे जहाँ खो जाते हैं याद है लाया था वो प्यार का तोहफा कभी पहनते हैं इनको... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 1 83 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 28 Aug 2022 · 1 min read अंदाज मस्ताना मिले हो तुम जब से अंदाज मस्ताना हो गया मिले हो तुम जब से ये दिल परवाना हो गया महफिलों के दौर यूँ ही चलते रहते हैं रात भर तुम्हारी... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 1 160 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 27 Aug 2022 · 1 min read बेताब दिल की तमन्ना बेताब दिल की तमन्ना तलाश रही हैं तुम्हें बेताब दिल की तमन्ना.............. जाने क्यों हर पल तुम्हारा ख़याल रहता है हर घड़ी दिल की धड़कन तलाश रही हैं तुम्हे बेताब... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 3 2 101 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 27 Aug 2022 · 1 min read महकती फिज़ाएँ लौट आई तुम भी लौट आओ महकती फिज़ाएँ लौट आई अब तो लौट आओ महकती फिज़ाएँ लौट आई सूना आँगन सूनी बस्ती पड़े हैं ये सूने गलियारे राह तकते हैं तुम्हारे आने... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 88 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 27 Aug 2022 · 1 min read दो किनारे हैं दरिया के दो किनारे दरिया के हूँ इस पार मैं उस पार तूँ दोनों का एक हाल है हूँ बेकरार मैं बेकरार तूँ एक हवा का झौंका आया दे गया संदेशा तेरा... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 1 84 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 27 Aug 2022 · 1 min read तूँ मुझमें समाया है मैं तेरी परछाई हूँ और तूँ मेरा साया है तुमसे है मेरा जहाँ तूँ मुझमें समाया है तेरे बगैर अब ये जीवन अधूरा है मेरा मेरे सांसों में तुम्ही तूँ... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 1 113 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 23 Aug 2022 · 1 min read तक़दीर की उड़ान तक़दीर की उड़ान में हौंसला रखना होगा घरौंदों मेंं रहकर भी मंजिल कहाँ मिली है निकल पड़ो जहान में हौंसला रखना होगा कदम रूके अगर यूँ मंजिल कहाँ मिली है... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 98 Share VINOD KUMAR CHAUHAN 23 Aug 2022 · 1 min read मुकद्दर तेरा मेरा मुकद्दर तेरा मेरा एक जैसा क्यों लगता है सूना घर तेरा मेरा एक जैसा क्यों लगता है तुम भी हो अकेले और हम भी हैं अकेले ये तन्हाई का घेरा... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 2 116 Share