Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2022 · 1 min read

एक रात का मुसाफ़िर

एक रात का मुसाफ़िर यूँ आकर चला गया
वो आया और दिल की लगाकर चला गया
एक रात का मुसाफ़िर…………
पहली नजर में ही उनको चाहने लगे थे हम
खयालों में देखकर भी मुस्कुराने लगे थे हम
कोई ख्वाब सा वो जैसे दिखाकर चला गया
एक रात का मुसाफ़िर…………
दिल था हमारा वो भी अब हमारा नहीं रहा
जो कुछ हमारा था वो अब हमारा नहीं रहा
एक आग सी वो दिल में लगाकर चला गया
एक रात का मुसाफ़िर………….
वो कौन था ना तो खबर ली ना पता लिया
‘विनोद’एक रहगुजर पर भरोसा कर लिया
जाने कब वो कैसे दिल चुराकर चला गया
एक रात का मुसाफ़िर…………..
वो आया और दिल की………….

स्वरचित
( विनोद चौहान )

5 Likes · 408 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from VINOD CHAUHAN
View all
You may also like:
इतना मत इठलाया कर इस जवानी पर
इतना मत इठलाया कर इस जवानी पर
Keshav kishor Kumar
संदेशा
संदेशा
manisha
बेटियां
बेटियां
Ram Krishan Rastogi
"ख्वाब"
Dr. Kishan tandon kranti
■ एक ही उपाय ..
■ एक ही उपाय ..
*Author प्रणय प्रभात*
माँ
माँ
नन्दलाल सुथार "राही"
मुक्तक - जिन्दगी
मुक्तक - जिन्दगी
sushil sarna
Sharminda kyu hai mujhse tu aye jindagi,
Sharminda kyu hai mujhse tu aye jindagi,
Sakshi Tripathi
थम जाने दे तूफान जिंदगी के
थम जाने दे तूफान जिंदगी के
कवि दीपक बवेजा
*आशाओं के दीप*
*आशाओं के दीप*
Harminder Kaur
प्राकृतिक के प्रति अपने कर्तव्य को,
प्राकृतिक के प्रति अपने कर्तव्य को,
goutam shaw
वो ऊनी मफलर
वो ऊनी मफलर
Atul "Krishn"
अब क्या बताएँ छूटे हैं कितने कहाँ पर हम ग़ायब हुए हैं खुद ही
अब क्या बताएँ छूटे हैं कितने कहाँ पर हम ग़ायब हुए हैं खुद ही
Neelam Sharma
लागे न जियरा अब मोरा इस गाँव में।
लागे न जियरा अब मोरा इस गाँव में।
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
हरमन प्यारा : सतगुरु अर्जुन देव
हरमन प्यारा : सतगुरु अर्जुन देव
Satish Srijan
Line.....!
Line.....!
Vicky Purohit
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
Rj Anand Prajapati
पावस की रात
पावस की रात
लक्ष्मी सिंह
💐प्रेम कौतुक-322💐
💐प्रेम कौतुक-322💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*पद के पीछे लोग 【कुंडलिया】*
*पद के पीछे लोग 【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
गुरु महाराज के श्री चरणों में, कोटि कोटि प्रणाम है
गुरु महाराज के श्री चरणों में, कोटि कोटि प्रणाम है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
धनवान -: माँ और मिट्टी
धनवान -: माँ और मिट्टी
Surya Barman
*****वो इक पल*****
*****वो इक पल*****
Kavita Chouhan
बदल डाला मुझको
बदल डाला मुझको
Dr fauzia Naseem shad
" रहना तुम्हारे सँग "
DrLakshman Jha Parimal
भाई बहिन के त्यौहार का प्रतीक है भाईदूज
भाई बहिन के त्यौहार का प्रतीक है भाईदूज
gurudeenverma198
खुदकुशी नहीं, इंकलाब करो
खुदकुशी नहीं, इंकलाब करो
Shekhar Chandra Mitra
यही जीवन है ।
यही जीवन है ।
Rohit yadav
हम कितने आँसू पीते हैं।
हम कितने आँसू पीते हैं।
Anil Mishra Prahari
बेटी को पंख के साथ डंक भी दो
बेटी को पंख के साथ डंक भी दो
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
Loading...