Posts Tag: कटाक्ष 121 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 *Author प्रणय प्रभात* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ कटाक्ष.... ■ आज की बात.... "का वर्षा जब कृषी सुखाने" वाली बात लगता है सरकार को आज़ादी के 75 साल बाद भी समझ नहीं आई है। आज का बेड़ा ग़र्क़ कर... Hindi · कटाक्ष · छलावा · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 492 Share *Author प्रणय प्रभात* 1 Feb 2023 · 1 min read ■ उल्लू छाप...बिचारे ■ मनहूसियत के मारे 【प्रणय प्रभात】 "जो हैं क़ाबिले-दीद नहीं। उनसे कोई उम्मीद नहीं।। उन्हें पसंद फ़क़त मातम। दीवाली या ईद नहीं।।" आज की यह चार पंक्तियाँ आदतन बेचारगी और... Hindi · कटाक्ष · मुक्तक · लघुव्यंग्य · विचार · शायरी 1 403 Share *Author प्रणय प्रभात* 1 Feb 2023 · 2 min read ■ आज का दोहा... ■ बज़ट/2023 "बजा बज़ट का झुनझुना उलझ गई है सोच। साल चुनावी हर तरफ़ सिर्फ़ लोच ही लोच।। ■ बज़ट_2023/24 ■ दावों के विरुद्ध, वादों से उलट... देश का आम... Hindi · कटाक्ष · दोहा · राजनीति · हिंदुस्तान 1 138 Share *Author प्रणय प्रभात* 30 Jan 2023 · 1 min read ■ परिहास / प्रसंगवश.... #नई_परिभाषा.... ■ एक परिहास / प्रसंगवश.... 【प्रणय प्रभात】 "डकार" एक ऐसी क्रिया है जिसका संबंध सम-विषम दोनों ही स्थितियों से है। डकार भरे पेट से भी निकलती है और ख़ाली... Hindi · कटाक्ष · नवाचार · प्रसंगवश · राजनीति · लघुव्यंग्य 1 234 Share *Author प्रणय प्रभात* 30 Jan 2023 · 1 min read ■ तेवरी / देसी ग़ज़ल 😊 हिंदी ग़ज़ल... उनके आंसू कौन संभाले.....? 【प्रणय प्रभात】 ★ जिनके दिल बादल से काले। उनके आंसू कौन संभाले।। ★ जो ना समझें पीर पराई। कौन गिनेगा उनके छाले।। ★... Hindi · Gazal ग़ज़ल · कटाक्ष · हिंदी ग़ज़ल 1 387 Share *Author प्रणय प्रभात* 30 Jan 2023 · 1 min read ■ मुक्तक / सियासी भाड़ #कटाक्ष... ■ सियासत का भाड़... 【प्रणय प्रभात】 "अपना ऐब छुपा हर पट्ठा बता रहा हर दिन दूजे का। खरबूजे ने बदल दिया है रंग दूसरे खरबूजे का।। आधे चने भुन... Hindi · कटाक्ष · मुक्तक · राजनीति · सम सामयिक 1 183 Share *Author प्रणय प्रभात* 29 Jan 2023 · 1 min read ■ शर्मनाक हालात ■ देखते जाओ... अभी तो चुनावी साल का आग़ाज़ भर हुआ है। अंजाम तक पता नहीं किस गंदे नाले में जाएगी गंदी नाली में औंधे मुंह पड़ी सियासत। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · कटाक्ष · भक्ति मुक्तक · राजनीति · लोकतंत्र · हिंदुस्तान 1 133 Share *Author प्रणय प्रभात* 29 Jan 2023 · 1 min read ■ आज की बात... ■ ज़रूरी है सेंस ऑफ ह्यूमर... "मैं आपके लायक़ हूँ। यदि आपके पास "सेंस ऑफ ह्यूमर" हो। जिनके पास नहीं, वो मुझे नालायक मान सकते हैं। नोट कीजिए। सेंस ऑफ... Hindi · आज की बात · कटाक्ष · विचार 1 144 Share *Author प्रणय प्रभात* 28 Jan 2023 · 1 min read ■ आज का चिंतन... ■ निरर्थक प्रयास व्यर्थ... 【प्रणय प्रभात】 चक्षुहीन को दर्पण, बधिर को ज्ञान, मूक को पकवान और मूढ़ को रत्न देना मूर्खता है। इसी प्रकार प्रतिक्रिया-शून्य व संवेदनाहीनों के समक्ष क्रिया... Hindi · कटाक्ष · चिंतन · विचार · सम सामयिक 1 146 Share *Author प्रणय प्रभात* 27 Jan 2023 · 1 min read ■ अनुभूत सच ■ भ्रम_न_पालें दुनिया के अधिकांश सम्बन्ध स्वार्थपूर्ति के हैं। अपेक्षा करेंगे तो उपेक्षा मुफ्त में हाथ आएगी। "【प्रणय प्रभात】 Hindi · अनुभूत · कटाक्ष · दुनियादारी · विचार 1 125 Share *Author प्रणय प्रभात* 27 Jan 2023 · 1 min read ■ आज की बात ■ आज की बात चमत्कार को नमस्कार? 【प्रणय प्रभात】 "जहां काम आवे सुई, कहा करे तरवार" जैसे मंत्र की अनसुनी करने वाले मदान्धों को क्या पता कि सिलने का काम... Hindi · कटाक्ष · खरी-खोटी · विचार · सामयिक 1 329 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Jan 2023 · 1 min read ■ लोकतंत्र या ढोकतंत्र? ■ भगवान_बचाए उन चाटुकारों से जो आकां कि जूती को टोपी मान कर सिर पर सजाए घूम रहे हैं और पस्ती के बीच भी मस्ती में झूम रहे हैं। 【प्रणय... Hindi · कटाक्ष · चापलूसी · राजनीति · लघुव्यंग्य · लोकतंत्र 1 198 Share *Author प्रणय प्रभात* 24 Jan 2023 · 1 min read ■ कटाक्ष / प्रत्यक्ष नहीं परोक्ष ■ कर्म बना देते हैं प्रतीक... 【प्रणय प्रभात】 जहां तक मेरी जानकारी है, बाल-कांड की ताड़का से ले कर सुंदर-कांड की लंकिनी तक एक भी ऐसी राक्षसी का उल्लेख नहीं... Hindi · कटाक्ष · राजनीति · रामायण · लघुव्यंग्य · शब्द 1 249 Share *Author प्रणय प्रभात* 20 Jan 2023 · 1 min read ■ आज का दोहा... ■ बाय वन गेट मोर 【और बनो मुफ़्तखोर】 "चिर-परिचित अंदाज़ में, बोले दीनानाथ। काली रातें मुफ़्त लो, अच्छे दिन के साथ।।" 【प्रणय प्रभात】 Hindi · कटाक्ष · दोहा · राजनीति · व्यंग्य 2 239 Share सुशील कुमार सिंह "प्रभात" 9 Jan 2023 · 1 min read मशहूर हो जाऊं आरज़ू है कि मैं मशहूर हो जाऊ केवल अल्फाज़ो के तासीर से उम्मीद,ईशाद,ईशितयाक मुझसे नहीं ये सब कहो भूतपूर्व आजमे वजीर से मेरे वादें, इरादे, मंजीले अब्तर भले जानों फिर... Hindi · कटाक्ष 2 246 Share Shekhar Chandra Mitra 8 Dec 2022 · 1 min read झूठलर ऊ बटलर का चेला है! ओकरा पाछे रेला है!! जीतते जात है लगातार! सब ईवीएम का खेला है!! #revolution #BanEVM #अदालत #Opposition #election #विपक्ष #राजनीति #चुनावआयोग #politics #झूठलर #मदारी #जोकर... Hindi · कटाक्ष · कविता · व्यंग्य 1 262 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Nov 2022 · 1 min read स्वामी विवेकानंद से पंडिता रमाबाई का डिबेट अपने ही भाइयों को अछूत और अपनी ही बहनों को नरक का द्वार कह कर सदियों तक उनका उत्पीड़न, शोषण और अपमान करने वाले लोग आख़िर किस मुंह से दुनिया... Hindi · कटाक्ष · व्यंग्य 323 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Nov 2022 · 1 min read नया पाकिस्तान दिखाने वाला दांत इनका जय श्रीराम! और खाने वाला दांत इनका नाथूराम!! बनाना चाहते दरअसल ये भारत को! मनुस्मृति की तर्ज़ पर नया पाकिस्तान!! #हिंदू #मुसलमान #मीडिया #नेता #राजनीति #घृणा... Hindi · कटाक्ष · हास्य-व्यंग्य 117 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Nov 2022 · 1 min read आत्म ग्लानि जिस व्यक्ति ने अपनी निर्दोष पत्नी को ज़मीन में धंस कर मरने के लिए मजबूर किया हो उसे भी आख़िरकार नदी में डूब कर मरना ही था... Hindi · कटाक्ष · हास्य-व्यंग्य 211 Share Manisha Manjari 5 Oct 2022 · 1 min read रावणदहन आज राम का रूप धर, रावण के पुतले जलाएंगे, बारूदों की लड़ियों से, उसके विशालकाय स्वरुप को सजायेंगे। धनुष की प्रत्यंचा चढ़ा, अग्निमय वाणों से उसके हृदय को छलनी कर... Hindi · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कटाक्ष · कविता · मनीषा मंजरी 7 8 407 Share Manisha Manjari 27 Sep 2022 · 1 min read जगदम्बा के स्वागत में आँखें बिछायेंगे। जगदम्बा के स्वागत में आँखें बिछायेंगे, और उन्हीं नज़रों से जाने कितनी स्त्रियों को शर्मिंदा कर जायेंगे। समाज़ के कुछ ठेकेदार ऐसे भी हैं, जो माँ पे तो हक़ जमायेंगे,... Hindi · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कटाक्ष · कविता · नवरात्र 5 10 793 Share Previous Page 3