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Comments (8)

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8 Oct 2022 01:19 PM

समाज के सोच को झकझोरती और अपने शब्दो से सचाई समेटे हुए समाज को आईना दिखाती हुई बेहतरीन, लाजवाब रचना।दिल को छू जानी वाली रचना💐💐👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻🙏🏻🙏🏻

9 Oct 2022 10:46 AM

बहुत बहुत आभार अनामिका जी🙏🙏🙏

7 Oct 2022 03:08 PM

वाह भावविभोर होकर लिखा गया हैं ओवरफ्लो।

7 Oct 2022 11:29 PM

बहुत बहुत शुक्रिया सीमा जी 🙏🙏🙏🙏

अप्रतिम लाजवाब ऐतिहासिक तथ्यों की वास्तविकता को निडरता से सहेजती एक विद्रोही परिणामकारक परिवर्तनीय उत्कृष्ठ काव्यरचना👍👍👍 मनीषा जी मैं आपके कलम का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ अतिशय तीव्र प्रहार है व्यवस्था में फैले आडम्बर पर 🙏🙏🙏🙏🌷🌷🌹🌹

7 Oct 2022 11:28 PM

बहुत बहुत आभार शेखर जी। ..आपकी लेखनी और बातें बहुत हीं ज़्यादा प्रेरित करती हैं। मैं तो बस आप सब से थोड़ा थोड़ा सिखने की कोशिश कर रही हूँ। 🙏🙏🙏

बहुत ही सुन्दर रचना है।

5 Oct 2022 11:21 AM

जी बहुत बहुत आभार🙏🙏

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