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26 Jan 2023 · 1 min read

■ लोकतंत्र या ढोकतंत्र?

■ भगवान_बचाए
उन चाटुकारों से जो आकां कि जूती को टोपी मान कर सिर पर सजाए घूम रहे हैं और पस्ती के बीच भी मस्ती में झूम रहे हैं।
【प्रणय प्रभात】

1 Like · 193 Views
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