Sad shayri
कुछ टूटे हैं ख़्वाब मेरे कुछ को अब भी बुन रहा,
जो उठ रहीं आवाजें मुझ पर उनको भी सुन रहा… !
बड़ा मुश्किल होता हैं जवाब देना
जब कोई चुप रह के सवाल करता हैं ।।
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कुछ टूटे हैं ख़्वाब मेरे कुछ को अब भी बुन रहा,
जो उठ रहीं आवाजें मुझ पर उनको भी सुन रहा… !
बड़ा मुश्किल होता हैं जवाब देना
जब कोई चुप रह के सवाल करता हैं ।।
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